15 अगस्त पर निबंध हिंदी में | स्‍वतंत्रता दिवस Independence Day Essay in Hindi

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इस वर्ष हम सब भारत की आजादी के 76 वर्ष पूरे होने पर आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं। इस अवसर पर सरकार के द्वारा हर घर तिरंगा अभियान चलाया जा रहा है जिसमे भारतवासियों को 13 से 15 अगस्त तक अपने अपने घरों में तिरंगा लगाना है। जैसा कि सबको पता है कि 15 अगस्त 1947 को हमारा देश ब्रिटिश शासन से पूरी तरह आज़ाद हुआ था। तब से इस दिन को हम सभी भारतवासी बहुत ही उत्साह और गौरव के साथ मनाते हैं। आज़ादी मिलने के बाद से हर वर्ष हम इस दिन को स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाते हैं। 15 अगस्त यानी कि स्वंत्रता दिवस को देश में राष्ट्रीय अवकाश के रूप में घोषित किया गया है। इस दिन सभी सरकारी कार्यालय जैसे बैंक, पोस्ट ऑफिस, अन्य सभी कार्यालय आदि में अवकाश होता है। इसके साथ ही सभी स्कूल, कॉलेजों और ऑफिसों में तिरंगा फहराया जाता है और कहीं-कहीं इस अवसर पर निबंध आदि प्रतियोगिता आयोजित की जाती है। यह पोस्ट ऐसे ही प्रतियोगियों के लिए है जो भी प्रतियोगिता में शामिल होने के लिए 15 अगस्त पर निबंध की तलाश कर रहे हैं। स्वतंत्रता दिवस पर आधारित किसी भी निबंध प्रतियोगिता में शामिल होने के लिए आप यहां से Independence Day Essay in Hindi प्राप्त कर सकते हैं।

15 अगस्त पर निबंध

15 अगस्त 1947 भारत के लिए बहुत भाग्यशाली दिन था। इस दिन अंग्रजों की लगभग 200 वर्ष गुलामी के बाद हमारे देश को आज़ादी प्राप्त हुई थी। भारत को आज़ादी दिलाने के लिए कई स्वतंत्रता सेनानियों को अपनी जान गवानी पड़ी थी। स्वतंत्रता सेनानियों के कठिन संघर्ष के बाद भारत अंग्रजों की हुकूमत से आज़ाद हुआ था। तब से ले कर आज तक 15 अगस्त को हम स्वतंत्रता दिवस मानते हैं।

स्वंत्रता दिवस को भारत में राष्ट्रीय अवकाश होता है। इसके एक दिन पहले भारत के राष्ट्रपति देश के समक्ष संबोधित करते हैं। जिसे रेडियो के साथ कई टीवी चैनेल्स में भी दिखया जाता है। स्वतंत्रता दिवस को हर वर्ष देश के प्रधानमंत्री लाल किला पर तिरंगा फहराते हैं। तिरंगा फहराने के बाद राष्ट्र गान गाया जाता है और 21 बार गोलियां चला कर सलामी भी दी जाती है। इसके साथ ही भारतीय सशस्त्र बल, अर्धसैनिक बल और एनसीसी कैडेड परेड करते हैं। इस दिन लाल किला से टीवी के डी डी नेशनल चैनल और आल इंडिया रेडियो के माध्यम से सीधा प्रसारण किया जाता है। आतंकवाद के खतरे को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा के कड़े इंतजाम भी किये जाते हैं।

केवल देश की राजधानी के साथ देश के अन्य सभी राज्यों के मुख्यमंत्री भी सम्मान के साथ अपने राज्य में तिरंगा फहराते हैं। 15 अगस्त को हमारे महान स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि दी जाती और उनका सम्मान किया जाता है। इस दिन देशभक्ति के गीत और नारे लगाये जाते हैं। वहीं कुछ लोग पतंग उड़ा कर आजादी का पर्व मनाते हैं।

स्वतंत्रता दिवस पर और अधिक –

  • 15 अगस्त पर कविता, शायरी, मैसेज, कोट्स
  • 15 अगस्त पर भाषण हिन्दी में 
  • 15 अगस्त पर निबंध हिंदी में
  • 15 अगस्त की इमेज

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध 500 शब्दों में

भारत में हर वर्ष 15 अगस्त को स्वत्रंता दिवस मनाया जाता है। प्रत्येक व्यक्ति के लिए स्वतंत्रता का विशेष महत्व होता इसलिए हर भारतीय के लिए यह दिन बहुत महत्व रखता है। 15 अगस्त 1947 को भारत को अंग्रजों की परतंत्रता के बाद स्वतंत्रता प्राप्त हुई थी। स्वतंत्रता दिवस को हम राष्ट्रीय त्योहार के रूप में मानते हैं।

कई वर्षों के विद्रोहों के बाद ही हमने स्वतंत्रता प्राप्त की और 14 व 15 अगस्त 1947 की मध्यरात्रि को भारत एक स्वतंत्र देश बन गया। दिल्ली के लाल किले में पंडित जवाहर लाल नेहरू ने पहली बार भारत के झंडे को फहराया था। उन्होंने मध्यरात्रि के स्ट्रोक पर “ट्रास्ट विस्ट डेस्टिनी” भाषण दिया। पूरे राष्ट्र ने उन्हें अत्यंत खुशी और संतुष्टि के साथ सुना। तब से हर वर्ष स्वतंत्रता दिवस पर, प्रधानमंत्री पुरानी दिल्ली में लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं और जनता को संबोधित करते हैं। इसके साथ ही तिरंगे को 21 तोपों की सलामी भी दी जाती है।

15 अगस्त को ही आज़ादी का दिन क्यों चुना गया इसके पीछे भी एक अपनी कहानी है। 1947 में भारत में लार्ड माउंटबेटन को गवर्नर के पद पर नियुक्त किया गया था। 15 अगस्त उनका सौभाग्यशाली दिन था क्योकि इससे पहले 15 अगस्त को ही द्वितीय विश्व युद्ध में जापान ने ब्रिटेन के समक्ष समर्पण किया था। अतः इसलिए लार्ड माउंटबेटन ने पहले से ही 15 अगस्त को भारत की आज़ादी का दिन निर्धारित कर रखा था।

इस दिन सभी सरकारी दफ्तर, कार्यालयों में तिरंगा फहराया जाता है और राष्ट्रगान “जन-गण-मन” गया जाता है। स्कूल, कालेजो में विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है और मिठाइयां बांटी जाती हैं। मंगल पांडे, सुभाषचंद्र चंद्र बोस, भगतसिंह, रामप्रसाद बिस्मिल, रानी लक्ष्मीबाई, महात्मा गांधी, अशफाक उल्ला खां, चन्द्रशेखर आजाद, सुखदेव, राजगुरु आदि कई स्वतंत्रता सेनानियों की कुर्बानियों को याद किया जाता है।

कुछ भारतीय पतंग उड़ा कर तो कुछ कबूतर उड़ा कर आज़ादी मानते हैं। प्रतिवर्ष स्वतंत्रता दिवस मनाना भारत के स्वतंत्रता के इतिहास को जिंदा रखता है और आजादी का सही मतलब लोगों को समझाता है।

स्‍वतंत्रता दिवस लेखन हिंदी में

  • स्‍वतंत्रता दिवस भाषण
  • स्‍वतंत्रता दिवस निबंध
  • स्‍वतंत्रता दिवस सन्देश
  • स्‍वतंत्रता दिवस शायरियाँ

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स्वतंत्रता दिवस | 15 अगस्त पर निबंध हिंदी में- Independence Day Essay in Hindi

दोस्तों इस आर्टिकल में हम आपके लिए Independence Day Essay in Hindi ( Swatantrata Diwas | 15 August par nibandh ) शेयर कर रहे है, हमने 100 words, 200 words, 250 words, 300 words, 500 words 800 words ke essay लिखे है जो की class 1,2,3,4,5,6,7,8,9,10,11,12 ke students | Vidyarthi ke liye upyogi hai.

In this article, we are providing information about Independence in Hindi | 5 well written essay on Independence in Hindi Language. स्वतंत्रता दिवस पर पूरी जानकारी जैसे की पृष्ठभूमि, इतिहास, महत्व-विशेषता, राष्ट्रीय पर्व का दिन, महत्व, अदि के बारे बताया गया है। 

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध हिंदी में| Independence Day Essay in Hindi

Republic Day Essay in Hindi 10 Lines

1. स्वतंत्रता दिवस हमारा महान् राष्ट्रीय पर्व है।

2. सन् 1947 की पन्द्रह अगस्त को ही सर्वप्रथम हमें स्वतंत्रता प्राप्त हुई थी।

3. इस दिन लोग शहीदों के बलिदान को याद करते है।

4. स्वतंत्रता दिवस पर्व प्रति वर्ष पन्द्रह अगस्त को समस्त भारत में अति उत्साह और हर्ष के वातावरण में मनाया जाता है।

5. इस दिन प्रातः काल से ही हर नगर, ” हर कस्बे और गाँव में प्रभात फेरियों का आयोजन होता है।

6. इस दिन भारत की राजधानी दिल्ली में विशेष आयोजन होता है।

7. विद्यालयों, सरकारी-गैरसरकारी भवनों कल-कारखानों, चौराहों, मैदानों आदि पर तिरंगे झंडे फहराए जाते हैं।

8. इस दिन भारत के प्रधानमंत्री लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं और भारतवासियों के नाम संदेश प्रसारित करते हैं।

9. पन्द्रह अगस्त भारत वर्ष के इतिहास का सबसे उज्जवल पवित्र और महत्वपूर्ण दिवस है।

10. यह दिवस हमें स्वतंत्रता की महिमा का संदेश देता है।

Read Also- 10 lines on Independence Day in Hindi

Short Independence Day Essay in Hindi ( 150 words )

15 अगस्त भारत का स्वतंत्रता दिवस है। पहले हमारा देश गुलाम था। हमारे देश पर अंग्रेजों का शासन था। अंग्रेजी सरकार भारत के लोगों पर अत्याचार करती थी।

भारतवासी अंग्रेजों के साथ लड़े। बहुत से लोगों ने इस लड़ाई में अपने प्राणों का बलिदान किया। अन्त में 15 अगस्त 1947 को भारत आजाद हुआ। तब से इस दिन को राष्ट्रीय पर्व के रुप में मनाते हैं। पर इस दिन पाठशालाओं में खुशी का माहौल रहता है। सबसे पहले झण्डा फहराया जाता है। राष्ट्रगान गाया जाता है। इसके बाद बच्चे अनेक मनोरंजक कार्यक्रम करते हैं। बच्चों में मिठाईयाँ बाँटी जाती हैं।

राजधानी दिल्ली में देश के प्रधानमंत्री लाल किले पर झण्डा फहराते हैं । वे देश की जनता के सामने भाषण देते हैं।

15 अगस्त को पूरा देश खुशी के साथ मनाता है । इस दिन हम उन लोगों को याद करते हैं जिन्होंने आजादी की लड़ाई में बलिदान दिया ।

स्वतंत्रता दिवस |15 अगस्त पर निबंध | 15 August Essay in Hindi ( 300 to 350 words )

स्वाधीनता की इच्छा प्राणिमात्र में रहती है। एक पक्षी भी बन्दी जीवन की अपेक्षा स्वतंत्र जीवन पसन्द करता है, तो मनुष्य का तो कहना ही क्या ? दुर्भाग्य से कुछ शताब्दियों पूर्व भारतीयों को पराधीन होना पड़ा। किन्तु ‘पराधीन सपनेहुं सुख नाहीं’ के अनुसार देश स्वाधीनता के लिए छटपटाने लगा। देशभक्त बुद्धिमानों ने स्वतंत्रता के लिए संघर्ष आरम्भ किया।

देश को स्वाधीन देखने की इच्छा से अनेक वीर हँसते-हँसते फाँसी के तख्ते पर चढ़ गए; अनेकों ने छाती पर अंग्रेजों की गोलियों को सहन किया और हजारों लोग—स्त्री और पुरुष, बालक, युवक और वृद्ध—कारावास के कष्टों को झेलते रहे। अनेक ज्ञात-अज्ञात वीरों ने इस स्वतंत्रता यज्ञ में अपने प्राणों की आहुति दी। तक जाकर हमें स्वतंत्रता के पुण्य प्रभात के दर्शन हुए।

स्वतंत्रता दिवस हमारा महान् राष्ट्रीय पर्व है। यह पर्व प्रति वर्ष पन्द्रह अगस्त को समस्त भारत में अति उत्साह और हर्ष के वातावरण में मनाया जाता है। यही वह पवित्र दिवस है, जब शताब्दियों की पराधीनता के अनन्तर भारत स्वाधीन हुआ था। सन् 1947 की पन्द्रह अगस्त को ही सर्वप्रथम हमें स्वतंत्रता प्राप्त हुई थी।

स्वतंत्रता दिवस का यह उत्सव यद्यपि भारत के नगर-नगर ग्राम-ग्राम में आनन्द और उमंग से मनाया जाता है, पर भारत की राजधानी दिल्ली में इस उत्सव की विशेष चहल-पहल होती है। इस उत्सव का प्रमुख स्थल होता है- लाल किले का मैदान इस मैदान में दिल्ली की जनता उत्सव देखने के लिए उमड़ पड़ती है। इस अवसर पर देश के प्रधानमन्त्री राष्ट्रीय ध्वज लहराते हैं, इकत्तीस तोपों से ध्वज को प्रणाम किया जाता है, और तद् पश्चात् जल, स्थल तथा वायु सेनाओं की टुकडियाँ ध्वज को प्रणाम करती हैं। तदनन्तर प्रधानमन्त्री देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस को सन्देश देते हैं। इसके पश्चात् राष्ट्र गान होता है। राष्ट्रगान के अनन्तर यह कार्यक्रम समाप्त हो जाता है। रात्रि में सरकारी भवनों पर प्रकाश भी किया जाता है।

वास्तव में यह भारत के गौरव और सौभाग्य का पर्व है, जो हमारे हृदयों में नवीन आशा, नवीन स्फूर्ति, उत्साह और देश भक्ति का संचार करता है। यह उत्सव हमें स्मरण कराता है कि स्वाधीनता को पाना जितना कठिन है, उसे सुरक्षित रखना उससे भी अधिक कठिन है। अतः सभी भारतवासियों को सब प्रकार के भेद-भाव भुलाकर राष्ट्र की उन्नति के लिए तत्पर रहना चाहिए।

Swatantrata Diwas Essay in Hindi

Hindi Independence day essay lines

Long Essay on Independence Day in Hindi with headings ( 800 words )

भूमिका

बालधर गंगाधर तिलक ने कहा था- “स्वतंत्रता हमारा जन्म सिद्ध अधिकार है। इस मंत्र का अनुकरण करके भारतीयों ने स्वतंत्रता के लिए संघर्ष बलिदान और त्याग किया। 15 अगस्त 1947 को हमारा देश शताब्दियों की गुलामी के बाद आजाद हुआ। इसलिए भारतीयों के लिए पन्द्रह अगस्त का दिन बहुत महत्वपूर्ण है। हिन्दू, मुसलमान, ईसाई, बौद्ध, जैन, सिक्ख सभी धर्मावलम्बी साथ मिलजुल कर इस पर्व को उल्लास और उमंग के साथ मनाते हैं। यह दिवस भारतीयों के त्याग, बलिदान, शौर्य का पवित्र दिन है। यह भारतीय इतिहास का एक स्वर्णिम दिन है।

पृष्ठभूमि

मुगल शासन के अन्तिम दौर में भारत में अनेक यूरोपीय जातियाँ व्यापार करने के लिए आई। कालान्तर में वे भारत पर शासन करने की चेष्टा में लग गई। काफी संघर्ष के बाद अन्ततः अंग्रेजों ने भारत पर अधिकार कर लिया। कुछ समय बाद भारतीयों में स्वतंत्रता की चेतना जागृत हुई। परिणाम स्वरूप सन् 1857 में भारत में प्रथम स्वतंत्रता संग्राम छिड़ा। दुर्भाग्यवश यह प्रथम स्वतंत्रता संग्राम असफल रहा, किन्तु भारतीय जनता में स्वतंत्रता की चेतना बढ़ती गई। सन् 1885 में राष्ट्रीय कांग्रेस के नेतृत्व में आजादी की लड़ाई प्रारम्भ हुई। लम्बे दौर तक यह लड़ाई चलती रही। स्वतंत्रता के लिए अनेक लोगों ने अपना बलिदान दिया, जेल यात्राएँ कीं। क्रांतिकारी और अहिंसक दोनों प्रकार के स्वतंत्रता आन्दोलन होते रहे। महात्मा गाँधी के नेतृत्व में सत्य, अहिंसा और त्याग का सहारा लेकर स्वतंत्रता संग्राम छिड़ा। जिसके फलस्वरूप 15 अगस्त सन् 1947 को भारत स्वतंत्र हुआ और लाल किले पर राष्ट्रीय झंडा फहराया गया।

महत्व

15 अगस्त भारत का स्वतंत्रता दिवस है। यह एक ऐतिहासिक दिन है। इसी दिन भारत शताब्दियों की गुलामी से आजाद हुआ। भारत माँ के पैरों में पड़ी बेड़ियाँ टूटकर बिखर गई। विदेशी शासन का अन्त हुआ। भारत ने स्वतंत्रता के वातावरण में साँस ली। शताब्दियों से चले आने वाले शोषण, अत्याचार और उत्पीड़न का अंत हुआ। इस स्वतंत्रता के लिए अनेक वीरों ने अपने प्राण न्योछावर किए। अनेक राष्ट्रभक्तों ने न जाने कितनी यातनाएँ सहीं। इस दिन हम शहीदों और देश भक्तों को श्रद्धापूर्वक याद करते हैं जिनके बलिदान और त्याग से हमें यह स्वतंत्रता प्राप्त हुई। इस पवित्र दिन को हम शपथ लेते हैं कि हम इस स्वतंत्रता की रक्षा प्राण पण से करेंगे। हम किसी भी मूल्य पर स्वतंत्रता को हाथ से जाने नहीं देंगे। स्वतंत्रता से अधिक मूल्यवान हमारे जीवन में और कोई वस्तु नहीं है। हर कीमत पर इसकी रक्षा करना हर भारतीय का पावन कर्त्तव्य है। स्वतंत्रता दिवस हमारी सबसे अमूल्य धरोहर है।

त्यौहार का दिन

जिस दिन हमारा देश स्वतंत्र हुआ उस दिन से हम प्रतिवर्ष 15 अगस्त को राष्ट्रीय पर्व के रूप में मनाते हैं। इस दिन प्रातः काल से ही हर नगर, ” हर कस्बे और गाँव में प्रभात फेरियों का आयोजन होता है। बच्चे, जवान, बूढ़े, स्त्री-पुरुष सभी अपने हाथों में राष्ट्रीय पताका लेकर स्वतंत्रता के गीत गाते हैं। सारे वातावरण में ‘वन्देमातरम् और जनगण मन अधिनायक’ की ध्वनियाँ गूंजने लगती हैं। विद्यालयों, सरकारी-गैरसरकारी भवनों कल-कारखानों, चौराहों, मैदानों आदि पर तिरंगे झंडे फहराए जाते हैं। जगह-जगह उत्सव मनाए जाते हैं। तरह-तरह के राजनीतिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। शहीदों को श्रद्धांजलियाँ अर्पित की जाती हैं। चारों ओर उल्लास और उमंग का वातावरण दिखाई पड़ता है। इस दिन भारत की राजधानी दिल्ली में विशेष आयोजन होता है। इस दिन भारत के प्रधानमंत्री लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं और भारतवासियों के नाम संदेश प्रसारित करते हैं।

उपसंहार

पन्द्रह अगस्त भारत वर्ष के इतिहास का सबसे उज्जवल पवित्र और महत्वपूर्ण दिवस है। इस दिवस की स्मृति युगों-युगों तक भारतीयों में त्याग, तप, बलिदान की प्रेरणा देती रहेगी। यह दिवस हमें स्वतंत्रता की महिमा का संदेश देता है। स्वतंत्रता के बाद हमारा देश नवनिर्माण के पथ पर अग्रसर हो रहा है। आज वह अनेक वों में उन्नति कर रहा है। हमारी स्वतंत्रता तभी पूरी होगी जब हम आर्थिक रूप से सम्पन्न होंगे। इस दिशा में हमें प्राणपण से चेष्टा करनी चाहिए।

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स्वतंत्रता दिवस पर निबंध (Essay On Independence Day In Hindi)

Essay On Independence Day In Hindi

In this Article

स्वतंत्रता दिवस पर 10 लाइन का निबंध (10 Lines On Independence Day In Hindi)

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध 200-300 शब्दों में (short essay on independence day in hindi 200-300 words), स्वतंत्रता दिवस पर निबंध 400-500 शब्दों में (essay on independence day in 400-500 words), स्वतंत्रता दिवस के बारे मेंं रोचक तथ्य (interesting facts about independence day in hindi).

  • स्वतंत्रता दिवस के इस निबंध से हमेंं क्या सीख मिलती है? (What Will Your Child Learn from an Independence Day Essay?)

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

भारत में हर साल 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता है। यह वह खास दिन है जब भारतीयों ने अंग्रेजों से एक लंबी लड़ाई लड़ने के बाद अपनी आजादी पाई थी। अंग्रेजी सरकार की 200 सालों की तानाशाही और गुलामी से परेशान भारतीयों को आखिरकार 15 अगस्त 1947 को गुलामी से पूरी तरह आजादी मिली। इसलिए भारतीय इतिहास में स्वतंत्रता दिवस एक महत्वपूर्ण दिन है जिसे पूरे देश में उत्सव की तरह मनाया जाता है। इस दिन सभी स्कूल , कॉलेज और दफ्तर में राष्ट्रीय अवकाश होता है। इस साल हम भारत के स्वतंत्रता दिवस की 78 वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। इस निबंध में हमने भारत की स्वतंत्रता , हमारे स्वतंत्रता सेनानियों , स्वतंत्रता दिवस पर होने वाली गतिविधियों और इस दिन के महत्व को किस तरह लिखना है यह हमने आपको नीचे दिए हिंदी एस्से सैंपल में बताया है । आइए इन्हें पढ़ते है।

यहाँ स्वतंत्रता दिवस पर 10 लाइन का निबंध बेहद आसान भाषा में दिया गया है।

  • भारत में स्वतंत्रता दिवस हर साल 15 अगस्त को मनाया जाता है।
  • इस दिन भारत ने सन 1947 में ब्रिटिश शासन से आजादी पाई थी।
  • 15 अगस्त को पूरे भारत में राष्ट्रीय त्योहार के रूप में मनाया जाता है।
  • इस साल 2024 में भारत के स्वतंत्रता दिवस की 78 वीं वर्षगांठ मनाई जा रही है।
  • स्वतंत्रता दिवस पर स्कूलों और सरकारी कार्यालयों में राष्ट्रीय तिरंगा फहराने के बाद राष्ट्रगान गाया जाता है।
  • इस दिन प्रधानमंत्री लाल किले से देश के लोगों को संबोधित करते हैं।
  • स्वतंत्रता दिवस के दिन परेड , सांस्कृतिक कार्यक्रम और देशभक्ति के गीत गाए जाते हैं।
  • बच्चों को स्वतंत्रता सेनानियों की कहानियां सुनाई जाती हैं।
  • स्वतंत्रता दिवस हमें स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान की याद दिलाता और अपने देश पर गर्व महसूस कराता है।
  • स्वतंत्रता दिवस हमें देशभक्ति और एकता की भावना सिखाता है।

स्वतंत्रता दिवस पर 200 से 300 शब्दों की सीमा में आप कैसे एक अच्छा निबंध लेख तैयार करें यह आपको नीचे बताया गया है।

भारत में स्वतंत्रता दिवस , जिसे हर साल 15 अगस्त को मनाया जाता है , देश के इतिहास यह एक महत्वपूर्ण क्षण है। 1947 में इस दिन , भारत ने ब्रिटिश शासन से स्वतंत्रता प्राप्त की , भारत की आजादी एक सपना बन चुकी थी , यह दिन लगभग दो शताब्दियों से भारतीयों पर विदेशी शासन का अंत और स्वशासन के एक नए युग की शुरुआत का दिन है।

15 अगस्त , 1947 का महत्व सिर्फ भारत की आजादी तक सीमित नहीं बल्कि यह राजनीतिक पहलू भारत में बड़ा परिवर्तन लेकर आया। स्वतंत्रता दिवस राष्ट्रीय गौरव और एकता का भी प्रतिनिधित्व करता है। भगत सिंह , राजगुरु , रानी लक्ष्मी बाई , महात्मा गांधी , जवाहरलाल नेहरू और सरदार पटेल जैसे स्वतंत्रता सेनानियों के नेतृत्व में भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन की एक लंबी लड़ाई लड़ी गई और हमारे जाने कितने वीर जवानों ने आजाद भारत के सपने को साकार करने के लिए हंसते – हंसते अपनी जान की कुरबानी दे दी। यह जीत देश के वीरों की दृढ़ता और मजबूत इरादों का देन है , जिन्होंने हमें आजादी दिलाई।

स्वतंत्रता दिवस की शुरुआत दिल्ली में लाल किले से प्रधानमंत्री के संबोधन से होती है। स्कूलों , सरकारी कार्यालयों और सार्वजनिक स्थानों पर तिरंगा झंडा फहराया जाता है , साथ ही राष्ट्रगान “ जन – गण – मन ” गाया जाता है। इसके साथ परेड , सांस्कृतिक कार्यक्रम और देशभक्ति के गीत समारोह भी होता है , जो भारत की विविध सांस्कृतिक विरासत की समृद्ध झलक को दर्शाते हैं। यह दिन भारत देश में एकता , लोकतंत्र और कानून के शासन के महत्व को बताता है।

इस साल हम भारत का 78 वां स्वतंत्रता दिवस मना रहे हैं। यह दिन हमें अपने देश पर गर्व करना सिखाता है। हमें मिलकर अपने देश को और बेहतर बनाना चाहिए। स्वतंत्रता दिवस हमें एकता और देशभक्ति की भावना सिखाता है।

Independence Day par nibandh

यहां आपको 400 से 500 शब्दों के बीच हिंदी मेंं स्वतंत्रता दिवस पर निबंध दिया गया है , इस निबंध की सहायता से आप खुद भी एक अच्छा निबंध लेख तैयार कर सकते हैं।

भारत में , स्वतंत्रता दिवस हर धर्म , संस्कृति और परंपरा के लोग बड़े उत्साह और खुशी के साथ मनाते हैं। स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त को हर साल मनाया जाता है क्योंकि 1947 में इसी दिन हमारे देश ने लगभग 200 साल की गुलामी के बाद अंग्रेजों के शासन से आजादी पाई थी। इस दिन उन सभी वीर स्वतंत्रता सेनानियों को याद किया जाता है , जिन्होंने देश की आजादी के लिए अपनी जान दे दी।

स्वतंत्रता दिवस का इतिहास क्या है ? (What Is The History of Independence Day?)

अंग्रेजों ने भारत पर लगभग 200 सालों तक राज किया। हमारे देश के नागरिकों को सालों तक ब्रिटिश अधिकारियों के अत्याचारों का सामना करना पड़ा। न जाने कितने वीर – बहादुरों ने अपनी जान की कुरबानी देकर देश की आन , बान , शान को कायम रखा। महात्मा गांधी , जवाहरलाल नेहरू , सुभाष चंद्र बोस , चंद्रशेखर आजाद और भगत सिंह जैसे बहादुर देशभक्त नेताओं के नेतृत्व में उन्होंने हमारे देश की आजादी के लिए निस्वार्थ भाव से संघर्ष किया। कुछ नेता अहिंसा के मार्ग पर चले , जबकि अन्य ने ब्रिटिशों से लड़ने के लिए हिंसा का तरीका अपनाया। हालांकि , सभी का एक ही उद्देश्य था , अंग्रेजों को देश से बाहर निकालना। कई स्वतंत्रता आंदोलनों , विरोध प्रदर्शनों और बलिदानों के बाद , हमारे देश को आखिरकार 15 अगस्त 1947 को स्वतंत्रता मिली , जिसे हमारे देश का स्वतंत्रता दिवस घोषित किया गया। आजादी के बाद पंडित जवाहरलाल नेहरू भारत के पहले प्रधान मंत्री बने जिन्होंने 17 अगस्त 1947 को दिल्ली में लाहौर गेट के पास लाल किले पर राष्ट्रीय तिरंगा फहराया।

भारत के महान स्वतंत्रता सेनानी (India’s Great Freedom Fighters)

हमारे बहादुर स्वतंत्रता सेनानियों ने बड़ी बहादुरी और अपनी जान का बलिदान देते हुए ब्रिटिश शासकों के खिलाफ लड़ाई लड़ी और हमारे देश को आजाद कराया। जहां एक तरफ महात्मा गांधी जैसे लोग अहिंसा का रास्ता दिखाते थे , वहीं दूसरी तरफ भगत सिंह ने अपनी बहादुरी से सबको प्रेरित किया। उनके बलिदानों ने हमारे देश की आजादी की नींव रखी। वे हमें सिखाते हैं कि एकता और दृढ़ता से हम किसी भी मुश्किल का सामना कर सकते हैं। हमें उनके संघर्षों और बलिदानों के लिए हमेशा आभारी रहना चाहिए। कुछ महान स्वतंत्रता सेनानियों के नाम इस प्रकार हैं , सरदार वल्लभ भाई पटेल , लाला लाजपत राय , दादाभाई नौरोजी , बाल गंगाधर तिलक , लाल बहादुर शास्त्री , बिपिन चंद्र पाल , चित्तरंजन दास , चंद्रशेखर आजाद , मंगल पांडे , नाना साहब , सुभाष चंद्र बोस , सुखदेव , रानी लक्ष्मी बाई , इत्यादि।

भारत की आजादी में महिलाओं की क्या भूमिका थी ? (What Was the Role of Women in India’s Independence?

भारत की आजादी की लड़ाई में महिलाओं ने भी बड़ी भूमिका निभाई। उन्होंने पुरुषों के साथ मिलकर आजादी के लिए संघर्ष किया। इससे समाज में महिलाओं की स्थिति में बदलाव आया और उन्होंने नयी पहचान बनाई। सावित्रीबाई फुले , महादेवी वर्मा , कैप्टन लक्ष्मी सहगल , रानी लक्ष्मीबाई , बसंती देवी , सरोजिनी नायडू और कमलादेवी चट्टोपाध्याय जैसी महिलाएं बहुत हिम्मत वाली थीं। उन्होंने देशभक्ति और मेहनत से सबको प्रेरित किया। उनकी बहादुरी ने भारत की आजादी और समाज सुधार में बड़ा योगदान दिया। इन महिलाओं की वजह से हमें पता चला कि महिलाएं भी देश की सेवा कर सकती हैं।

स्वतंत्रता दिवस कैसे मनाया जाता है ? (How Do We Celebrate Independence Day?)

स्वतंत्रता दिवस का ये दिन पूरे देश में बड़े जोश और खुशी के साथ मनाया जाता है। इस दिन को खास बनाने के लिए स्कूलों , कॉलेजों , कार्यालय और सोसायटी में अलग – अलग तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। यहां कुछ गतिविधियां बताई गई हैं जिससे हमें स्वतंत्रता दिवस कैसे मनाया जाता है , उसके बारे में बताया गया है :

  • झंडा फहराना : इस दिन हमारे देश के प्रधानमंत्री लाल किले पर भारतीय तिरंगा झंडा फहराते हैं। इसके बाद 21 तोपों की सलामी दी जाती है। पूरे देश में भी झंडा फहराने का आयोजन किया जाता है।
  • विभिन्न प्रतियोगिताएं : स्कूलों , कॉलेजों और अन्य स्थानों पर स्वतंत्रता दिवस के मौके पर भाषण दी जाती हैं। साथ ही , वाद – विवाद प्रतियोगिता और सवाल – जवाब की प्रतियोगिताएं भी होती हैं। कई जगहों पर निबंध लेखन की प्रतियोगिताओं का भी आयोजन होता है।
  • फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता : स्कूलों और सोसायटीयों में फैंसी ड्रेस प्रतियोगिताएं होती हैं। छोटे बच्चे स्वतंत्रता सेनानियों के रूप में तैयार होते हैं।
  • पतंगबाजी प्रतियोगिता : इस दिन पतंगबाजी की प्रतियोगिताएं भी होती हैं। आसमान में कई तिरंगे की पतंगें उड़ती नजर आती हैं। इसे आजादी का प्रतीक भी माना जाता है।
  • मिठाई बांटना : झंडा फहराने के बाद लोगों में मिठाइयां व फल बांटी जाती हैं।
  • लॉर्ड माउंटबेटन ने 15 अगस्त को भारत का स्वतंत्रता दिवस इसलिए चुना क्योंकि इसी दिन जापान ने दूसरे विश्व युद्ध के दौरान हार मान ली थी।
  • भारत के अलावा , पांच और अन्य देशों में जैसे साउथ कोरिया , नॉर्थ कोरिया , कांगो गणराज्य , बहरीन और लिकटेंस्टाइन में भी 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता है। लेकिन उनके आजाद होने के साल अलग हैं।
  • भारत में सिर्फ एक जगह है जहां भारतीय झंडा बनाया जाता है , वह है कर्नाटका खादी ग्रामोद्योग संयुक्त संघ ( केकेजीएसएस ), जो धारवाड़ , कर्नाटक में स्थित है।
  • साल 1950 में ‘ वन्दे मातरम् ‘ को भारत का राष्ट्रीय गीत घोषित किया गया था। जिसे बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय ने लिखा था , जो एक भारतीय कवि और लेखक थे।
  • रवींद्रनाथ टैगोर ने 1911 में ‘ जन गण मन ‘ गान लिखा था , जिसे 24 जनवरी 1950 को भारतीय संविधान सभा द्वारा भारत का राष्ट्रीय गान घोषित किया गया।
  • भारत के आजादी की घोषणा रात 12 बजे की गई थी , जिस दिन भारत को आधिकारिक रूप से 15 अगस्त को आजादी मिली।
  • पंडित जवाहरलाल नेहरू ने स्वतंत्रता के दिन ‘ ट्रिस्ट विद डेस्टिनी ‘ नाम का प्रसिद्ध भाषण दिया था , जिसमें उन्होंने देश बनाने का सपना देखा।

स्वतंत्रता दिवस के इस निबंध से हमेंं क्या सीख मिलती है ? (What Will Your Child Learn from an Independence Day Essay?)

स्वतंत्रता दिवस के इस निबंध से आपके बच्चे को कई जरूरी बातें सीखने को मिलेंगी। इस निबंध में दी गई जानकारी से वह देशभक्ति और अपने देश के प्रति गर्व महसूस करना सीखेगा। उसे भारत के स्वतंत्रता संग्राम और महान स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदानों के बारे में जानकारी मिलेगी। यह निबंध बच्चों को आजादी का महत्व और इसे बनाए रखने की जिम्मेदारी समझाएगा। साथ ही निबंध लेखन से उसकी लिखने की क्षमता और विचार को व्यक्त करने की कला में भी सुधार होगा।

यहां स्वतंत्रता दिवस से जुड़े कुछ सवाल के जवाब दिए गए , जो आपके बच्चे की जानकारी को और बेहतर करेगा।

पहली बार भारत में स्वतंत्रता दिवस कब मनाया गया था ?

भारत में पहली बार स्वतंत्रता दिवस 26 जनवरी , 1930 को मनाया गया था। दरअसल दिसंबर 1929 में हुए लाहौर अधिवेशन के दौरान पंडित जवाहर लाल नेहरू ने पूर्ण स्वराज्य की मांग करते हुए यह घोषणा की थी कि यदि 26 जनवरी , 1930 तक भारत को पूर्ण स्वराज्य नहीं दिया जाएगा तो भारत स्वयं को स्वतंत्र घोषित कर देगा। हालांकि , बाद में भारत को जब आधिकारिक रूप से 15 अगस्त , 1947 को आजादी मिली , तब से भारत में स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त को मनाया जाने लगा।

15 अगस्त को तिरंगा फहराने का क्या समय है ?

15 अगस्त को राष्ट्रीय ध्वज आमतौर पर सुबह 7:30 बजे दिल्ली के लाल किले पर फहराया जाता है , जिसके बाद प्रधानमंत्री का संबोधन होता है।

भारत में स्वतंत्रता की घोषणा किसने की थी ?

भारत के आखिरी ब्रिटिश वायसराय लॉर्ड लुईस माउंटबेटन ने आधिकारिक तौर पर सभी पॉवर सौंप दी , जिसके कारण जवाहरलाल नेहरू स्वतंत्र भारत के पहले प्रधान मंत्री बने।

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स्वतंत्रता दिवस पर कविता स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं देने के लिए कोट्स, विशेस, मैसेज

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स्वतंत्रता दिवस पर निबंध 2024 | Independence Day Essay In Hindi

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध 2024 | Independence Day Essay In Hindi : सभी देशवासियों को 15 अगस्त 2024 भारत वर्ष के 78 वें स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक बधाई.

आज हम स्कूल स्टूडेट्स क्लास 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11, 12 वीं के बच्चों और टीचर्स के लिए सरल भाषा में आजादी दिवस के कई निबंध लेकर आए हैं. हम उम्मीद करते है आपकों हमारा ये लेख पसंद आएगा.

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध 2024 | Independence Day Essay In Hindi

Short Essay On Independence Day 2024 In Hindi : तुलसीदास जी ने ठीक ही लिखा हैं, पराधीन सपनेहु सुख नाहि यानि एक गुलाम व्यक्ति कभी न तो सुख चैन से रह सकता हैं. न साँस ले सकता हैं.

आज से 77 वर्ष पूर्व तक हमारी भी यही स्थति थी. न तो हमारे देश में कानून कायदे तो थे, मगर अंग्रेजो के बनाये.

हम अपने देश में चाहकर भी कुछ नही कर सकते थे.” क्युकि हम पराधीन थे. हम अंग्रेजो के गुलाम थे.आज हम पूरी तरह से स्वतंत्र हैं, दुनियाँ भारत को अपनी आखोँ का तारा मानती हैं.

हम तकनिकी, शिक्षा, खेल, विकास जैसे क्षेत्रो में उन देशो से कई कदम आगे हैं. जो हमसे पहले आजाद हुए या गुलामी झेली ही नही.

Independence Day 15 August 2024 Essay (स्वतंत्रता दिवस निबंध) पढिए इस शोर्ट इंडिपेंडेंस डे एस्से.

स्वतंत्रता दिवस कब मनाया जाता हैं (Independence Day is celebrated)

देश के सभी नागरिक अपने राष्ट्रिय उत्सवो से पूर्ण परिचित हैं. हर वर्ष 15 अगस्त के दिन देश भर में सभी स्थानों पर स्वतंत्रता दिवस बड़ी धूमधाम से मनाया जाता हैं.

भारत के बाहर जिस देश में भी कोई भारतीय मूल का रहता हैं. वो स्वतंत्रता दिवस के दिन अपने घर में ही इसे तिरंगा फहराकर मनाते हैं.

14-15 अगस्त की मध्यरात्रि को भारत ने स्वतन्त्रता प्राप्त कर ली थी. अगली सुबह दिल्ली के लाल किले पर पहली दफा तिरंगा फहराकर पुरे देश ने धूमधाम के साथ अपना पहला स्वतंत्रता दिवस मनाया था.

पिछले 77 वर्षो से हम आजादी के इस पावन दिन को मनाते आ रहे हैं. आज हम अपना 78 व़ा स्वतंत्रता दिवस मनाने जा रहे हैं.

स्वतंत्रता दिवस क्यों मनाते हैं ? (Why Celebrate Independence Day)

स्वतंत्रता दिवस का पावन पर्व पुरे देश में हर्ष और उल्लाश के साथ मनाया जाता हैं. इसी दिन 15 अगस्त 1947 को देश के सभी नागरिको को आजाद रहने जो चाहे जब चाहे करने का हक़ मिला था. जो सपना 1857 के क्रांतिकारियों ने देखा था आखिर वो 14 अगस्त 1947 की रात को पूरा हो गया था.

आपकों बता दे आजादी के साथ ही भारत का पूर्व निर्धारित विभाजन भी हो चूका था. इस वजह से भारत से एक दिन पहले यानि 14 अगस्त को पाकिस्तान अपना स्वतंत्रता दिवस मनाता हैं, जबकि 15 अगस्त को भारत अपना आजादी का दिन मनाता हैं.

करीब 90 वर्षो की खुनी लड़ाई और 200 वर्षो तक के अंग्रेजो के अत्याचारी शासन को उखाड़ने के लिए हजारो-लाखो स्वतन्त्रता प्रेमियों ने अपनी जान की बाजी लगा दी थी. इसी कारण हम 15 अगस्त को वीर शहीदों की याद में आजादी का यह जश्न मनाते हैं.

स्वतंत्रता का अर्थ (Meaning of Freedom)

व्यवहारिक जीवन में स्वतन्त्रता का अर्थ इस  Independence Day Essay की शुरूआती पक्तियों में बताया जा चूका हैं.

यदि हम स्वतन्त्रता शब्द के निर्माण पर नजर डाले तो स्व तथा तंत्र शब्दों से मिलकर बने स्वतन्त्रता के दो अर्थ होते हैं. सकारात्मक और नकारात्मक.

नकारात्मक स्वतंत्रता – व्यक्ति पर किसी दुसरे की कोई पाबंदी ना हो, वह जो चाहे वो कर सकता हैं. उसकी मर्जी के खिलाफ कोई शासन या सता निर्थक हैं. वह बिना किसी प्रकार की रुकावट के कोई भी कार्य कर सकता हैं.

सकारात्मक स्वतंत्रता- ये आजादी का दूसरा रूप हैं, जो सभी देशो में अपनाया जाता हैं. इसमे व्यक्ति को सभी तरह की स्वतंत्रता तो मिलती हैं. मगर उनके साथ कुछ उपबन्ध भी जुड़े होते हैं.

इसके अतिरिक्त देश की मुख्य नियम प्रणाली जिन्हें सविधान भी कहा जाता हैं, उनकी पालना करनी पडती हैं. इस स्वतंत्रता में एक व्यक्ति को स्वय की स्वतंत्रता का उपयोग करते हुए दुसरे व्यक्ति की आजादी का भी ध्यान रखना पड़ता हैं.

स्वतंत्रता दिवस का महत्व (Importance of Independence Day)

किसी व्यक्ति अथवा राष्ट्र के लिए स्वत्रन्त्रता का बहुत बड़ा महत्व हैं,एक गुलाम मुल्क की कोई पहचान नही होती हैं.न ही किसी तरह के सम्बन्ध अन्य राज्यों के साथ बना सकता हैं. 

स्वतंत्रता और अधिकार एक दुसरे के पूरक हैं. स्वतंत्रता के बिना अधिकार कोई महत्व के नही होते हैं. स्वतंत्रता को व्यक्ति का प्राक्रतिक मौलिक अधिकार हैं, जिन्हें कोई हडप या छीन नही सकता हैं. मगर कुछ ताकतवर मुल्क ऐसा करने से पीछे नही हटते हैं.

स्वतंत्रता ही एक राष्ट्र की पहचान होती हैं, एक स्वतंत्र मुल्क ही अपने फैसले स्वय ले सकता हैं. अपना विकास कर सकता हैं, दुसरे राष्ट्रों के साथ अपने राजनितिक आर्थिक सम्बन्ध स्थापित कर सकता हैं.

भारत का स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त 2024 (Independence Day of India 15th August)

हम आजाद हुए आज 77 साल हो चुके हैं, यह दिन एक अमूल्य आजादी की प्राप्ति की खातिर अपनी जान न्योछावर कर देने वाले वीरो को याद करने का हैं.

साथ ही यह दिन हैं हमारी वर्तमान स्थति का विश्लेषण करने का. आजादी के इन 77 वर्षो में हमने क्या पाया और क्या खोया.

15 अगस्त 1947 के दिन भारत के प्रधानमन्त्री जवाहरलाल नेहरु ने लाल किले की प्राचीर से तिरंगा फहराया था. उसी परम्परा का निर्वहन करते हुए इस बार भी प्रधानमन्त्री श्री नरेंद्र मोदी राजपथ चौराहे की परेड और किले की प्राचीर के राष्ट्र को सम्बोधित भी करेगे.

Paragraph On Independence Day In Hindi

आप सभी को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ. आज हम यहाँ Paragraph On Independence Day In Hindi का आर्टिकल लेकर आए हैं.

स्कूल के बच्चों के लिए 15 August 2024 Paragraph यहाँ Hindi में साझा कर  कर रहे हैं. छोटी बड़ी कक्षा के छात्र व छात्राएं 77 वें स्वतंत्रता दिवस पर Independence Day Paragraph को लिख सकेगे.

15 August Short Essay Speech Paragraphs For Kids

सभी देशप्रेमियों को 76 वें स्वतंत्रता दिवस की ढेरों शुभकामनाए, Paragraph On Independence Day In Hindi में आपके लिए Paragraph On 15 august, Independence Day Paragraph in hindi, essay on independence day 200 words & 150 words for class 4th wikipedia. लेकर आए हैं. पढिए इन शानदार पेरोग्राफ को और अपने बच्चों के लिए सही अनुच्छेद का चयन कर उन्हें लिखाइये.

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Paragraph On Independence Day In Hindi 200 Words For Kids

Short Paragraph on Independence Day :- हम भारत के लोग हर साल 15 अगस्त के दिन को स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाते हैं.

आज हमारा देश स्वतंत्र हैं, खुली हवा में देश के नागरिक जी रहे हैं. यह मूल्यवान आजादी हमें आज ही के दिन 15 अगस्त 1947 को प्राप्त हुई थी.

कई सदियों से स्वतंत्रता दिवस की बाट देख रही त्रसित भारत की जनता के लिए देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरु ने लाल किले की प्राचीर से तिरंगा फहराया था.

अंग्रेजों की गुलामी की बेड़ियों को तोड़ भारत स्वतंत्रता के इस पल को जश्न के रूप में मनाकर आने वाले सालों में भारत को एक उभरती हुई ताकत के रूप में देखना चाहते थे.

अपनी स्वतंत्रता को एक यादगार बनाने के उद्देश्य से हम हर वर्ष 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस मनाकर शहीदों को याद करते हैं. इस अवसर पर देश की राजधानी दिल्ली के लाल किले पर मुख्य कार्यक्रम का आयोजन किया जाता हैं. पूरा देश इस पर्व को मनाने की ख़ुशी में मग्न रहता हैं.

देश के नौजवानों द्वारा अपने राष्ट्र की एकता एवं अखंडता को अक्षुण्ण बनाए रखने का संकल्प किया जाता हैं. यह स्वतंत्रता दिवस हमें अपने स्वतंत्रता सैनानियों और देशभक्तों का स्मरण करवाता हैं, भारत के लोग उन पुरुषों के पथ पर चलने का संकल्प लेते हैं.

स्वतंत्रता दिवस हमें अपने जाति, धर्म, भाषा, क्षेत्र के भेद को भुलाकर एक तिरंगे के नीचे लाकर नव राष्ट्र निर्माण की प्रेरणा देता हैं.

 Indian Independence Day 2024 Paragraph Kids & Students In Hindi

speech on independence day in hindi pdf -: गुलामी यानि परतंत्रता क्या होती हैं, इनका आभास तो उन्हें ही होता हैं जिन्होंने इनको झेला हैं. आज से 77 साल पूर्व भारत में अंग्रेजों का शासन था. अपने ही देश में भारतियों को अंग्रेजों के हुक्म का पालन करना पड़ता था.

महात्मा गांधी जैसे नेताओं को अंग्रेजों के रेल डिब्बों में यात्रा तक न कर देना, यह अंग्रेजों की भारतीयों के प्रति नफरत का एक संक्षिप्त उदहारण था. वें भारतीयों को ब्लैक मैंन मेन यानि काले इंसान कहा करते थे.

उस जमाने की दास्ता को इन शब्दों के बया करना असम्भव हैं. यह वह दौर था जब अंग्रेजों की पूर्ण मनमानी चलती थी.

उन्हें लगता कि कोई व्यक्ति उनके आदेश की अवहेलना करता तो सरे आम उन्हें कोड़े बरसाना, जेल में डालना, गोली मार देना या फांसी पर लटका देना आम बात हुआ करती थी. शायद हर श्वास में इन गोरों की गुलामी की बू थी, जों हमारे पूर्वजों ने सहन की.

जलियांवाला बाग़ हत्याकांड अंग्रेजों के अत्याचारों का प्रमाण था. यही वक्त था कि भारतीयों को अपनी स्वतंत्रता का महत्व मालूम हुआ और संगठित होकर भारत की स्वतंत्रता के लिए संघर्ष करना आरम्भ कर दिया.

सभी वर्ग जिनमें महिलाएं, बच्चें, विद्यार्थी अपने कार्यों का बहिष्कार कर अंग्रेज विरोधी हो गये. इस स्वतंत्रता संग्राम में हजारों सैनानियों को जेल जाना पड़ा, कई लोगों को फांसी पर लटका दिया गया. मगर आजादी की यह मांग निरंतर जारी रही.

नेताजी सुभाषचन्द्र बोस ने जापान व दक्षिण एशियाई देशों में रह रहे भारतीयों के सहयोग से अंग्रेजो के खिलाफ मौर्चा खोला दिया.

भले ही बोस की आजाद हिन्द फौज भारत को आजाद नही करवा पाई मगर, 15 अगस्त 1947 को मिली इस आजादी में नेताजी जैसे स्वतंत्रता सैनानियों के योगदान को भुलाया नही जा सकता.

Speech & essay on independence day in hindi 200 words Pdf 2024

15 अगस्त अर्थात स्वतंत्रता दिवस का दिन भारत के इतिहास के सबसे महत्वपूर्ण दिनों में से एक हैं. इसी दिन भारत ने ब्रिटिश राज से गुलामी की जंजीरों को तोड़ स्वतंत्रता की स्वर्णिम आभा को देखा था.

हर भारतीय को इस दिन का सदियों से देखने का ख़्वाब थी. हजारों जोत इस रोशनी को देखे बिना ही असमय बुझ गई थी.

भारत को स्वतंत्रता किसी के रहमोकर्म से नहीं मिली थी, बल्कि भारत के स्वतंत्रता सेनानियों ने अपना रक्त बहाकर हमारे देश को स्वतंत्र कराया था. इसी दिन पंडित नेहरु ने लाल किले से राष्ट्र ध्वज फहराया था.

आज के दिन इस शुभ अवसर पर देश के माननीय प्रधानमंत्री दिल्ली के लाल किले से ध्वजारोहण कर राष्ट्र को सम्बोधित करते हैं. प्रत्येक नागरिक में विजय पर्व के उपक्क्ष्य में देशभक्ति एवं जूनून देखने लायक होता हैं.

इस दिवस पर राष्ट्र सेवा के लिए अपना जीवन बलिदान कर देने वाले वीरों को याद करने का अवसर हैं. हम आज यह संकल्प ले कि अपने सेनानियों की बताई राह चलकर हम राष्ट्र को उन्नति के शिखर तक ले जाएगे और उनके सपनों का भारत बनाएगे.

स्वतंत्रता दिवस पर अनुच्छेद निबंध, independence day Paragraph in hindi, (600 शब्द)

प्रस्तावना : हमारे देश का आजादी दिवस हर साल अगस्त माह की १५ तारीख को मनाया जाता हैं. इसी दिन वर्ष १९४७ में हम गोरो की गुलामी से स्वतंत्र हुए थे.

एक स्वतंत्र देश के रूप में भारत ने अपनी पहचान बनाई थी, यह दिन आजादी के संग्राम में शहिद हुए भारत माँ के सपूतों को याद करने का दिन भी हैं.

एक गौरवशाली राष्ट्र के लिए स्वतन्त्रता दिवस का बड़ा महत्व होता हैं. अतीत से सबक लेते हुए अपने महापुरुषों के सपनों के भारत को बनाने में हमें एकजुट प्रयास करने की प्रेरणा मिलती हैं. प्रत्येक नागरिक इस दिन गर्व से कह उठता हैं मुझे भारतीय होने पर गर्व हैं.

स्कूलों / कॉलेजों में स्वतंत्रता दिवस समारोह : देश भर में 15 अगस्त के दिन राजकीय अवकाश होता है. इस दिन सभी स्कूल तथा कॉलेज में स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रम का आयोजन होता हैं.

इस पावन एवं ख़ुशी के अवसर पर शिक्षण संस्थानों में विभिन्न तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां जैसे देशभक्ति गीत, नाटक, कविता, भाषण, निबंध व वाद विवाद प्रतियोगिताओं के आयोजन किये जाते हैं.

कार्यालयों में स्वतंत्रता दिवस समारोह : चूँकि यह दिन करोड़ो भारतीयों की सांझी लड़ाई का विजय दिवस हैं इस कारण देश भर में इस दिन सरकारी एवं निजी कार्यालयों में भी ध्वजारोहण तथा राष्ट्रगान के साथ स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता हैं.

लोग इस अवसर पर विभिन्न तरह की नवीन पौशाकों पहनते हैं. भारत की विविधता में एकता के दर्शन इस दिन स्पष्ट देखा जा सकता हैं.

आवासीय क्षेत्रों में स्वतंत्रता दिवस समारोह : मोडर्न भारतीय सोसायटी में भी स्वतन्त्रता दिवस के दिन लोग अपने अपने मोहल्ले में स्थानीय स्तर पर तिरंगा फहराकर इस गौरवपूर्ण दिन के कार्यक्रम का हिस्सा बनते हैं.

अपनी सोसायटी के पार्क या खुले स्थान में सभी सवेरे एकत्रित होते हैं. पूर्व नियत थीम एवं कार्यक्रम के अनुसार विभिन्न गतिविधियाँ आयोजित की जाती हैं.

पतंगबाजी : वैसे तो देश में पतंग उड़ाने की परम्परा मकर सक्रांति से जुड़ी हुई मानी जाती हैं. मगर ऐसा माना जाता है कि नीले गगन में उडती पतंग आजादी की प्रतीक होती हैं.

इसलिए कई स्थानों पर इस दिन पतंगबाजी की गतिविधियाँ भी देखी जाती हैं. जिसमें लोग हर्ष और उल्लास के साथ सम्मिलित होते हैं.

निष्कर्ष : भारत का स्वतंत्रता दिवस अपने नागरिको को आजादी का जश्न मनाने का अवसर देता हैं. लोग अपने अतीत को याद कर पूर्व में हुई भूलों को न दोहराते हुए एक सुनहरे भविष्य का स्वप्न पालते हैं.

यह दिन उन वीर सैनानियो को याद करने का अवसर भी हैं जिन्होंने अपनी मातृभूमि की स्वतंत्रता की खातिर अपना जीवन हंसते हंसते कुर्बान कर दिया था.

Essay On Independence Day In Hindi 200 Words

78 वें स्वतंत्रता दिवस पर निबंध (इंडिपेंडेंस डे एस्से) : हम सबकी शान तिरंगा है हमारी पहचान तिरंगा है, जी हैं भारत 15 अगस्त 2024 को अपना 78 वां स्वतंत्रता दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाने जा रहा हैं.

एक लम्बे अरसे तक की गुलामी के बाद भारत के लोगों को स्वतंत्रता के सूरज का भान इसी दिन हुआ था. तभी से हम 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाते आए रहे हैं.

जहाँ बच्चों को भाषण, निबंध, देशभक्ति कविता नारे, स्लोगन, गीत, शायरी आदि को बोलने के लिए आमंत्रित किया जाता हैं. स्टूडेंट्स इस निबंध की मदद से स्वतंत्रता दिवस पर भाषण 202 4 की अच्छी तैयारी कर सकते हैं.

15 August 2024 Short Essay For Students

15 अगस्त को हम भारत की स्वतंत्रता का जन्म दिवस भी कह सकते हैं. इसके पीछे कि वजह आप सब को मालुम ही होगी, क्योंकि इसी दिन हमारा भारत देश गोरों की 200 वर्षों की लम्बी गुलामी के बाद स्वतंत्र हुआ था.

भारत पर विदेशियों के शासन की शुरुआत तो 12 वीं सदी में ही अफगानों के आक्रमण के साथ शुरू हो गई थी. इससे पूर्व भारत में हिन्दू शासकों का राज्य हुआ करता था.

अंग्रेजों का भारत में आगमन एक नई रणनीति के तहत हुआ था उन्होंने  शासकों को व्यापार के लाभ के बहाने झांसे में लेकर एक व्यापारी के तौर पर भारत में रहने की अनुमति मांगी थी.

अपनी कूटनीति एवं मुगल शासकों के पारिवारिक झगड़ों में व्यस्त होने के अवसर को देखकर अंग्रेजों ने दिल्ली की सत्ता प्राप्त कर ली थी.

आधुनिक युग में भारतीय स्वतंत्रता सैनानियों के अथक प्रयास के बाद भारत को स्वतंत्रता दिलाने में कामयाबी हासिल की. हालांकि इस संघर्ष में भारत को कई अपने अहम हिस्सों को भी खोना पड़ा.

1905 का बंगाल विभाजन, 1947 में भारत पाकिस्तान विभाजन और अंग्रेजों ने जाते जाते कश्मीर को भी विवादित बना दिया, जिसका परिणाम आज दोनों देश भुगत रहे हैं.

देश की जनता की इच्छा के विरुद्ध अंग्रेजों ने पहले बंगाल के टुकड़े किए, फिर उन्होंने भारत के टुकड़े कर दिए. तत्पश्चात आखिर 15 अगस्त 1947 के दिन भारत को आजादी और पहली बार दिल्ली के लाल किले पर यूनियन जैक की जगह तिरंगा झंडा फहराया गया था.

Short Speech Independence Day Essay In Hindi 200 Words Part- 2

15 अगस्त हमारा राष्ट्रीय पर्व हैं, हर साल इसे हम बड़े धूम धाम के साथ मनाते हैं. सभी छोटे बड़े विद्यालयों  महाविद्यालयों में छात्र इस ऐतिहासिक उत्सव को बड़े उल्लास एवं उत्साह के साथ आयोजित करते हैं.

हमारे विद्यालय में भी विगत वर्षों की तरह इस साल भी स्वतंत्रता दिवस  हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा हैं. स्कूल के सभी छात्र छात्राएं पूर्व निर्धारित समय के अनुसार विद्यालय प्रांगण में एकत्रित हुए, सभी अध्यापक भी इस अवसर पर उपस्थित रहे.

कार्यक्रम अपनी रुपरेखा के अनुसार आगे बढ़ा, हमारे प्रधानाचार्य जी मंच का संचालन कर रहे थे. उन्होंने छात्रों को प्रभात फेरी में चलने का संकेत किया.

छात्र तीन तीन की लाइन में सड़क पर चल रहे थे. पकती में आगे वाले छात्र के हाथ में तिरंगा था, वे सभी देशभक्ति गीत तथा भारत माता की जय, वन्दे मातरम के नारे बुलंद कर रहे थे.

प्रभात फेरी के बाद छात्रों की टोली विद्यालय प्रांगण में पहुची, मुख्य अतिथि महोदय द्वारा ध्वजारोहण के पश्चात सभी छात्रों ने तिरंगे की सलामी दी.

अब बारी थी 15 अगस्त के सांस्कृतिक कार्यक्रम की, कार्यक्रम में बच्चों ने देशभक्ति भाषण, देशभक्ति कविताएँ, और शहीदों के लिए देशभक्ति गीतों के मार्मिक सुरों से प्रांगण में तालियों की गडगडाहट चलती रही, अंत  में मिष्ठान वितरण के साथ ही मेरे विद्यालय का स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम समापन हुआ.

Essay On Independence Day In Hindi 200 Words independence day essay & Speech- 3

राष्ट्रीय स्तर पर 15 अगस्त पर्व का मुख्य आयोजन दिल्ली के लाल किले में हर वर्ष आयोजित किया जाता हैं. इस समारोह को देखने के लिए भारी संख्या में जनसमूह उमड़ आता हैं,

इस अवसर पर लाल किले का प्रांगण एवं सड़के खचाखच भर जाती हैं. यहाँ प्रधानमंत्री जी के आगमन के साथ ही कार्यक्रम का शुभारम्भ हो जाता हैं.

सेना के तीनों अंगों जल, थल और वायु सेना की टुकडियां और एनसीसी के केडिट सलामी देकर प्रधानमंत्री का अभिनन्दन स्वीकार करते हैं.

साथ ही देश के प्रधानमन्त्री लाल किले के सम्मानीय मंच पर जाकर समस्त देशवासियों का अभिनन्दन व स्वागत करते हैं तथा राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे को फहराने के साथ ही कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत हो जाती हैं. ध्वजारोहण के समय सेना की 21 तोपों द्वारा तिरंगे झंडे को सलामी दी जाती हैं.

इसके बाद इसी मंच से प्रधानमंत्री राष्ट्र के नाम संबोधन देते हैं, जिसमें सरकार के अहम कार्यों को जनता के सामने लाया जाता है व पड़ोसी देशों को भी इस देश प्रधान्मन्त्री द्वारा संदेश दिया जाता हैं.

इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण सभी न्यूज चैनल्स पर लाइव दिखाया जाता हैं. प्रधानमंत्री के भाषण की समाप्ति पर उनके द्वारा तीन बार जय हिन्द का नारा उद्घोष किया जाता हैं, वहां उपस्थित लाखों लोग देश के नायक की राग में राग मिलाते हैं.

आजादी दिवस के इस अवसर पर देश के सभी निजी एवं सरकारी स्कूलों कॉलेजों एवं दफ्तरों में शान से तिरंगा फहराकर राष्ट्र गान गाया जाता हैं. अलग अलग प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता हैं.

समारोह के अंत में प्रतिभाशाली बालकों एवं कार्यक्रम में शिरकत करने वाले बच्चों को पुरूस्कार देकर सम्मानित किया जाता हैं. तथा मिष्ठान वितरण के साथ इस आयोजन का समापन होता हैं.

आज का दिन मंगल पांडे, सुभाषचंद्र चंद्र बोस, भगतसिंह, रामप्रसाद बिस्मिल, रानी लक्ष्मीबाई, महात्मा गांधी, अशफाक उल्ला खां, चन्द्र शेखर आजाद, सुखदेव, राजगुरु जैसे अनगिनत उन वीर सपूतों को याद करने का अवसर हैं.

जिन्होंने देश को गुलामी की बेड़ियों से मुक्त करने के लिए अपनी जान दांव पर लगा दी थी. प्रत्येक नागरिक को इस दिन अपने वीर अमर सपूतों की कुर्बानी का स्मरण करना चाहिए.

Swatantrata Diwas 15 august shayari in hindi 2024

न हिन्दू बन के देखू ना मुस्लिम बन के सपूतों की इस लड़ाई में बस मेरी भारत माँ को देखू.

15 august shayari In Hindi

संस्कार और संस्क्रति की सान मिले ऐसे, हिंदू-मुसलमान और हिंदुस्तान मिले ऐसे सब मिलजुल के रहे ऐसे की मंदिर में अल्लहा और मसिज्द में प्रभुराम मीले जेसे.

15 august shayari hindi

गुजराती की तरह कार्य करें; एक राजस्थानी की तरह खाओ; बीगी ~ एनगल की तरह गाओ; पंजाबी की तरह नृत्य; कश्मीरी की तरह मुस्कान; गोवा की तरह जीवन जीना; और हमेशा एक भारतीय होने का मज़ा लेते हैं! स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं

hindi shayari on independence day

कुछ नशा तिरंगे के आन का, कुछ नशा मातृभूमि की शान का, हर जगह लहराए ये तिरन्गा, नसा ये हिन्दुस्थान की शान का हैं ||

Swatantrata Diwas 15 august Kavita in hindi

independence day poem in hindi

अगर आजादी को बचाना चाहते हो, तो देश के लिए लहू बहाना होगा जो देश की खातिर जीते-मरते हैं, उनके आगे अपना शीश झुकाना होगा जो चाहते हो, जय हिन्द का नारा बुलंद रहे, तो तुम्हें सुभाष बन जाना होगा अगर अकबर को उसकी औकात दिखानी है, तो खुद को प्रताप बनाना होगा……………… मुगलों से लोहा लेना है, तो शिवाजी बनकर आना होगा गौरी को मौत की नींद सुलानी है, तो पृथ्वीराज सा बाण चलाना होगा अगर अंग्रेजों के छक्के छुड़ाने हो, तो लक्ष्मीबाई बन जाना होगा……… कभी मंगल, कभी भगत, तो कभी आजाद बनकर धरती में आना होगा…………

जाति धर्म देखे बिना, देशद्रोहियों को अपने हाथों से मिटाना होगा नई पीढ़ी को अभिमन्यु सा, गर्भ में देशभक्ति का पाठ पढ़ाना होगा तुम्हें व्यक्तिवाद छोड़कर राष्ट्रवाद अपनाना होगा………… हर व्यक्ति में भारतीय होने का स्वाभिमान जगाना होगा……… लोकतंत्र को स्त्तालोलुपों से मुक्त कराना होगा देशभक्ति को भारत का सबसे बड़ा धर्म बनाना होगा वीरता की परम्परा को आगे बढ़ाना होगा…………… हर भारतीय को देश के लिए जीना सिखाना होगा……

poem on independence day

आज फिर 15 अगस्त हैं. आजादी के 75 साल बाद भी. स्वराज प्राप्ति के बाद भी अर्थव्यवस्था सुस्त पड़ी हैं, देशभर में सभी जगह तिरंगा फहराया जाएगा.

.भारत माता की जय का नारा उद्घोष किया जाएगा|| राष्ट्रगान गाया जाएगा, इस तरह एक और 15 अगस्त मनाया जाएगा, देश के नेता मदमस्त हैं. भ्रष्टाचारीयों ने देश को कर, अस्त-व्यस्त हैं. देश के युवा आज पथ भ्रष्ट हैं. भोग रहे बेरोजगारी का सर्वव्यापी कष्ट हैं. और अपना जीवन कर रहे हैं नष्ट देश के युवाओं में आए जाग्रति इसी में व्याप्त हैं, देश की उन्नति बेरोजगारी भ्रष्टाचार के संग हो जाए सती इन नेताओं की भी कभी सुधर जाए मती अव्यवस्था और अन्याय की हो रही अति आर्थिक विकास की रुक रही गति जिसे अब अवश्य मिलनी चाहिए एक नई गति एक नई गति एक नई गति

15 august 2024 independence day speech in hindi

सभी पाठकों को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं. क्यों हमे याद आता देश अथवा हमारे शहीद जब 15 अगस्त अथवा 26 जनवरी हो.

क्या जरुरी हैं तभी हमारी देशभक्ति जगे. या फिर यु कहे इसे ही कहा जाता हैं. देशभक्ति कि राष्ट्रिय पर्व पर एक दो शायरी sms इधर-उधर कर दो हो गया इति श्री ?

जी नही ऐसा तो नही हैं. जब भक्ति मातृभूमि भूमि से हो और प्यार देश से वही कहलाती हैं देशभक्ति. कौन हैं सच्चा देशभक्त यह हमारा विषय नही हैं. मगर कौन देशद्रोही हैं इसकी पहचान करना बेहद कठिन हैं,

इस राष्ट्रभक्ति के मुखोटे में तो सभी समाएँ हैं. बस इनकी पहचान कर सात दिन में 1 घंटा भी अपने देश को देने का सकल्प हर सपूत ले तो क्या भ्रष्टाचार क्या आतंकवाद ?

15 अगस्त हमारे इतिहास का एक ऐतिहासिक और यादगार दिन हैं. हमने आपके लिए स्वतंत्रता दिवस 2024 के लिए हिंदी शायरी, कविता, निबंध और भाषण उपलब्ध करवा रहे हैं.

हर किसी में देश के प्रति अगाध प्रेम होता हैं, 15 अगस्त और ऐसे राष्ट्रिय पर्वो पर यह देशप्रेम कई गुना बढ़कर हिलोरे मारने लगता हैं, इसे बया करना उतना आसान नही होता हैं.

आज के इस लेख में हम आपकी पूरी मदद करने की कोशिश कर रहे हैं. स्वतन्त्रता दिवस के इस अवसर पर आप भी अपनी बात कुछ बेहतर तरीके से रख पाए.

स्वतंत्रता दिवस भाषण 2024

मेरे प्यारे गुरुजनों भाई और बहिनों सबसे पहले तो आपकों 76 वे स्वतंत्रता की बहुत बहुत बधाई. जैसा कि हम सभी जानते हैं 15 अगस्त और 26 जनवरी हमारे राष्ट्रिय त्यौहार हैं. जिन्हें हम हर वर्ष बड़े हर्षोल्लास के साथ पिछले 77 वर्षो से मनाते आ रहे है.

यदि आज हम स्वतंत्र हैं तो इनका श्रेय हमारे उन लाखों भारत माँ के शहीद सपूतों को जाता हैं.जिनके मातृभूमि प्रेम और साहस की वजह से हैं.

हमारा कर्तव्य बनता है कि हम अपने वीर शहीदों द्वारा दी गईं स्वतंत्रता का सही उपयोग करते हुए, भारत को नये मुकाम तक ले जाए. जैसा उन सपूतों ने भारत का सपना देखा था. हम उसे पूरा कर दिखाएँ.

हमें यह कहते उतना अहसास नही होता कि भारत 1947 से पहले तक 200 वर्षो तक अंग्रेजो का गुलाम रहा था. गुलामी क्या होती हैं इन्हे हम नही समझ सकते क्युकि हम आजाद भारत में जन्मे. हमने वो कुछ भी नही भुगता जो हमारे पुरखों ने कई पीढियों तक भोगा था.

यदि राह चलते हमे यह कह दे कि कल यहाँ से मत निकालना तो हमे कितना उस इंसान पर गुस्सा आता हैं, उससे घ्रणा होती हैं. तेरे बाप का राज हैं क्या, या तू बताएगा मुझे कहना चलना हैं.

ऐसे शब्द स्वत: ही निकल जाते हैं. इसी वजह हमारी आजादी हैं. जो लम्बे सघर्ष के बाद 15 अगस्त 1947 को मिली थी.

Swatantrata Divas Hindi bhashan

मगर उस समय हम वो सब कुछ नही कर पाते थे, जो हम करना चाहते थे हमारा जी चाहता था. क्युकि ऐसा करने से रोकने वालों के बाप का राज था. जी हुजुर या चुपके से ही अंग्रेजो की इच्छा के खिलाफ के कार्य को किया जा सकता था.

मगर इस वीर भूमि पर ऐसे भी सपूत जन्मे जिनमे सुभाषचन्द्र बोस, भगतसिंह, चन्द्रशेखर आजाद, लाला लाजपत राय, महात्मा गाँधी जैसे नेताओं ने गोरों के जेहन में वो खोफ भर दिया. जिस कारण भारत में लम्बे समय तक शासन चलाना उनके वश की बात नही रही.

ऐसा तभी संभव हो पाया, जब इन बहादुरों ने गोलियों का जवाब गोलियों और गोले का जवाब गोले से दिया. इन राष्ट्रभक्तो ने भारत की स्वतंत्रता के लिए अपनी पूरी जिन्दगी खफा दी,

और हसते-हसते मौत का फंदा गले में डाल दिया था. क्युकि उन्हें इस भारत भूमि से प्रेम था, अपनी आने वाली नस्लों को आजादी के सूर्य की खातिर अपने बलिदान देने से नही झिझके थे.

कम से कम आज स्वतंत्रता दिवस पर ही सही हमे विरासत में मिली खून से सनी इस आजादी का उपयोग हमने कितना किया, अपने शहीदों के सपने के भारत बना पाए कि नही. इनके सवाल और जवाब किसी से अपरिचित नही हैं. आज भी हम कई ऐसी कठिनाइयो से गुजर रहे हैं.

जो समय भी थी. ठीक हैं हम सभी समस्याओं का निदान नही कर पाए, जिनमे धीरे सुधार कर रहे हैं. मगर उन शहीदों को भ्रष्टाचार,आतंकवाद,और देशद्रोही जैसे सवालों के जवाब क्या देगे. यह समस्याएं से हमने ही पैदा कर हमारे भारत को और मुश्किल में डालने का काम किया हैं.

speech on 15 august in hindi

यदि इन सबके पीछे सौ बात की एक बात जाने तो वह यह हैं कि हम कर्तव्यहिन् हैं, आलसी हैं. बेवकूफ हैं. अंग्रेज हम पर ज्यादा वर्षो तक इसलिए गुलाम रख सके क्युकि उन्होंने हिन्दुओ और मुसलमानों को आपस में लड़ाए रखा. और उनकी दूकान चलती रही.

अंग्रेज तो चले गये मगर अपनी कुछ संतानों यहाँ छोड़ गये जो कभी राजनीती तो कभी फिल्म जगत में साफ़ दिखती हैं. उस समय लाखों की तादाद में अंग्रेज थे. आज करोड़ो की संख्या में हो सकते हैं. जो हमे आपस में बाटे रखकर अपने काम में व्यस्त हैं.

हम इंसान को अभी तक उनकी बाहरी छवि को पहचानने लगे हैं जल्दी ही हमे मन के मैले राष्ट्र विरोधियो को उनके सही स्थान पर पहुचाने की आवश्यकता हैं.

आज हम स्वतंत्रता दिवस पर यह प्रण करे गाँधी और बुद्ध की इस पावन धरा पर जहर बेचने वालों को उन्ही के अंदाज में जवाब दे, क्युकि अभी नही तो कभी नही, हो सकता हैं

इस बार अंग्रेजो या किसी और को दूर देश से यहाँ आकर राज करने की नौबत ना आए. इनकी तादाद को नियंत्रित कर उन्हें सम्पूर्ण नष्ट किया जाना ही भारत के बेहतर भविष्य का एकमात्र रास्ता हो सकता हैं.

Essay On Independence Day For School Children 15 August Kids Essay Hindi 2024

Essay On Independence Day For School Children 15 August Kids Essay Hindi 202 4 Here  Short Small school-going children & kids Desire To Know About Indian Independence Day, By Reading This Simple Essay On Independence Day 2024 For School Children.

15 August Kids Essay Tell You About The Importance, History Of Indian Freedom Struggle.

This Essay On Independence Day Mostly Can Be Used For Class 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, School Children Students For Essay Or Speech On Indian 78th Independence Day Celebration 202 4.

Independence Day of India is celebrated on the 15th of August every year. It was on this day India got its Independence from the British, who ruled our country for 200 years, in the year 1947, after many struggles and sacrifices made by our freedom fighters.

It was on this day, Pt. Jawaharlal Nehru, the first Prime minister of India unfurled our national flag at the Red Fort for the first time.

This day is celebrated to remind ourselves of all the sacrifices made by all the people who fought for freedom and to celebrate the victory of independence.

Independence Day Essay For School Children In Hindi

अन्तोगत्वा भारत अपना 78 वाँ आजादी दिवस मना रहा हैं. इस अवसर पर समस्त देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनायें देते हैं.

स्कूल चिल्ड्रन के लिए इंडिपेंडेंस डे के प्रति अलग ही कौतूहल होता हैं. उन्हें इस दिन भारतीय स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर स्कूल सेलिब्रेशन कार्यक्रम में स्पीच, एस्से पॉएम, देशभक्ति शेरो शायरी गीत नाटक आदि प्रस्तुत करने का अवसर भी मिलता हैं.

5 lines on independence day & essay on independence day for class 2 में दी गई जानकारी आपकों पसंद आई होगी, 15 अगस्त के दिन के निबंध भाषण की तैयारी के लिए निबंध की खोज में लग जाते हैं.

छोटा बड़ा हिंदी, अंग्रेजी, मराठी, गुजराती, बंगाली, तमिल, पंजाबी, उड़िया, तमिल, तेलगू, मलयालम आदि भाषाओं में भारतीय स्वतंत्रता दिवस का निबंध दिया गया हैं.

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध 2024 Essay on Independence Day In Hindi

Independence Day   Essay In Hindi 2024 : 15 अगस्त सन 1947 का दिन भारतीय इतिहास में महत्वपूर्ण स्थान रखता है. यह वह दिवस है जिस दिन हमे अंग्रेजो से आजादी मिली थी जिससे पुरे देश में हर्ष की लहर दौड़ पड़ी थी.

तथा इसी दिन दिल्ली का लाल किला तिरंगे से सुशोभित हुआ था. इसके साथ ही भारत से विदेशी सता का खात्मा हुआ. इसी समय भारतीय जनता ने अपनी सरकार स्थापित की.

स्वतंत्रता दिवस मनाने का कारण-  15 अगस्त का दिन वर्ष 1947 के पश्चात प्रतिवर्ष हमारे स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाया जाता है. इस दिन को मनाने का मुख्य कारण देश की आजादी की खातिर शहीद हुए तमाम लोगों को श्रद्दांजलि अर्पित करना.

तथा कड़े सघर्ष से प्राप्त बहुमूल्य आजादी को निरंतर बनाए रखना. हर साल स्वतंत्रता दिवस का दिन एक महत्वपूर्ण राष्ट्रिय दिवस के रूप में पुरे देश में मनाया जाता है.

विभिन्न कार्यक्रम-  स्वतंत्रता दिवस का कार्यक्रम हर साल सरकार व् पुरे देश की जनता द्वारा बड़े धूमधाम तरीके से मनाया जाता है. देश के हर कोने में इस पर्व को मनाया जाता है.

स्कुलो तथा कोलेजो में प्रातकाल से ही विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किये जाते है. गाँवों तथा शहरों में प्रभात फेरिया व देशभक्ति गीत गाए जाते है. देश व् विभिन्न राज्यों के राजधानी शहर में यह दिवस ध्वरोहण के साथ हर्षोल्लास से मनाया जाता है.

इस दिन राष्ट्रिय कार्यक्रम में प्रधानमन्त्री व् राज्य स्तरीय समारोह में मुख्यमन्त्रियो द्वारा ध्वजारोहण किया जाता है. स्वतंत्रता दिवस पर हमारे राष्ट्रिय ध्वज के सम्मान में 21 तोपों की सलामी देकर गोले दागे जाते है.

लाल किले की प्राचीर से प्रधानमन्त्री महोदय झंडा फहराकर विशाल जन समूह को संबोधित करते है. दिल्ली के राजपथ में आयोजित इस स्वतंत्रता दिवस का सीधा प्रसारण आकाशवाणी तथा कई अन्य टीवी चैनल्स पर किया जाता है.

इस दिन देश के सभी सरकारी और निजी कार्यालयों में ध्वजारोहण के साथ राष्ट्रगान गाया जाता है. रात के समय सभी शहरों और कस्बो को रौशनी से जगमगा दिया जाता है. सभी देशवासी प्रसन्नता व् हर्ष से स्वतंत्रता दिवस के इस राष्ट्रिय उत्सव को बड़े धूमधाम से मनाते है.

उपसहार- भारत के इतिहास में स्वतंत्रता दिवस (15 अगस्त ) का दिन हमेशा अमर रहेगा. हर साल यह दिन देशवासियों में नया जोश और जूनून लेकर आता है.

वास्तव में यह दिन हमारे देश का महत्वपूर्ण राष्ट्रिय पर्व है. हमे हर साल इसे अत्यधिक जोश और उत्साह के साथ मनाना चाहिए.

essay on independence day 2024 in hindi for class 5

प्रस्तावना- अपनी स्वतंत्रता पर गर्व करना किसी भी देश के लिए गौरव की बात हैं. स्वतंत्रता प्राप्ति करने में लाखों वीर बलिदान हो जाते हैं.

शहीदों की स्मृति को बचाए रखने तथा स्वतंत्रता पर गर्व करने के लिए स्वतंत्रता दिवस समारोह हमारे देश में प्रतिवर्ष 15 अगस्त को मनाया जाता हैं.

15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस मनाने का कारण – हमारा देश सदियों की परतन्त्रता के बाद 15 अगस्त 1947 को आजाद हुआ. इस शुभ दिन के लिए न जाने कितने वीरों ने अपनी जान न्यौछावर कर दी.

इस दिन लाल किले पर हमारा राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा मुक्त आकाश में फहर उठा. सभी भारतवासियों ने इसी दिन गुलामी की जंजीरों से मुक्ति पाई. इस दिन बलिदानियों को श्रद्धा के साथ याद किया जाता हैं.

विभिन्न कार्यक्रम – स्वतंत्रता दिवस हमारा राष्ट्रीय पर्व हैं. इस पावन पर्व को सरकार एवं जनता दोनों धूमधाम से मनाते हैं. दिल्ली के लाल किले पर प्रधानमंत्री राष्ट्रध्वज फहराते हैं. तथा सैनिक राष्ट्रध्वज को सलामी देते हैं.

सरकारी कार्यालयों विद्यालयों तथा महत्वपूर्ण संस्थाओं में राष्ट्रध्वज फहराएं जाते हैं. तथा विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता हैं. संसद भवन, विधानसभाओं एव विभिन्न सरकारी भवनों पर रंग बिरंगी रोशनी की जाती हैं.

पूरे दिन राष्ट्रभक्ति एवं देशप्रेम के गीत गूंजते हैं. आकाशवाणी एवं दूरदर्शन राष्ट्रभक्ति के विभिन्न कार्यक्रम प्रस्तुत करते हैं. देश के सभी नगरों में तथा गाँव गाँव में स्वतंत्रता दिवस समारोह धूमधाम से मनाया जाता हैं.

उपसंहार – हमें स्वतंत्रता दिवस समारोह मनाने की औपचारिकता ही पूरी नही करनी हैं. बल्कि हमे यह संकल्प लेना होगा कि देश की स्वतंत्रता की रक्षा के लिए प्राण भी देकर स्वतंत्रता दिवस समारोह के आयोजनों का लक्ष्य पूरा हो सकेगा.

Essay On Independence Day In Hindi 150 Words Short 15 August 2024 Essay For Students

आपका स्वागत हैं 78 वें भारतीय स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर आपकों हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं देते हैं.

आज ही के दिन 15 अगस्त 1947 के दिन भारतवर्ष ने गुलामी पीड़ा का समापन किया था. इस कारण हर वर्ष हम इस दिन को स्वतंत्रता दिवस निमित्त मनाते हैं.

हम अपने सभी पाठकों को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक बधाई देते हैं. प्रत्येक नागरिक इस तथ्य से सुपरिचित हैं कि आज ही के दिन हमारा देश अंग्रेजों की पराधीनता से मुक्त हुआ था इस कारण हम स्वतंत्रता दिवस मनाते हैं.

खासकर छोटी स्कूल के बच्चें हमारे आजादी दिवस के महत्व को समझ सके इसके लिए संक्षिप्त में हमने 15 अगस्त 2024 पर निबंध, भाषण यहाँ प्रस्तुत किया हैं. हम उम्मीद करते हैं आपकों यह बहुत पसंद आएगा.

Best 2024 Independence Day Essay In 150 Words In Hindi

आजादी के इस जश्न दिवस को देशभर में बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता हैं. विद्यालयों में स्वतंत्रता दिवस पर भाषण, देशभक्ति गीत और 15 अगस्त निबंध लेखन प्रतियोगिताओं के साथ साथ शहीदों की याद में उनकें कार्यों को याद भी किया जाता हैं. 

Essay On Independence Day In Hindi 150 Words उन विद्यार्थियों व बच्चों के लिए हैं, जो इस अवसर अपनी अपनी बात संक्षिप्त रूप से कहना चाहते हैं.

यहाँ नीचे दिए जा रहे  essay on independence day in hindi for class 6 को आप अपनी भाषा में बोलकर या लिखकर याद कर सकते हैं.

प्यारे विद्यार्थियों आप सभी को भारत के 78 वें स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं. आज ही के दिन यानि 15 अगस्त 1947 को हमारा भारत देश अंग्रेजों की गुलामी से मुक्त हुआ था.

इसी दिन को यादगार बनाने के लिए हम प्रतिवर्ष 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाते हैं.

Short Essay On Independence Day In Hindi 150 Words To 200 words

देश के महान क्रांतिकारियों और स्वतंत्रता सैनानियों के अथक प्रयासों एवं बलिदान की बदौलत 15 अगस्त 1947 को भारत देश स्वतंत्र हो गया था.

यहाँ से एक नयें राष्ट्र निर्माण की शुरुआत थी. आजादी का पहला सवेरा देखने वाली भारतीय जनता स्वतंत्रता, स्वशासन एवं समर्द्ध जीवन के सपने देखने लगी थी.

भारत विभाजन के साथ ही पृथक हुए पाकिस्तान का आजादी दिवस 14 अगस्त को एवं भारत ने अपना पहला स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त 1947 के दिन मनाया गया था.

यह स्वतंत्रता दिवस मनाने के पीछे का उद्देश्य अपने वतन की आजादी की खातिर जान देने वाले हजारों देशभक्तों को स्मरण करने का एक अवसर हैं, जिन्होंने अपनी मातृभूमि की खातिर अपना सर्वस्व त्याग कर रणभेदी में कूद पड़े थे.

भारत में अंग्रेजी सत्ता की शुरुआत प्लासी के युद्ध 1757 से ही हो गई थी, अगले 190 सालों तक भारत का आर्थिक, सामाजिक, धार्मिक, सांस्कृतिक सभी तरह से शोषण करने का कार्य किया. 1857 में मेरठ से शुरू हुई, भारत के पहले स्वतंत्रता संग्राम के रूप में याद की जाती हैं, जों 15 अगस्त 1947 को फलीभूत हुई थी.

अपने आखिरी 50 वर्षों में अंग्रेजों के जुल्म की इंतहा थी, जनता की इच्छा के विरुद्ध बंगाल विभाजन, क्रांतिकारियों को मौत के घाट उतारना, भारत के नेताओं को जेल में डालना, जलियांवाला बाग़ हत्याकांड जैसे अत्याचार ढहाए,

अततः 15 अगस्त 1947 को चहुतरफ दवाब की स्थति में अंग्रेज सरकार भारत छोड़ने पर विवश हुई, पंडित नेहरु भारत के पहले प्रधानमंत्री बने तथा उन्होंने लाल किले की प्राचीर से तिरंगा फहराकर भारत का पहला स्वतंत्रता दिवस मनाया.

15 August Essay In Hindi Wikipedia

भारत का मुख्य स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम राजधानी दिल्ली में हर वर्ष आयोजित किया जाता हैं. 14 अगस्त की संध्या पर राष्ट्रपति महोदय द्वारा समस्त देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं प्रेषित की जाती हैं.

अगली सुबह 8 बजे से लाल किले पर भव्य स्वतंत्रता दिवस समारोह का आयोजन होता हैं, जिसमें देश की तीनों सेनाओं सहित, लाखों दर्शक इस महान उत्सव के साक्षी बनते हैं.

देश के सभी बड़े नेताओं द्वारा मंच के आगमन से पूर्व राजघाट में महात्मा गांधी व शहीद स्मारक पर शहीदों को श्रदांजली अर्पित की जाती हैं.

प्रधानमंत्री के मंच पर आगमन के साथ ही सुरक्षा बलों द्वारा उन्हें सलामी दी जाती हैं, तत्पश्चात वे भारतीय जनता को धन्यवाद ज्ञापित करते हैं.

राष्ट्रगान के साथ ध्वजारोहण किया जाता हैं. सैन्य बलों द्वारा तिरंगे को 21 तोपों की सलामी देने की प्राचीन परम्परा हैं.

इन समस्त क्रियाकलाप के बाद सांस्कृतिक कार्यक्रमों एवं राज्यों की संस्कृति की झांकियों का अध्याय शुरू होता हैं. कार्यक्रम के अंत में प्रधानमन्त्री देश के नाम संबोधन देते हैं, जिन्हें लाल किले की प्राचीर से भाषण माना जाता हैं.

15 अगस्त के अवसर पर राष्ट्रीय कार्यक्रम की भांति देश के कोने कोने में बसे सभी राज्यों के जिले, ब्लाक तथा गाँवों के सरकारी कार्यालयों व विद्यालयों में स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम का आयोजन बड़ी धूम धाम से किया जाता हैं.

बड़ी संख्या में आम जनता इन कार्यक्रमों में शामिल होती हैं. हर सरकारी इमारत पर तिरंगा और देशभक्ति गीत भाषण से आसमान गुंजायमान हो उठता हैं.

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध Essay On Independence Day In Hindi And English Language 2024

India won freedom on August 15, 1947. since then we have been celebrating the independence day every year.

it is a very important day. it is a national festival. the rich and the poor celebrate it alike. in Delhi, a grand function is held at the red fort.

the function begins at 7:30 a.m. lakhs of people gather there. they are in their best dresses. they come from far and near. many foreigners attend the function. numberless cars and scooters drive to that place.

the prime minister unfurls the national flag at 7:30 a.m. it is followed by a speech. the speech can be heard even from the radio. crores of people hear it all over India. many people watch the celebrations on the T.V.

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध (Essay On Independence Day In Hindi)

भारत को 15 अगस्त, 1947 के दिन स्वतंत्रता मिली थी। तब से हम हर साल १५ अगस्त के दिन ही स्वतंत्रता दिवस मनातें रहे हैं।

यह बहुत महत्वपूर्ण दिन है। हमारा स्वतंत्रता दिवस एक राष्ट्रीय त्यौहार है। अमीर और गरीब इसे समान रूप से मनाते हैं। दिल्ली में, लाल किले में एक भव्य समारोह आयोजित किया जाता है।

इस साल स्वतन्त्रता दिवस समारोह 7:30 बजे से शुरू हुआ, लाखों लोग वहां इकट्ठे हुए। सभी बेहद सुंदर व आकर्षक कपड़ों में थे। जिनमें से कुछ लोग देश के कोने कोने से तथा कुछ वही के निवासी थे।

कई विदेशी यात्री भी इस 15 अगस्त के समारोह में भाग लेने आए। उस जगह पर अनगिनत कारें और स्कूटर ड्राइव की गईं थी।

भारत के प्रधानमंत्री ने 7:30 बजे राष्ट्रीय ध्वज फहराया, इसके बाद एक भाषण दिया जाता है। भाषण रेडियो से भी सुना जा सकता है। करोड़ों लोग इसे पूरे भारत में सुनते हैं। कई लोग टीवी पर इस स्वतन्त्रता दिवस का लाइव उत्सव देखते हैं।

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध इन हिंदी (15 अगस्त)

15 अगस्त हमारा स्वतंत्रता दिवस है. यह हमारा राष्ट्रीय पर्व है. 15 अगस्त 1947 को हमारा देश सैकड़ों वर्षों की गुलामी से स्वतंत्र हुआ था.

उसी की स्मृति में हम प्रतिवर्ष इस पर्व को मनाते है. स्वतंत्रता दिवस के दिन हमारे देश के प्रधानमंत्री दिल्ली के लाल किले पर झंडा फहराते है.

और देश के नाम संदेश देते है. सभी सरकारी भवनों व कार्यालयों पर तिरंगा झंडा फहराया जाता है. विद्यालयों में यह पर्व बहुत उत्साह और उमंग के साथ मनाया जाता है. इस दिन किसी विशिष्ट व्यक्ति को विद्यालय में आमंत्रित किया जाता हैं.

मुख्य अतिथि महोदय झंडा फहराते है और अपना संदेश देते है. इस दिन कई सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किये जाते है. स्वतंत्रता दिवस पर बच्चों को फल व मिठाइयाँ बांटी जाती है. यह पर्व हमें स्वतंत्रता के महत्व को दर्शाता है.

हमें अपने देश की स्वतंत्रता की रक्षा का संकल्प दुहराते है. स्वतंत्रता की रक्षा के लिए हम अपने प्राणों को भी न्यौछावर कर सकते है. हमें अपनी स्वतंत्रता पर गर्व हैं.

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Essay on Independence Day: छात्रों के लिए स्वतंत्रता दिवस पर निबंध

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  • Updated on  
  • अगस्त 10, 2024

Essay on Independence Day in Hindi

Essay on Independence Day in Hindi: भारत को 15 अगस्त, 1947 को स्वतंत्रता मिली, लेकिन आजादी की एक लंबी और कठिन यात्रा के दौरान कई लोगों ने अपनी जान गंवाई, कई दशक जेल में बिताए और अंग्रेजों द्वारा मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना सही। इस देश की आजादी में कई लोगों का बलिदान शामिल है, जिन्हें हम हमेशा याद करते रहेंगे। कई बार आजादी के विषयों को लेकर परीक्षाओं में निबंध लिखने के लिए कहा जाता है और इंटरव्यू में भी देश की स्वतंत्रता से संबंधित सवाल पूछे जाते हैं, इसलिए इस ब्लाॅग में हम देश के 78वें स्वतंत्रता दिवस पर Essay on Independence Day in Hindi के बारे में विस्तार से जानेंगे। इस ब्लॉग में आपको 100, 200 और 500 शब्दों में Essay on Independence Day in Hindi के कुछ सैम्पल्स दिए गए हैं।

This Blog Includes:

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध 100 शब्दों में  , स्वतंत्रता दिवस पर निबंध 200 शब्दों में , प्रस्तावना , किसको समर्पित है स्वतंत्रता दिवस, स्वतंत्रता के लिए हुए बहुत संघर्ष, उपसंहार , essay on independence day in hindi : आजादी में अहम भूमिका निभाने वाले भारतीय स्वतंत्रता सेनानी, स्वतंत्रता दिवस पर 10 लाइन्स , स्वतंत्रता दिवस कोट्स , स्वतंत्रता दिवस से जुड़े कुछ तथ्य .

100 शब्दों में Essay on Independence Day in Hindi कुछ इस प्रकार हैः

स्वतंत्रता दिवस, हर भारतीय के लिए गर्व का दिन है। यह दिन 15 अगस्त को पूरे देश में उत्साह के साथ मनाया जाता है। हम इसे विशेष रूप से मनाते हैं क्योंकि 1947 में इस दिन भारत ने अंग्रेजी शासन से आजादी प्राप्त की थी। स्वतंत्रता दिवस हमें हमारे देश के वीर शहीदों को याद करने और उनके समर्थन में एकजुट होने का मौका देता है। हमें यह दिवस भारतीय संस्कृति, संविधान और स्वतंत्रता के महत्व को समझने का भी अवसर प्रदान करता है। हमें समर्पण और देशभक्ति के साथ आगे बढ़ने का प्रेरणा मिलता है ताकि हम देश को और समृद्ध और समर्थ बना सकें।

200 शब्दों में Swatantrata Diwas Par Nibandh इस प्रकार लिख सकते हैंः

स्वतंत्रता दिवस प्रतिवर्ष 15 अगस्त को भारत में खुशियों और उत्साह के साथ मनाया जाता है। यह दिन भारत के इतिहास में एक महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि 1947 में इस दिन देश ने अंग्रेजी शासन से आजादी हासिल की थी। स्वतंत्रता दिवस हमें याद दिलाता है कि हमारे पूर्वजों ने कैसे शक्ति, संघर्ष और संकल्प से स्वतंत्रता के लिए लड़ाई लड़ी थी। 

यह दिन हमें देशभक्ति, साहस और समर्पण के महत्व को समझाता है। स्वतंत्रता के लिए लड़ने वाले वीर शहीदों की स्मृति में, हम उन्हें श्रद्धांजलि देते हैं और उनके बलिदान को सराहते हैं।

स्वतंत्रता दिवस हमारे लिए भारतीय संस्कृति, संविधान और एकता का प्रतीक है। यह दिन हमें स्वतंत्रता के महत्व को समझने का और अपने देश के प्रति अपनी जिम्मेदारी को समझने का अवसर देता है। इस दिन हमें देश के समृद्धि, समर्थता और समाज के सामर्थ्य के प्रति सकारात्मक सोचने का मौका मिलता है। हम इस अवसर पर देश के विकास में अपना योगदान देने का संकल्प लेते हैं और एक सशक्त, समृद्ध, और समरस्थ भारत का सपना देखते हैं। स्वतंत्रता दिवस के इस पवित्र अवसर पर, हमें एकजुट होकर देश के विकास में सहयोग करना चाहिए और स्वतंत्र भारत के सपने को हकीकत बनाने के लिए समर्थ होना चाहिए।

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध 500 शब्दों में   

500 शब्दों में Essay on Independence Day in Hindi इस प्रकार दिया गया हैः

स्वतंत्रता दिवस प्रतिवर्ष 15 अगस्त को भारत में उत्साह के साथ मनाया जाता है। यह दिवस हर भारतीय के लिए एक गर्व का दिन है और राष्ट्रीय एकता और स्वाधीनता के महत्व को समझाता है। 

इस दिन शहीदों की स्मृति में भारतीय जनता एकजुट होती है। इस दिन राष्ट्रीय ध्वज समारोह की व्यापक धारावाहिकाएं, राष्ट्रीय गीतों के गायन, स्कूलों, कॉलेजों और सार्वजनिक स्थलों पर भाषण, नाटक और कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। 1857 की पहली स्वतंत्रता संग्राम से लेकर भारतीय स्वतंत्रता आन्दोलन तक भारतीय जनता ने अनगिनत कठिनाइयों का सामना किया। महात्मा गांधी, भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद, सरदार वल्लभभाई पटेल, जवाहरलाल नेहरू, राजेन्द्र प्रसाद और अन्य स्वतंत्रता सेनानियों की कड़ी मेहनत, समर्पण और बलिदान ने इस अद्भुत उपलब्धि को संभव बनाया।

स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर देशभक्त और नेताओं के भाषणों द्वारा लोग भारतीय इतिहास और स्वतंत्रता संग्राम के महत्वपूर्ण घटनाओं को याद करते हैं। उन्होंने अपनी अपूर्व वीरता और संघर्ष भारतीय राष्ट्रीयता में गौरवपूर्वक रूप से साकार किया था।

इस दिन को भारतीय संस्कृति, संविधान और स्वतंत्रता के महत्व को समझाने के लिए भी समर्पित किया जाता है। भारतीय संस्कृति विश्व में अपनी विविधता, समृद्धि और महत्व के लिए जानी जाती है। इस दिन देशवासियों को स्वतंत्रता के मूल अधिकारों के प्रति जागरूक बनाने का भी प्रयास किया जाता है, जो हमें न्याय, स्वतंत्रता, और समानता के लिए लड़ने के लिए प्रेरित करता है।

स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर देशभक्ति और राष्ट्रीय भाव को बढ़ावा देने के लिए स्कूलों और कॉलेजों में विभिन्न प्रतियोगिताएं, सेमिनार, कविता पाठ, पेंटिंग और नाटक के आयोजन किए जाते हैं। इससे विद्यार्थियों के भारतीय इतिहास और संस्कृति के प्रति अधिक उत्साह एवं गर्व का अनुभव होता है।

स्वतंत्रता दिवस के इस अवसर पर, राष्ट्रीय ध्वज फहराने, समारोह आयोजित करने, समाजसेवा कार्यों को प्रोत्साहित करने और अधिकारिक रूप से सरकारी दफ्तरों और उद्योगों में राष्ट्रीय गान का गायन करने का भी प्रयास किया जाता है। इसके अलावा, स्वतंत्रता दिवस को जनजागरण, विशेष न्यूज़लेटर और मीडिया में विशेष रूप से भारतीय इतिहास, स्वतंत्रता संग्राम, और राष्ट्रीय विचारधारा पर लेख प्रकाशित करके देशवासियों को भारतीय राष्ट्रीयता की महत्ता समझाते हैं।

यह दिन एक महान अवसर है, जो हमें स्वतंत्र भारत के सपने को पूरा करने के लिए संबल देता है। स्वतंत्रता दिवस को गांधीजी ने ‘आज़ादी अमृत महोत्सव’ के रूप में घोषित किया था। इस अमृत महोत्सव में हमें अपने देश के इतिहास, संस्कृति और विरासत को समझने का एक अवसर मिलता है। इसमें हम देशभक्ति और सेवा की भावना से भरे हुए रहते हैं और देश के विकास के लिए प्रत्याशा से जीते हैं।

स्वतंत्रता दिवस पर हमें याद दिलाता है कि स्वतंत्रता की प्राप्ति के लिए हमारे पूर्वजों ने कितने बड़े संघर्ष किए थे। उन्होंने अपने जीवन और संपूर्ण उत्साह के साथ देश के लिए बलिदान किया था। हमें उन्हें याद करके उनके समर्थन में एकजुट होना चाहिए और उनके साहस को सराहना करना चाहिए। इस दिन को समारोह से भरपूर बनाने के लिए स्कूल, कॉलेज, सरकारी दफ्तर, समाजिक संगठन और विशेषज्ञ समितियों ने विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। इससे छात्र-छात्राएं और लोग राष्ट्रीय भाव से जुड़ते हैं और देशभक्ति के प्रति अपनी जागरूकता बढ़ाते हैं।

स्वतंत्रता दिवस के इस खास अवसर पर, हमें अपने देश के विकास के लिए सक्रिय योगदान देने के लिए प्रेरित करने वाले देश के वीर शहीदों को श्रद्धांजलि देनी चाहिए। हमें अपने देश के लिए निर्माण कार्यों में सहयोग करने का संकल्प लेना चाहिए, ताकि हम अपने वीर शहीदों के समर्थन में सच्ची श्रद्धा प्रदर्शित कर सकें।

स्वतंत्रता दिवस हमारे लिए एक महान समारोह है जो हमें देशभक्ति, समर्पण और समृद्धि के मार्ग पर अग्रसर रहने के लिए प्रेरित करता है। हम सभी को यह समझना चाहिए कि हमारे देश की समृद्धि, सुरक्षा और समाज का विकास हम सभी की जिम्मेदारी है।

भारत से अंग्रेजों को बाहर करने के संघर्ष में देश के हर कोने के लोगों ने भाग लिया। उनमें से कई क्रांतिकारियों ने भारत को अंग्रेजों के अत्याचारी शासन से मुक्त करने के लिए अपना जीवन बलिदान कर दिया। आइए जानते हैं कुछ महान हस्तियों के बारे में विस्तार से।

  • महात्मा गांधी
  • दादाभाई नौरोजी
  • तात्या टोपे
  • के. एम. मुंशी
  • जवाहरलाल नेहरू
  • अशफाकला खान
  • सरदार वल्लभभाई पटेल
  • लाला लाजपत राय
  • राम प्रसाद बिस्मिल
  • बाल गंगाधर तिलक
  • रानी लक्ष्मी बाई
  • बिपिन चंद्र पाल
  • चितरंजन दास
  • बेगम हजरत महल
  • लाल बहादुर शास्त्री
  • चंद्र शेखर आज़ाद
  • सी. राजगोपालाचारी
  • अब्दुल हाफिज मोहम्मद बाराकतुल्लाह
  • सुभाष चंद्र बोस
  • राजा राम मोहन रॉय
  • स्वतंत्रता दिवस प्रतिवर्ष 15 अगस्त को मनाया जाता है।
  • यह सबसे महत्वपूर्ण राष्ट्रीय त्योहारों में से एक है।
  • यह दिन औपनिवेशिक शासन से देश की आजादी का प्रतीक है।
  • इस वर्ष यानी 2024 में देश की आजादी की 78वीं वर्षगांठ है।
  • देश में स्वतंत्रता दिवस समारोह मुख्य रूप से लाल किले पर मनाया जाता है।
  • यह मुख्य रूप से स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान का सम्मान करने के लिए मनाया जाता है।
  • यह गौरव का दिन है, अखंडता भारतीयों के बीच एकता को दर्शाती है।
  • यह दिन झंडा फहराने, परेड और अन्य सांस्कृतिक गतिविधियों के साथ मनाया जाता है।
  • स्कूल, कॉलेज और अन्य संस्थान इस दिन को अलग-अलग तरीकों से मनाते हैं।
  • स्वतंत्रता दिवस प्रत्येक भारतीय की भावना और आत्मा को उत्साहित करता है।

स्वतंत्रता दिवस पर कुछ कोट्स नीचे प्रस्तुत हैं –

  • “गूंज रहा है दुनिया में हिंदुस्तान का नारा, चमक रहा है आसमान में तिरंगा हमारा।
  • “तिरंगा ही आन है, तिरंगा ही शान है, और तिरंगा ही हम हिंदुस्तानियों की पहचान है।
  • “जहाँ हर धर्म और हर मज़हब के लोगों को अपने-अपने हिसाब से जीने की आज़ादी है वही मेरा देश हिन्दुस्तान है।
  • “खुश नसीब है वो जिनका खून देश के काम आता है, हर किसी के हिस्से में ना ये मुकाम आता है।
  • “देश की आन से हमारी आन बढ़ती है, देश की शान से हमारी शान बढ़ती है। 
  • “तिरंगा सिर्फ आन या शान नहीं है, हम भारतीयों की जान है।
  • “नए पीढ़ी पर आज काम करेंगे तो कल आगाज आयेगा, तभी तो देश का हर एक बच्चा अपनी हुनर का इंकलाब लाऐगा।
  • “वतन पर फ़ना होने की इजाज़त ना कोई ले सकता है ना कोई दे सकता है, वतन का राब्ता तो रूह से होता है।
  • “मेरा “हिंदुस्तान” महान था, महान है और महान रहेगा। 
  • सर झुकते है देश के जवानों के शहादत में, जो कुर्बान हो गए देश की हिफाज़त में।

भारतीय स्वतंत्रता दिवस से जुड़े रोचक तथ्य इस प्रकार हैं, जिन्हें आपको जरूर जानना चाहिएः

  • आज़ादी के दौरान भारतीयों के पास कोई आधिकारिक राष्ट्रगान नहीं था। 1911 में रवीन्द्रनाथ टैगोर द्वारा रचित गीत भरोतो भाग्यो बिधाता का नाम बदलकर ‘जन गण मन’ कर दिया गया और 24 जनवरी 1950 को भारत की संविधान सभा द्वारा राष्ट्रगान के रूप में अपनाया गया।
  • लाल, पीले और हरे रंग की 3 क्षैतिज पट्टियों वाला भारतीय राष्ट्रीय ध्वज 7 अगस्त 1906 को पारसी बागान स्क्वायर, कोलकाता में फहराया गया था। हमारे वर्तमान राष्ट्रीय ध्वज का पहला संस्करण 1921 में पिंगली वेंकैया द्वारा डिजाइन किया गया था। 24-स्पोक अशोक चक्र के साथ केसरिया, सफेद और हरी धारियों वाला वर्तमान ध्वज आधिकारिक तौर पर 22 जुलाई 1947 को अपनाया गया था और 15 अगस्त 1947 को फहराया गया था।
  • बंकिम चंद्र चटर्जी द्वारा रचित राष्ट्रीय गीत ‘वंदे मातरम’ वास्तव में 1880 के दशक में लिखे गए उनके उपन्यास आनंदमठ का हिस्सा था। इस गीत को पहली बार 1896 में रवीन्द्रनाथ टैगोर ने गाया था। वंदे मातरम को 24 जनवरी 1950 को राष्ट्रीय गीत के रूप में अपनाया गया था।
  • रवीन्द्रनाथ टैगोर ने न सिर्फ भारतीय राष्ट्रगान लिखा बल्कि हमारे पड़ोसी देश बांग्लादेश ने भी राष्ट्रगान लिखा।
  • भारतीय मानक ब्यूरो के अनुसार, राष्ट्रीय ध्वज का निर्माण केवल हाथ से काते गए और हाथ से बुने गए सूती खादी के जूतों से किया जाता है।
  • भारतीय स्वतंत्रता अधिनियम को 18 जुलाई 1947 को मंजूरी दे दी गई थी, लॉर्ड माउंटबेटन ने भारत की स्वतंत्रता की तारीख के रूप में 15 अगस्त को चुना क्योंकि यह 15 अगस्त 1945 को द्वितीय विश्व युद्ध के बाद मित्र देशों की सेना के सामने जापान के आत्मसमर्पण की तारीख से मेल खाती है।
  • संविधान के अनुसार भारत की कोई राष्ट्रीय भाषा नहीं है, हिंदी और अंग्रेजी दोनों को भारत की ऑफिशियल लैंग्वेज माना जाता है।
  • भारतीय तिरंगे को स्वतंत्रता सेनानी और महात्मा गांधी के अनुयायी पिंगली वेंकैया ने डिजाइन किया था।
  • भारत के अलावा 5 अन्य देश 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस मनाते हैं। इनमें उत्तर कोरिया, दक्षिण कोरिया, कांगो गणराज्य, बहरीन और लिकटेंस्टीन शामिल हैं।
  • कर्नाटक के धारवाड़ में स्थित कर्नाटक खादी ग्रामोद्योग संयुक्त संघ (केकेजीएसएस) के पास भारतीय ध्वज के निर्माण और आपूर्ति का अधिकार है।

सम्बंधित आर्टिकल्स 

 
 
 

हर वर्ष 15 अगस्त के दिन स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता है। 

1947 में भारत देश को 15 अगस्त के दिन आजादी मिली थी। उसके जश्न में स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता है। 

उस समय देश की आबादी लगभग 32 करोड़ थी। 

इस वर्ष यानी 2024 में 78वां स्वतंत्रता दिवस मनाया जाएगा। 

उम्मीद है कि इस ब्लाॅग में आपको Essay on Independence Day in Hindi लिखने के बारे में पूरी जानकारी मिल गई होगी। इसी तरह के अन्य निबंध से सम्बंधित ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बनें रहें।

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विशाखा सिंह

A voracious reader with degrees in literature and journalism. Always learning something new and adopting the personalities of the protagonist of the recently watched movies.

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15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस पर निबंध, भाषण, अनुच्छेद, 10 लाइन, Essay on independence Day

स्वतंत्रता दिवस(Independence Day 2023) हर साल 15 अगस्त को भारत में खास रूप से मनाया जाता है। यह दिन भारतीय इतिहास का एक महत्वपूर्ण राष्ट्रीय त्योहार है जो हमें अपने देश की आजादी की याद दिलाता है। 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस पर हम सभी एकजुट होकर अपने देश के वीर सपूतों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं जो अपने प्राणों की आहुति देकर हमें आजाद भारत में जीने का अवसर प्रदान किया।

स्वतंत्रता दिवस(swatantrata diwas) का दिन हमें एक एक सच्चे देशभक्त के रूप में जागरूक बनाता है और हमारे देश के संपूर्ण विकास और कल्याण के लिए समर्पित होने का संकल्प दिलाता है। स्वतंत्रता दिवस के इस विशेष मौके पर हम सभी को यह याद दिलाना चाहिए कि हमारे देश की स्वतंत्रता और समृद्धि के पीछे उन वीर सैनिकों का त्याग, बलिदान है, जिन्होंने अपने देश के लिए अपने प्राणों की आहुति दी।

Table of Contents (विषय सूची)

15 अगस्त भारतीय स्वतंत्रता दिवस पर निबंध (200, 300, 500, 600, 700, 800, 900 से 1000 ) शब्दों में। (short and long essay on independence day 15 august in hindi..

15 अगस्त-स्वतंत्रता दिवस पर निबंध, भाषण, अनुच्छेद | स्वतंत्रता दिवस पर निबंध कैसे लिखें | 🇮🇳 स्वतंत्रता दिवस पर 10 लाइन-Essay on Independence Day In Hindi

Also Read: 14 और 15 अगस्त (भारत-पाकिस्तान की आजादी) पर निबंध // भारतीय राष्ट्रीय ध्वज पर निबंध // मेरा देश बदल रहा है निबंध, लेख // संविधान दिवस पर निबंध // राष्ट्रीय प्रेस दिवस पर निबंध (16 नवंबर) // हिंदी दिवस पर 500 और 400 शब्दों में // राष्ट्रीय शिक्षा दिवस पर निबंध // 26 January गणतंत्र दिवस पर निबंध

#1: 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस पर निबंध 200 शब्दों में

15 अगस्त , भारतीय इतिहास का सर्वाधिक महत्वपूर्ण और गर्व का दिन है। यह दिन भारत की स्वतंत्रता के लिए एक महत्वपूर्ण कदम था, जिस दिन भारतीय स्वतंत्रता सेनानियों ने अपने बलिदान से देश को आजाद करवाया था। इस दिन भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने 1947 में राष्ट्रीय ध्वज को लाल किले से फहराया और भारतीय गणतंत्र की शुरुआत की गई थी।

स्वतंत्रता दिवस को भारत भर में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। स्कूलों, कॉलेजों, और सरकारी दफ्तरों में समारोह आयोजित किए जाते हैं जहां लोग नागरिकों को स्वतंत्रता सेनानियों के साहस और त्याग को स्मरण करते हैं।

इस दिन भारत में राष्ट्रीय भावना और गर्व की भावना से भरा होता है। लोग भारतीय ध्वज फहराकर राष्ट्रगान गाकर इस दिन को खास बनाते हैं। इस दिन को देशवासियों के लिए गर्व और सम्मान का दिन माना जाता है, और वे देश के प्रति अपने समर्थन का भाव प्रकट करते हैं। स्वतंत्रता दिवस हमें देश के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को निभाने की प्रेरणा देता है और हमें समर्थन करता है कि हम अपने देश के विकास और समृद्धि में योगदान दें।

#2: स्वतंत्रता दिवस पर निबंध 300-500 शब्दों में

रूपरेखा : प्रस्तावना, महत्व, इतिहास, कब और क्यों मनाया जाता है, निष्कर्ष

प्रस्तावना: स्वतंत्रता दिवस, भारतीय इतिहास में एक अत्यंत महत्वपूर्ण दिन है, जो हर साल 15 अगस्त को मनाया जाता है। यह दिन देशभक्ति, गर्व और उत्साह के साथ भारतीयों द्वारा धूमधाम से मनाया जाता है। स्वतंत्रता दिवस का महत्व उन वीर शहीदों के साहस और बलिदान को स्मरण करने के लिए है, जो देश की आजादी के लिए अपने प्राणों की आहुति दे गए। इस निबंध में हम स्वतंत्रता दिवस के महत्व, इतिहास, और इसे मनाने के तरीके पर चर्चा करेंगे।

स्वतंत्रता दिवस का महत्व: स्वतंत्रता दिवस, भारतीय इतिहास का एक ऐतिहासिक दिन है, जिसे 15 अगस्त 1947 को देश की आजादी के रूप में गणतंत्र भारत के गठन के दिन के रूप में मनाया जाता है। इस दिन भारत के प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने लाल किले से राष्ट्रीय ध्वज फहराया था, जिससे भारतीय सम्राटा का अध्याय शुरू हुआ था। स्वतंत्रता दिवस के दिन भारतीयों के द्वारा धूमधाम से जश्न मनाया जाता है, और यह दिन एक राष्ट्रीय अवकाश भी होता है।

स्वतंत्रता दिवस का इतिहास: स्वतंत्रता दिवस का इतिहास भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के संघर्ष से जुड़ा हुआ है। इस दिन को मनाने का पहला प्रयास ब्रिटिश शासन के विरुद्ध किया गया था। इसे 26 जनवरी 1930 को पूर्वी बंगाल के भूला गढ़ में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने ‘पूर्ण स्वराज्य दिवस’ के नाम से मनाया था। बाद में, 15 अगस्त 1947 को भारत को स्वतंत्रता मिली और इस दिन को स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया गया।

स्वतंत्रता दिवस के मनाने के तरीके: स्वतंत्रता दिवस का मनाने का तरीका देश के विभिन्न हिस्सों में अलग-अलग हो सकता है। लोग इस दिन को राष्ट्रीय ध्वज फहराकर और राष्ट्रगान गाकर शुरू करते हैं। स्कूल, कॉलेज, और सरकारी दफ्तरों में समारोह आयोजित किए जाते हैं, जिसमें नागरिकों को स्वतंत्रता सेनानियों के साहस को याद करने के लिए भाषण, नाटक, कविता और गीत प्रस्तुत किए जाते हैं। इस दिन देशवासियों के द्वारा राष्ट्रीय वीर गाथाएं भी गाई जाती हैं, जो राष्ट्रीय भावना को बढ़ावा देती हैं।

उपसंहार: स्वतंत्रता दिवस हमारे लिए एक गर्व और उत्साह का दिन है। इस दिन हम अपने देश के वीर स्वतंत्रता सेनानियों को समर्थन और आभार दिखाते हैं, जो अपने प्राणों की आहुति देकर हमारे देश को आजाद कराने में संलग्न थे। हमें स्वतंत्रता दिवस को धूमधाम से मनाना चाहिए और देश के उन महान वीरों को याद करना चाहिए, जिन्होंने देश के लिए अपना सब कुछ न्योछावर कर दिया। हमारा ध्येय होना चाहिए कि हम अपने देश के विकास और समृद्धि में सक्रिय रूप से योगदान दें और देश को गर्व से ऊंचा उठाएं। स्वतंत्रता दिवस को सम्पूर्ण भारत के नाम ऊंचा बनाने का एक अवसर है।

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध

#3: स्वतंत्रता दिवस पर निबंध 600-800शब्दों में

प्रस्तावना : स्वतंत्रता दिवस, भारत का सर्वाधिक महत्वपूर्ण और गर्व का दिन है, जो हर साल 15 अगस्त को मनाया जाता है। यह दिन भारत की स्वतंत्रता की प्राप्ति के लिए एक ऐतिहासिक कदम था, जिसे हम बहुत खुशी और उल्लास के साथ मनाते हैं। इस दिन की महत्वपूर्णता हमें हमारे देश के संघर्ष और त्याग की स्मृति को याद दिलाती है। इस दिन भारत में बड़े धूमधाम से आयोजन होते हैं, जिनमें लोग एक साथ मिलकर अपने देश की स्वतंत्रता को याद करते हैं और उसे समर्थन करते हैं।

स्वतंत्रता दिवस का महत्वपूर्ण भूमिका:

स्वतंत्रता दिवस भारतीय इतिहास की एक महत्वपूर्ण और गर्व की भूमिका निभाता है। यह दिन भारत की स्वतंत्रता के साथ हमें हमारे स्वतंत्रता सेनानियों की साहस और बलिदान की स्मृति को ताजगी से याद दिलाता है। इस दिन को भारतीय समाज में एक महत्वपूर्ण दिन माना जाता है, जिसे हम बड़े धूमधाम से मनाते हैं। इस दिन हमारे देश के नागरिकों का एकजुट होने का संदेश देता है और हमें एक-दूसरे के साथ एक समर्थन और संबंध बनाने का मौका देता है।

स्वतंत्रता दिवस को मनाने से हम अपने देश के उदय हुए चेहरे को देखते हैं। हमें याद आता है कि कैसे अपने देश के वीर स्वतंत्रता सेनानियों ने अपने प्राणों की आहुति दी और भारत को स्वतंत्र कराने के लिए संघर्ष किया। उनकी कुर्बानियों ने हमें एक नया जीवन दिया और हमारे देश को आजाद करवाया। हमें इस दिन पर उन्हें सम्मान और नमन करना चाहिए जो अपने देश के लिए जीवन की खुशियों का त्याग कर देते हैं।

स्वतंत्रता दिवस का संदेश:

स्वतंत्रता दिवस हमें एक समर्थन का संदेश देता है, कि हमें हमारे देश के विकास और समृद्धि में योगदान देना चाहिए। हमारे देश के प्रति हमारा निष्ठा और समर्थन दिखाना आवश्यक है। हमें अपने देश की समृद्धि और उन्नति में योगदान देना चाहिए और उसे विश्व में एक महत्वपूर्ण स्थान पर ले जाना चाहिए।

स्वतंत्रता दिवस कब और क्यों मनाया जाता है

स्वतंत्रता दिवस को हर साल 15 अगस्त को मनाया जाता है। यह भारत का राष्ट्रीय त्योहार है और यह दिन भारत की आजादी के अवसर को याद करने और समर्थ भारतीय राष्ट्र के गर्व और जोश को दिखाने के लिए मनाया जाता है।

15 अगस्त 1947 को भारत ब्रिटिश साम्राज्य से आजाद हुआ था। इस दिन भारतीय स्वतंत्रता सेनानियों ने अपने बहुमूल्य त्याग, संघर्ष, और संघर्ष के बाद देश को स्वतंत्रता प्राप्त कराई थी। इसलिए, 15 अगस्त को भारत के स्वतंत्रता दिवस के रूप में चुना गया है।

स्वतंत्रता दिवस को देश भर में धूमधाम से मनाया जाता है। राष्ट्रीय ध्वज को लहराया जाता है और राष्ट्रगान गाया जाता है। स्कूल, कॉलेज, सरकारी और गैर सरकारी संस्थान, उद्योग और व्यापारिक संस्थान आदि में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।

स्वतंत्रता दिवस के दिन राष्ट्रीय संबोधन, भाषण, रैलियों, कविता पाठ, संस्कृति कार्यक्रम, गाने, नाच और नाटक, सेमिनार और प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती हैं। विभिन्न स्थानों पर भारतीय सेना की परेडें भी आयोजित की जाती हैं। इस दिन भारतीय ध्वज को राष्ट्रीय लाल किले में फहराया जाता है और प्रतियोगिता जीतने वालों को पुरस्कार भी दिए जाते हैं।

स्वतंत्रता दिवस का अर्थ यह नहीं है कि हम बस एक दिन ही देश के प्रति भावनात्मक हों और बाकी के दिन उसे भूल जाएं। इस दिन का असली मकसद है हमें हमारे देश के लिए सक्रिय रूप से काम करने और उसके विकास में योगदान देने की प्रेरणा प्रदान करना। हमें इस दिन को याद दिलाकर उस शक्ति और साहस को प्राप्त करना चाहिए जो हमें भारत को समृद्ध, समरस्त, और समृद्ध राष्ट्र बनाने के लिए आगे बढ़ने में सहायता करेगी।

स्वतंत्रता दिवस भारतीय इतिहास का एक महत्वपूर्ण और गर्व का दिन है। यह दिन हमें हमारे स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान की याद दिलाता है और हमें भारतीय संस्कृति, भाषा, और शौर्य का गर्व महसूस कराता है। इस दिन को हमें अपने देश के प्रति अपना समर्थन प्रदर्शित करने का मौका देता है और हमें एक समर्थन और संबंध बनाने की प्रेरणा देता है। हमें इस दिन पर देशभक्ति की भावना से परिपूर्ण रहकर, समृद्ध और समरस्त समाज के निर्माण में योगदान देना चाहिए। स्वतंत्रता दिवस हमें भारत के विकास और समृद्धि में योगदान करने के लिए प्रेरित करता है और हमें एक उत्साही और सकारात्मक दिशा की देने में मदद करता है।

15 August स्वतंत्रता दिवस पर निबंध कैसे लिखें ? Swatantrata diwas par nibandh kaise likhe

15 August स्वतंत्रता दिवस पर निबंध व लेख को कैसे लिखे जानिए इस रुपरेखा में बहुत ही सरल और लिखने में आसान तरीका।

रुपरेखा: प्रस्तावना, सर्वप्रथम झंडा वंदन, स्वतन्त्रता दिवस का कार्यक्रम, स्वतंत्रता दिवस का इतिहास, स्वतंत्रता दिवस एक महोत्सव का दिन, स्वतंत्रता दिवस पर खतरा, उपसंहार

15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस पर निबंध, भाषण, अनुच्छेद, 10 लाइन, Essay on independence Day 1

प्रस्तावना :- आज हम स्वतंत्रता और उसकी शांतिपूर्ण खुली हवा का आनंद ले रहे हैं जिस  शांति का अनुभव हम महसूस करते है वो शांती और ख़ुशी की लहर देने का योगदान में ना जाने कितने देशवासियों ने अपनी जान गवा कर दी है ,15 अगस्त का दिन वो दिन होता है जिस दिन हम स्वतंत्र हुए 15 अगस्त भारत का राष्ट्रीय त्यौहार है जिसे हम बहुत ही खुशी और उल्लास से मनाते हैं।

सर्वप्रथम झंडा वंदन : – सर्वप्रथम 15 अगस्त 1947 के दिन भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरु जी ने लाल किले के के केलाहोरी गेट के ऊपर राष्ट्रीय ध्वज फहराया था जिसकी शुरुआत पंडित जवाहरलाल नेहरू ने की थी जिसके चलते प्रत्येक वर्ष हमारे देश के प्रधानमंत्री लाल किले पर झंडा फहराते हैं ,200 साल की ब्रिटिश समाज की गुलामी के बाद 15 अगस्त 1947 को का दिन हमारे देश का सबसे स्वर्णिम दिन कहां जाता है।

स्वतन्त्रता दिवस का कार्यक्रम: स्वतंत्रता दिवस का जब कार्यक्रम शुरू होता था तब हमारे स्कूल में परेड होती थी ठीक उसी तरीके से जैसे एनसीसी में होती है। परेड का एक चक्कर पूरा हो जाने के बाद ध्वजारोहण होता था और उसके बाद राष्ट्रगान शुरू हो जाता था। हमारे स्कूल के प्रोग्राम के अंदर छात्राओं द्वारा राजस्थानी नृत्य किया जाता था इसके अलावा देश भक्ति गीत गाए जाते थे। एनसीसी के द्वारा कुछ तरीके बताए जाते हैं जैसे अगर कोई घायल हो जाता है तो उसको किस तरीके से उठाया जाता है। रस्सी किस तरीके से बांधी जाती है कुछ इस तरीके के बताए जाते थे जब सारा कार्यक्रम पूरा हो जाता था इसके बाद स्वतंत्रता दिवस में भाग ले जाने वाले छात्र-छात्राओं को बुलाकर एक एक करके पुरस्कार दिया जाता था। पुरस्कार में पांच ₹5 का पेन दिया जाता था उस समय हमें उनके द्वारा दिए गए पुरस्कार से इतनी खुशी होती थी जितनी आज भी नहीं होती थी मेरे बचपन का 15 अगस्त मुझे हमेशा याद रहेगा उसके बाद मिठाई महोत्सव होता था और सबको लाइन से एक-एक करके मिठाई बांटी जाती थी

स्वतंत्रता दिवस का इतिहास : – आज अगर हम स्वतंत्रता दिवस के  इतिहास के बारे में सोचें तो आज उन शहीदों की याद में आंखों में आंसू आ जाते हैं जिन्होंने अपनी जान देकर हमें स्वतंत्रता दिलाई और हमें अंग्रेजो की गुलामी से मुक्त करवाया और आजादी को हमें  एक उपहार के रूप में देकर शहीद हो गए.अंग्रेजों के अत्याचार और उनसे से तंग आकर भारतीय एकजुट हो गए ,इन अंग्रेजो से छुटकारा पाने के लिए सुभाष चंद्र बोस ,भगत सिंह ,चंद्रशेखर आजाद ,ने क्रांति की मशाल जलाई और कितने ही देशभक्तों ने अपने प्राणों की आहुति दी  जिनमे महात्मा गांधी, सरदार भाई पटेल ,ने सत्य और अहिंसा के सहारे सत्याग्रह आंदोलन चलाके ,उनकी लाठियां खाई और जेल गए इन आंदोलनों की वजह से अंग्रेज भारत छोड़कर जाने के लिए मजबूर हो गए आखिरकार 15 अगस्त 1947 का दिन हमारे देश के इतिहास का सबसे महत्वपूर्ण दिन कहा जा सकता है जिससे हम खुली हवा में सांस  ले सके और उसके बाद हमे ये  स्वर्णिम आजादी मिली. धन्य है वह स्वतंत्रता सेनानी जिन्होंने  शहीद होकर हमें आज स्वतंत्रता का स्वर्णिम  दिन दिखया।

स्वतंत्रता दिवस एक महोत्सव  का दिन 15 अगस्त 2022 को पूरे भारत में 75 वा स्वतंत्रता दिवस मनाया जाएगा। इस दिन हमारे देश में राष्ट्रीय अवकाश रहता है। स्वतंत्रता दिवस पूरे राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों में मनाया जाता है। स्वतंत्रता दिवस के 1 दिन पहले राष्ट्रपति जी राष्ट्र के नाम संबोधन में भाषण देते हैं 15 अगस्त के दिन प्रधानमंत्री जी लाल किले पर झंडा फहराते हैं, और तोपों की सलामी दी जाती है स्वतंत्रता दिवस के दिन उन देशभक्तो  को श्रद्धांजलि  दी जाती है जिन्होंने अपने प्राणो  की आहुति  दी श्रद्धांजलि देने के बाद प्रधानमंत्री  जी अपना भाषण देते हैं उस भाषण में देश की उपलब्धि और सामाजिक मुद्दों और विकास के बारे में बाते होती है  उस दिन  ध्वजारोहण, राष्ट्रगान ,परेड समारोह, और अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम होते हैं ध्वजारोहण भारत के सभी सरकारी गैर सरकारी विद्यालय महाविद्यालय सभी जगह पर होता है और सभी जगहों को रोशनी और फूलों से सजाया जाता है और मिठाइयां बांटी जाती है।

स्वतंत्रता दिवस पर खतरा

स्वतंत्र दिवस मनाने के दौरान खतरों का डर रहता है जो की  आतंकवाद का डर  है इसलिए उस दिन प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति जी की कड़ी सुरक्षा के साथ ही दिल्ली मुंबई और जम्मू कश्मीर जैसे अन्य बड़े शहरों को हमलो  से बचाने के लिए लाल किले पर ‘नो फ्लाई  जॉन  ‘ घोषित कर  दिया है , सुरक्षा की वजह से पूरे देश में पुलिस बल को तैनात किया जाता है देश भले ही स्वतंत्र हो गया हो पर ब्रिटिश राज्य के धार्मिक आधार के कारण भारत का विभाजन हूआ जिसके कारण भारत और पाकिस्तान का बंटवारा हुआ भारत के विभाजन के बाद देश में हिंसक दंगे भड़के और सांप्रदायिक हिंसा की घटनाएं होने लगी देश के बंटवारे में आतंकवाद को जन्म दिया जिसका असर आज हमारा  देश सह रहा है।

15 अगस्त का दिन हम हिंदुस्तानियों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण दिन है हमें उन शहीदों के प्रति नतमस्तक होकर श्रद्धा से शीश झुकाना चाहिए और उनके प्रति  हमारा  शीश  स्वम् ही नतमस्तक  हो जाता है। जिन्होंने हमें स्वतंत्रता दिलाई। इसलिए हमारा कर्तव्य बनता है कि हम ऐसे कार्य करें जिससे हमारे देश का नाम रोशन हो इसके लिए  हमें देश की कुछ खतरनाक रोग जैसे घुस ,जमाखोरी ,कालाबाजारी, भ्रष्टाचार,जैसी बीमारियों को खत्म करना होगा ताकि देश के लिए जिन्होंने अपनी आहुति दी वह व्यर्थ ना जाए।

स्वतंत्रता दिवस पर अनुच्छेद- 15 August par Paragraph

15 अगस्त-स्वतंत्रता दिवस पर निबंध, भाषण, अनुच्छेद |स्वतंत्रता दिवस पर निबंध कैसे लिखें |🇮🇳 स्वतंत्रता दिवस पर 10 लाइन-Essay on Independence Day In Hindi

स्वतंत्रता दिवस भारतीय इतिहास में एक महत्वपूर्ण और गर्व के साथ मनाया जाने वाला त्योहार है। यह दिन भारत की आजादी की याद को ताजगी से याद करने का मौका प्रदान करता है। 15 अगस्त 1947 को भारतीय स्वतंत्रता सेनानियों ने अंग्रेजों की गुलामी से आजादी हासिल की।

इस दिन का महत्व उन सभी वीर शहीदों के बलिदान के प्रति है, जो अपने प्राणों की आहुति देकर देश की स्वतंत्रता की राह में चले गए। स्वतंत्रता दिवस के दिन हम उन्हें श्रद्धांजलि देते हैं और उनके साहस और बलिदान को सलामी देते हैं।

यह दिन देशभक्ति और राष्ट्रीय भावना का प्रतीक है। हम इस दिन पर तिरंगे का गर्व और शान से सम्मान करते हैं, और राष्ट्रगान गाकर राष्ट्रीय एकता का संदेश देते हैं।

स्वतंत्रता दिवस के दिन देशभक्तों और समाज के अनुयायियों के द्वारा विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, जिसमें प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति भी शामिल होते हैं। हर वर्ष लाल किले पर झंडा फहराया जाता है और भारतीय झंडे को गर्व से सलामी दी जाती है।

इस अवसर पर हम सभी को याद दिलाना चाहिए कि हमारी स्वतंत्रता की क़ीमत बहुत महंगी थी और हमें इसकी समझदारी से उपयोग करनी चाहिए। हम सभी को समाज के विभिन्न बुराइयों से लड़ने और देश के उत्थान में सहायता करने का संकल्प लेना चाहिए। स्वतंत्रता दिवस हमारे देश के समृद्धि और उन्नति के लिए एक प्रेरक दिन है। हम सभी को गर्व है कि हम भारतीय हैं और हमें इस देश की संविधानिक और सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देना चाहिए।

इस स्वतंत्रता दिवस पर, हम सभी को एकजुट होकर देश के विकास और प्रगति में योगदान देने का संकल्प लेना चाहिए। हम एक सशक्त और उत्कृष्ट भारत के निर्माण में योगदान कर सकते हैं, जिससे हमारे स्वतंत्र देश का नाम विश्व में ऊंचा होगा। आओ इस स्वतंत्रता दिवस को नए सपनों और उम्मीदों से भरें, और देश के विकास में सक्रिय भूमिका निभाएं।

2023 स्वतंत्रता दिवस पर 10 लाइन- 15 August par 10 line

15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस पर निबंध, भाषण, अनुच्छेद, 10 लाइन, Essay on independence Day 2

15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस भाषण | 15 August swatantrata diwas par bhashan

सभी माननीय उपस्थिति, आदरणीय अतिथियों, और प्रिय विद्यार्थियों को नमस्कार।

आज हम सभी यहां स्वतंत्रता दिवस के इस खास अवसर पर एकता और समरसता का संदेश देने के लिए इकट्ठे हुए हैं। 15 अगस्त , हमारे देश के इतिहास में एक महत्वपूर्ण दिन है, जिस दिन हम ब्रिटिश शासन से आज़ाद हुए थे और स्वतंत्रता की मिसाल पेश की थी। इस दिन नहीं सिर्फ हमारे देश के नागरिक, बल्कि पूरे विश्व के लिए एक गर्व का दिन है।

स्वतंत्रता दिवस के इस अवसर पर हमें अपने देश के वीर सैनिकों को याद करना चाहिए, जिन्होंने अपनी जान की आहुति देकर हमें आज़ाद भारत मिलाया। हम उन्हें श्रद्धांजलि देते हैं और उनके साहस और बलिदान को सलाम करते हैं।

स्वतंत्रता दिवस को मनाने से हमें अपने देश के महानता, साहस, और समर्थन की भावना से प्रेरित होना चाहिए। हमें यह समझना है कि हमारे देश की स्वतंत्रता और समृद्धि के लिए हम सभी को सहयोग करना होगा। हमें एकजुट होकर समस्याओं का सामना करना होगा और देश के विकास के लिए सक्रिय योगदान देना होगा।

आज हमारे देश में भी अनेक चुनौतियों का सामना हो रहा है, परंतु हमें आत्मविश्वास रखना होगा कि हम उन समस्याओं को परास्त कर सकते हैं। हमें भ्रष्टाचार, जातिवाद, समाज में असामाजिकता, और विकास में असमानता जैसी समस्याओं का समाधान करना होगा।

स्वतंत्रता दिवस हमें याद दिलाता है कि हमें अपने देश के प्रति प्रेम और समर्पण से भरा रहना होगा। हमें राष्ट्रभाव को अपनाना होगा और एक उत्तम नागरिक के रूप में अपना योगदान देना होगा।

इस स्वतंत्रता दिवस पर, हम सभी को यह संकल्प लेना चाहिए कि हम अपने देश के विकास और समृद्धि में सक्रिय रूप से योगदान करेंगे। हम सभी को यह समझना होगा कि हमारे प्रत्येक कदम से हम अपने देश को मजबूत बना रहे हैं और उसके विकास में सहायक हैं। इस स्वतंत्रता दिवस पर, हम अपने देश के विकास के लिए समर्थ होते हैं और उसे गर्व से आगे बढ़ाते हैं।

आओ हम सभी मिलकर समरसता, एकता, और साहस का संदेश दें, और अपने देश को शांति, समृद्धि, और उन्नति की ओर अग्रसर करें। आओ हम सभी एक सकारात्मक बदलाव की शुरुआत करें, और अपने देश को एक महान राष्ट्र बनाने में सहायता करें। अल्लामा इकबाल की द्वारा चार पंक्तियों :

यूनान-ओ-मिस्र-ओ-रूमा सब मिट गए जहाँ से|| अब तक मगर है बाक़ी नाम-व-निशाँ हमारा | कुछ बात है कि हस्ती मिटती नहीं हमारी| सदियों रहा है दुश्मन दौर-ए-ज़माँ हमारा| सारे जहाँ से अच्छा हिन्दोस्ताँ हमारा || हम बुलबुलें हैं इसकी यह गुलसिताँ हमारा जय हिंद! जय भारती!

धन्यवाद। जय हिंद। 🇮🇳

Read in English: Independence Day essay in English for teachers and Students https://knowledgeocean.in/independence-day-essay-in-english/4749/

15 अगस्त पर छोटा भाषण PDF -15 august Hindi bhashan pdf

15 अगस्त पर छोटा भाषण PDF यहाँ से डाउनलोड कर सकते है।

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1 thought on “15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस पर निबंध, भाषण, अनुच्छेद, 10 लाइन, Essay on independence Day”

15 अगस्त 1918 को पूरे भारत में 72 वा स्वतंत्रता दिवस मनाया जाएगा। धन्यवाद सूरज गुप्ता जी हमारी टीम ने हाल ही में इस पोस्ट को अपडेट करा है।

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भारत में स्वतंत्रता दिवस के महत्व पर निबंध (Importance of Independence Day Essay in Hindi)

15 अगस्त को भारत में स्वतंत्रता दिवस के रुप में मनाया जाता है क्योंकि आज ही के दिन (15 अगस्त 1947) देश को अंग्रेजों के अत्याचारों से आजादी मिली थी, इसीलिए इस दिन को स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाया जाता है। स्वतंत्रता दिवस भारत के नागरिकों के लिए विशेष महत्व रखता है। यह दिन हमे आजादी के लिए स्वतंत्रता सेनानियों द्वारा किए गए त्याग और बलिदान की याद दिलाता है।

स्वतंत्रता दिवस पर 10 वाक्य  ||  स्वतंत्रता दिवस समारोह पर 10 वाक्य  ||  स्वतंत्रता दिवस के महत्व पर 10 वाक्य

15 अगस्त के महत्व पर छोटे तथा बड़े निबंध (Short and Long Essay on Importance of Independence Day/15 August in India in Hindi, Swatantrata Divas par Nibandh Hindi mein)

नीचे दिए गए विभिन्न तरीके के निबंध से आप स्वतंत्रता दिवस के महत्व को अच्छी तरह से समझ सकते है और अपने स्कूल और कॉलेज के प्रोजेक्ट में इस्तेमाल कर सकते हैं।

भारत में स्वतंत्रता दिवस का महत्व पर निबंध 1 (300 शब्द)

स्वतंत्रता दिवस, 15 अगस्त, भारत के नागरिकों के लिए एक विशेष महत्व रखता है। यह वह दिन है जो हमें स्वतंत्रता सेनानियों द्वारा किए गए बलिदानों की याद दिलाता है। यह हमारे अंदर देशभक्ति की भावना के साथ देश के लिए कुछ कर दिखाने की भावना को भी उत्तेजित करता है।

स्वतंत्रता सेनानियों का सम्मान (Honor of Freedom Fighters)

भारत दशकों से ब्रिटिश शासन के अधीन था। उस दौरान अंग्रेजों के अत्याचार समय के साथ बढ़ते चले जा रहे थें। बाल गंगाधर तिलक, शहीद भगत सिंह, महात्मा गांधी, सरोजिनी नायडू, रानी लक्ष्मी बाई और सुभाष चंद्र बोस जैसे स्वतंत्रता सेनानियों के नेतृत्व में, भारत के नागरिकों ने एकजुट होकर अपनी आजादी के लिए संघर्ष किया। स्वतंत्रता सेनानियों के नेतृत्व द्वारा बहुत से आंदोलनों, स्वतंत्रता संग्रामों की शुरुआत की गई। इन आंदोलनों के कारण कई लोगों को अपने प्राणों की आहुती देनी पड़ी तो कईयों को जेल जाना पड़ा, हालांकि फिर भी लोगों ने ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ़ लड़ने की अपनी इस भावना को नहीं छोड़ा। स्वतंत्रता दिवस पर यह हमें उनके उन बलिदानों की याद दिलाता है और हमारे देश के नागरिकों के लिए विशेष महत्व रखता है।

आजादी का जश्न मनाएं पर सादगी के साथ (Celebrate Independence Day but with Simplicity)

स्वतंत्रता दिवस आजादी का जश्न मनाने के लिए एक विशेष दिन के रुप में है। भारत के नागरिक तथा स्वतंत्रता सेनानियों ने इस दिन हमारे देश को अंग्रेजों के अत्याचार से मुक्त कराने के लिए कड़ी मेहनत की थी।

इसलिए यह दिन हमें हमारी सादगी और वास्तविकता के करीब होने के महत्व की भी याद दिलाता है। यह हमें ऊंचे उड़ान भरने और स्वतंत्र महसूस करने के बावजूद भी बुनियादी रहने के लिए प्रेरित करता है।

भारत के लोग उन लोगों के आभारी हैं जिन्होंने अपने देश की आजादी में अपना योगदान दिया। प्रत्येक वर्ष 15 अगस्त को हम भारतीय स्वतंत्रता दिवस मनाते आजादी, जो हमारी इतनी कठीनतापूर्वक प्राप्त आजादी को दर्शाता है, इसीलिए यह दिन हर भारतीय के लिए विशेष महत्व रखता है।

15 August 2021 Special: 15 अगस्त को ही आजादी क्यों मनाई जाती है? || 15 अगस्त को ही देशभक्ति क्यों उमड़ती है?

भारत में स्वतंत्रता दिवस का महत्व पर निबंध 2 (400 शब्द)

स्वतंत्रता दिवस भारत में बहुत उत्साह के साथ मनाया जाता है और यह सभी भारतीय नागरिकों के लिए विशेष महत्व रखता है। इस दिन देश के विभिन्न स्थानों पर भारतीय ध्वज पर फहराया जाता है। कार्यालयों, स्कूलों, आवासीय समाजों और देश भर में अन्य स्थानों में कई छोटे और बड़े कार्यों का आयोजन किया जाता है। स्वतंत्रता दिवस समारोहों की कुछ मुख्य विशेषताएँ यहां दी गई हैं-

Essay on Importance of Independence Day in India in Hindi

  • ध्वजारोहण (Flag Hoisting)

भारतीय ध्वज, तिरंगा फहराने के दौरान सभी लोग खड़े हो जाते हैं और राष्ट्रीय गान, जन, गण, मन प्रारम्भ हो जाता है। झंडा फहराने के साथ उत्सव की शुरुआत की जाती है।

  • भाषण (Speech)

आमतौर पर मुख्य अतिथि या आयोजन समिति के कुछ सदस्यों द्वारा स्वतंत्रता दिवस पर भाषण दिया जाता है। आमतौर पर स्कूल, कॉलेजों में प्रिंसिपल द्वारा भाषण दिया जाता है। यह भाषण ब्रिटिश शासन से अपनी स्वतंत्रता और औपनिवेशिक भारत में रहने वाले लोगों द्वारा सामना की जाने वाली चुनौतियों के बारे में दिया जाता है।

  • कविता और गीत गान (Poems and Songs )

इस कार्यक्रम में लोगों द्वारा कविता और देशभक्ति गीत प्रस्तुत किया जाता है और उन महान आत्माओं को याद किया जाता हैं। जिन्होंने निःस्वार्थ रूप से अपने जीवन का त्याग कर दिया, ताकि उनके देश के नागरिक स्वतंत्र रुप से रह सकें।

  • प्रतियोगिताएं (Competitions on Independence Day Celebration 2021)

इस दिन बहस और प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती हैं और लोग इनमें सक्रिय रूप से भाग भी लेते हैं। इन प्रतियोगिताओं का विषय स्वतंत्रता दिवस पर ही आधारित होता है। यह प्रतिभागियों के साथ-साथ दर्शकों को भी देशभक्ति की भावना के करीब लाता है।

  • सांस्कृतिक गतिविधियां (Cultural Activities)

स्वतंत्रता दिवस का आनंद लेने के लिए विभिन्न सांस्कृतिक गतिविधियां जैसे नृत्य और गायन प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता हैं। प्रतिभागी आमतौर पर विभिन्न राज्यों के नृत्यों से मेल खाते रंगीन कपड़े पहनकर उसका प्रदर्शन करते हैं। पूरा प्रसंग इन गतिविधियों के दौरान मौज़-मस्ती के वातावरण से भर जाता हैं।

  • मिठाईयों का वितरण (Distribution of Sweets )

स्वतंत्रता दिवस पर मिठाई के वितरण की परंपरा काफी पुरानी है। हालांकि, पहले के समय में इस दिन लड्डू वितरित किए जाते थे, परन्तु आज-कल लोगों के बीच विभिन्न प्रकार की मिठाईयों का वितरण किया जाता है। इन दिनों बाजार में सुंदर और स्वादिष्ट तिरंगे के रंग की मिठाइयां उपलब्ध होती हैं। ये आयोजन का जश्न मनाने के लिए विभिन्न स्थानों पर वितरित किए जाते हैं।

इस दिन लोगों को ज्यादातर केसरिया, सफेद या हरे रंग या इन तीनो रंग के मेल से बने कपड़े पहने देखा जाता है। इस दिन तिरंगे के बैच, बालों के बैंड और कलाई बैंड पहनना अधिक आम होता है। इसके साथ ही इस दिन पूरा वातावरण देशभक्ति की भावना से भरा हुआ होता है।

भारत में स्वतंत्रता दिवस का महत्व पर निबंध 3 (500 शब्द)

हम स्वतंत्र भारत के नागरिक अपने देश से बहुत प्यार करते हैं और इसका हिस्सा होने पर गर्व महसूस करते हैं। 15 अगस्त को मनाया जाने वाला स्वतंत्रता दिवस, हम सभी के लिए एक विशेष महत्व रखता है। यह देश भर के विभिन्न स्कूलों, कॉलेजों, कार्यालयों और अन्य स्थानों पर पुरे उत्साह के साथ मनाया जाता है। हम स्वतंत्रता दिवस उन लोगों की याद में मनाते हैं जिन्होंने हमें स्वतंत्रा दिलाने के लिए अपने प्राणों का बलिदान किया था। हालांकि, ऐसे और भी बहुत से विभिन्न कारण हैं जिनकी वजह से हम स्वतंत्रता दिवस के जश्न को बड़े ही धुमधाम के साथ मनाते हैं।

  • स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि (Tribute to Freedom Fighters)

स्वतंत्रता दिवस मुख्य रुप से उन स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि देने के रुप में मनाया जाता है जिन्होंने अपने प्राणों की आहुती देकर हमारे देश को एक स्वतंत्र राष्ट्र बनाया। इस समारोह में हमारे स्वतंत्रता सेनानियों के वीर कार्यों को बताने तथा ब्रिटिश शासन से हमारे देश को मुक्त कराने के लिए के लिए भाषण दिए जाते हैं। उनकी प्रशंसा में अनेक गीत गाए जाते हैं और विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किये जाते हैं।

  • विनम्रता और आभार व्यक्त करना (Express Humility and Gratitude)

जिन लोगों ने ब्रिटिश शासनकाल के दौरान हुए इन अत्याचारों, नरसंहार और कठिनाइयों का सामना किया था वो आज के लोगों से ज्यादा विनम्र थें। उन्होंने उस दौरान जीवन की वास्तविक कठिनाइयों का सामना किया था। आज के युवा पीढ़ी में परोपकार और विनम्रता की भावना लगभग समाप्त होती जा रही है। स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रम वास्तव में दुनिया की विभिन्न समस्याओं से लोगों को अवगत कराने तथा स्वतंत्रता सेनानियों द्वारा किए गए कार्यों और बलिदानों को याद दिलाने के साथ उनका आभार व्यक्त करने और उनसे प्रेरणा लेने के लिए आयोजित किये जाते हैं।

  • स्वतंत्र भावना के जश्न का उत्सव (Celebration of Free Spirit)

स्वतंत्रता दिवस को आजादी की सच्ची भावना का जश्न मनाने के रुप में मनाया जाता है। स्वतंत्रता सेनानियों के प्रयासों के कारण हमारे देश को 1947 में आजादी मिली थी, तब उस दौरान लोगों के खुशी का ठिकाना नहीं रहा। क्योंकि उन्होंने अपनी सच्ची आजादी का अनुभव किया था और इसीलिए हर वर्ष 15 अगस्त के दिन स्वतंत्रा प्राप्ति के उपलक्ष्य में यह पर्व मानाया जाता है।

  • अपने देश के लिए देशभक्ति की भावना को सदैव जीवित रखें (Always keep alive the spirit of patriotism for your country)

स्वतंत्रता दिवस के आसपास पूरा देश देशभक्ति की भावना से भर जाता है। देश तथा देश के स्वतंत्रता सेनानियों के प्रति अपने प्यार और सम्मान को व्यक्त करने का ये एक शानदार दिन होता है।

  • राष्ट्र की सेवा करने के लिए युवा पीढ़ी को प्रेरित करें (Inspire the Young Generation to Serve the Nation)

स्वतंत्रता दिवस समारोह युवाओं को राष्ट्र की सेवा करने के लिए प्रोत्साहित करने का एक अच्छा तरीका है। स्वतंत्रता सेनानियों के देश के प्रति उनके प्यार और समर्पण के अद्भुत कार्य युवा पीढ़ी में देशभक्ति की भावना पैदा करते हैं और जितना हो सके उतना उन्हें देश की सेवा करने के लिए प्रेरित करते हैं।

इस प्रकार, स्वतंत्रता दिवस विभिन्न कारणों से मनाया जाता है। यथार्थ रुप से, स्वतंत्रता की भावना का आनंद लेने तथा देशभक्ति की भावना को जीवित रखने के लिए इस दिन को पुरे उत्साह के साथ मनाया जाता है। हमारे देश में स्वतंत्रता दिवस को राष्ट्रीय अवकाश के रुप में घोषित किया गया है, इसलिए यह अपनों के साथ मिलने का और जश्न मनाने का भी दिन होता है।

Essay on Importance of Independence Day in India in Hindi

भारत में स्वतंत्रता दिवस का महत्व पर निबंध 4 (600 शब्द)

भारत में हर साल 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता है। हमारा देश लगभग 200 वर्षों से अंग्रेजों के शासन में उनका गुलाम था, अंततः बाद में ये उनके कब्जों से मुक्त हो गया और एक स्वतंत्र राष्ट्र बन गया और तभी से 15 अगस्त स्वतंत्रता की भावना का जश्न मनाने के लिए एक महत्मपुर्ण दिन बन गया। स्वतंत्रता दिवस उन स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि देने के लिए भी मनाया जाता है जिन्होंने देश को अंग्रेजों के अत्याचारों से मुक्त कराने के लिए अपने प्राणों का बलिदान दिया था।

स्वतंत्रता दिवस भारत के प्रत्येक नागरिकों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण दिन होता है इसीलिए इस दिन को भारत के नागरिकों द्वारा बहुत उत्साह और साहस के साथ मनाया जाता है। यह स्कूल, कॉलेजों के साथ-साथ पूरे देश में भी बड़े ही उत्साह के साथ मनाया जाता है। देश के छात्रों और नागरिकों के लिए इसका क्या महत्व है?

स्कूल/कॉलेज में स्वतंत्रता दिवस समारोह (Independence Day Celebrations in School/College)

चूंकि 15 अगस्त एक राष्ट्रीय अवकाश है, इसीलिए इस समारोह को पुरे देश के अधिकांश स्कूलों और कॉलेजों में एक दिन पहले आयोजित किया जाता है। स्कूलों, कॉलेजों और अन्य शैक्षणिक संस्थानों में स्वतंत्रता दिवस के समारोह को पूरी हर्षो-उल्लाष के साथ मनाया जाता है। देश भर के कई स्कूल और कॉलेजों में स्वतंत्रता दिवस पर झंडा फहराने, भाषण देने, बहस और प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिताएं, नृत्य, कविता पाठ और कई अन्य सांस्कृतिक गतिविधियां और समारोह आयोजित किये जाते हैं।

छात्र भी इन गतिविधियों में बढ़-चढ़ कर भाग लेते हैं और इसका पुरा आनंद उठाते हैं। इन कार्यक्रमों में प्राथमिक छात्रों द्वारा स्वतंत्रता सेनानियों के जैसे कपड़े पहनकर मनमोहक कार्यक्रम किये जाते हैं। ये सारी गतिविधियां छात्रों को देश की संस्कृति और परंपरा करीब ले आती हैं और उनके अंदर देशभक्ति की भावना का संचार करती हैं।

कार्यालयों में स्वतंत्रता दिवस समारोह (Independence Day Celebrations in Government Offices)

कार्यालयों में स्वतंत्रता दिवस के उत्सव एक दिन पहले ही आयोजित किया जाता है। कार्यालयों में, कर्मचारियों को आमतौर पर स्वतंत्रता दिवस के विषय से सम्बन्धित भगवा, सफेद या हरे रंग की पोशाक पहनने के लिए कहा जाता है। लोगों को इस दिन वर्णित रंगों में विशिष्ट संस्कृतिक कपड़े पहने हुए देखा जाता है और पूरे वातावरण को अत्यंत मनोहर बनाया जाता है।

देश भर के कई कार्यालयों में ध्वजारोहण भी किया जाता है। कुछ कार्यालयों में भाषण देने के साथ-साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाते हैं। कर्मचारियों के बीच रिश्तो को मजबूत करने के लिए विशेष खानपान का भी आयोजन किया जाया हैं। जिसमें तिरंगे रंग का चावल और मिठाई इस लंच का मुख्य रुप से हिस्सा होती हैं।

आवासीय क्षेत्रों में स्वतंत्रता दिवस समारोह (Independence Day Celebrations in Residential Areas)

विभिन्न आवासीय क्षेत्रों के संगठनों द्वारा इस दिन स्वतंत्रा दिवस कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। लोग स्वतंत्रता दिवस पर सुबह के समय अपने घरों के आस-पास के पार्कों में जश्न मनाने के लिए इकट्ठा होते हैं। वे स्वतंत्रता दिवस के रंगरुप अनुसार पोशाक धारण करते हैं और विभिन्न आयोजित गतिविधियों में भाग लेते हैं। झंडा फहराने तथा राष्ट्रीय गान के साथ इस पूरे कार्यक्रम की शुरुआत की जाती है।

उत्सव के दौरान पूरा वातावरण देशभक्ति के गीत से गुंज उठता है और लोग देशभक्ति की भावना में सराबोर दिखाई देते हैं। इन कार्यक्रमों के दौरान नृत्य और कविता पाठ जैसी प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती है। बच्चों को जवाहरलाल नेहरू, सरोजिनी नायडू, भगत सिंह इत्यादि जैसे स्वतंत्रता सेनानियों के जैसे कपड़े पहनाकर फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता का भी आयोजन किया जाता हैं। लोग इन कार्यक्रमों के समाप्त होने के बाद एक साथ बैठकर भोजन का आनंद लेते हैं।

पतंगबाजी (Kite Flying)

हमारे देश के कई हिस्सों में स्वतंत्रता दिवस पर पतंगबाजी कार्यक्रम का भी आयोजन किया जाता है। आकाश में स्वतंत्र रूप से उड़ान भरने वाले रंगीन पतंग को स्वतंत्रता का प्रतीक माना जाता है। पतंग उड़ाने के कार्यक्रमो का आनंद लेने के लिए लोग अपनी छतों पर या अपने आस-पास के मैदानों में जाते हैं। वे अपने दोस्तों और रिश्तेदारों को भी इस कार्यक्रम का आनंद लेने के लिए आमंत्रित करते हैं। पतंग उड़ान प्रतियोगिताओं को विभिन्न स्थानों पर भी आयोजित किया जाता है और लोग इसमे पूर्ण उत्साह के साथ भाग लेते हैं क्योंकि यह बहुत मनोरंजक होता है।

स्वतंत्रता दिवस भारत के प्रत्येक नागरिक के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण दिन होता है, यह दिन हमारी आज़ादी का जश्‍न मनाने और उन सभी शहीदों को श्रद्धांजलि देने का अवसर होता जिन्‍होंने इस महान कार्य के लिए अपने जीवन का बलिदान कर दिया। उनकी याद में स्वतंत्रता दिवस को पूरे देश भर में अत्यधिक उत्साह के साथ मनाया जाता है।

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FAQs: Frequently Asked Questions

उत्तर – स्वतंत्रता दिवस, देश को आजाद करने में किए गए संघर्षों को याद करने के लिए मनाया जाता है।

उत्तर – भारत के स्वतंत्रता की घोषणा प. जवाहरलाल नेहरू ने की थी।

उत्तर – 15 अगस्त 1947 को स्वतंत्रता समारोह में महात्मा गांधी मौजूद नहीं थें।

उत्तर – भारत के पहले स्वतंत्रता दिवस पर जवाहरलाल नेहरू ने “ट्रिस्ट विद डेस्टिनी” नामक भाषण दिया था।

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essay on independence day for class 2 in hindi

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध Essay on Independence Day in Hindi

इस लेख में हमने स्वतंत्रता दिवस पर निबंध हिंदी (Essay on Independence Day in Hindi) में लिखा है। अगर आप 15 अगस्त पर बेहतरीन निबंध की तलाश कर रहें हैं तो आप सही स्थान पर हैं। आज हमने इस लेख में स्वतंत्रता दिवस क्या है, इतिहास, महत्व, समारोह, सेनानियों का योगदान, तथा 10 लाइन के बारे मे लिखा गया है 

Table of Contents

प्रस्तावना  स्वतंत्रता दिवस पर निबंध हिंदी (Essay on Independence Day in Hindi)

दुनिया के अधिकतर देश ब्रिटेन के गुलाम रहे हैं जिसमें भारत भी एक था। क्योंकि ब्रिटेन एक सक्षम देश था और दुनिया के ज्यादातर रिसर्च और खोजे ब्रिटेन में ही हुआ करती थी। 

विश्व के तमाम देशों ने स्वतंत्रता पाने के लिए बहुत संघर्ष किए हैं। भारत पर मुगलों के शासन के बाद अंग्रेजों का शासन कई वर्षों तक रहा। जिसे अंत में देश के महान क्रांतिकारियों द्वारा समाप्त किया गया और भारत स्वतंत्र हुआ।

आजादी का दिन किसी भी भारतीय के लिए भावुक पल होता है। क्योंकि भारत को आजाद हुए अभी कुछ ही दशक हुए है। 

स्वतंत्रता के इस खास दिन पूरे भारत में राष्ट्रीय अवकाश रहता है। प्रतिवर्ष राष्ट्रीय स्तर पर मनाए जाने वाले इस त्योहार के दिन दिल्ली के लाल किला पर भारत के प्रधानमंत्री द्वारा झंडा फहराया जाता है और भारतीय सैनिकों द्वारा परेड निकाली जाती है जिसमें भारतीय संस्कृति और ताकत का प्रदर्शन किया जाता है।

स्वतंत्रता दिवस क्या है? What is Independence Day in Hindi

15 अगस्त 1947 के दिन भारत को ब्रिटिश  हुकूमत से आजादी मिली जिसकी खुशी में हर वर्ष भारतीयों द्वारा यह दिन राष्ट्रीय त्यौहार के रूप में मनाया जाता है।

इतने वर्षों तक विदेशियों की हुकूमत और त्रासदी के बाद स्वतंत्रता एक सपने जैसा लगता था जिसे भारत के अमर और वीर क्रांतिकारियों ने सच कर दिखाया  था।

भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव, सुभाष चंद्र बोस, चंद्रशेखर आजाद , महात्मा गांधी, लाला लाजपत राय जैसे कई अन्य क्रांतिकारियों ने एकजुट मिलकर अंग्रेजों की हुकूमत से हिंदुस्तान को आजादी दिलाई थी। 

15 अगस्त का यह सुनहरा दिन केवल एक दिन नहीं है बल्कि उन सभी भारतवासियों की भावनाएं और संघर्ष  है, जिसके लिए उन्होंने हंसते-हंसते देश के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए थे।

इस खास दिन को भारत के लिए शहीद हुए उन सभी महान क्रांतिकारियों को श्रद्धांजलि अर्पित की जाती है तथा देश भक्ति के समारोह आयोजित किए जाते हैं।

स्वतंत्रता दिवस का इतिहास History of Independence day in Hindi

विश्व युद्ध होने से पहले ब्रिटेन का पूरी दुनिया में बहुत दबदबा था। भारत जैसे कई अन्य देशों  को ब्रिटेन ने गुलाम बना रखा था और वहां के लोगों पर अत्याचार करता था।

भारत में ब्रिटेन की तानाशाही अधिक चलती थी कि उसके खिलाफ बोलने पर हर किसी को मौत की सजा सुना दी जाती थी।

देश की आजादी की नींव सबसे पहले 1857 मंगल पांडे ने रखी थी जिससे 1857 के स्वतंत्रता संग्राम के नाम से जाना जाता है। मंगल पांडे ब्रिटिश सेना में अपनी सेवा देते थे किंतु  वह पूरी तरह से देशभक्त थे।

विद्रोह करने पर जब अंग्रेजी हुकूमत ने मंगल पांडे को सजा दिया तो उनके पक्ष में पूरे भारत में जन सैलाब उमड़ पड़ा और कई हिंसक दंगे भी  हुए। 

भारत के एक महान क्रांतिकारी वीर सावरकर द्वारा लिखी गई पुस्तक 1857 का स्वतंत्रता संग्राम ब्रिटिश हुकूमत के बीच बेहद चर्चित विषय रहा जिसके कारण उन्हें कालापानी की सजा भी सुनाई गई थी।

द्वितीय विश्व युद्ध के बाद ब्रिटेन धीरे धीरे बहुत कमजोर पड़ने लगा था इसका फायदा उठाकर भारत को एक स्वतंत्र देश बनाने के लिए सुभाष चंद्र बोस ने बेहद संघर्ष के बाद आजाद हिंद फौज की रचना की।

सुभाष चंद्र बोस का मानना था कि आजादी कभी भी प्यार से मांग कर प्राप्त नहीं की जा सकती बल्कि गुलामी की जंजीरों को तोड़ कर आजादी को छीनना पड़ता है। 

दूसरी तरफ कई क्रांतिकारियों द्वारा विभिन्न आंदोलनों को दिशा दी जा रही थी। 1919 के जलियांवाला बाग हत्याकांड के बाद युद्ध स्तर पर आंदोलन किए जाने लगे जिसमें गांधी जी की भूमिका महत्वपूर्ण थी।

1920 में सविनय अवज्ञा आंदोलन द्वारा देश में विदेशी चीजों की होली जलाई जा रही थी। इसके बाद कई प्रयासों के बाद 1942 में ब्रिटिश हुकूमत के समक्ष भारत छोड़ो आंदोलन चलाया गया।

विश्व युद्ध के बाद ब्रिटेन बहुत कमजोर हो गया था और भारत में आजाद हिन्द फ़ौज और सेना में विद्रोह के बाद मजबूरन 15 अगस्त 1947 को भारत को आजाद करना ही पड़ा।

स्वतंत्रता दिवस का महत्व Importance of Independence day in Hindi

पूरी दुनिया में सबसे अनमोल और सर्वोपरि स्वतंत्रता है, जिसमें हर व्यक्ति को अपनी इच्छा के अनुसार काम करने  की छूट होती है।

स्वतंत्रता के बिना जीवन नश्वर होता है यदि किसी व्यक्ति से उसकी स्वतंत्रता छीन ली जाए तो यह एक हत्या के बराबर अपराध होता है।

स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर सभी महान क्रांतिकारियों को याद किया जाता है जिन्होंने बिना किसी स्वार्थ के अपने देश के लिए बलिदान हो गए।

15 अगस्त का यह दिन अन्य सभी दिनों से सबसे महत्वपूर्ण है क्योंकि इसी दिन भारत को ब्रिटिश हुकूमत की गुलामी से आजादी मिली थी।

भारतीय स्वतंत्रता दिवस के समारोह Programs on Independence Day in Hindi

आजादी दिवस के दिन पूरे भारत में राष्ट्रीय अवकाश दिया जाता है और इस महत्वपूर्ण अवसर पर सरकारी स्तर पर बड़े कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है।

भारत में सबसे बड़ा कार्यक्रम दिल्ली में होता है जहां लाल किले पर भारत के प्रधानमंत्री ध्वजारोहण करके देश को संबोधित करते हैं जिसके ठीक बाद राष्ट्रगान गाया जाता है। 

ध्वजारोहण के बाद भारत के लिए बलिदान हुए उन सभी क्रांतिकारियों को श्रद्धांजलि अर्पित करके 21 तोपों की सलामी दी जाती है।

भारतीय स्वतंत्रता के इस महत्वपूर्ण समारोह में  सरे देशों के प्रमुखों को मुख्य अतिथि के रुप में आमंत्रित किया जाता है। भारतीय सैनिकों द्वारा परेड में भारतीय संस्कृति और विरासत की प्रदर्शनी जिसमें सैनिकों द्वारा तरह-तरह के करतब भी दिखाए जाते हैं।

इस समारोह में कुछ मुख्य हथियारों द्वारा शक्ति प्रदर्शन किया जाता है जिसे टीवी पर लाइव प्रसारित करके सभी भारतवासियों को भी दिखाया जाता है। 15 अगस्त के दिन सभी राज्यों में मुख्यमंत्रियों द्वारा ध्वजारोहण का कार्यक्रम किया जाता है।

इस महत्वपूर्ण अवसर पर भारत के सभी सरकारी दफ्तर, स्कूल, कॉलेज और अन्य शिक्षा संस्थानों में छुट्टी होती है। 

देश के अलग-अलग जगह पर देश भक्ति भक्ति के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं जिनमें देशभक्ति के गीत, देश प्रेम की कविताएं  आदि प्रदर्शित किए जाते हैं। इस दिन हर घर में नए पकवान बनाए जाते हैं और तिरंगा भी लहराया जाता है।

स्वतंत्रता सेनानियों का योगदान Contribution of freedom fighters in Hindi 

भारत को वीरों की भूमि कहा जाता है क्योंकि यहां पर समय -समय पर देश को विपदा से बाहर निकालने के लिए ऐसे महापुरुष सामने आते रहें हैं तथा देश को दिशा प्रदान करते हैं।

भारत को आजादी दिलाने में हमारे महान क्रांतिकारियों ने देश के लिए निस्वार्थ भाव से अपने प्राण त्याग दिए। इन महान क्रांतिकारियों के बिना स्वतंत्र भारत की कल्पना करना बेहद जटिल और असंभव प्रतीत होता है।

भगत सिंह और उनके साथियों ने बहुत कम उम्र में ही ब्रिटेन हुकूमत को खत्म करने के लिए फांसी के फंदे चूम लिए थे वहीं दूसरी तरफ भारत के वीर सपूत सुभाष चंद्र बोस ने अंतिम सांस तक आजादी के लिए संघर्ष किया।

भारत की आजादी में आंदोलनों की भूमिका भी महत्वपूर्ण रही है। महात्मा गांधी, सरदार वल्लभभाई पटेल , जवाहरलाल नेहरू इत्यादि कई महान नेताओं ने विदेशी हुकूमत के विरुद्ध चलने वाले आंदोलनों को मुख्य रूप से दिशा प्रदान किया था। 

स्वतंत्रता दिवस पर 10 वाक्य Best 10 Lines on Independence Day in Hindi

  •  15 अगस्त 1947 से एक पहले की रात आधी रात को भारत को आजादी मिली थी।
  •  इस दिन पूरे देश में राष्ट्रीय अवकाश होता है जिसमें सभी सरकारी स्थान, शिक्षा स्थान आदि यहां पर छुट्टी होती है।
  •  अंग्रेजी सरकार ने भारत पर लगभग 200 सालों तक राज किया था।
  •  15 अगस्त के दिन हर वर्ष लाल किले पर प्रधानमंत्री द्वारा ध्वजारोहण और अन्य कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है।
  •  इस दिन दूसरे देशों के प्रमुख नेताओं को मुख्य अतिथि के रुप में आमंत्रित किया जाता है।
  •   स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर भारतीय सैनिकों द्वारा परेड निकाला जाता है जिसमें भारतीय संस्कृति और शक्ति प्रदर्शन का कार्यक्रम रखा जाता है।
  • ध्वजारोहण के बाद भारत के लिए बलिदान हुए उन सभी क्रांतिकारियों  को श्रद्धांजलि अर्पित करके 21 तोपों की सलामी दी जाती है।
  • 15 अगस्त को सभी शिक्षा संस्थानों में देश प्रेम के गीत गाए जाते हैं और ध्वजारोहण किया जाता है।
  • इस दिन विद्यार्थियों द्वारा रैली भी निकाली जाती है जिसमें कई देशभक्ति के नारे लगाए जाते हैं।
  • आज़ादी दिवस के दिन प्रधानमंत्री भारत के हर नागरिक को संबोधित करते हैं।

निष्कर्ष Conclusion

इस लेख में आपने स्वतंत्रता दिवस पर निबंध (Essay on the Independence Day in Hindi) हिंदी में पढ़ा। आशा है यह लेख आपको अच्छा लगा हो। अगर यह निबंध आपके लिए सहायक सिद्ध हुआ हो तो इसे शेयर जरुर करें।

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15 अगस्त पर निबंध हिंदी में | स्वतंत्रता दिवस पर निबंध

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15 अगस्त पर निबंध- स्वतंत्रता दिवस पर निबंध : 15 अगस्त, स्वतंत्रता दिवस, भारत के इतिहास में एक महत्वपूर्ण और गर्व का दिन है। यह दिन भारतीय स्वतंत्रता के अरमानों को साकार करने का दिन है और यह राष्ट्रीय उत्सव रूप में मनाया जाता है।

इस दिन को विशेष बनाने का कारण है भारत की आजादी के लिए संघर्ष करने वाले वीर सेनानियों का सम्मान करना और उनके बलिदान को याद करना। हम इस दिन पर ध्वज फहराते हैं, राष्ट्रीय गाने गाते हैं, और राष्ट्रीय संबोधन सुनते हैं।

स्वतंत्रता दिवस पर हमें अपने देश के प्रति समर्पण करना चाहिए। हमें अपने देश के विकास में सक्रिय रूप से शामिल होना चाहिए और देश के प्रति अपने जज्बे को संवर्धित करना चाहिए। यह एक ऐसा दिन है जिसमें हमें अपने देश की संस्कृति, विरासत, और विकास के प्रति गर्व महसूस होता है।

स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर हमें अपने स्कूल में भी विशेष कार्यक्रम आयोजित करने का अवसर मिलता है। हम देशभक्ति गाने गाते हैं, कविताएँ सुनते हैं, और समर्थन शाला के साथ ध्वज फहराते हैं। इससे हमारे स्कूल के बच्चों में राष्ट्रीय उत्साह और गर्व की भावना विकसित होती है

15 august essay Independence day in hindi

स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर हमें भारतीय संस्कृति और इतिहास को भी अध्ययन करने का अवसर मिलता है। हमें अपने राष्ट्रीय नायकों के बारे में जानकारी मिलती है और उनके साहसिक कार्यों को सुनने का भी मौका मिलता है। इससे हमारे दिल में देश के प्रति एक नया जोश भरता है और हम भारत के वीरों के बलिदान को समर्थन करने के लिए तत्पर हो जाते हैं।

स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर हमें अपने स्कूल में समर्थन शाला का भी आयोजन करने का मौका मिलता है। हम अपने वीर सेनानियों को याद करते हैं और उन्हें उनके बलिदान के लिए सम्मानित करते हैं। समर्थन शाला में हम उन्हें शुभकामनाएँ देते हैं और उनके बलिदान को सराहते हैं। इससे हमारे स्कूल के बच्चों में देशभक्ति की भावना और समर्थन के लिए एक उत्साह भर जाता है।

स्वतंत्रता दिवस के दिन हमें राष्ट्रीय भव्यता के साथ समर्थन शाला को संपन्न करने का मौका मिलता है। हमारे स्कूल के छात्र इस दिन को खास बनाने के लिए अपने नायकों की छवि और भारतीय ध्वज के साथ शाला को सजाते हैं। इससे स्कूल का माहौल उत्साह से भर जाता है और हर किसी को अपने देश के प्रति एक समर्थन भाव होता है।

स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर हमें देशभक्ति और समर्थन के भाव को अपने दिल में समाना चाहिए। हमें अपने देश के वीर सेनानियों को सम्मानित करना चाहिए और उनके बलिदान को समर्थन करना चाहिए। इससे हमारे देश के उज्जवल भविष्य की ओर एक प्रयास होता है और हम अपने देश के विकास में सक्रिय रूप से योगदान कर सकते हैं।

विषयविवरण
तारीख15 अगस्त
अवसरस्वतंत्रता दिवस
देशभारत
महत्वपूर्णताभारतीय स्वतंत्रता का पर्व
प्रारंभ वर्ष1947
भारतीय संविधानभारतीय संविधान का प्रारम्भ भी 15 अगस्त को हुआ था
देशभक्ति और उत्साहराष्ट्रगान गाने, ध्वज फहराने, सांस्कृतिक कार्यक्रम
समारोह और धूमधामस्कूल, कॉलेज, सरकारी दफ्तरों में उत्सव आयोजित
स्वाधीनता संग्राममहात्मा गांधी, सुभाष चंद्र बोस, भगत सिंह, राजगुरु आदि नेता
समर्पणदेश के उद्दीपन के लिए समर्पित होने का अहसास
वीर सेनानियों का सम्मानउन्हें याद करने और समर्थन करने का अवसर

15 अगस्त का महत्व विश्व में भी बड़ा है। यह दिन भारतीय स्वतंत्रता के लिए एक महत्वपूर्ण अध्याय का साक्षी है। 1947 में इस दिन भारत ने ब्रिटिश शासन से अपनी आजादी प्राप्त की थी और एक स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में उभरी थी। इस दिन के आगमन से पूरे देश में खुशियाँ मनाई गई थीं और लोग एक-दूसरे को बधाई देने आए थे।

15 अगस्त, 1947 को भारत ने ब्रिटिश शासन से अपनी स्वतंत्रता हासिल की थी। महात्मा गांधी, पंडित जवाहरलाल नेहरू, सरदार वल्लभभाई पटेल, भगत सिंह, सुभाष चंद्र बोस और अनेक वीर सेनानियों ने इस स्वतंत्रता संग्राम में अपना बलिदान दिया था। इस दिन के बाद से भारत एक संयुक्त राष्ट्र के रूप में अपनी पहचान बना रहा है।

समर्थन के तरीके:

स्वतंत्रता दिवस को खास बनाने के लिए हमें भारत के वीर सेनानियों को सम्मानित करने का समय निकालना चाहिए। हम उन्हें शुभकामनाएँ देने और उनके बलिदान को सराहने के लिए उनके सम्मान में विशेष कार्यक्रम आयोजित कर सकते हैं। इससे हमारे समाज में देशभक्ति और राष्ट्रीय उत्साह की भावना उत्पन्न होती है। हम अपने स्कूलों में देशभक्ति गाने गाते हैं, राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं, और वीर सेनानियों के बारे में जानकारी देते हैं।

स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर हमें भारतीय संस्कृति को भी बढ़ावा देना चाहिए। हमें अपनी भाषा, संस्कृति, और विरासत के प्रति गर्व महसूस होना चाहिए। इससे हमारे स्कूल के बच्चे अपनी संस्कृति के प्रति सम्मान रखते हैं और उसे आगे बढ़ाते हैं।

स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर हमें अपने देश के विकास में सक्रिय रूप से शामिल होना चाहिए। हमें अपने देश के लिए काम करने का संकल्प करना चाहिए और उसके लिए सहयोग करना चाहिए। इससे हम अपने देश के प्रति अपने दायित्व को निभाते हैं और उसे एक उच्चतम स्तर पर ले जाते हैं।

स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर हमें अपने देश के वीर सेनानियों को सम्मानित करने के साथ-साथ उनके बलिदान को समर्थन करने का भी मौका मिलता है। हम उन्हें शुभकामनाएं देते हैं और उनके साहसिक कार्यों को सराहते हैं। इससे हमारे देश के वीर सेनानियों को समर्थन मिलता है और हम उनके बलिदान को याद करते हैं।

संक्षिप्त में, 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस एक महत्वपूर्ण राष्ट्रीय उत्सव है जो भारतीय स्वतंत्रता का सम्मान करता है और वीर सेनानियों को सम्मानित करने के लिए अवसर प्रदान करता है। हमें इस दिन को खास बनाने के लिए स्कूल में समर्थन शाला, विशेष कार्यक्रम, और संस्कृति सम्मेलन का आयोजन करना चाहिए। इससे हमारे स्कूल के बच्चे देशभक्ति और राष्ट्रीय उत्साह की भावना से प्रभावित होते हैं और उन्हें देश के उत्थान में सक्रिय रूप से योगदान करने का अहसास होता है।

इस प्रकार, 15 अगस्त पर निबंध हमें यह बताता है कि हमारे देश की स्वतंत्रता के लिए लड़ने वाले वीर सेनानियों के बलिदान को समर्थन करना कितना महत्वपूर्ण है। इस दिन को हमें खास बनाने के लिए हमें स्कूलों में विशेष कार्यक्रम आयोजित करने चाहिए और बच्चों को देशभक्ति और राष्ट्रीय उत्साह के प्रति प्रेरित करना चाहिए। हमें अपने देश की संस्कृति, विरासत, और विकास के प्रति गर्व महसूस करना चाहिए और अपने देश के लिए सक्रिय रूप से योगदान करने का संकल्प करना चाहिए। इससे हम एक समृद्ध, उज्ज्वल, और समृद्धि युक्त भारत की ओर एक कदम आगे बढ़ सकते हैं।

स्वतंत्रता दिवस पर अगर आपको भाषण देना हो तो इस तरह करे तैयारी

क्या आपको भारतीय स्वतंत्रता दिवस का महत्व और इस दिन के उत्सव के बारे में जानकारी है? इस विशेष दिन को आप अपने स्कूल में कैसे मनाना चाहेंगे? हमें नीचे दिए गए सवालों के जवाब देने में खुशी होगी:

  • क्या 15 अगस्त को आपके स्कूल में कोई विशेष कार्यक्रम आयोजित होता है?
  • आपके स्कूल में कैसे वीर सेनानियों को सम्मानित किया जाता है?
  • आपको अपने देश के वीर सेनानियों के बारे में कौन से ज्ञात हैं?
  • आपके स्कूल में किस प्रकार से देशभक्ति का माहौल संजोता जाता है?
  • आपके परिवार या दोस्तों के साथ आप किस तरह से स्वतंत्रता दिवस मनाते हैं?

ध्यान देने योग्य बातें:

  • आपका उत्तर संक्षेप्त और सार्थक होना चाहिए।
  • अपने उत्तरों को संगठित रखें और सुन्दर भाषा में लिखें।
  • अपने उत्तरों में विवरण और उदाहरण देने से आपके उत्तर में गहराई आएगी।
  • अपने उत्तर में क्रिएटिविटी और अपने विचारों को व्यक्त करने का प्रयास करें।

यानी स्वतंत्रता दिवस के इस अवसर पर आप अपने देश के प्रति अपनी भावनाओं को बयां कर सकते हैं, अपने देश के वीर सेनानियों के बलिदान को समर्थन कर सकते हैं और एक अच्छे नागरिक के रूप में अपना योगदान दे सकते हैं। आप अपने स्कूल में समर्थन शाला का आयोजन करके वीर सेनानियों को सम्मानित कर सकते हैं और देशभक्ति गानों के आयोजन से आपके स्कूल में एक उत्साहपूर्ण वातावरण सृजित होगा।

इस स्वतंत्रता दिवस पर आपको अपने देश के वीर सेनानियों के बलिदान को समर्थन करने का एक अवसर मिलता है। आप उन्हें शुभकामनाएं देकर उनके साहसिक कार्यों को सराह सकते हैं और उनके बलिदान को याद करके उन्हें धन्यवाद दे सकते हैं। इससे आपके दिल में देश के प्रति एक अलग ही अनुभव होगा और आप एक अच्छे नागरिक के रूप में सक्रिय रूप से योगदान देने के लिए प्रेरित होंगे।

स्वतंत्रता दिवस के इस खास अवसर पर आप अपने स्कूल में समर्थन शाला का आयोजन कर सकते हैं और उसमें अपने समूह के साथ मिलकर वीर सेनानियों को सम्मानित कर सकते हैं। आप विभिन्न प्रतियोगिताओं, नाटकों, और भाषणों के माध्यम से वीर सेनानियों के बारे में जानकारी दे सकते हैं। इससे आपके स्कूल में देशभक्ति की भावना उत्पन्न होगी और आपके समूह के सभी सदस्य एक संघर्ष के लिए एकजुट होंगे।

अपने परिवार और दोस्तों के साथ आप स्वतंत्रता दिवस को खास बना सकते हैं। आप इस दिन को गाने गाकर, फिल्में देखकर, और विभिन्न राष्ट्रीय विषयों पर चर्चा करके इसे यादगार बना सकते हैं। आप अपने परिवार के सभी सदस्यों के साथ मिलकर एकजुट होकर देशभक्ति का एहसास कर सकते हैं ।

आपके सवालों के जवाब

भारत की स्वतंत्रता किसने लड़ी थी.

उत्तर: भारत की स्वतंत्रता के लिए महात्मा गांधी, सुभाष चंद्र बोस, जवाहरलाल नेहरू, भगत सिंह, राजगुरु और अन्यों ने समर्थन किया और वीरता से लड़ाई दी थी।

स्वतंत्रता दिवस को क्यों मनाया जाता है?

उत्तर: स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त को मनाया जाता है क्योंकि इस दिन वर्ष 1947 में भारत ने ब्रिटिश शासन से स्वतंत्रता प्राप्त की थी।

स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर देशवासियों को कैसे योजनाएं बनाने के लिए प्रोत्साहित किया जा सकता है?

उत्तर: स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर देशवासियों को समृद्धि के लिए योजनाएं बनाने के लिए उत्साहित किया जा सकता है। सरकार और सामाजिक संगठनों को लोगों को रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य, और सामाजिक क्षेत्रों में योजनाएं बनाने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए।

स्वतंत्रता के लिए समर्पण करने का महत्व क्या है?

स्वतंत्रता के लिए समर्पण करना भारत के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। हमारे समर्पण और संघर्ष से हम अपने देश को एक महान और सशक्त राष्ट्र बना सकते हैं।

स्वतंत्रता दिवस का महत्व किसे याद दिलाने के लिए ध्वज गिराने का विधान है?

स्वतंत्रता दिवस के दौरान ध्वज गिराने का विधान है ताकि लोग स्वतंत्रता के महत्व को याद रखें और इसे समर्थन करें। यह ध्वज गिराने का विधान लोगों को यह समझाता है कि हमें स्वतंत्रता के अर्थ को समझना और उसे महसूस करना चाहिए।

स्वतंत्रता दिवस हमारे लिए एक गर्व और उत्साह का दिन है। यह दिन हमें अपने देश के प्रति समर्पित होने का अहसास दिलाता है और हमें यह याद दिलाता है कि हमारे पूर्वजों ने किसी महंगी कीमत पर हमें आजाद देश में जन्म देने का संकल्प किया था। हमें इस दिन को याद करके अपने देश के लिए समर्पण करना चाहिए और देश के उन वीर सेनानियों को सम्मानित करना चाहिए जिन्होंने अपने प्राणों की आहुति देकर हमारे देश की स्वतंत्रता को सच्ची बड़ी कीमत पर हासिल किया।

इस विशेष दिन पर हमें अपने देश की संस्कृति, विरासत, और विकास के प्रति गर्व महसूस करना चाहिए। हमें भारतीय संस्कृति को बढ़ावा देना चाहिए और अपने देश के विकास में सक्रिय रूप से शामिल होना चाहिए। हमें यह भी समझना चाहिए कि स्वतंत्रता के साथ जिम्मेदारी भी आती है और हमें अपने देश के प्रति उन्नति के लिए समर्पण करना चाहिए।

आइये, हम सभी मिलकर अपने देश के विकास में योगदान दें और देश की स्वतंत्रता, समृद्धि, और समृद्धि के लिए समर्पित रहें। हमारे पूर्वजों के संघर्षों और बलिदान को समझकर हम एक उच्चतम दृष्टिकोण से अपने देश के उत्थान में सहायता कर सकते हैं। स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।

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स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त पर निबंध, महत्व

essay on independence day for class 2 in hindi

By विकास सिंह

independence day essay in hindi

विषय-सूचि

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध, 100 शब्द

भारत में 1947 से 15 अगस्त की तारीख भारतीय इतिहास में एक बहुत ही महत्वपूर्ण दिन बन गया है। यह वर्ष 1947 का सबसे भाग्यशाली दिन था जब भारतीय स्वतंत्रता सेनानियों के कठिन संघर्ष और बलिदान के बाद भारत स्वतंत्र हुआ। हमने कड़े संघर्ष के बाद आजादी हासिल की।

जब भारत को अपनी स्वतंत्रता मिली, भारत की जनता ने अपने पहले प्रधानमंत्री, पंडित जवाहरलाल नेहरू को चुना था, जिन्होंने पहली बार राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली में लाल किले पर तिरंगा राष्ट्रीय ध्वज फहराया था। सभी लोग इस विशेष दिन को हर साल बहुत खुशी के साथ मनाते हैं।

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध, 150 शब्द

1947 में 15 अगस्त को भारत को आजादी मिली, इसलिए भारत के लोग हर साल इस खास दिन को 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाते हैं। राष्ट्रीय राजधानी, नई दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम समारोह में, भारत के प्रधान मंत्री ने लाल किले पर सुबह जल्दी राष्ट्रीय ध्वज फहराया, जहाँ लाखों लोग ने स्वतंत्रता दिवस समारोह में भाग लिया था।

लाल किले, नई दिल्ली में उत्सव के दौरान भारतीय छात्रों द्वारा मार्च पास्ट सहित कई कार्य किए जाते हैं और स्कूली छात्रों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम किए जाते हैं। राष्ट्रीय ध्वज की मेजबानी और राष्ट्रीय गान (जन गण मन) के पाठ के बाद, भारत के प्रधान मंत्री अपना वार्षिक भाषण देते हैं।

भारत के स्वतंत्रता दिवस पर, हम उन सभी महान हस्तियों को याद करते हैं जिन्होंने भारत की स्वतंत्रता में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान, राष्ट्रीय झंडे की मेजबानी स्कूल और कॉलेजों में भी की जाती है, जहाँ शिक्षकों और छात्रों द्वारा कई गतिविधियाँ की जाती हैं।

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध, independence day essay in hindi (200 शब्द)

भारत के नागरिक दशकों तक ब्रिटिश शासन के अधीन रहे। ब्रिटिश अधिकारियों ने अपने धन का देश लूट लिया और भारतीयों के साथ बुरा व्यवहार किया। कभी सोने की चिड़िया कहे जाने वाले भारत को अंग्रेजों के हाथों काफी नुकसान उठाना पड़ा।

अंग्रेजों ने भारत के नागरिकों को गुलाम माना। उन्होंने भारतीयों को कठिन परिश्रम कराया और उन्हें समान रूप से भुगतान किया। यहाँ के लोग असहाय महसूस करते थे और अंग्रेजों के निर्देशों का पालन करते हुए अपना सिरा पूरा करते थे। हालांकि, हम उन लोगों के लिए आभारी हैं जिन्होंने साहस दिखाया और अंग्रेजों के साथ आंखें मिलाकर खड़े हो गए।

इन भारतीय क्रांतिकारियों ने अंग्रेजों के अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाई और कई अन्य लोगों को ऐसा करने के लिए प्रेरित किया। ब्रिटिश शासन के खिलाफ अवज्ञा व्यक्त करने के लिए समय-समय पर कई विरोध प्रदर्शन और रैलियां आयोजित की गईं। जबकि इनमें से कुछ क्रांतिकारियों जैसे महात्मा गांधी ने अपने लक्ष्य को आगे बढ़ाने के लिए अहिंसा के मार्ग का अनुसरण किया, दूसरों ने अंग्रेजों से लड़ने और उन्हें दूर करने के लिए आक्रामक रुख अपनाया।

इन दोनों प्रकार के क्रांतिकारियों के संयुक्त प्रयासों ने भुगतान किया और भारत को अंततः 15 अगस्त 1947 को स्वतंत्रता मिली। तब से, प्रत्येक वर्ष 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह पूरे देश में धूमधाम से मनाया जाता है।

independence day

250 शब्द:

भारत में स्वतंत्रता दिवस हर साल 15 अगस्त को राष्ट्रीय अवकाश के रूप में मनाया जाता है जब लोग ब्रिटिश शासन से हमारे राष्ट्र की स्वतंत्रता की लंबी घटना को याद करते हैं। भारत को आजादी के बहुत सारे आंदोलन के बाद 1947 में 15 अगस्त को आजादी मिली, जिसके दौरान कई स्वतंत्रता सेनानियों ने अपने जीवन का बलिदान दिया।

आजादी के बाद, 1947 में 17 अगस्त को जवाहरलाल नेहरू पहले भारतीय प्रधानमंत्री बने जिन्होंने दिल्ली के लाहौर गेट के पास लाल किले में राष्ट्रीय ध्वज फहराया। छात्र, शिक्षक, माता-पिता और अन्य लोग राष्ट्रीय ध्वज फहराकर और राष्ट्रीय गान गाकर स्वतंत्रता दिवस मनाने के लिए एक साथ आते हैं।

लाल किले पर राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली में भारतीय प्रधान मंत्री द्वारा तिरंगा राष्ट्रीय ध्वज की भी मेजबानी की जाती है। उसके बाद 21 तोपों से सलामी दी जाती है और झंडे पर हेलीकॉप्टर से तिरंगे फूल बरसाए जाते हैं। हमारे ध्वज का तिरंगा साहस और बलिदान के लिए केसरिया, शांति और सच्चाई के लिए सफेद और विश्वास और शिष्टता के लिए हरे रंग का प्रतिनिधित्व करता है।

हमारे झंडे के केंद्र में एक अशोक चक्र है जिसमें समान रूप से 24 स्पाइक्स वितरित किए गए हैं। इस विशेष दिन में हम भारत की स्वतंत्रता में उनके अविस्मरणीय योगदान के लिए भगत सिंह, सुखदेव, राज गुरु, गांधीजी और अन्य साहसी स्वतंत्रता सेनानियों के महान बलिदानों को याद करते हैं।

स्कूलों में स्वतंत्रता दिवस समारोह पर छात्रों ने स्वतंत्रता सेनानियों के विषयों पर भाषण दिया। वे परेड में शामिल होते हैं, मार्च पास्ट करते हैं, देशभक्ति के गीत गाते हैं, अन्य लोग अपने-अपने तरीके से इस दिन को मनाते हैं जैसे देशभक्ति की फिल्में देखना, परिवार के साथ घर से बाहर जाना, दोस्तों से मिलना या सार्वजनिक स्थानों पर आयोजित कार्यक्रमों में भाग लेना ।

स्वतंत्रता दिवस का महत्व पर निबंध, independence day essay in hindi (300 शब्द)

प्रस्तावना:.

15 अगस्त, स्वतंत्रता दिवस, भारत के नागरिकों के लिए एक विशेष महत्व रखता है। यह एक दिन है जो उन्हें स्वतंत्रता सेनानियों द्वारा किए गए बलिदानों की याद दिलाता है। यह उन्हें देशभक्ति की भावना से प्रेरित करता है और उन्हें अपने देश के लिए कुछ करने के उत्साह के साथ प्रेरित करता है।

स्वतंत्रता सेनानियों के सम्मान का एक निशान:

भारत दशकों तक ब्रिटिश शासन के अधीन रहा था। अंग्रेजों का अत्याचार समय के साथ बढ़ता गया। कई भारतीय अंग्रेजों से लड़ने और उन्हें देश से भगाने के लिए आगे आए। बाल गंगाधर तिलक, शहीद भगत सिंह, महात्मा गांधी, सरोजिनी नायडू, रानी लक्ष्मी बाई और सुभाष चंद्र बोस जैसे स्वतंत्रता सेनानियों के नेतृत्व में, भारत के नागरिक एक साथ आए और अपनी स्वतंत्रता के लिए लड़े।

वे इन नेताओं से प्रेरित थे और स्वतंत्रता संग्राम में निस्वार्थ रूप से भाग लिया। कई विरोध प्रदर्शन हुए और कई आंदोलन शुरू किए गए। इन घटनाओं के दौरान कई लोगों ने अपनी जान गंवा दी और अन्य लोग जेल चले गए लेकिन इससे अंग्रेजों से लड़ने की उनकी भावना कम नहीं हुई। स्वतंत्रता दिवस हमें उनके बलिदानों को याद दिलाने का एक तरीका है और इस प्रकार हमारे देश के नागरिकों के लिए विशेष महत्व रखता है।

आजादी का जश्न मनाएं फिर भी बने रहें:

स्वतंत्रता दिवस हमारी स्वतंत्रता का जश्न मनाने का एक तरीका भी है। जिस दिन हमारे देश ने स्वतंत्रता प्राप्त की, भारत के नागरिकों ने सच्ची स्वतंत्रता का स्वाद चखा। उन्होंने इस नई आजादी का जश्न मनाया और इस दिन को साल-दर-साल उसी भावना के साथ मनाया जाता है। हालांकि, यह हमें अपनी जड़ों के करीब होने के महत्व को भी याद दिलाता है और ऊंची उड़ान भरने और स्वतंत्र महसूस करने के बावजूद भी जमीनी स्तर पर बना रहता है।

निष्कर्ष:

भारत के लोग उन लोगों के शुक्रगुजार हैं जिन्होंने अपने देश की आजादी के लिए लड़ाई लड़ी। वे हर साल 15 अगस्त को अपनी स्वतंत्रता का जश्न मनाते हैं जिसे भारतीय स्वतंत्रता दिवस के रूप में चिह्नित किया गया है। दिन वास्तव में प्रत्येक भारतीय के लिए विशेष है। यह स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है जिस तरह से इस दिन को पूरे देश में मनाया जाता है।

स्वतंत्र दिवस पर निबंध, essay on independence day in hindi, (400 शब्द)

स्वतंत्रता दिवस भारत में बहुत उत्साह के साथ मनाया जाता है और सभी भारतीय नागरिकों के लिए बहुत महत्व रखता है। इस दिन देश के विभिन्न स्थानों पर भारतीय ध्वज फहराया जाता है। पूरे देश में कार्यालयों, स्कूलों, आवासीय समितियों और अन्य स्थानों पर कई छोटे और बड़े कार्य आयोजित किए जाते हैं। इन स्वतंत्रता दिवस समारोहों की प्रमुख विशेषताएं इस प्रकार हैं।

ध्वज आरोहण भारतीय ध्वज, तिरंगा, उत्सव की शुरुआत में फहराया जाता है। सभी लोग ध्वजारोहण के दौरान जश्न के लिए खड़े हुए थे, जिसके बाद राष्ट्रगान, जन, गण, मन किया जाता है। लोग राष्ट्रगान के लिए ध्यान की स्थिति में खड़े होकर सम्मान करते हैं जब इसे बजाया जाता है।

भाषण अगली पंक्ति में आम तौर पर मुख्य अतिथि या आयोजन समिति के कुछ सदस्य का भाषण होता है। स्कूलों और कॉलेजों में, भाषण आमतौर पर प्रिंसिपल द्वारा दिया जाता है। यह भाषण उस तरह से है जिस तरह से भारत को ब्रिटिश शासन से अपनी आजादी मिली और उपनिवेशित भारत में रहने वाले लोगों के सामने चुनौतियाँ थीं।

कविता पाठ देशभक्ति के गीत और कविता लोगों द्वारा इस घटना का आनंद लेने और महान आत्माओं को याद करने के लिए गाया जाता है, जिन्होंने निस्वार्थ रूप से अपने जीवन का बलिदान दिया ताकि उनके साथी नागरिक स्वतंत्र देश में रह सकें।

प्रतियोगिताएं इस दिन वाद-विवाद और प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती हैं और लोग इनमें सक्रिय रूप से भाग लेते हैं। इन प्रतियोगिताओं का विषय स्वतंत्रता दिवस के आसपास घूमता है। यह प्रतिभागियों के साथ-साथ दर्शकों को देश के लिए देशभक्ति की भावना के करीब लाता है।

सांस्कृतिक गतिविधियां इस कार्यक्रम के स्वाद को जोड़ने के लिए विभिन्न सांस्कृतिक गतिविधियाँ आयोजित की जाती हैं। नृत्य और गायन प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती हैं। प्रतिभागी आमतौर पर विभिन्न राज्यों के नृत्य रूपों का प्रदर्शन करते हैं। उन्हें रंग-बिरंगे परिधानों में पहने जाने वाले नृत्य के रूप में देखा जाता है, जिसे वे चुनते हैं। इन प्रदर्शनों के दौरान पूरा वातावरण मस्ती और मस्ती से भर जाता है।

मिठाई वितरण स्वतंत्रता दिवस पर मिठाई वितरण की रस्म भी उतनी ही पुरानी है, जितना कि खुद दिन। जबकि पहले इस दिन लड्डू बांटे जाते थे, इन दिनों लोगों के बीच अलग-अलग तरह की मिठाइयां बांटी जाती हैं। बाजार में इन दिनों सुंदर और स्वादिष्ट त्रिकालकालीन मिठाइयाँ उपलब्ध हैं। ये आयोजन मनाने के लिए विभिन्न स्थानों पर वितरित किए जाते हैं।

लोग एथनिक वियर में ज्यादातर भगवा, सफेद या हरे रंग या इन के संयोजन में पहनते हैं। ट्राइ-कलर बैच, हेयर बैंड और रिस्ट बैंड पहनना भी इन दिनों प्रचलन में है। पूरा माहौल देशभक्ति की भावना से ओतप्रोत है। इस दिन पूरा देश एकजुट होता है।

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध, essay on independence day in hindi (500 शब्द)

हम स्वतंत्र भारत के नागरिक हमारे देश से प्यार करते हैं और इसका हिस्सा बनने पर गर्व करते हैं। 15 अगस्त को मनाया जाने वाला स्वतंत्रता दिवस हम सभी के लिए एक विशेष महत्व रखता है। यह देश भर के विभिन्न स्कूलों, कॉलेजों, कार्यालयों और अन्य स्थानों में बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है।

हम उन लोगों की याद में स्वतंत्रता दिवस मनाते हैं जिन्होंने हमें एक स्वतंत्र राष्ट्र देने के लिए अपने प्राणों की आहुति दी और हमारे द्वारा प्रदान की गई स्वतंत्रता का भी आनन्द लिया। हालांकि, इस दिन भव्य समारोह के लिए केवल यही कारण नहीं हैं। यहाँ विभिन्न कारण हैं कि हम स्वतंत्रता दिवस क्यों मनाते हैं और इसका महत्व हमारे लिए है:

स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि: 

स्वतंत्रता दिवस के उत्सव के मुख्य कारणों में से एक स्वतंत्रता सेनानियों को याद करना है जिन्होंने अपने जीवन का बलिदान किया ताकि हम स्वतंत्र राष्ट्र में स्वतंत्र रूप से सांस ले सकें। उत्सव उन सभी महान आत्माओं को एक श्रद्धांजलि है। भाषणों को हमारे स्वतंत्रता सेनानियों के वीरतापूर्ण कार्यों को बयान करने और हमारे देश को ब्रिटिश शासन से मुक्त करने के लिए धन्यवाद दिया जाता है। उनकी प्रशंसा में गाने गाए जाते हैं और इस दिन आयोजित विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम भी उन्हें समर्पित होते हैं।

आभारी होना और विनम्र होना: 

जिन लोगों ने ब्रिटिश शासनकाल के दौरान हुए नरसंहार को देखा और उस दौरान जिस तरह की कठिनाइयों का सामना करना पड़ा वह अधिक विनम्र है। उन्होंने जीवन की वास्तविक कठिनाइयों को देखा है और अच्छे समय को महत्व दिया है। युवा पीढ़ी में कृतज्ञता और विनम्र रवैया की यह भावना गायब है। स्वतंत्रता दिवस समारोह वास्तविक दुनिया की समस्याओं के बारे में लोगों को परिचित करने और उन्हें जो कुछ भी दिया गया है उसके लिए आभारी होने का एक तरीका है।

स्वतंत्रता की भावना का जश्न मनाएं: 

स्वतंत्रता और स्वतंत्रता की सच्ची भावना का जश्न मनाने के लिए स्वतंत्रता दिवस भी मनाया जाता है। हमारे देश के नागरिकों की खुशी कोई सीमा नहीं थी क्योंकि स्वतंत्रता सेनानियों के प्रयासों का भुगतान किया गया था और उन्होंने 1947 में स्वतंत्रता प्राप्त की। उन्होंने सच्ची स्वतंत्रता का अनुभव किया और सच्ची स्वतंत्रता की यह भावना प्रत्येक वर्ष मनाई जाती है।

लव फॉर अवर कंट्री अलाइव 

पूरा देश स्वतंत्रता दिवस के आसपास देशभक्ति की भावना से भर जाता है। देश की स्वतंत्रता के लिए एक विशेष दिन समर्पित करना और इसे विभिन्न भागों में मनाना देश के लिए प्यार और सम्मान दिखाने का एक शानदार तरीका है। यह हमारे दिल में अपने देश के लिए प्यार को जिंदा रखने का एक तरीका है।

राष्ट्र की सेवा के लिए युवा पीढ़ी को प्रेरित करें 

स्वतंत्रता दिवस समारोह युवा मन को राष्ट्र की सेवा के लिए समर्पित करने के लिए प्रेरित करने का एक तरीका है जैसा कि पहले की पीढ़ियों के लोगों ने किया था। स्वतंत्रता सेनानियों के वीरतापूर्ण कार्य और उनके देश के प्रति प्रेम और समर्पण युवा पीढ़ी में देशभक्ति की भावना जगाते हैं और वे जिस भी तरह से चाहें राष्ट्र की सेवा करने के लिए प्रेरित होते हैं।

इस प्रकार, विभिन्न कारणों से स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता है। सटीक होने के लिए, देशभक्ति की भावना को जीवित रखने के लिए दिन मनाया जाता है और साथ ही साथ स्वतंत्रता की भावना का आनंद लिया जाता है। स्वतंत्रता दिवस हमारे देश में एक राष्ट्रीय अवकाश है और इस प्रकार निकट और प्रियजनों के साथ बंधन और एक साथ दिन मनाने का भी समय है।

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध, independence day essay in hindi, (600 शब्द)

भारत में स्वतंत्रता दिवस प्रत्येक वर्ष 15 अगस्त को मनाया जाता है। देश लगभग 200 साल पहले से ही अंग्रेजों के शासन के अधीन था, अंत में यह उनके चंगुल से खुद को मुक्त कर लिया और एक स्वतंत्र राष्ट्र बन गया। 15 अगस्त तब से आजादी का जश्न मनाने का दिन बन गया है। यह उन स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि के रूप में भी मनाया जाता है जिन्होंने हमें जीने के लिए एक बेहतर जगह देने के लिए अपना जीवन लगा दिया।

यह भारत के प्रत्येक नागरिक द्वारा बड़े उत्साह और साहस के साथ मनाया जाता है क्योंकि स्वतंत्रता दिवस उनके लिए बहुत मायने रखता है और बहुत महत्वपूर्ण है। यहां बताया गया है कि यह स्कूलों, कॉलेजों के साथ-साथ पूरे देश में कैसे मनाया जाता है और देश के छात्रों और नागरिकों के लिए इसका क्या महत्व है:

स्कूलों / कॉलेजों में स्वतंत्रता दिवस समारोह:

चूंकि 15 अगस्त एक राष्ट्रीय अवकाश है, इसलिए देश के अधिकांश स्कूलों और कॉलेजों में स्वतंत्रता दिवस समारोह एक दिन पहले आयोजित किया जाता है। देश के कई स्कूलों, कॉलेजों और अन्य शिक्षण संस्थानों में पूर्ण स्वतंत्रता दिवस समारोह मनाया जाता है।

देश भर के स्कूलों और कॉलेजों में स्वतंत्रता दिवस समारोह में ध्वजारोहण, भाषण, वाद-विवाद और क्विज प्रतियोगिताओं, नृत्य, कविता पाठ और विभिन्न अन्य सांस्कृतिक गतिविधियां शामिल हैं। छात्र इन गतिविधियों के बारे में रोमांचित होते हैं और पूरे मन से उनमें भाग लेते हैं। प्राथमिक विंग के छात्रों को स्वतंत्रता सेनानियों के रूप में कपड़े पहने हुए भी देखा जाता है। ये गतिविधियाँ छात्रों को उनकी जड़ों के करीब ले जाती हैं और उन्हें देशभक्ति की भावना से भर देती हैं जो अन्यथा इस पीढ़ी में गायब है।

कार्यालयों में स्वतंत्रता दिवस समारोह:

स्वतंत्रता दिवस से एक दिन पहले कार्यालयों में उत्सव भी मनाया जाता है। कार्यालयों में, कर्मचारियों को आमतौर पर स्वतंत्रता दिवस की थीम के साथ रखने के लिए भगवा, सफेद या हरे रंग की पोशाक पहनने के लिए कहा जाता है। लोगों को उल्लिखित रंगों में जातीय कपड़े पहने देखा जाता है और पूरा वातावरण जगमगा उठता है।

देशभर के कई कार्यालयों में ध्वजारोहण किया जाता है। कर्मचारियों के बीच बंधन को मजबूत करने के लिए विशेष लंच आयोजित किए जाते हैं। त्रि-रंग के चावल और मिठाइयां इन लंच का एक हिस्सा बनते हैं। मौके पर लोग भाषण देने के लिए भी आगे आते हैं। कुछ कार्यालय भावना को जोड़ने के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित करते हैं।

आवासीय क्षेत्रों में स्वतंत्रता दिवस समारोह:

विभिन्न आवासीय क्षेत्रों के निवासी कल्याण संघ इन दिनों स्वतंत्रता दिवस मनाने की पहल करते हैं। लोग अपने सच्चे अर्थों में दिन मनाने के लिए स्वतंत्रता दिवस पर सुबह घंटों के दौरान पास के एक पार्क में इकट्ठा होते हैं। वे स्वतंत्रता दिवस की थीम के अनुसार तैयार होते हैं और कार्यक्रम के दौरान आयोजित विभिन्न गतिविधियों में भाग लेते हैं। उत्सव की शुरुआत में ध्वजारोहण किया जाता है।

ध्वज को फहराने के बाद बजने वाले राष्ट्रगान के सम्मान में लोग ध्यान देने की स्थिति में खड़े होते हैं। इन समारोहों के दौरान देशभक्ति के गाने पूरी मात्रा में बजाए जाते हैं और लोगों को देशभक्ति की भावना में डूबे हुए देखा जाता है। इन आयोजनों के दौरान नृत्य और कविता पाठ प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है।

फैंसी ड्रेस प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जाती हैं, जिसमें बच्चों को स्वतंत्रता सेनानियों जैसे कि जवाहरलाल नेहरू, सरोजिनी नायडू, भगत सिंह, आदि के रूप में देखा जाता है।

इन प्रतियोगिताओं का पालन ज्यादातर ब्रंच द्वारा किया जाता है। लोग इन आयोजनों के दौरान एक साथ बैठकर भोजन का आनंद लेते हैं। यह एक पड़ोसी के साथ बंधन का एक अच्छा समय है।

पतंगबाजी

हमारे देश के कई हिस्सों में स्वतंत्रता दिवस पर एक अनुष्ठान के रूप में पतंगबाजी की जाती है। आसमान में स्वतंत्र रूप से उड़ने वाली रंगीन पतंगें आजादी का प्रतीक मानी जाती हैं। पतंगबाजी की गतिविधि का आनंद लेने के लिए लोग अपनी छत पर जाते हैं या पास के मैदान में जाते हैं। वे इस गतिविधि का आनंद लेने के लिए अपने दोस्तों और रिश्तेदारों को आमंत्रित करते हैं। यह बहुत मज़ेदार है। पतंग उड़ाने की प्रतियोगिताएं भी विभिन्न स्थानों पर आयोजित की जाती हैं और लोग पूरे उत्साह के साथ इनमें भाग लेते हैं।

स्वतंत्रता दिवस स्वतंत्रता का जश्न मनाने का दिन है। यह उन महान आत्माओं को याद करने का भी दिन है जो अपने अधिकारों के लिए खड़े हुए और अपने जीवन की परवाह किए बिना लड़े। यह पूरे देश में बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है।

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विकास नें वाणिज्य में स्नातक किया है और उन्हें भाषा और खेल-कूद में काफी शौक है. दा इंडियन वायर के लिए विकास हिंदी व्याकरण एवं अन्य भाषाओं के बारे में लिख रहे हैं.

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Very nice 👍

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स्वतंत्रता दिवस पर निबंध | Essay on Independence Day in Hindi 500 Words | PDF

Essay on independence day in hindi.

Essay on Independence Day in Hindi 500 + Words (Download PDF) कक्षा 5, 6, 7, 8, 9, 10 के लिए – 15 अगस्त, स्वतंत्रता दिवस पर निबंध के माध्यम से भारत देश के आज़ाद होने और इस पावन पर्व पर देश तथा विदेश में कार्यक्रम पर प्रकाश डालेंगे। देश की आज़ादी को किस तरह से हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने अपने खून व बलिदान से प्राप्त किया।  तो आइये शुरू करते है- Essay on Independence Day in Hindi –

पशु – पक्षी आदि प्राणी भी स्वाभाविक रूप से सदैव स्वतंत्र रहकर जीवन यापन करना चाहते हैं। मनुष्य तो फिर भी सभी प्राणियों में श्रेष्ठ है। वह दूसरों के अधीन रहकर जीवन यापन नहीं कर सकता है। गुलामी के बाद जब किसी को भी स्वतंत्रता मिलती है तो उसके आनंद व हर्ष की कोई सीमा नहीं होती है। सैकड़ों वर्ष गुलाम रहने के बाद 15 अगस्त, 1947 को जब भारत स्वतंत्र हुआ है, उस समय यहां की जनता, नर-नारी, बालक, वृद्ध सभी हर्ष-विभोर हो उठे। तभी से प्रतिवर्ष 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है।

स्वतंत्रता आंदोलन

प्रारम्भ से ही समय-समय पर स्वतंत्रता के लिए संघर्ष होते रहे, लेकिन वे प्रयास सफल नहीं हो पाये। 1857 ईसवी में हुए आंदोलन को प्रथम स्वतंत्रता संग्राम कहा जाता है। इसमें महारानी लक्ष्मीबाई, नाना साहब, तात्या टोपे, बहादुर शाह जफर, मंगल पांडे, आदि का त्याग व बलिदान उल्लेखनीय हैं।

उसके बाद 1885 ईसवी में भारतीय राष्ट्र कांग्रेस की स्थापना की गई। इस संगठन के माध्यम से लक्ष्य प्राप्ति तक निरंतर संघर्ष चलता रहा। इसमें अनेक भारतीय सपूतों के त्याग, तपस्या और बलिदान की अमर कथाएं जुड़ी हैं।

इस देश को स्वतंत्र कराने के लिए जहां एक और महात्मा गांधी के नेतृत्व में अहिंसात्मक शांतिपूर्ण आंदोलन चल रहा था। वहीं दूसरी ओर वीर भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद, शहीद रामप्रसाद बिस्मिल, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, आत्म बलिदान द्वारा क्रांति का संचालन कर रहे थे। जिसमें भारत माता की अनेक सपूत शहीद हुए। उक्त दोनों नरम दल और गरम दल के अथक प्रयासों से ही हमें सैकड़ों वर्षो के बाद स्वतंत्रता मिली।

ये भी देखें – Essay on science is a boon or curse in Hindi

स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर

स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर यानी 14 अगस्त की रात को देश के राष्ट्रपति अपना संदेश देश के नाम प्रसारित करते हैं, जो मीडिया के माध्यम से प्रसारित होता है। अपने संदेश में, वह सरकार की उपलब्धियों और भविष्य के लोगों की आशाओं और आकांक्षाओं पर प्रकाश डालते है। जनता अपने राष्ट्रपति के संदेश को बहुत ध्यान से सुनती है।

राष्ट्रीय स्तर पर स्वतंत्रता दिवस मनाने की परम्परा

भारत सरकार इस पावन पर्व को हर साल देश की राजधानी दिल्ली में बड़े उत्साह के साथ मनाती है। इसकी तैयारी राष्ट्रीय स्तर पर कई दिन पहले से ही शुरू हो जाती है. देश के प्रधानमंत्री 15 अगस्त को सुबह करीब 7:00 बजे दिल्ली में ऐतिहासिक लाल किले की प्राचीर पर राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं।

भेदी तोपों की गूंज के साथ इस पावन पर्व की शुरुआत के बाद देश को संदेश देते हैं. जिसका प्रसारण ऑल इंडिया रेडियो और दूरदर्शन के सभी केंद्रों द्वारा किया जाता है। अपने संदेश में, प्रधान मंत्री ने स्वतंत्रता दिवस के महत्व को बताते हुए अपनी सरकार की उपलब्धियों और नीतियों पर प्रकाश डालते है।

दिल्ली के विद्यालयों में

चूंकि यह त्योहार 15 अगस्त को दिल्ली में राष्ट्रीय स्तर पर मनाया जाता है। इसी वजह से दिल्ली के स्कूल में 1 दिन पहले यानी 14 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के शुभ दिन को बड़े ही उत्साह के साथ मनाया जाता है. इस उत्सव में विद्यालय के सभी छात्र-छात्राएं बड़े उत्साह के साथ भाग लेते हैं।

सबसे पहले स्कूल के प्रधानाचार्य राष्ट्रगान के साथ झंडा फहराते हैं। फिर छात्रों द्वारा विभिन्न कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाते हैं। कई छात्र देशभक्ति के गीत गाते हैं। अनेक व्याख्या देते हैं और अनेक भिन्न-भिन्न प्रकार के नाटक प्रस्तुत करते हैं। फिर एक खेल आयोजन होता है। अंत में राष्ट्रगान के साथ पुरस्कार वितरण कर कार्यक्रम का समापन किया जाता है।

देश और विदेश में

देश की प्रांतीय राजधानियों में राज्यपाल और मुख्यमंत्री ध्वजारोहण के साथ इस कार्यक्रम का उद्घाटन करते हैं. ध्वजारोहण सभी सरकारी कार्यालयों, स्कूलों और कॉलेजों के प्रमुखों द्वारा किया जाता है। विदेशों में भी यह पर्व बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। कार्यक्रम की शुरुआत प्रत्येक देश में भारत के दूतावासों में झंडा फहराने के साथ होती है। प्रत्येक देश के शासनाध्यक्ष भारत को बधाई संदेश भेजते हैं।

ये भी देखें – Essay on cricket in Hindi

हमारा यह राष्ट्रीय पर्व धर्मनिरपेक्ष राष्ट्रीय भावनाओं के साथ मनाया जाता है। यह राज्य के सभी धर्मों, जातियों, संप्रदायों और क्षेत्रों के लोगों द्वारा बहुत खुशी के साथ मनाया जाता है। इसमें किसी प्रकार का कोई भेदभाव नहीं है। हमारी कामना है कि हम इस पावन पर्व को युगों-युगों तक मनाते रहें। देश की रक्षा के लिए सभी देशवासियों को निहित स्वार्थों का त्याग कर सदैव प्रतिबद्ध रहना चाहिए।

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FAQs. on Independence Day in Hindi

स्वतंत्रता दिवस का क्या महत्व है.

उत्तर – स्वतंत्रता दिवस बहुत ही महत्वपूर्ण है यह हमे स्वतंत्रता सेनानियों की वीरता, त्याग और भावना को याद करता है जिन्होंने आजादी के लिए ब्रिटिश शासन से देश की लड़ाई लड़ी थी। स्वतंत्रता दिवस को राष्ट्रीय गौरव और सम्मान के रूप में जाना जाता है, इस दिन प्रधान मंत्री हर साल लाल किले से झंडा फहराते हैं और देश को शुभकामनाये देते हैं।

स्वतंत्रता दिवस का इतिहास क्या है?

उत्तर – हमारे पहले प्रधान मंत्री रह चुके, जवाहरलाल नेहरू ने 15 अगस्त, 1947 को भारत की स्वतंत्रता की घोषणा की और पहले भारतीय प्रधान मंत्री के रूप में शपथ लिया। 4 जुलाई, 1947 को ब्रिटिश हाउस ऑफ कॉमन्स ने भारतीय स्वतंत्रता विधेयक पारित किया।

अंग्रेजों ने भारत पर कितने वर्ष शासन किया?

उत्तर – भारत को गुलामी की जंजीरो ने जकड़ा हुआ था। यहाँ पर अंग्रेजों ने 200 वर्षों तक भारत पर शासन किया। हमे 1947 में इनसे छुटकारा मिला।

स्वतंत्रता दिवस से हम क्या सीख सकते हैं?

उत्तर – भारत के सभी नागरिकों को राष्ट्र के प्रति अपनी एकजुटता और एकता दिखाने के लिए स्वतंत्रता दिवस मनाने की जरूरत है। स्वतंत्रता दिवस उन स्वतंत्रता सेनानियों के प्रति हमारे सम्मान को भी प्रदर्शित करेगा जिन्होंने स्वतंत्रता के लिए अपने की आहुति दे दिया। यह पर्व सभी युवा पीढ़ी को देश सेवा करने के लिए प्रेरित करता है।

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स्वतंत्रता दिवस निबंध 10 lines (Independence Day Essay in Hindi) 100, 200, 300, 500, 600, 1000, शब्दों मे

essay on independence day for class 2 in hindi

Independence Day Essay in Hindi –  15 अगस्त 1947 का दिन भारत के स्वर्णिम इतिहास में अंकित हो गया है। यह वह दिन है जब भारत को 200 साल के ब्रिटिश शासन से आजादी मिली थी। यह एक कठिन और लंबा संघर्ष था जिसमें कई स्वतंत्रता सेनानियों और महापुरुषों ने हमारी प्यारी मातृभूमि के लिए अपने प्राणों की आहुति दी।

Independence Day Essay in Hindi भारत हर साल 15 अगस्त को अपना स्वतंत्रता दिवस मनाता है। स्वतंत्रता दिवस, जिसे हमारे देश के इतिहास में लाल-पत्र दिवस कहा जाता है, पूरे भारत में राष्ट्रीय अवकाश के रूप में मनाया जाता है।

Independence Day Essay in Hindi – स्वतंत्रता दिवस 2022 हमें भारत को ब्रिटिश शासन से मुक्त करने के लिए किए गए हमारे राजनीतिक असंतुष्टों द्वारा की गई हर तपस्या को याद करने में मदद करता है। 15 अगस्त 1947 को, भारत को ब्रिटिश साम्राज्यवाद से मुक्त घोषित किया गया और यह दुनिया की सबसे बड़ी वोट-आधारित प्रणाली, सबसे बड़े लोकतंत्र में बदल गया।

स्वतंत्रता दिवस पर इस निबंध में, छात्र भारत के स्वतंत्रता इतिहास की हर एक महत्वपूर्ण सूक्ष्मता को ट्रैक कर सकते हैं। वे अपनी परीक्षा की तैयारी के लिए इसका संकेत दे सकते हैं क्योंकि आमतौर पर सीबीएसई के पेपर में प्रश्नपत्र पूछे जाते हैं। इसके अतिरिक्त, वे इस लेख का उपयोग परीक्षा के दौरान बच्चों के लिए स्वतंत्रता दिवस निबंध के लिए अध्ययन सामग्री के रूप में कर सकते हैं।

स्वतंत्रता दिवस निबंध 10 पंक्तियाँ (Independence Day Essay 10 Lines in Hindi)

  • स्वतंत्रता दिवस हर साल 15 अगस्त को मनाया जाता है।
  • यह प्रत्येक भारतीय के लिए एक राष्ट्रीय अवकाश है।
  • इस दिन हम स्वतंत्रता के महान संघर्ष को याद करते हैं।
  • इस दिन हम अपने महान स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान को याद करते हैं।
  • हमारे देश का हर राज्य और केंद्र शासित प्रदेश इस दिन को बहुत उत्साह के साथ मनाते हैं।
  • लाल किले में, प्रमुख कार्यक्रमों में से एक प्रधान मंत्री द्वारा राष्ट्रीय ध्वज फहराना है।
  • इस शुभ दिन पर राष्ट्रपति भाषण देते हैं।
  • अपने राज्यों के मुख्यमंत्री राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं।
  • देशभक्ति के गीत और फिल्में सभी टीवी चैनलों पर प्रसारित की जाती हैं।
  • यह भारत के सबसे बड़े और भव्य त्योहारों में से एक है।

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स्वतंत्रता दिवस पर लघु निबंध (Short essay on Independence Day in Hindi)

Independence Day Essay in Hindi – स्वतंत्रता दिवस भारत के सबसे महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है। यह दिन हमें स्वतंत्रता की भावना में आनन्दित होने देता है। हमें इस तथ्य को भी स्वीकार करना चाहिए कि हमने स्वतंत्रता प्राप्त की, क्योंकि हम इसके लिए एक साथ लड़े थे; एक साथ रहकर ही हम अपनी स्वतंत्रता की और भी रक्षा कर पाएंगे। नीचे, हमने स्वतंत्रता दिवस पर कुछ प्रभावी लिखित निबंध प्रदान किए हैं, जो स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रमों के दौरान स्कूल जाने वाले बच्चों के लिए उपयोगी होंगे।

हमने यहां स्वतंत्रता दिवस पर लघु निबंध और स्वतंत्रता दिवस पर लंबे निबंध दोनों को आपकी सुगमता और स्वतंत्रता दिवस निबंध से संबंधित सभी प्रकार की आवश्यकता को पूरा करने के लिए प्रदान किया है। हमारे लघु निबंध बहुत आसान भाषा में लिखे गए हैं ताकि कक्षा 1, 2 और 3 के छात्र आसानी से पढ़ और सीख सकें। हमारे लंबे निबंध उच्च कक्षाओं के छात्रों के लिए बहुत सार्थक और उपयोगी हैं। रचनात्मक रूप से लिखे गए ये निबंध आपके विद्यालय में आयोजित निबंध लेखन प्रतियोगिता, अनुच्छेद लेखन, वाद-विवाद आदि में बहुत उपयोगी सिद्ध होंगे। इन निबंधों के माध्यम से आप स्वतंत्रता दिवस के बारे में विस्तार से जानेंगे जैसे इतिहास, गतिविधियाँ, महत्व, स्कूलों, कॉलेजों, राष्ट्रीय राजधानी में समारोह आदि।

स्वतंत्रता दिवस निबंध 100 शब्द (Independence Day Essay 100 words in Hindi)

भारत का स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त को मनाया जाता है। इसी दिन भारत को ब्रिटिश शासन से आजादी मिली थी। इस दिन, भारत के प्रधान मंत्री लाल किले, नई दिल्ली में राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं। हमारे स्वतंत्रता सेनानियों के अपार साहस और बलिदान के कारण ही हमें स्वतंत्रता मिली। हम इस दिन अपने महान स्वतंत्रता सेनानियों और शहीदों को याद करते हैं।

15 अगस्त को स्कूलों, कॉलेजों, सरकारी कार्यालयों, आवासीय भवनों आदि में राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता है। देश के विभिन्न हिस्सों में विभिन्न सांस्कृतिक गतिविधियों का आयोजन किया जाता है। स्वतंत्रता दिवस भारतीय दिलों को गर्व और देशभक्ति से भर देता है।

स्वतंत्रता दिवस निबंध 150 शब्द (Independence Day Essay 150 words in Hindi)

भारत को आजादी 15 अगस्त 1947 को मिली थी। स्वतंत्रता दिवस बड़े जोश और उत्साह के साथ मनाया जाता है। स्वतंत्रता दिवस पर हम अपने उन लाखों स्वतंत्रता सेनानियों को याद करते हैं जिन्होंने हमारी आजादी के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी। 15 अगस्त को लाल किले पर स्वतंत्रता दिवस समारोह का आयोजन किया जाता है। प्रधानमंत्री सुबह लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं। वह इस अवसर को चिह्नित करने के लिए राष्ट्र को एक संबोधन भी देते हैं।

हम झंडा फहराकर और राष्ट्रगान गाकर स्वतंत्रता दिवस मनाते हैं। इस दिन को पूरे भारत में राष्ट्रीय अवकाश के रूप में मनाया जाता है। स्कूल और कॉलेज इस दिन सांस्कृतिक कार्यक्रम, वाद-विवाद और प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिताएं आयोजित करते हैं। सभी को मिठाई बांटी जाती है। लोग अपनी देशभक्ति दिखाने के लिए घरों, सड़कों और सड़कों को राष्ट्रीय ध्वज और तिरंगे गुब्बारों से सजाते हैं। हमें राष्ट्र की स्वतंत्रता और संप्रभुता की रक्षा करने का संकल्प लेना होगा।

स्वतंत्रता दिवस निबंध 200 शब्द (Independence Day Essay 200 words in Hindi)

जब हम भारत की आजादी के इतिहास पर आते हैं, तो 15 अगस्त 1947 की सुबह, 200 से अधिक वर्षों के ब्रिटिश उपनिवेशवाद को समाप्त करने के एक युग की शुरुआत थी। पंडित जवाहरलाल नेहरू ने अपने पहले भाषण में कहा था कि भारत की स्वतंत्रता प्राप्त करना ‘उनके स्वतंत्रता भाषण में नियति के साथ एक प्रयास’ था। उन्होंने यह भी कहा कि कई वर्षों की गुलामी से आजादी के लिए संघर्ष एक थकाऊ है क्योंकि कई स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान को देखते हुए, जिन्होंने अपनी जान की बाजी लगा दी। तो यह प्रतिज्ञा लेने का समय है।

भारत में ब्रिटिश शासन की शुरुआत 17वीं शताब्दी में हुई थी। ईस्ट इंडिया कंपनी की शुरुआत में, इसने स्थानीय राज्यों को अपने अधीन कर लिया। 18वीं शताब्दी तक प्लासी की लड़ाई के बाद इसने देश पर एक प्रमुख शक्ति और नियंत्रण के रूप में खुद को बना लिया। उसके बाद, ईस्ट इंडिया कंपनी की जगह ब्रिटिश ताज ने ले ली। भारतीय विद्रोह के मद्देनजर, इसका भारतीय पर सीधा नियंत्रण था। प्रथम विश्व युद्ध की अवधि को ब्रिटिश शासन का सुधार माना जाता था। यह शुरू हुआ मोहनदास करमचंद गांधी ने स्वतंत्रता आंदोलन का नेतृत्व किया। गांधी जी ने राष्ट्रव्यापी अहिंसक, असहयोग आंदोलन और सविनय अवज्ञा आंदोलन का नेतृत्व किया।

1929 में, स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त 1947 से पहले, भारत के लाहौर अधिवेशन में, राष्ट्रीय कांग्रेस ने “पूर्ण स्वराज” की घोषणा की। बाद में 26 जनवरी 1930 को, कांग्रेस ने उस समय फिर से स्वतंत्रता दिवस के रूप में घोषित किया। कांग्रेस ने लोगों से सविनय अवज्ञा और “समय-समय पर जारी कांग्रेस के निर्देशों को पूरा करने” की प्रतिज्ञा करने का आह्वान किया जब तक कि भारत पूर्ण स्वतंत्रता प्राप्त नहीं कर लेता। स्वतंत्रता दिवस के भव्य उत्सव ने भारतीय नागरिकों के बीच राष्ट्रवादी उत्साह की लहर पैदा कर दी। और यह ब्रिटिश सरकार को स्वतंत्रता प्रदान करने के लिए बाध्य करता है या त्याग देता है।

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स्वतंत्रता दिवस पर निबंध 300 शब्द (Essay on Independence Day 300 words in Hindi)

Independence Day Essay in Hindi – स्वतंत्रता दिवस भारत के लोगों द्वारा हर साल 15 अगस्त को 1947 में 15 अगस्त को ग्रेट ब्रिटेन के साम्राज्य से भारत की स्वतंत्रता के उपलक्ष्य में राष्ट्रीय अवकाश के रूप में मनाया जाता है। इस दिन, भारत के लोग दिल से श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। महान नेता जिनके नेतृत्व में भारत हमेशा के लिए आजाद हो गया।

इस दिन, लोग तिरंगा झंडा खरीदकर, स्वतंत्रता सेनानियों पर आधारित फिल्में देखकर, देशभक्ति के गीत सुनकर, परिवार और दोस्तों के साथ संबंध बनाकर, प्रसारण, प्रिंट और ऑनलाइन मीडिया द्वारा आयोजित विशेष प्रतियोगिताओं, कार्यक्रमों और लेखों में भाग लेकर अपने-अपने तरीके से जश्न मनाते हैं। दिन के बारे में जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए।

17 अगस्त 1947 को भारत की स्वतंत्रता के बाद जवाहरलाल नेहरू हमारे पहले प्रधान मंत्री बने जिन्होंने दिल्ली में लाल किले के लाहौर गेट पर झंडा फहराया और भाषण दिया। इस घटना के बाद भारत के अन्य प्रधान मंत्री आते हैं जहां ध्वजारोहण समारोह, परेड, मार्च पास्ट, 21 तोपों की सलामी और अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। अन्य लोग इस दिन को अपने कपड़ों, घरों या वाहनों पर राष्ट्रीय ध्वज फहराकर मनाते हैं।

1947 में 15 अगस्त की मध्यरात्रि को, पंडित जवाहरलाल नेहरू ने “भाग्य के साथ प्रयास” पर अपना भाषण पढ़कर भारत की स्वतंत्रता की घोषणा की थी। उन्होंने कहा कि वर्षों की गुलामी के बाद यह वह समय है जब हम अपनी बदकिस्मती के अंत के साथ अपनी प्रतिज्ञा को भुनाएंगे।

भारत एक ऐसा देश है जहां लाखों लोग एक साथ रहते हैं चाहे वे विभिन्न धर्मों, संस्कृतियों या परंपराओं के हों और इस विशेष अवसर को बहुत खुशी के साथ मनाते हैं। इस दिन, एक भारतीय होने के नाते, हमें गर्व महसूस करना चाहिए और अपनी मातृभूमि को अन्य देशों द्वारा किसी भी प्रकार के हमले या अपमान से बचाने के लिए खुद को वफादार और देशभक्त रखने की शपथ लेनी चाहिए।

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध (Essay on Independence Day 400 words – 500 words in Hindi)

Independence Day Essay in Hindi – भारत में स्वतंत्रता दिवस प्रत्येक भारतीय नागरिक के लिए सबसे महत्वपूर्ण दिन है क्योंकि हमारे देश को ब्रिटिश शासन से आजादी मिली थी। हम 1947 से हर साल 15 अगस्त को इस दिन को मनाते हैं। हमारे देश की गिनती पूरी दुनिया में दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के रूप में की जाती है।

भारत 15 अगस्त 1947 को हजारों स्वतंत्रता सेनानियों (जैसे महात्मा गांधी, भगत सिंह, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, सरदार वल्लभभाई पटेल, डॉ राजेंद्र प्रसाद, मौलाना अबुल कलाम आजाद, सुखदेव, गोपाल कृष्ण) के बलिदान के बाद एक स्वतंत्र देश बन गया। गोखले, लाला लाजपत राय, लोकमान्य बालगंगाधर तिलक, चंद्रशेखर आजाद आदि) जिन्होंने ब्रिटिश शासन से स्वतंत्रता पाने के लिए कड़ी मेहनत की।

प्रत्येक भारतीय अपने तरीके से अपनी स्वतंत्रता का जश्न मनाता है जैसे कि अपने उत्सव के स्थानों को सजाना, राष्ट्रीय ध्वज उठाना, मार्च पास्ट, पसंदीदा फिल्में देखना, गलियों में नाचना, राष्ट्रगान या देशभक्ति के गीत गाना या कई सामाजिक गतिविधियों में भाग लेना। सार्वजनिक स्थानों पर। स्वतंत्रता दिवस भारत सरकार द्वारा हर साल मनाया जाता है जब भारत के वर्तमान प्रधान मंत्री दिल्ली में लाल किले पर तिरंगा राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं, इसके बाद भारतीय सेना परेड, मार्च पास्ट, राष्ट्रगान पाठ, भाषण और अन्य सांस्कृतिक गतिविधियां होती हैं।

भारत में स्वतंत्रता दिवस 21 तोपों की फायरिंग द्वारा राष्ट्रीय ध्वज की सलामी के साथ मनाया जाता है। इसी तरह स्वतंत्रता दिवस समारोह देश के हर राज्य में होता है जहां राज्यपाल और राज्यों के मुख्यमंत्री मुख्य अतिथि बनते हैं। कुछ लोग सुबह-सुबह तैयार हो जाते हैं और टीवी पर भारतीय प्रधानमंत्री के भाषण का इंतजार करते हैं। 15 अगस्त को लोग भारत की आजादी के इतिहास से प्रेरणा लेते हैं और कुछ सामाजिक गतिविधियां करते हैं और देशभक्ति विषयों पर आधारित फिल्में देखते हैं।

महात्मा गांधी का महान अहिंसा आंदोलन, बापू, हमारे स्वतंत्रता सेनानियों को 200 वर्षों के लंबे संघर्ष के बाद ब्रिटिश शासन से आजादी दिलाने में बहुत मदद करता है। भारत की स्वतंत्रता के लिए कठिन संघर्ष ने प्रत्येक भारतीय के लिए एक बड़ी प्रेरक शक्ति के रूप में काम किया है जो उन्हें एक ही स्थान पर एक साथ बांधता है चाहे वे विभिन्न जातियों, वर्गों, संस्कृतियों से संबंधित हों, उन्हें अपने अधिकारों के लिए ब्रिटिश शासन से लड़ने के लिए अनुष्ठान मान्यताओं के लिए। यहां तक ​​कि महिलाएं (अरुणा आसफ अली, विजय लक्ष्मी पंडित, सरोजीन नायडू, कस्तूरबा गांधी, कमला नेहरू, एनी बेसेंट आदि) भी अपने घरों से निकलीं और आजादी दिलाने में अपनी बड़ी भूमिका निभाई।

स्वतंत्रता दिवस निबंध (long Essay on Independence Day 600 words – 1000 words in Hindi)

स्वतंत्रता दिवस भारत के राष्ट्रीय त्योहारों में से एक है, अन्य दो गणतंत्र दिवस और गांधी जयंती हैं। 1947 में भारत को ब्रिटिश शासन से आजादी मिलने के बाद से यह हर साल 15 अगस्त को मनाया जाता है। यह दिन सही मायने में स्वतंत्रता और स्वतंत्रता का जश्न मनाता है।

स्वतंत्रता दिवस के पीछे का इतिहास

भारत पर लगभग दो शताब्दियों तक अंग्रेजों का शासन रहा। हमारे देश के नागरिक वर्षों तक अत्याचारी ब्रिटिश अधिकारियों के हाथों पीड़ित रहे जब तक कि वे अंततः ताकत इकट्ठा करने और उनसे लड़ने में कामयाब नहीं हो गए। उन्होंने महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू, सुभाष चंद्र बोस, चंद्रशेखर आजाद और भगत सिंह जैसे देशभक्तों के नेतृत्व में निस्वार्थ और अथक रूप से हमारे देश की आजादी के लिए संघर्ष किया। जबकि इनमें से कुछ नेताओं ने अहिंसा के मार्ग की वकालत की, जबकि अन्य ने अंग्रेजों से लड़ने के लिए आक्रामक तरीके अपनाए।

हालाँकि, उन सभी का अंतिम उद्देश्य अंग्रेजों को देश से बाहर निकालना था। कई स्वतंत्रता आंदोलनों, विरोधों और बलिदानों के बाद, हमारे देश को आखिरकार 15 अगस्त 1947 को स्वतंत्रता मिली, जिसे हमारे देश का स्वतंत्रता दिवस घोषित किया गया था।

हम स्वतंत्रता दिवस क्यों मनाते हैं?

हम स्वतंत्रता और स्वतंत्रता की भावना का जश्न मनाने के लिए स्वतंत्रता दिवस मनाते हैं। यह हमारे स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान को याद करने के लिए भी मनाया जाता है। यह दिन एक अनुस्मारक है कि आज हम जिस स्वतंत्रता का आनंद ले रहे हैं, उसे कठिन तरीके से अर्जित किया गया है और हमें इसे महत्व देना चाहिए और साथ ही अपने अच्छे और अपने राष्ट्र की भलाई के लिए इसका अधिकतम लाभ उठाना चाहिए।

हर साल स्वतंत्रता दिवस समारोह के माध्यम से युवा पीढ़ी ब्रिटिश उपनिवेश भारत में रहने वाले लोगों के संघर्षों से परिचित होती है। यह उत्सव हमारे देश के लोगों के बीच देशभक्ति की भावनाओं को जगाने का एक तरीका है ताकि उन्हें एकजुट रहने और इसकी बेहतरी के लिए काम करने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके।

स्वतंत्रता दिवस पर गतिविधियां

स्वतंत्रता दिवस हमारे देश के विभिन्न हिस्सों में बहुत उत्साह के साथ मनाया जाता है। इस दिन को मनाने के लिए स्कूलों, कॉलेजों, कार्यालयों और आवासीय समितियों में विभिन्न बड़े और छोटे कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। स्वतंत्रता दिवस पर की जाने वाली कुछ गतिविधियाँ इस प्रकार हैं:

  • झंडा फहराना : इस दिन हमारे देश के प्रधानमंत्री लाल किले पर भारतीय राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं। इसके बाद इस अवसर के सम्मान में 21 गोलियां चलाई जाती हैं। पूरे देश में स्वतंत्रता दिवस समारोह के एक भाग के रूप में ध्वजारोहण किया जाता है।
  • भाषण / बहस / प्रश्नोत्तरी : भाषण स्कूलों, कॉलेजों और अन्य स्थानों में स्वतंत्रता दिवस समारोह के एक भाग के रूप में दिए जाते हैं। शैक्षणिक संस्थानों में वाद-विवाद और प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जाती हैं। इस दिन को मनाने के लिए निबंध लेखन और चित्रकला प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया जाता है।
  • फैंसी ड्रेस प्रतियोगिताएं स्कूलों और आवासीय समाजों में फैंसी ड्रेस प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती हैं। छोटे बच्चों को स्वतंत्रता सेनानी के रूप में देखा जाता है।
  • पतंगबाजी प्रतियोगिता : इस दिन पतंगबाजी की प्रतियोगिता भी आयोजित की जाती है। आसमान में कई रंग-बिरंगी किट उड़ती नजर आ रही हैं। इसे स्वतंत्रता के प्रतीक के रूप में देखा जाता है।
  • मीठा वितरण : ध्वजारोहण के बाद मिठाई बांटी गई।

स्वतंत्रता दिवस का महत्व

स्वतंत्रता दिवस प्रत्येक भारतीय के लिए विशेष महत्व रखता है। यह एक ऐसा दिन है जो उन्हें स्वतंत्रता सेनानियों के संघर्ष और बलिदान की याद दिलाता है। यह देश के युवाओं को देश के सम्मान के लिए खड़े होने के लिए प्रेरित करता है। यह लोगों के दिलों को देशभक्ति से भर देता है और उन्हें अपने देश की भलाई के लिए काम करने के लिए प्रेरित किया जाता है। देश भर में खासकर इस खास दिन पर देशभक्ति का जज्बा देखा जाता है।

स्वतंत्रता दिवस हमारे पूरे देश में बहुत उत्साह के साथ मनाया जाता है। इस दिन को मनाने के लिए हर उम्र के लोग आगे आते हैं। स्वतंत्रता सेनानियों के साथ-साथ हमारी मातृभूमि की भी प्रशंसा में गीत गाए जाते हैं। लोग तिरंगे में सजे-धजे नजर आ रहे हैं। आकाश पतंगों से भरा हुआ लगता है और चारों ओर आनंद है।

 स्वतंत्रता दिवस के पैराग्राफ पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

भारत को स्वतंत्रता किस वर्ष में मिली थी.

वर्ष 1947, 15 अगस्त को हमें ब्रिटिश शासन से आजादी मिली।

भारत का स्वतंत्रता दिवस किस महान नेता द्वारा घोषित किया गया था?

भारत के पहले प्रधान मंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने भारत में स्वतंत्रता की घोषणा की।

हमारे देश में स्वतंत्रता दिवस कब मनाया जाता है?

स्वतंत्रता दिवस समारोह हर साल 15 अगस्त को मनाया जाता है।

स्वतंत्रता दिवस कैसे मनाया जाता है?

स्वतंत्रता दिवस हमेशा बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है। हम पूरे देश में तिरंगे से लाइट डेकोरेशन करते हैं। तिरंगा हमारे राष्ट्रीय ध्वज का रंग है। हमने अपना राष्ट्रगान गाया। पूरे देश में आधिकारिक अवकाश है। हमें स्वतंत्रता प्रदान करने के लिए राज्य के लिए हमारे शहीदों के बलिदान और उनके संघर्ष को याद करने और मनाने के लिए।

कुछ स्वतंत्रता सेनानियों के नाम बताइए जिनका संघर्ष अविस्मरणीय रहा?

हम भारत के लोग महात्मा गांधी, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, लाला लाजपत राय, बाल गंगाधर तिलक, सरदार वल्लभ भाई पटेल, डॉ राजेंद्र सहित कुछ प्रमुख स्वतंत्रता सेनानियों के संघर्ष को नहीं भूल सकते जिनके बिना हमारी आजादी का सपना संभव नहीं था। प्रसाद, लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक, चंद्रशेखर आजाद आदि शामिल हैं।

हमारे देश के प्रत्येक व्यक्ति ने इस दिन क्या किया?

इस दिन, देश का प्रत्येक व्यक्ति हमारे शहीदों को श्रद्धांजलि देता है – छात्रों के लिए स्कूलों और कॉलेजों में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन। छात्र हमारे स्वतंत्रता सेनानियों के संघर्ष का प्रतिनिधित्व करने के लिए अभिनय करते हैं और खेलते हैं। हमें अपने राष्ट्र के लिए प्यार और देशभक्ति की भावना से भरने के लिए।

Essay on Independence Day In Hindi | स्वतंत्रता दिवस पर निबंध

Essay on Independence Day In Hindi | स्वतंत्रता दिवस पर निबंध

Table of Contents

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध | Essay on Independence Day In Hindi

स्वतंत्रता दिवस (Essay on Independence Day In Hindi) भारतीयों के लिए एक ऐतिहासिक और महत्वपूर्ण दिन है। यह दिन भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की जीत और आजादी की प्राप्ति की याद कराता है। 15 अगस्त 1947 को भारत ने ब्रिटिश साम्राज्य से अपनी आजादी हासिल की थी और उस दिन को हम स्वतंत्रता दिवस (Essay on Independence Day In Hindi) के रूप में मनाते हैं। यह निबंध हमें स्वतंत्रता दिवस के महत्व, इतिहास, उसके पीछे के संघर्ष, और इसके प्रति हमारी दायित्वपूर्ण दृष्टिकोण के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान करेगा।

स्वतंत्रता संग्राम का इतिहास | Independence Day History

भारतीय स्वतंत्रता संग्राम ने अनगिनत बलिदानों और संघर्षों की दास्तानी लिखी है। ब्रिटिश शासन के खिलाफ भारतीयों की आवाज़ उनकी आत्मसमर्पण और संकल्पना के प्रतीक बन गई थी। सत्याग्रह, आंदोलन, विभाजन, और अनेक बलिदानों ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम को एक महान यात्रा बना दिया। महात्मा गांधी, सुभाष चंद्र बोस, भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद, और अन्य वीर योद्धाओं ने अपने अमूल्य बलिदानों से यह संग्राम संजीवनी बनाई।

स्वतंत्रता दिवस का महत्व | Essay On Independence Day In Hindi

स्वतंत्रता दिवस का महत्व विशेष रूप से उन लोगों के लिए होता है जिन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में अपना जीवन नियोजित किया या उसके लिए अपना संकल्प दिखाया। यह दिन हमें उनके संघर्षों, बलिदानों, और समर्पण की याद दिलाता है जिनसे हमारी आजादी की मूल नींव रखी गई। इसके साथ ही, यह दिन हमें हमारे देश की उन उच्च मूल्यों की याद दिलाता है जिन पर हमारा राष्ट्र निर्मित हुआ है – स्वतंत्रता, भागीदारी, सामर्थ्य, और समर्पण।

स्वतंत्रता संग्राम के पीछे के संघर्ष |  Essay On Independence Day In Hindi

भारतीय स्वतंत्रता संग्राम ने विभाजनों, संकटों, और परिश्रमों से भरपूर रहा। विभाजन और एकता के बीच की लड़ाई, आर्य-डोंगी विवाद, साम्राज्यिक दबाव, और आर्थिक संकट ने संग्रामी योद्धाओं का मानसिक और शारीरिक समर्पण प्रमोट किया। सत्याग्रह और आंदोलनों के माध्यम से लोगों ने अपने अधिकारों और स्वतंत्रता के लिए लड़ा। असहमति और विचारविमर्श के बावजूद, भारतीय समाज ने संगठन, साझेदारी, और आपसी समझ के माध्यम से संघर्ष को एक साझा मिशन बनाया।

स्वतंत्रता संग्राम की शिक्षाएँ | Essay On Independence Day In Hindi

भारतीय स्वतंत्रता संग्राम ने हमें कई महत्वपूर्ण शिक्षाएँ सिखाई हैं। पहली बात तो यह कि संघर्ष में आत्मनिर्भरता और समर्पण की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। दूसरी बात, सामाजिक समानता, सामाजिक न्याय, और सभी के अधिकारों की रक्षा करने की आवश्यकता होती है। तीसरी बात, अहिंसा, सदयता, और सहिष्णुता के माध्यम से ही समस्याओं का समाधान संभव होता है। यह सिख हमें गांधीजी के सत्याग्रह आंदोलन से मिलती है।

स्वतंत्रता दिवस का उत्सव | Essay On Independence Day In Hindi

स्वतंत्रता दिवस का उत्सव पूरे देश में धूमधाम से मनाया जाता है। लाखों लोग राष्ट्रीय ध्वज फहराकर और परेड में भाग लेते हैं। स्कूलों, कॉलेजों, सरकारी दफ्तरों, और निजी संगठनों में भी विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। लोग तिरंगा झंडों को लहराते हैं और देशभक्ति भावना से ओतप्रोत होते हैं।

स्वतंत्रता दिवस पर 10 लाइन्स | Independence Day 10 Lines In Hindi

  • स्वतंत्रता दिवस हर साल 15 अगस्त को मनाया जाता है।
  • यह दिन भारत के स्वतंत्रता संग्राम की याद में मनाया जाता है।
  • 1947 में इस दिन भारत ने ब्रिटिश साम्राज्य से आजादी पाई थी।
  • स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता है।
  • विभिन्न स्कूलों और संगठनों में समारोह आयोजित किए जाते हैं।
  • इस दिन लोग अपने देश के महानतम योद्धाओं को याद करते हैं।
  • स्वतंत्रता दिवस हमें एकता, स्वतंत्रता, और गरिमा की महत्वपूर्णता याद दिलाता है।
  • महात्मा गांधी, भगत सिंह, सुभाष चंद्र बोस जैसे महान वीर योद्धाओं की प्रेरणा से यह स्वतंत्रता महांगी मिली है।
  • आजादी की महानतम उपलब्धि को याद करके हमें देश के प्रति अपने कर्तव्यों की प्रतिबद्धता बनी रहनी चाहिए।

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स्वतंत्रता दिवस (Essay on Independence Day In Hindi) हमें याद दिलाता है कि हमारी आजादी अत्यंत मूल्यवान है और हमें इसकी समर्पित रक्षा करनी चाहिए। हमें इस दिन का समान आदर देना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हम अपने देश के विकास और समृद्धि में योगदान करते रहें। हमें विभाजन और असहमतियों के बावजूद एकता और सामाजिक समरसता की दिशा में काम करना चाहिए ताकि हमारे देश का विकास हमेशा तेजी से प्रगति कर सके। स्वतंत्रता दिवस के इस अवसर पर, हमें अपने महान वीर योद्धाओं को सलामी देनी चाहिए और उनकी बलिदानी दृढ़ता और समर्पण को याद करना चाहिए, ताकि हम उनकी प्रेरणा से अपने जीवन को और भी महत्वपूर्ण बना सकें।

इस प्रकार, स्वतंत्रता दिवस हमें हमारे देश के महानतम संघर्षों, बलिदानों, और संघर्ष भरे इतिहास की याद दिलाता है और हमें एक सशक्त, स्वतंत्र और समृद्ध भारत की दिशा में समर्पित रहने की प्रेरणा प्रदान करता है।

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Nibandh

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध - Essay on Independence Day in Hindi - Swatantrata Diwas par Nibandh

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रूपरेखा : परिचय - भारत की गुलामी का इतिहास - राष्ट्र का सिद्धांत - स्वतंत्रता दिवस समारोह - सरकारी स्तर पर स्वतंत्रता दिवस समारोह - अन्य कारणों से महत्त्वपूर्ण दिन - उपसंहार।

स्वतंत्रता दिवस अर्थात वह दिवस जब देश स्वतंत्र हुआ यानी आजाद हुआ था। यह हर भारतीय के लिए एक गर्व की बात है क्योंकि 15 अगस्त सन 1947 में भारत देश आज़ाद हुआ था और इस आज़ादी के पीछे रिपोर्ट के अनुसार लगभग 25 लाख भारतीयों ने कुर्बानी दी थी तब जाकर भारत आज़ाद देश कहा जाने लगा।

स्वतंत्रता दिवस यानी 15 अगस्त के दिन सभी सरकारी दफ्तरों में छुट्टी होती है और विद्यालयों और स्कूलों में कार्यक्रम रखा जाता है जिसमें देशभक्ति गीत तथा अभिनय भी किया जाता है तथा किसी मुख्य अतिथि को बुलाकर विद्यार्थियों को संबोधित भी किया जाता है।

स्वतंत्रता दिवस का शुभ दिन भारत के राजनीतिक इतिहास में सबसे अधिक महत्त्व का है। आज ही हमारी सघन कलुप-कालिमाययों दासता की लौह श्रृंखला टूटी थीं। आज ही स्वतंत्रता के प्रभात के दर्शन हुए थे। आज ही दिल्‍ली के लालकिले पर पहली बार यूनियन जैक के स्थान पर सत्य और अहिंसा का प्रतीक तिरंगा झंडा स्वतंत्रता की हवा के झोंकों से लहराया था। आज ही हमारे नेताओं के चिरसंचित स्वप्न चरितार्थ हुए थे। आज ही युगों के पश्चात शंख-ध्वनि के साथ जयघोप और पूर्ण स्वतंत्रता का उद्घोष हुआ था।

भारत आदि से हिन्दू-भूमि रहा है। पृथ्वीराज को परास्त करने के लिए राजा जयचन्द द्वारा विदेशी बादशाह मोहम्मद गौरी की सहायता लेना और पृथ्वीराज ड्रुरा गौरी को 17 बार परास्त करके बंदी न बनाने की ऐतिहासिक भूल ने हिन्दु-भुमि पर इडलाम का शासन स्थापित करवा दिया। मुगलों ने लगभग 1200 वर्ष तक भारत पर शारिवाक इसके बाद कूटनीनिज्ञ अंग्रेजों ने एयाश, विलासी और गद्दी-प्राप्ति के लिए रिक पड़्यंत्रों में संलग्न मुगल सल्तनत को जड़ें खोद कर ब्रिटिश राज्य स्थापित किया।

लगभग 200 वर्ष अंग्रेजों ने भारत में राज्य किया । उन्होंने भारत को एकसूत्र में पिरोकर एकात्मता के दर्शन करवाए। वैज्ञानिक उन्नति से देश को प्रगति-पथ पर अग्रसर किया। "लॉ एण्ड आर्डर"! की आदर्श व्यवस्था प्रस्तुत की। कूटनीति से श्रीलंका और बर्मा को भारत से अलग कर उन्हें स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में प्रतिष्ठित किया। बंगाल को भी उन्होंने दो भागों में विभाजित करने की चेष्टा की थी, पर जनमत विरोध के कारण वे उसमें सफल न हो सके।

राजनीतिक दृष्टि से कांग्रेस ने ब्रिटिश राज्य को उखाड़ने के लिए अहिंसात्मक सत्याग्रह आन्दोलनों को अपनाया। क्रांतिकारियों ने सशस्त्र आक्रमणों द्वारा ब्रिटिश राज्य की नींद हराम की। सुभाषचन्द्र बोस द्वारा निर्मित 'आजाद हिन्द फोज' ने सैन्य बल से ब्रिटिश भारत पर आक्रमण किया। भारत स्वतन्त्र तो हुआ, किन्तु अंग्रेजों की कुटनीति, मुसलमानों की हिंसक प्रवृनि तथा कांग्रेस के कर्णधारों के नैतिक हास के कारण, द्वि-राष्ट्र सिद्धांत के आधार पर विभाजित होकर। ट्वि-राष्ट्र सिद्धांत था मुस्लिम गष्ट्र पाकिस्तान और हिन्दू- राष्ट्र हिन्दुस्तान । 14 अगस्त, 1947 को मुस्लिम-राष्ट्र पाकिस्तान का निर्माण होने पर हो 15 अगस्त, 1947 को यूनियन जैक भारत से उतरा।

15 अगस्त, 1947 को भारत स्वतन्त्र हुआ। अत: 15 अगस्त भारत का स्वतंत्र जन्म दिवस है। राष्ट्रीय-जीवन में हर्ष और उल्लास का दिन है। स्वतंत्रता की दीर्घायु की कामना का दिन है। इसलिए प्रांतों की राजधानियाँ तथा राष्ट्र की राजधानी दिल्ली राष्ट्रीय ध्वजों से सजाई जाता हैं। सरकारी राष्ट्रीय भवनों को विद्युत दीपों से अलंकृत किया जाता है। राष्ट्रीय स्तर पर मुख्य कार्यक्रम दिल्‍ली के लाल किले पर होता है। प्रातःकाल से ही लोग 'लालकिले 'पर पहुँचना प्रारंभ कर देते हैं । लालकिले के सामने का मैदान और सड़कें खचाखच भरी होती हैं। जन-समूह उमड़ पड़ता है।

प्रधानमंत्री के आगमन से पूर्व समारोह का आँखों देखा हाल सुनाने वालों द्वारा आजादी की लड़ाई तथा ऐतिहासिक चाँदनी चौक के इतिहास पर प्रकाश डाला जाता है । साथ ही ध्वनि-विस्तारक से राष्ट्रीय गीतों ओर धुनों से जन-जन में राष्ट्रीय भावनाएँ जागृत की जाती हैं। प्रधानमन्त्री के आगमन पर स्वतन्त्रता समारोह का शुभारम्भ होता है । जल, थल और नभ, तीनों सेनाओं को सैनिक टुकड़ियाँ तथा राष्ट्रीय छात्र सैन्य दल के छात्र-छात्राएँ सलामी देकर प्रधानमंत्री का स्वागत करते हैं । सैनिक बैंड अपनी मोहक धुन से स्वागत में माधुय-वृद्धि करता है।

प्रधानमंत्री लालकिले की प्राचीर पर पहुँच कर जन-जन का अभिनन्दन स्वीकार करते हैं। राष्ट्रीय ध्वज को लहराते हैं। ध्वजारोहण पर ध्वज को 31 तोपों की सलामी दी जाती है। प्रधानमंत्री ध्वजारोहण के उपरान्त राष्ट्र के स्वतंत्रता दिवस की बधाई देते हैं । स्वतंत्रता के लिए न्यौछावर हुए शहोदों को स्मरण करते हैं। देश के कष्टों, कठिनाइयों, विपदाओं को चर्चा कर, उनसे राष्ट्र को मुक्त कराने का संकल्प करते हैं। देश की भावी योजनाओं पर प्रकाश डालते हैं। वर्ष-भर की उपलब्धियों पर हर्ष प्रकट करते हैं । राष्ट्र की शक्ति को निर्बल करने वाले आन्तरिक और बाद्य तत्त्वों पर प्रहार करते हैं । राष्ट्र को शत्रुओं के नापाक इरादों से सावधान करते हैं। भाषण के अन्त में तीन बार 'जयहिन्द' का घोष करते हैं, जिसे लाखों कंठ दुहराते हैं। अन्त में राष्ट्रीय गीत के साथ प्रातः:कालीन समारोह समाप्त होता है।

स्वतंत्रता दिवस अन्य कारणों से भी महत्त्वपूर्ण दिन है। पॉण्डिचेरी के संत महर्षि अरविन्द का जन्म दिन है। स्वामी विवेकानन्द के गुरु स्वामी रामकृष्णपरमहंस की पुण्य-तिथि है। भारत के सभी प्रान्तों में भी सरकारी स्तर पर यह पर्व मनाया जाता है। प्रभात-फेरियाँ निकलती हैं । मुख्यमंत्री पुलिस-गार्ड की सलामी लेते हैं । राज्य सचिवालयों पर राष्ट्रीय-ध्वज लहराया जाता है, आतिशबाजी छोड़ी जाती हैं और गण्यमान्य नागरिकों को भोज दिया जाता है।

सायंकाल सरकारी भवनों (विशेषकर लालकिले) पर रोशनी की जाती है। आतिशबाजी छोड़ी जाती है । प्रधानमंत्री दिल्‍ली के प्रमुख नागरिकों, सभी राजनीतिक दलों के नेताओं, विभिन्‍न धर्मों के आचार्यो और विदेशी राजदूतों एवं कूटनीतिज्ञों को सरकारी भोज पर निमन्त्रित करते हैं। इस प्रकार यह दिन हँसी-खुशी से बीत जाता है।

स्वतंत्रता दिवस राष्ट्र-स्वातन्त्रय के लिए न्यौछावर हुए शहीदों की याद का दिन है। इस दिन शहीदों की चिताओं के प्रतीक रूप में निर्मित "शहीद ज्योति" का अभिनन्दन किया जाता है। राष्ट्र को परतन्त्रकाल से नेतृत्व प्रदान करने वाले शहीद महात्मा गाँधी की समाधि पर श्रद्धा सुमन चढ़ाकर शहीदों के प्रति सम्मान प्रकट किया जाता है। पन्द्रह अगस्त प्रतिवर्ष आता है और 'हम स्वतन्त्र हैं और स्वतन्त्र रहेंगे', यह भाव जागृत कर चला जाता है । राष्ट्र और राष्ट्रीयवा की हल्की-सी हलचल उत्पन्न कर जाता है । वर्ष में राष्ट्र ने क्या खोया और क्या पाया' का हिसाब प्रस्तुत कर जाता है। थोड़ी देर के लिए ही सही भारतमाता और भारत की स्वतन्त्र-सत्ता के लिए कर्तव्य- भाव जगा जाता है।

आइए, हम राष्ट्र-ध्वज को नमन करें, अपने राष्ट्रीय संकल्प को दुहराएं तथा स्वयं को राष्ट्र के गौरव एवं भारतीय-जन के कल्याण के लिए पुनः समर्पण की प्रतिज्ञा करें।

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स्वतंत्रता दिवस पर निबंध (Essay on Independence Day in Hindi): 15 अगस्त पर निबंध, महत्व, इतिहास जानें

Updated On: September 02, 2024 06:29 pm IST

  • स्वतंत्रता दिवस पर 100 शब्दों में निबंध (Essay on Independence …
  • स्वतंत्रता दिवस पर हिंदी में निबंध 200 शब्दो में (Essay …
  • स्वतंत्रता दिवस पर निबंध 500 शब्दो में (Essay on Independence …
  • 15 अगस्त पर हिंदी में निबंध (15 August Essay in …
  • स्वतंत्रता दिवस पर 10 लाइनों में  निबंध (Essay on Independence …

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध (Essay on Independence Day in Hindi): 15 अगस्त पर निबंध, महत्व, इतिहास जानें

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध (Essay on Independence Day in Hindi): 15 अगस्त का दिन हर भारतीय के लिए बहुत ही खास होता है। इस दिन हमारा देश आजाद हुआ था, इसलिए 15 अगस्त को भारत का स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता है। 15 अगस्त 1947 को हमारा देश 200 वर्षों की गुलामी के बाद अंग्रेजी हुकूमत से पूरी तरह आजाद हो गया था। स्वतंत्रता दिवस का महत्व (Importance of Swatantrata Diwas) समझाने के लिए अक्सर अभिभावक-शिक्षक छोटे बच्चों को स्वतंत्रता दिवस से पहले स्वतंत्रता दिवस पर निबंध (Swatantrata Diwas Essay in Hindi) / स्वतंत्रता दिवस पर भाषण लिखने का कार्य देते हैं। इसके अलावा कई छोटी कक्षाओं में छात्रों को आने वाली परीक्षा में स्वतंत्रता दिवस पर निबंध (Independence Day Essay in Hindi) लिखने या फिर किसी डिबेट प्रतियोगिता के लिए 15 अगस्त पर भाषण (15th August Speech in Hindi) , स्वतंत्रता दिवस का महत्व जैसे विषयों पर तैयारी करने की जरूरत पड़ती है। जिसके द्वारा बच्चों को उसका स्वतंत्रता दिवस का महत्व (Importance of Independence Day) समझाया जा सकता है। यहां कक्षा 10 के लिए स्वतंत्रता दिवस पर निबंध (Essay on Independence Day for Class 10) और कक्षा 12 के लिए स्वतंत्रता दिवस पर निबंध (Essay on Independence Day for Class 12) लिखना भी सीख सकते है। ये भी पढ़ें- हिंदी दिवस पर निबंध स्वतंत्रता दिवस प्रतिवर्ष 15 अगस्त को भारत में खुशी और उत्साह के साथ मनाया जाता है। यह दिन भारत के इतिहास का बेहद महत्वपूर्ण दिन है, क्योंकि 1947 में इसी दिन देश ने अंग्रेजी शासन (British Rule) से आजादी हासिल की थी। स्वतंत्रता दिवस भारत वासियों को यह याद दिलाता है कि हमारे पूर्वजों ने कैसे शक्ति, संघर्ष और संकल्प के साथ स्वतंत्रता के लिए लड़ाई लड़ी थी। अब आपको 15 अगस्त पर निबंध हिंदी में कैसे लिखें (Essay on Independence Day in Hindi) इसके लिए परेशान होने की जरुरत नहीं है इस लेख में हमने हिन्दी में स्वतंत्रता दिवस पर निबंध (Essay on Independence Day), 15 अगस्त पर भाषण (Speech on 15th August) लिखकर आपकी इस समस्या का समाधान किया है। जिसके जरिये आप स्वतंत्रता दिवस पर निबंध (Essay on Independence Day) और स्वतंत्रता दिवस पर भाषण (Speech on Independence Day in Hindi) आसानी से तैयार कर सकते है।

स्वतंत्रता दिवस पर 100 शब्दों में निबंध (Essay on Independence Day in 100 words)

यहां आप स्वतंत्रता दिवस पर निबंध 100 शब्दों में (Essay on independence day in 100 words in Hindi) लिखना सीख सकते है और स्वत्रंता दिवस के बारे में सभी जानकारिया जान सकते है। स्वंत्रता दिवस कब और कैसे मनाया जाता है यहां इस निबंध में सभी जानकारियों को साझा किया गया है। आजादी के इस पर्व को सभी भारतीय अपने-अपने तरीके से मनाते है स्कूलों, सरकारी दफ्तरों आदि में झण्डा फहराने के साथ-साथ कई कार्यक्रम का भी आयोजन किया जाता है। स्वतंत्रता दिवस (Independence Day), हर भारतीय के लिए गर्व का दिन है। यह दिन 15 अगस्त को पूरे देश में उत्साह के साथ मनाया जाता है।

स्वतंत्रता दिवस पर हिंदी में निबंध 200 शब्दो में (Essay on Independence Day in Hindi in 200 words)

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध (Essay on Independence Day in Hindi): 1947 में 15 अगस्त को भारत को आजादी मिली, इसलिए भारत के लोग हर साल इस खास दिन को 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस (Independence Day) के रूप में मनाते हैं। राष्ट्रीय राजधानी, नई दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम समारोह में, भारत के प्रधान मंत्री ने लाल किले पर सुबह जल्दी राष्ट्रीय ध्वज फहराया, जहाँ लाखों लोग ने स्वतंत्रता दिवस समारोह में भाग लिया था।

लाल किले, नई दिल्ली में उत्सव के दौरान भारतीय छात्रों द्वारा कई कार्य किए जाते हैं और स्कूली छात्रों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम किए जाते हैं। राष्ट्रीय ध्वज की मेजबानी और राष्ट्रीय गान (जन गण मन) के पाठ के बाद, भारत के प्रधान मंत्री अपना वार्षिक भाषण देते हैं। भारत के स्वतंत्रता दिवस (Independence Day) पर, हम उन सभी महान हस्तियों को याद करते हैं जिन्होंने भारत की स्वतंत्रता में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान, राष्ट्रीय झंडे की मेजबानी स्कूल और कॉलेजों में भी की जाती है, जहाँ शिक्षकों और छात्रों द्वारा कई गतिविधियाँ की जाती हैं।

स्कूलों में स्वतंत्रता दिवस समारोह पर छात्रों ने स्वतंत्रता सेनानियों के विषयों पर भाषण दिया जाता है। वे परेड में शामिल होते हैं, मार्च पास्ट करते हैं, देशभक्ति के गीत गाते हैं, अन्य लोग अपने-अपने तरीके से इस दिन को मनाते हैं जैसे देशभक्ति की फिल्में देखना, परिवार के साथ घर से बाहर जाना, दोस्तों से मिलना या सार्वजनिक स्थानों पर आयोजित कार्यक्रमों में भाग लेना आदि। स्वतंत्रता दिवस (Independence Day) हमारी स्वतंत्रता का जश्न मनाने का एक तरीका भी है। जिस दिन हमारे देश ने स्वतंत्रता प्राप्त की, भारत के नागरिकों ने सच्ची स्वतंत्रता को देखा। उन्होंने इस नई आजादी का जश्न मनाया और इस दिन को साल-दर-साल उसी भावना के साथ मनाया जाता है। हालांकि, यह हमें अपनी जड़ों के करीब होने के महत्व को भी याद दिलाता है और ऊंची उड़ान भरने और स्वतंत्र महसूस करने के बावजूद भी जमीनी स्तर पर बना रहता है।

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध 500 शब्दो में (Essay on Independence Day in 500 words in Hindi)

आजादी के इस पर्व को सभी भारतीय अपने-अपने तरीके से मनाते है, जैसे कि कोई उत्सव की जगह को सजा कर, फिल्में देखकर, अपने घरों पर राष्ट्रीय झंडे को लगा कर, राष्ट्रगान और देशभक्ति गीत गाकर और कई सारे सामाजिक क्रियाकलापों में भाग लेकर। राष्ट्रीय गौरव के इस पर्व को भारत सरकार द्वारा बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है। इस दिन भारत के वर्तमान प्रधानमंत्री द्वारा दिल्ली के लाल किले पर झंडा फहराया जाता है और उसके बाद इस उत्सव को और खास बनाने के लिये भारतीय सेनाओं द्वारा परेड, विभिन्न राज्यों की झांकियों की प्रस्तुति, और राष्ट्रगान की धुन के साथ पूरा वातावरण देशभक्ति से सराबोर हो उठता है।

प्रस्तावना (Introduction)

15 अगस्त के दिन भारत को अंग्रेजों से पूर्ण स्वतंत्रता मिली और 15 अगस्त 1947 को पूर्ण स्वतंत्रता प्राप्त हुई। इसीलिए यह दिन भारत या विदेश में रहने वाले प्रत्येक भारतीय नागरिकों के लिए बहुत महत्वपूर्ण दिन है। इस दिन को हम स्वतंत्रता सेनानियों के संघर्ष और उनके द्वारा बलिदान किए गए जीवन को हृदय से उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।

स्वतंत्रता दिवस पर हिंदी में निबंध (Essay on Independence Day in Hindi) - स्वतंत्रता दिवस का इतिहास

  • ​​17वीं शताब्दी की शुरुआत में अंग्रेज व्यापारी भारत में व्यापार करने के लिए आए और उन्होंने भारत में ईस्ट इंडिया कंपनी की स्थापना की जिसने बाद में अपनी सैन्य ताकत बढ़ाकर 1757 में प्लासी का युद्ध जीतकर भारत में अपने पैर जमाना शुरू कर दिया।
  • ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने धीरे-धीरे करके संपूर्ण भारत पर अपना अधिकार जमा लिया या सभी राजाओं को भी अपने अधीन कर लिया।
  • भारतीय आजादी के लिए वैसे तो कई संघर्ष होते रहे लेकिन सबसे बड़ा प्रथम संघर्ष 1857 में रानी लक्ष्मीबाई, तात्या टोपे, मंगल पांडे जैसे वीरो की अध्यक्षता में हुआ। लेकिन वो असफल तो रहा फिर भी उसने अंग्रेजी शासन की नींव हिला दी थी जिसके बाद ईस्ट इंडिया कंपनी का शासन भारत से खत्म हुआ और सीधा ब्रिटिश क्राउन भारत पर शासन करने लगा।
  • लेकिन भारतीयों को ब्रिटिश शासन बिल्कुल पसंद नहीं आया और उन्हें चाहिए था स्वराज, जिसके लिए उन्होंने लगातार शांति और युद्ध दोनो तरीके से संग्राम जारी रखा और आखिरकार उनका ही नतीजा भारत को आजादी मिली लेकिन दो भागो मे बंटकर 14 अगस्त 1947 को पाकिस्तान को आजाद किया गया और 15 अगस्त 1947 को भारत आजाद हुआ।
  • उसी दिन से 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस (Independence Day) के रुप में बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है।
  • अंग्रेजों के भारत पर कब्जे के बाद हम अपने ही देश में गुलाम थे। पहले सब कुछ हमारा था जैसे कि धन, अनाज, ज़मीन परंतु अंग्रेजों के आने के बाद किसी चीज़ पर हमारा अधिकार नहीं था।
  • अंग्रेज मनमाना लगान वसूलते और जो मन होता उसकी खेती करवाते जैसे नील और नकदी फसलों की खेती आदि। ऐसा खास तौर पर बिहार के चंपारण में देखा गया। हम जब भी उनका विरोध करते हमें उससे भी बड़ा जवाब मिलता, जैसे कि जलियांवाला बाग हत्याकांड।

15 अगस्त पर हिंदी में निबंध (15 August Essay in Hindi) - स्वतंत्रता सेनानीयों का योगदान

हमारे स्वतंत्रता सेनानी जैसे गांधी जी, जिनका आज़ादी के लिए संघर्ष में अतुल्य योगदान रहा है और वे सबसे लोकप्रिय भी थे। उन्होने सबको सत्य, अहिंसा का पाठ पढ़ाया और वह अहिंसा ही था, जो सबसे बड़े हथियार के रूप में उभरा और कमजोर से कमजोर व्यक्ति के जीवन में भी उम्मीद के दीपक जलायें। गांधी जी ने देश से कई कुप्रथाओं को हटाने के प्रयास किये और सभी को साथ लाया, जिसकी वजह से यह लड़ाई और आसान हो गई। गांधी जी के लिये लोगों का प्यार ही था जो लोग उन्हें लोग बापू कह कर बुलाते थे।

साइमन कमीशन के विरोध में सब शांतिप्रिय तरीके से विरोध कर रहे थे, लेकिन इसी बीच अंग्रेजों ने लाठी चार्ज शुरू कर दिया और इसमें लाला लाजपत राय की मृत्यु हो गई। इससे आहत होकर भगत सिंह, सुख देव, राजगुरू ने सांडर्स की हत्या कर दी और बदले में इन्हें फांसी की सजा हुई और वे हंसते-हंसते फांसी की तख्त पर चढ़ गए।

आजादी की इस लड़ाई में सैकड़ों ऐसे नाम हैं जैसे सुभाष जन्द्र बोस, बाल गंगाधर तिलक, मंगल पांडे, रानी लक्ष्मीबाई, गणेश शंकर विद्यार्थी, राजेंद्र प्रसाद, मौलाना अबुल कलाम आजाद आदि जिनके योगदान अतुलनीय हैं। ये भी पढ़ें - महात्मा गांधी पर निबंध

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध (Essay on Independence Day) - स्वतंत्रता दिवस का महत्व

15 अगस्त पर हिंदी में निबंध (15 august essay in hindi)- 15 अगस्त क्यों मनाया जाता है.

15 अगस्त के दिन ही भारत को अंग्रेजों से पूर्ण स्वतंत्रता मिली और 15 अगस्त 1947 को पूर्ण स्वतंत्रता प्राप्त हुई थी। इसीलिए यह दिन भारत या विदेश में रहने वाले प्रत्येक भारतीय नागरिकों के लिए बहुत महत्वपूर्ण दिन है। भारत के इतिहास में और प्रत्येक भारतीय के लिए यह दिन बहुत महत्वपूर्ण है। देश के हर स्कूल,कालेज, सरकारी दफ्तरों और अन्य विभिन्न संस्थाओं में 15 अगस्त बड़ी ही धूम से मनाया जाता है। स्वतंत्रता दिवस (Independence Day) का मुख्य कार्यक्रम दिल्ली के लाल किले पर होता है। स्वतंत्रता दिवस (Independence Day) पर देश के प्रधान मंत्री लाल किले पर झण्डा फहराते हैं और 31 तोपों की सलामी दी जाती है, जिसके बाद वह देश को संबोधित करते हैं। प्रधानमंत्री के भाषण सुनने के लिए सुबह से ही लोग लाल-किले पर पहुंचना शुरू कर देते हैं।

15 अगस्त पर हिंदी में निबंध (15 August Essay in Hindi) - स्वतंत्रता दिवस कैसे मनाया जाता है

प्रत्येक वर्ष भारत में इस दिन लालकिले से देश के प्रधानमंत्री तिरंगा फहराते हैं। साल 1947 में भी जब 15 अगस्त को हमारा देश आजाद हुआ था, तब भारत के पहले प्रधानमंत्री श्री जवाहर लाल नेहरू ने लालकिले पर तिरंगा फहराया था और तब से ही यह परंपरा आज तक चलती आ रही है। इस दिन सभी समुदाय के लोगो में एक अलग ही उत्साह होता है। भारत की राजधानी दिल्ली में यह दिवस काफी धूमधाम के साथ मनाया जाता है। सभी नेता इस दिन लाल किले के सामने परेड ग्राउंड में एकत्रित होते है ,इस दिन बड़ी संख्या में आम लोगो की भीड़ भी काफी देखने को मिलती है। इस दिन देश के प्रधानमंत्री न सिर्फ लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं, बल्कि इसके बाद वे पूरे देश को लालकिले से संबोधित भी करते हैं। इस दौरान प्रधानमंत्री का पूरा भाषण टीवी व रेडियो के माध्यम से पूरे देश में प्रसारित किया जाता है। वहीं भारतीय वायुसेना के विमान पूरे आकाश में तिरंगे के रंग से सराबोर कर देते हैं। इस लालकिले पर देश के अलावा विदेशी सैलानियों की भी अच्छी-ख़ासी भीड़ उमड़ती है।

भारतीय स्वतंत्रता दिवस (Independence Day) को लेकर रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन सिर्फ लालकिले तक ही सीमित नहीं रहता है, बल्कि इस दिन देश भर में इस राष्ट्रीय पर्व को बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। सरकारी कार्यालयों समेत, स्कूल व कॉलेज में भी तिरंगा फहराया जाता है। शिक्षण संस्थानों में बच्चों व अभिभावकों के बीच मिठाइयाँ बांटी जाती हैं तथा रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। कई बच्चे इस दौरान 15 अगस्त पर भाषण (15th August Speech in Hindi) देते हैं, तो कई नाटक, गीत-संगीत सहित अन्य कलाओं के माध्यम से इस दिन को यादगार बनाने की कोशिश करते हैं। इसके अलावा सरकारी दफ्तरों में भी इस दिन राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता है। सरकारी व निजी कार्यालयों में इस दिन अवकाश होता है।

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध 500 शब्दो में (Essay on Independence Day in 500 words)- निष्कर्ष

15 अगस्त (स्वतंत्रता दिवस) को हम उन सभी वीर क्रांतिकारियों को याद करते है जो देश की आजादी के लिए लड़ते लड़ते शहीद हुए, जिन्होंने देश को आजाद कराने के लिए ब्रिटिशों के अत्याचारों को सहा। इस दिन हमे उन सभी वीरों को याद करते है और उनके बलिदान को ध्यान में रखते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते है। हम सभी भारतीयों को मिल-जल कर प्रेमभाव से रहना चाहिए। इस दिन, भारतीय होने के नाते हमें गर्व करना चाहिये और ये वादा करना चाहिये कि हम किसी भी प्रकार के आक्रमण या अपमान से अपनी मातृभूमि की रक्षा के लिये सदा देशभक्ति से पूर्णं और ईंमानदार रहेंगे। 15 अगस्त (स्वतंत्रता दिवस) को हम उन सभी वीर क्रांतिकारियों को याद करते है जो देश की आजादी पाने के लिए लड़ते लड़ते शहीद हुए, जिन्होंने देश को आजाद कराने के लिए ब्रिटिशों के अत्याचार सहे। इस दिन हमे उन सभी वीरों को याद करते है और उनके बलिदान को ध्यान में रखते हुए उन्हें श्रद्धांजलि देते है। सभी भारतीयों को मिल-जल कर प्रेमभाव से रहना चाहिए। ये भी पढ़ें-

स्वतंत्रता दिवस पर 10 लाइनों में  निबंध (Essay on Independence Day in 10 lines in Hindi)

  • स्वतंत्रता दिवस भारत के राष्ट्रीय त्योहारों में से एक है।
  • आज ही के दिन 15 अगस्त 1947 में भारत देश अंग्रेजों की गुलामी से आजाद हुआ था।
  • तभी से इस दिन को स्वतंत्रता दिवस के रुप में बड़े-धाम से मनाया जाता है।
  • यह दिन प्रत्येक भारतीय के लिए गौरव का दिन है।
  • 15 अगस्त के दिन प्रधानमंत्री पहले शहीदों के स्मारक पर जाते हैं।
  • हर वर्ष स्वतंत्रता दिवस (Independence Day) के आयोजन के मुख्य अतिथि किसी अन्य देश से बुलाए जाते हैं।
  • इसके बाद वे लाल किले पर ध्वजारोहण करते हैं और फिर देश वासियों को सम्बोधित करते हैं।
  • देश की आजादी के लिए कई महान स्वतंत्रता सेनानियों ने अपने प्राणों का बलिदान दिया है।
  • इस दिन मौके पर लालकिले पर परेड का आयोजन भी किया जाता है।
  • 15 अगस्त के दिन स्कूलों में झांकियां निकली जाती हैं। झण्डा फहराया जाता है।
  • इस दिन जय हिन्द, वंदेमातरम्, भारत माता की जय, इंकलाब जिंदाबाद के नारों से पूरा देश गूंज उठता है।
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1947 को अंग्रेजों ने भारत को आजादी देने का ऐलान किया था।

भारत को आजाद कराने के लिए चंद्रशेखर आजाद, भगत सिंह, सुभाष चंद्र बोस और ऐसे सैकड़ों स्वतंत्रता संग्राम सैनानियों ने अपनी मातृभूमि को अंग्रेजों से आजाद कराने के लिए प्राणों की आहुतियां दे दीं।

भारत में, स्वतंत्रता दिवस हर साल 15 अगस्त को मनाया जाता है, जो हमें उस दिन की याद दिलाता है जब भारत ने 1947 में ब्रिटिश शासन से अपनी आजादी हासिल की थी। यह उन स्वतंत्रता सेनानियों और भारत के वीर सपूतो को याद करने और सम्मान करने का दिन है जिन्होंने हमारे अधिकारों के लिए कड़ा संघर्ष किया और अपने प्राणों का बलिदान दिया।

भारत के इतिहास का सबसे गौरवपूर्ण दिन 15 अगस्त को माना जाता है। इस दिन देश ब्रिटिश शासन की गुलामी से आजाद हुआ था।

आजादी के महोत्सव को हर साल 15 अगस्त के दिन देशभर में धूम के साथ मनाया जाता है। साथ ही, यह दिन उन स्वतंत्रता सैनानियों की कुर्बानी याद करने का है जिन्होंने देश की आजादी के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए थे।

1757 से लेकर 1947 तक अंग्रेजों का गुलाम रहा भारत। इससे पहले, 1757 से लेकर 1857 तक भारत पर ब्रिटेन की ईस्ट इंडिया कंपनी का कंट्रोल में था। देश के वीर स्वतंत्रता सेनानियों के साहस और बलिदान के आगे आखिरकार अंग्रेजों ने घुटने टेक दिए और करीब 200 साल तक अंग्रेजों की गुलामी करने के बाद भारत को 15 अगस्त, 1947 के दिन आजादी मिली।

स्वतंत्रता दिवस हमारा राष्ट्रीय पर्व है। प्रतिवर्ष इस दिन को समस्त भारतीय नागरिक हर्ष और उल्लास के साथ मनाते है। भारत में पहले अंग्रेजों का शासन था, 15 अगस्त 1947 के दिन भारत को अंग्रेजों के शासन से मुक्ती मिली थी। यानि इस दिन भारत को आजाद घोषित किया गया था।

15 अगस्त, 1947 को भारत को 200 सालों की अंग्रेजी हुकूमत से आजादी मिली थी। ऐसे में 15 अगस्त को भारत के स्वतंत्रता दिवस के तौर पर मनाया जाता है।

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When will Arunachal Pradesh TET 2024 be conducted?

Dear Candidate,

The Arunachal Pradesh Teacher Eligibility Test or AP TET is expected to be conducted in December 2024. The conducting body of the exam, which is Arunachal Pradesh Secondary Education Department, has not released any notification regarding the exam yet. It is a state-level exam conducted every year to offer the post of primary level (class 1 st  to 5 th ) and upper primary level (Class 6 th  to 8 th ) teachers in the schools of Arunachal Pradesh. To be eligible for the AP TET, you must be an Indian citizen, not more than 33 years old …

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स्वतंत्रता दिवस पर निबंध (Essay On Independence Day in Hindi)

15 अगस्त भारत के इतिहास में एक ऐतिहासिक और बहुत ही महत्वपूर्ण दिन है क्योंकि इस दिन हमें अंग्रेजो से 200 वर्षो की गुलामी से आजादी मिली थी इसी दिन देश के नागरिकों ने आजाद भारत में सांस ली उनके लिए ते एहसास ऐसा था जैसा मानो उन्होंने साक्षात भगवान के दर्शन कर लिए हैं।

आजाद भारत में 15 अगस्त 1947 ईस्वी को पहली बार भारत का तिरंगा फहराया गया और लोगों को संबोधित करते हुए देश के तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने कहा था कि भारत अब आजाद हो चुका है और हम सब मिलकर एक नया भारत बनाएंगे। साल 2023 में भारत के स्वतंत्रता दिवस की 76वीं वर्षगांठ के शुभ अवसर पर भारत ‘ आजादी का अमृत महोत्सव ‘ माना रहा है। 

independence day essay in hindi

ऐसे में अगर आप स्वंतंत्रता संग्राम पर निबंध लिखना चाहते हैं तो आप सही आर्टिकल पर पहुंच गए हैं क्योंकि हम आज आपको बताएंगे कि हम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम पर निबंध कैसे लिखेंगे अगर आप इसके बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो इस आर्टिकल स्वतंत्रता दिवस पर निबंध 2023 (Essay On Independence Day in Hindi) को आखिर तक पढ़े आइए जानते हैं। 

Table of Contents

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध 300 शब्द (Essay on 75th Independence Day in 300 words)

15 अगस्त 1947 को भारत को आजादी मिली जिसके बाद उस दिन पहली बार देश में अंग्रेजों के झंडे को उतारकर भारत में अपना तिरंगा झंडा आकाश में फहराया और सभी लोगों ने इस दिन को काफी हर्षोल्लास के साथ मनाया क्योंकि भारत 200 वर्षों तक अंग्रेजों के चंगुल में रहा और ना जाने हमारे कितने वीर जवानों सपूतों ने अपना बलिदान दिया इसके बाद इस आजादी को हम लोगों ने पाया था। 

अंग्रेजो से आजादी मिलते ही देश के हर एक नागरिक में इस बात को लेकर खुशी थी अब हम आजाद भारत में सांस लेंगे। अब आजादी को 76 वर्ष हो गए है। स्वंतंत्रता दिवस के इस शुभ दिन को हम सभी भारतीय इसे अपने तरीके से मनाते है कुछ लोग अपने दोस्तों और परिवार वालों के साथ कहीं घूमने के लिए जाते हैं।

इसके अलावा लोग अपने घरों में देश भक्ति गाने सुनते हैं और उसके बाद ध्वजारोहण करते हैं इस  दिन देश के प्रधानमंत्री लाल किले से देश को संबोधित करते हैं और साथ में देशवासियों को इस बात का आश्वासन देते हैं कि आने वाले दिनों में भारत किस किस क्षेत्र में क्या-क्या कार्य करने वाला है और देश कैसे और भी मजबूत हो उसके यह देश के नागरिकों को किस प्रकार देश के हित के लिए काम करना होगा उसके बारे में और देश को मंत्र देते हैं। 

ताकि देश का हर नागरिक अपने देश के प्रति उसका क्या कर्तव्य है उसके बारे में जान सके इसके अलावा इस दिन देश के प्रत्येक राज्य के सरकारी और गैरसरकारी संस्थानों, सरकारी ऑफिस में अलग-अलग सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं जिसमें लोग बढ़-चढ़कर भाग लेते हैं और देश को आजाद कराने में अपने जान की आहुति देने वाले वीर सपूतों की गाथा को लोगो की बिच सुनाते है ताकि लोगों को स्वतंत्रता दिवस के महत्व के बारे में और भी ज्यादा जागरूक किया जा सके।

  • गणतंत्र दिवस क्यों मनाया जाता है? और ये 26 जनवरी को ही क्यों मनाते है
  • संविधान दिवस कब और क्यों मनाया जाता है?

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध 2 (400 शब्द) (Essay on 15 August in 400 words)

15 अगस्त 1947 को जब देश आजाद हुआ तब देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने लाल किले से देश को संबोधित करते हुए कहा की गुलामी के बाद ये वो समय है जब हम अपना संकल्प निभाएंगे और अपने दुर्भाग्य का अंत करेंगे। इसके बाद से भारत में जितने भी प्रधानमंत्री हुए उन्होंने इस प्रथा का अनुसरण किया और उस दिन देश के प्रधानमंत्री लाल किले पर भारतीय ध्वज का झंडारोहण करते हैं उसके बाद देश को संबोधित किये। 

इस दिन देश में विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं भारत को आजाद करवाने में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका महात्मा गांधी के द्वारा निभाया गया था। जिन्होंने अपने महत्वपूर्ण हथियार सत्य और अहिंसा के द्वारा ब्रिटिश सरकार को भारत देश से उखाड़ फेंका और भारत को अंग्रेजों के चंगुल से आजाद करवाया। 

जिसके कारण ने महात्मा गांधी को भारत का राष्ट्रपिता कहा जाता है इसके अलावा देश की आजादी के लिए भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद, लाला लाजपत राय, सुभाष चंद्र बोस, खुदीराम बोस, सरदार वल्लभभाई पटेल जैसे कई वीर सपूतों ने अपना सर्वस्व निछावर कर दिया। 

राष्ट्रीय गौरव के इस पर्व को भारत सरकार द्वारा बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है। इस दिन भारत के वर्तमान प्रधानमंत्री द्वारा दिल्ली के लाल किले पर झंडा फहराया जाता है और उसके बाद इस उत्सव को और खास बनाने के लिये भारतीय सेनाओं द्वारा परेड निकाला जाता है जिसमें भारत के सैन्य शक्ति का प्रदर्शन किया जाता है।

ताकि देश के प्रत्येक नागरिक को मालूम चल सके कि देश हमारा सैन्य शक्ति की दृष्टिकोण से कितना मजबूत है और देश के दुश्मन भी जान सके कि भारत पर बुरी नजर रखने वाले देश का भारत क्या हाल कर सकता है। 

इसके अलावा इस दिन विभिन्न राज्य के द्वारा झांकियां भी प्रस्तुत की जाती हैं और जिस राज्य का झांकी सबसे अच्छा होता है उसे सरकार की तरफ से उस राज्य को पुरस्कृत भी किया जाता है। इसके अलावा इस दिन देश के छोटे-छोटे बच्चे सांस्कृतिक कार्यक्रम में भाग लेकर राष्ट्रगान और देशभक्ति गीत गाते हैं। 

भारत के राज्यों में भी स्वतंत्रता दिवस को इसी उत्साह के साथ मनाया जाता है जिसमें राज्यों के राज्यपाल और मुख्यमंत्री मुख्य अतिथी के तौर पर होते हैं कुछ लोग सुबह जल्दी ही तैयार होकर प्रधानमंत्री के भाषण का इंतजार करते रहते हैं। भारतीय स्वतंत्रता इतिहास से प्रभावित होकर कुछ लोग 15 अगस्त के दिन देशभक्ति से संबंधित फिल्में देखते हैं साथ ही सामाजिक कार्यक्रमों में भाग लेकर लोगो को स्वतंत्रता दिवस के महत्व के बारे में बताते है। 

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध 3 (500 शब्द) – स्वतंत्रता दिवस का स्वर्णिम इतिहास (History of Independence day in 500 words)

निचे स्वतंत्रता दिवस पर 500 शब्दों का निबंध लिखा गया है। 

स्वतंत्रता दिवस का स्वर्णिम इतिहास (History of Indian Independence Day)

भारत को सोने की चिड़िया कहा जाता था लेकिन जब अंग्रेज भारत में व्यापारी बनकर आए तो अंग्रेजो को लगा कि भारत में तो अपार खजाना है और ऐसे में अगर वह भारत को गुलाम बना लेते हैं तो भारत में मौजूद सभी खजानो पर उनका अधिकार होगा इसी को ध्यान में रखते हुए उन्होंने सबसे पहले भारत के गरीब जनता को कर्ज देना शुरू किया।

और उसके बाद कर्ज के चंगुल में जब फस जाते थे तो उनके जमीन उन्होंने हड़पना चालू कर दिया इसके बाद उन्होंने भारत के राजाओं की कमजोरी का लाभ उठाया और उन्होंने उन्हें आपस में लड़ा कर कमजोर किया और उसके बाद उनके राज्य पर भी उनका अधिकार होता चला गया। 

इस तरह देखते देखते पूरे भारत में अंग्रेजी शासन की नींव पड़ गई और अंग्रेज भारत के आमजन पर विभिन्न प्रकार के अत्याचार किया करते थे नील की खेती जबरदस्ती करवाते थे मनमाना Tax वसूल किया करते थे और अगर कोई अंग्रेजो के खिलाफ बोलता है तो उसे गिरफ्तार करते नहीं तो गोलियों से मार दिया करते थे।

इसका ज्वलंत उदाहरण जलियांवाला हत्याकांड है जहां पर अंग्रेजों ने भारतीयों पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाकर हजारो भारतीयों को मौत के घाट उतार दिया आज भी जलियांवाला बाग हत्याकांड भारत के इतिहास में एक काला दिन के तौर पर दर्ज किया गया है इसके अलावा अंग्रेजों ने भारत के सबसे कीमती चीज कोहिनूर हीरा को लूटा है जो आज उनकी रानी की ताज कि शोभा बढ़ा रहा है।

स्वतंत्रता सेनानियों का आजादी में योगदान

भारत की आजादी में भारत के हर एक नागरिक ने अपनी भूमिका निभाई है और कई लोगों ने तो अपनी जान तक देश के लिए कुर्बान किया है लेकिन देश के आजादी में कुछ लोगों ने ऐसी भूमिका निभाई इन्होंने देश को आजादी करवाने में एड़ी चोटी का जोर लगा दिया।

भारत के आजादी में महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू, सरदार बल्लभ भाई पटेल, बाल गंगाधर तिलक, सुभाष चंद्र बोस, चंद्रशेखर आजाद, बिस्मिल्लाह खान इत्यादि महापुरुषों ने मिलकर अंग्रेजो के खिलाफ लड़ाई लड़ी तब जाकर हमारा देश आजाद हुआ। 

कुछ लोगों ने सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलकर अंग्रेजो के खिलाफ लड़ाई लड़ी और कुछ ने क्रांतिकारी और अहिंसा का रास्ता अपनाया इनमें से प्रमुख क्रांतिकारी नेताओं में भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद, मंगल पांडे, खुदीराम बोस, सुखदेव जैसे वीर महापुरुषों के नाम आते हैं सभी के सामूहिक प्रयास और इच्छाशक्ति के द्वारा ही भारत को 15 अगस्त 1947 को आजादी मिली। 

आजादी का ये पर्व कैसे मनाया जाता है?

स्वतंत्र भारत में इस पर्व को मनाने के तरीके अलग-अलग हैं। सवंतंत्रता दिवस के हफ्ते भर पहले से बाजारों में रौनक आ जाती है, कहीं पर तीन रंगों की रंगोली तो कहीं पर है तीन रंगों की लाइट इसके अलावा बाजार में भारतीय तिरंगे भी खूब बिक्री किए जाते हैं जिसे बच्चों को खरीद कर दिया जाता है और जब बच्चे अपने हाथ में तिरंगे लेकर चलते हैं तो ऐसा देखकर लगता है कि मानव भारत का भविष्य चल रहा है। 

इसके अलावा इस दिन स्कूल और कॉलेज में तिरंगा फहराया जाता है और साथ में मिठाइयां भी बांटी जाती हैं इसके अलावा पूरा देश हर्षोल्लास के साथ 15 अगस्त के पावन पर्व को मनाता है और इस दिन पूरा देश दुल्हन की तरह सजा हुआ आपको दिखाई पड़ेगा। 

15 अगस्त के दिन पूरा देश एकजुट हो जाता है चाहे वो किसी भी धर्म मजहब का हो उनमे किसी प्रकार का कोई भेदभाव ना दिखाई नहीं पड़ती है सबसे बड़ी बात है कि 15 अगस्त 2023 को भारत अपना 76 स्वतंत्रा दिवस मनाएगा जिस को ध्यान में रखते हुए देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने भारत में “हर घर तिरंगा अभियान” की शुरुआत की है। 

स्वतंत्रता दिवस पर 10 लाइन 

  • स्वतंत्रता दिवस समारोह मुख्य रूप से लाल किले पर मनाया जाता है।
  • सभी भारतीयों देश के सम्मान में तिरंगे को सलाम करते और राष्ट्रीय गान गाते हैं।
  • स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर देश के प्रधानमंत्री के द्वारा देश को संबोधित किया जाता है और लाल तिरंगे पर ध्वजारोहण का काम भी प्रधानमंत्री के द्वारा ही होता है। 
  • इस दिन राष्ट्रीय गीत और राष्ट्रगान गाया जाता है। 
  • 15 अगस्त के दिन पूरा देश हर्षोल्लास के साथ इस राष्ट्रीय पर्व को मनाता है। 
  • स्वतंत्रता दिवस पर सभी धर्म एक साथ मिलकर भारत के तिरंगे को अपने हाथ में लेकर उसे सलाम करते हैं इसलिए इस दिन किसी प्रकार का भेदभाव दिखाई नहीं पड़ता है। 
  • स्वंतंत्रता दिवस भारतीय लोकतंत्र के सबसे बड़े त्योहारों में से एक है जिसे भारतीय पूरे सम्मान के साथ मनाते हैं।
  • भारत के सभी राज्यों, शहरों, गांवों और कस्बों में लोग झंडा फहराते हैं और वीर महापुरुषों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। 
  •  केवल भारत में ही नहीं, दुनिया भर में बेस लाखों भारतीय लोग इस झंडारोहण समारोह का हिस्सा बनते हैं और इसका आनंद लेते हैं।
  • टीवी चैनल पर राष्ट्रगान और राष्ट्रभक्ति से जुड़े फिल्में से प्रसारित की जाती है। 

FAQs – स्वतंत्रता दिवस पर निबंध (Essay On Independence Day in Hindi)

Q. स्वतंत्रता दिवस कब मनाया जाता है.

Ans – सवतंत्रता दिवस प्रत्येक साल 15 अगस्त को मनाया जाता है।

Q.15 अगस्त 2023 को भारत के आजाद हुए कितने साल हो जाएंगे?

Ans – 76 वर्ष

Q. स्वतंत्रता दिवस को झण्डा कहां फहराया जाता है?

Ans – स्वंतंत्रता दिवस के दिन लाल किले पर तिरंगा झंडा फहराया जाता है।

Q. स्वतंत्रता दिवस पर झण्डा कौन फहराता है?

Ans – देश के प्रधानमंत्री

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नमस्कार दोस्तों, मैं Rahul Niti एक Professional Blogger हूँ और इस ब्लॉग का Founder, Author हूँ. इस ब्लॉग पर मैं बहुत से विषयों पर लिखता हूँ और अपने पाठकों के लिए नियमित रूप से उपयोगी और नईं-नईं जानकारी शेयर करता रहता हूँ।

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essay on independence day for class 2 in hindi

Essay on Independence Day in Hindi | स्वतंत्रता दिवस पर निबंध

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध हिंदी में,  essay of independence day in hindi, format, examples.

Essay on Independence day in Hindi – In this article we will discuss an essay on Independence Day in Hindi in detail. Independence day is one of our three national festivals (Republic Day, Independence Day, and Gandhi Jayanti), so we should all be fully aware of Independence Day. With the help of this article on Independence Day, a student can answer any question related to the occasion.

This article on Independence Day of India which falls on 15th August has been written in Hindi. The information given by us in this article will be helpful for students to prepare the topic well. इस लेख में हम स्वतंत्रता दिवस के बारे में विस्तार पूर्वक चर्चा करेंगे। स्वतंत्रता दिवस का पर्व हम सभी के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण पर्वों में से एक है। यह हमारे तीन राष्ट्रीय पर्वों (गणतंत्र दिवस, स्वतंत्रता दिवस और गाँधी जयंती) में से एक है, अतः हम सभी को स्वतंत्रता दिवस के बारे में पूरी जानकारी होनी चाहिए। स्वतंत्रता दिवस के बारे में आपको कभी भी, कोई भी, किसी भी स्तर पर किसी भी प्रकार का प्रश्न कर सकता है। आशा करते हैं कि हमारे द्वारा जो जानकारी इस लेख में दी गई है वह आपके सही प्रश्नों का हल जानने में सहायक सिद्ध होगी।

सामग्री (Content)

स्वतंत्रता दिवस का स्वर्णिम इतिहास, स्वतंत्रता प्राप्ति तक के महत्वपूर्ण ऐतिहासिक पल, स्वतंत्रता के लिए स्वतंत्रता सेनानियों का योगदान, स्वतंत्रता से पहले स्वतंत्रता दिवस, सर्वप्रथम झंडा वंदन, स्वतंत्रता दिवस का समारोह, स्वतंत्रता दिवस पर खतरा, नए दौर में स्वतंत्रता दिवस के मायने.

  आओ हम सब मिलकर आज़ादी का पर्व मनाये, आज़ादी के इस पर्व से पूरे विश्व में भारत की एक अलग पहचान बनाए।।

भारत के राष्ट्रीय त्योहारों में से एक हमारा स्वतंत्रता दिवस है, इसी दिन 200 साल की गुलामी के बाद ब्रिटिश शासन से भारत को आज़ादी मिली थी।  हमारे भारतीय स्वतंत्रता सेनानियों ने अपना सब कुछ न्योछावर कर भारत देश के लिये आज़ादी हासिल की। आज हम स्वतंत्रता और उसकी शांतिपूर्ण खुली हवा का आनंद ले रहे हैं, जिस शांति का अनुभव हम महसूस करते है, इस शांति और ख़ुशी के लिए ना जाने कितने देशवासियों ने अपना सब कुछ न्योछावर कर दिया था। स्वतंत्रता दिवस पर पूरे भारत वर्ष में प्रत्येक विद्यालय, कार्यालय, गांव और नगर में समारोह आयोजित होते हैं। मुख्य समारोह दिल्ली के लाल किले पर आयोजित होता है। भारतवासी स्वतंत्रता का मूल्य समझते हैं। अतः यह त्यौहार सारे भारतवासियों द्वार मिलकर हर्ष उल्लास से मनाया जाता है।

  Top  

  • भारत का इतिहास हजारों वर्ष पुराना है। इस लंबे इतिहास में ऐसे कई विदेशी आक्रमणों का सामना करना पड़ा। अधिकतर विदेशी आक्रमणकारी यहां रहने के दौरान भारतीय सभ्यता संस्कृति में इस तरह घुल मिल गए मानो वे यही के मूल निवासी हो। विदेशी आक्रमणकारियों के आगमन एवं यहां की सभ्यता संस्कृति में घुल-मिल जाने का सिलसिला मध्यकालीन मुगलों के शासन तक चलता रहा। 18 वीं सदी में जब अंग्रेजों ने भारत के कुछ हिस्सों पर अधिकार जमाया तो पहली बार यहां के लोगों को गुलामी का एहसास हुआ था।
  • अंग्रेजों के द्वारा भारत पर कब्ज़ा किए जाने के बाद हम लोगो को अपने ही देश में गुलामों की तरह जीवन जाना पड़ रहा था। हमारे पास धन, अनाज, ज़मीन सब कुछ होने के बावज़ूद भी किसी भी वस्तु पर हमारा कोई अधिकार नहीं था। हम अपने खेत होते हुए भी अपनी जरुरत के हिसाब से खेती नहीं कर सकते थे और उसके ऊपर अंग्रेज़ मनमाना लगान वसूलते थे। जब-जब भी उनका विरोध करने का किसी ने साहस दिखाया तब-तब अंग्रेजों ने हमारी आवाज़ को दबाने के लिए बहुत ही क्रूर हत्कंडे अपनाए। इसका एक बहुत भयावह उदाहरण जलियांवाला बाग हत्याकांड था।
  • अंग्रेज़ी सरकार की प्रताड़ना और अत्याचारों की कहानियों की कमी नहीं है और न ही कमी है हमारे स्वतंत्रता सेनानियों के साहस पूर्ण आंदोलनों की, हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने हर अत्याचार का विरोद्ध किया और उनके ही अथक प्रयासों का ये नतीजा है कि आज अंग्रेज़ी हुकूमत हमारे लिए एक इतिहास है। अंग्रेजों ने हम पर अनगिनत अत्याचार किए और हमें लूटा, जिसका एक उदाहरण कोहिनूर हीरा भी है, जो आज उनकी रानी की ताज कि शोभा बढ़ा रहा है।
  • लेकिन हमारी सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर आज भी सबसे कुलीन और पवित्र है और शायद यही वजह है कि आज भी हमारे देश में अतिथियों को देवताओं की तरह पूजा जाता है और जब-जब अंग्रेज़ भारत आएँगे हम उनका स्वागत करते रहेंगे, लेकिन साथ ही इतिहास को भी स्मरण रखेंगे।

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अंग्रेज़ों का भारत आगमन – एक समाय था जब भारत को ‘सोने की चिड़िया’ कहा जाता था। इसी बात से आकर्षित हो कर 17वीं शताब्दी में अंग्रेज़ व्यापार करने का इरादा लेकर भारत आए, उस समय भारत पर मुगलों का शासन था। धीरे-धीरे अंग्रेजों ने व्यापार के बहाने अपनी सैन्य ताकत को बढ़ाना आरम्भ किया और कई राजाओं को धोखे से युद्ध में हरा के उनके क्षेत्रों को अपने अधीन कर लिया। 18वीं सदी तक ईस्ट इंडिया कंपनी के नाम से अपना वर्चस्व स्थापित कर, अपने आस-पास के क्षेत्रों को भी अपने अधीन कर लिया।

पूरे भारत पर अधिकार – ईस्ट इंडिया कंपनी के फैलते वर्चस्व से हमें एहसास हो चुका था कि हम  अंग्रेज़ों के गुलाम बन चुके हैं। शुरू-शुरू में अंग्रेजों ने हमें शिक्षित करने या हमारे विकास का हवाला देकर हम पर अपनी चीज़ों को थोपना शुरू किया। हमें शिक्षित करने के पीछे भी उनकी मंशा कम वेतन पर काम करने वाले कर्मचारियों का निर्माण करना था। धीरे-धीरे अंग्रेज़ी सरकार ने पुरे भारत पर अपना अधिकार स्थापित कर दिया।

अंग्रेज़ों द्वारा अत्याचार – अंग्रेजों ने भारतीयों का न केवल शारीरिक रूप से शोषण किया बल्कि वे भारतीयों को कई तरह से मानसिक तौर पर भी प्रताड़ित किया करते थे। इस दौरान कई युद्ध भी हुए, जिसमें सबसे प्रमुख था द्वितीय विश्व युद्ध, जिसके लिए अंग्रेज़ों ने भारतियों को सेना में जबरन भर्ती किया। भारतीयों का अपने ही देश में कोई अस्तित्व नहीं रह गया था, भारतीय केवल उनके दास मात्र बन के रह गए थे। अंग्रेजों ने जलियांवाला बाग जैसे नरसंहार को भी अंजाम दिया था।

राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी और भारतीय मुस्लिम लीग जैसे दलों की स्थापना – अंग्रेज़ों के इन अत्याचारों से तंग आकर इस संघर्षपूर्ण वातावरण के बीच 28 दिसम्बर 1885 को 64 व्यक्तियों द्वारा राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी की स्थापना की गयी। जिसमें दादा भाई नौरोजी और ए ओ ह्यूम की महत्वपूर्ण भूमिका रही और धीरे-धीरे क्रान्तिकारी गतिविधियों को अंजाम दिया जाने लगा, और लोग बढ़ चढ़कर अंग्रेज़ों के ख़िलाफ़ पार्टी में भाग लेने लगे। इसी क्रम में भारतीय मुस्लिम लीग की भी स्थापना हुई। ऐसे ही कई दल सामने आये और उनके अतुल्य योगदान और बलिदान का ही नतीज़ा है कि हमें स्वतंत्रता प्राप्त हुई। जिसके लिए कई वीरों ने गोली खाई और न जाने कितने वीर फाँसी पर झूल गए, ना जाने कितनी माँओं ने अपने लाल खोए और ना जाने कितनी अभागिने जवानी में ही विधवा हो गई।

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सांप्रदायिक दंगे और भारत का बंटवारा – ना जाने कितने संघर्ष और बलिदानों के बाद अंग्रेज़ तो भारत को छोड़ कर चले गये और हम आज़ाद भी हो गए, परंतु एक और जंग को अभी देखना बाकी था। वो थे – सांप्रदायिक हमले। स्वतंत्रता प्राप्त करते ही सांप्रदायिक हिंसा भड़क उठी, नेहरू और जिन्ना दोनों को प्रधानमंत्री बनना था, नतीज़न देश का बटवारा हुआ। भारत और पाकिस्तान – नाम से एक हिंदू और एक मुस्लिम राष्ट्र की स्थापना हुई। इन दंगों में मरने वालों कि तादात लाखों की थी। एक तरफ आज़ादी का माहौल था, तो वहीं दूसरी ओर नर-संहार का मंज़र। देश का बटवारा हुआ और क्रमशः 14 अगस्त को पाकिस्तान का और 15 अगस्त को भारत का स्वतंत्रता दिवस घोषित किया गया।

स्वतंत्र भारत व आजादी का पर्व – इन सब घटनाओं के पश्चात हम हर वर्ष, स्वतंत्रता दिवस को अपने अमर वीर जवानों एवं दंगे में मारे गए निर्दोष लोगों की याद में मनाते हैं। आज़ादी के लिए अपनी कुर्बानी देने वाले अमर जवानों की कोई निश्चित गणना नहीं है, क्योंकि इसमें बच्चों से लेकर बूढ़ों तक सब शामिल थे। पूरा देश एक जुट था तब जाकर ये सपना साकार हुआ। हाँ, कुछ प्रमुख देश भक्त ज़रूर थे जिन्हें नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता। जिनके नेतृत्व में पूरा देश आज़ादी की लड़ाई में कूद पड़ा था, जैसे की भगत सिंह, सुखदेव, राज गुरू, लाला लाजपत राय, बाल गंगाधर तिलक, सुभाष चंद्र बोस इत्यादि। महिलाएं भी इस काम में पीछे न थीं, जैसे कि एनी बेसेंट, सरोजिनी नायडू, रानी लक्ष्मीबाई व कई अन्य।

  • हमारे स्वतंत्रता सेनानियों का आज़ादी के लिए संघर्ष में अतुल्य योगदान रहा है। अपनी मातृभूमि को अंग्रेज़ों के चंगुल से स्वतंत्र कराने के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर करने वाले बहुत से वीरों को जेल की सलाखों के पीछे नरक तुल्य जीवन व्यतीत करना पड़ा था। अधिकतर को काला पानी की सजा भी दी गई थी। आज़ादी का यह संघर्ष वर्ष 1947 तक चला।
  • महात्मा गाँधी ने सबको सत्य, अहिंसा का पाठ पढ़ाया और वह अहिंसा का ही असर था, जो सबसे बड़े हथियार के रूप में उभरा और कमज़ोर से कमज़ोर व्यक्ति के जीवन में भी उम्मीद के दीपक जलाए। गाँधी जी ने देश से कई कुप्रथाओं को हटाने के अथक प्रयास किये और सभी तबकों को एक-साथ लाया, जिसकी वजह से यह लड़ाई और आसान हो गई।
  • साइमन कमीशन के विरोध में सब शांतिप्रिय तरीके से विरोध कर रहे थे, लेकिन इसी बीच अंग्रेजों ने लाठी चार्ज शुरू कर दिया और इसमें लाला लाजपत राय की मृत्यु हो गई। इससे आहत होकर भगत सिंह, सुख देव, राजगुरू ने सांडर्स की हत्या कर दी और बदले में इन्हें फ़ाँसी की सजा हुई और वे हंसते-हंसते फ़ाँसी की तख्त पर चढ़ गये।
  • आजादी के इस संघर्ष के अनगिनत नायकों में मंगल पांडे, महारानी लक्ष्मीबाई, तात्याटोपे, कुंवर सिंह, राम प्रसाद, सुभाष चंद्र बोस, चंद्रशेखर आजाद, भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरु, खुदीराम बोस, महात्मा गाँधी, लाल बहादुर शास्त्री, डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद, सरदार वल्लभ भाई पटेल, लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक, जय प्रकाश नारायण, अब्दुल कलाम आजाद इत्यादि का विशेष योगदान था।

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लाहौर में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अधिवेशन में पंडित नेहरु की अध्यक्षता में कांग्रेस द्वारा इस बात की घोषणा की गई थी कि यदि 26 जनवरी 1930 तक भारत को स्वायत्त शासन अर्थात स्व-शासित राज्य (Dominion State) नहीं बनाया गया तो इसके बाद भारत अपने आप को पूर्णतः स्वतंत्र मान लेगा। लेकिन, जब यह दिन आया और अंग्रेजी सरकार द्वारा इस मुद्दे पर कोई जवाब नही दिया गया तो कांग्रेस ने उस दिन से पूर्ण स्वतंत्रता प्राप्ति के लक्ष्य से अपना सक्रिय आंदोलन आरंभ कर दिया। इस तरह के स्वतंत्रता दिवस समारोह का आयोजन भारतीय नागरिकों के बीच राष्ट्रवादी ईधन झोंकने के लिये किया गया व स्वतंत्रता देने पर विचार करने के लिए ब्रिटिश सरकार को मजबूर करने के लिए भी किया गया। कांग्रेस ने 1930 और 1950 के बीच 26 जनवरी को स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाया। इसमें लोग मिलकर स्वतंत्रता की शपथ लेते थे। जवाहरलाल नेहरू ने अपनी आत्मकथा में इनका वर्णन किया है कि ऐसी बैठकें किसी भी भाषण या उपदेश के बिना, शांतिपूर्ण व गंभीर होती थीं। 1947 में वास्तविक आजादी के बाद, भारत का संविधान 26 जनवरी 1950 को प्रभाव में आया, तब के बाद से 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है। और 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के रूप में।

सर्वप्रथम 15 अगस्त 1947 के दिन भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरु जी ने लाल किले के केलाहोरी गेट के ऊपर राष्ट्रीय ध्वज फहराया था। इसकी शुरुआत पंडित जवाहरलाल नेहरू ने की थी, जिसके चलते प्रत्येक वर्ष हमारे देश के प्रधानमंत्री लाल किले पर झंडा फहराते हैं, 200 साल की ब्रिटिश समाज की गुलामी के बाद 15 अगस्त 1947 को का दिन हमारे देश का सबसे स्वर्णिम दिन कहा जाता है।

पूरे भारत में अनूठे समर्पण और अपार देश-भक्ति की भावना के साथ स्‍वतंत्रता दिवस मनाया जाता है। स्वतंत्र भारत में इस पर्व को मनाने के तरीके अलग-अलग हैं। हफ्ते भर पहले से बाजारों में रौनक आ जाती है, कहीं तीन रंगों की रंगोली बिकती है, तो कहीं तीन रंगों की लाइटें। ऐसा प्रतीत होता है जैसे पूरा समा ही मानो इन रंगों मे समा गया हो। हर तरफ खुशी का माहौल होता है। हर कहीं देश-भक्ति गीतों की झनकार सुनाई पड़ती है। पूरा देश नाचते-गाते इस उत्सव को मनाता है। लोग खुद भी झूमते हैं और दूसरों को भी थिरकने पर मजबूर कर देते हैं। पूरा देश एक जुट हो जाता है वो भी ऐसे, कि क्या हिंदू क्या मुसलमान, कोइ भेद ही नज़र नहीं आता। इस दिन हमारे देश में राष्ट्रीय अवकाश रहता है। स्वतंत्रता दिवस पूरे राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों में मनाया जाता है। स्वतंत्रता दिवस के 1 दिन पहले राष्ट्रपति जी राष्ट्र के नाम संबोधन में भाषण देते हैं। 15 अगस्त के दिन प्रधानमंत्री जी लाल किले पर झंडा फहराते हैं, और तोपों की सलामी दी जाती है।  स्वतंत्रता दिवस के दिन उन देशभक्तों को श्रद्धांजलि दी जाती है, जिन्होंने देश को स्वतन्त्र कराने के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। श्रद्धांजलि देने के बाद प्रधानमंत्री जी अपना भाषण देते हैं। उस भाषण में देश की उपलब्धि और सामाजिक मुद्दों और विकास के बारे में बताया जाता है। इस दिन ध्वजारोहण, राष्ट्रगान, परेड समारोह, और अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम होते हैं। ध्वजारोहण भारत के सभी सरकारी, गैर सरकारी विद्यालय, महाविद्यालय सभी जगह पर होता है और सभी जगहों को रोशनी और फूलों से सजाया जाता है और मिठाइयाँ बांटी जाती हैं।

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स्वतंत्रता दिवस मनाने के दौरान खतरों का डर रहता है, जिसमें आतंकवाद का डर सबसे प्रमुख है। इसलिए इस दिन प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति जी की कड़ी सुरक्षा के साथ-साथ  दिल्ली, मुंबई और जम्मू कश्मीर जैसे अन्य बड़े शहरों को हमलों से बचाने के लिए तथा लाल किले पर ‘नो फ्लाई जॉन’ घोषित कर दिया जाता है, सुरक्षा की वजह से पूरे देश में पुलिस बल को तैनात किया जाता है। देश भले ही स्वतंत्र हो गया हो, पर ब्रिटिश राज्य के धार्मिक आधार के कारण भारत का विभाजन हुआ, जिसके कारण भारत और पाकिस्तान का बंटवारा हुआ। भारत के विभाजन के बाद देश में हिंसक दंगे भड़के और सांप्रदायिक हिंसा की घटनाएँ होने लगी। देश के बंटवारे में आतंकवाद को जन्म दिया। जिसका असर आज हमारा देश और हम सभी भारतवासी सह रहे हैं।

स्वतंत्रता दिवस समारोह की तैयारी हर वर्ष बड़ी धूम-धाम से की जाती है, लाल किले पर हर वर्ष हमारे माननीय प्रधान मंत्री जी तिरंगा फहराते हैं। उसके बाद राष्ट्र गान एवं उनके भाषण के साथ कुछ देश-भक्ति कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाते हैं, जिनका आनंद हम वहाँ प्रस्तुत हो कर या घर बैठे-बैठे वहाँ के सीधे प्रसारण द्वारा ले सकते हैं। हर वर्ष इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि किसी अन्य देश से बुलाए जाते हैं। स्वतंत्रता दिवस हमारा राष्ट्रीय पर्व है और इस मौके पर सारे स्कूल, कॉलेज, कार्यालय बंद रहते हैं। यह एक ऐसा पर्व है जिसे पूरा देश एक जुट हो के मनाता है, बस सबके ढ़ग अलग-अलग होते हैं। कोई नई पोशाक पहन के तो कोई देश-भक्ति गीतों को सुन के इस दिन को मनाता है। आज के दौर में स्वतंत्रता दिवस मनाने के माइनो को बदलने की भी आवश्यकता है क्योंकि आज हम भले ही अंग्रेज़ी हुकूमत से आज़ाद हैं, परन्तु आज भी ऐसी बहुत सी कुरीतियाँ जैसे – दहेज़ प्रथा, घरेलु हिंसा, बाल शोषण, देह व्यापार इत्यादि, हमारे समाज में फैली हैं जिनसे आज़ाद होना अभी भी बाकी है। हमें आने वाले स्वतंत्रता दिवस पर समाज की इन कुरीतियों का नाश करने की प्रतिज्ञा करनी चाहिए, और इन कुरीतियों को जड़ से समाप्त करने का प्रयास जारी रखना चाहिए। हमें आज़ादी दिलाने के लिए न जाने कितने वीर-वीरांगनाओं ने अपने जान की आहुति दी है। हमें उनके बलिदान को व्यर्थ नहीं गवांना चाहिए, बल्कि उन्होंने जिस भारत का सपना देखा था हमें उस सपने को साकार करने का प्रयास करना चाहिए।

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यह पर्व हमें अमर वीरों के बलिदान के साथ-साथ इतिहास को न भूलने का स्मरण कराता है, ताकि दोबारा किसी को व्यापार के बहाने शासन का मौका न दिया जाए। 15 अगस्त का दिन हम हिंदुस्तानियों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण दिन है, हमें उन शहीदों के प्रति नतमस्तक होकर श्रद्धा के साथ शीश झुकाना चाहिए। जिन्होंने हमें स्वतंत्रता दिलाई। हमारा कर्तव्य बनता है कि हम ऐसे कार्य करें जिससे हमारे देश का नाम रोशन हो इसके लिए हमें देश के कुछ खतरनाक रोग जैसे घुस, जमाखोरी, कालाबाजारी, भ्रष्टाचार इत्यादि को खत्म करना होगा ताकि देश के लिए जिन्होंने अपनी आहुति दी वह व्यर्थ ना जाए। वे शहीद जिन्होंने हमें आज़ादी दिलाई उनका हम तहे दिल से सम्मान करते हैं उनको हमेशा याद करते रहेंगे। वे हमेशा ही हमारे दिलों में बसे रहेंगे। वह आज भी हमारे देश के नौजवानों में एक नई ऊर्जा का संचार करते हैं। भले ही स्वतंत्रता दिवस मनाने के सबके तरीके अलग हों, मकसद एक ही होता है। सब मिल-जुल कर एक दिन देश के लिए जीते हैं, स्वादिष्ट पकवान खाते हैं और मित्रों को मुबारक बाद देते हैं। देश की एकता, स्वतंत्रता और अखंडता की रक्षा के लिए हमें भी हर समय तैयार रहना चाहिए। हमें हर उस व्यक्ति का सम्मान करना चाहिए, हर उस माँ का सम्मान करना चाहिए जिनके बेटे देश की सेवा में लगे हुए हैं।

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Independence day essay in hindi स्वतंत्रता दिवस पर निबंध.

Hello guys today we are going to discuss an Independence Day essay in Hindi. What is Independence? We have written an Independence Day essay in Hindi. कक्षा 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11 और 12 के बच्चों और विद्यार्थियों के लिए स्‍वतंत्रता दिवस पर निबंध हिंदी में। Now you can take an example to write Independence Day essay in Hindi (Essay on 15 August in Hindi) in a better way. स्वतंत्रता दिवस पर निबंध।

hindiinhindi Independence Day Essay in Hindi

Independence Day Essay in Hindi 300 Words

स्वतंन्त्रता दिवस भारतीयों के जीवन में बहुत महत्व रखता हैं क्योंकि आज इस दिन हमारे देश को अंग्रेजों से स्वतंत्रता मिली थी, जिन्होने कई वर्षों तक देश पर शासन किया था। 15 अगस्त 1947 को, भारत ब्रिटिश शासन से मुक्त हो गया था, इसलिए 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह दिन हमें अपने स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान की याद दिलाता है। इस दिन पूरे देश में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं। परेड दिल्ली और राज्य राजधानी में आयोजित की जाती हैं। इस अवसर पर हमारे देश के प्रधानमंत्री लाल किले पर हमारे राष्ट्रीय ध्वज को लहराते है।

परेड देखने के लिए दिल्ली में बहुत से लोग इक्टठे हो जाते हैं। हमारे देश के स्वतंत्रता सेनानियों ने भारत में ब्रिटिश शासन को समाप्त करने के लिए अपनी जान का त्याग किया था। हर साल जब हम इस दिन को मनाते हैं, तो हम उनके बलिदान को याद करते हैं व भाषण दिए जाते हैं और राष्ट्रीय गान भी गाया जाता है। यह दिन हमें अपने देश के सम्मान और अखंडता के लिए अपने जीवन बलिदान देने के लिए प्रेरित करता है। हालांकि भारत ब्रिटिश शासन से मुक्त है लेकिन भ्रष्टाचार, अन्याय इत्यादि जैसी कई अन्य समस्याएं हैं।

यह स्वतंत्रता दिवस हर किसी को इन समस्याओं को खत्म करने और बेहतर नागरिक बनने का वादा करना चाहिए। हम भारत का भविष्य हैं और हमारे देश का विकास हम सभी पर निर्भर करता हैं।

Independence Day Essay in Hindi 400 Words

“स्वराज्य मेरा जन्म सिद्ध अधिकार है।” – बाल गंगाधर तिलक

15 अगस्त 1947 की सुबह भारतवासियों के लिए सुखद समाचार लेकर आई। लगभग दो सदियों से भारत माता की गुलामी के बन्धन टूटे और आज़ाद हुई।

“आपसी फूट ने भारत के सूर्य को किया था अस्त उसे आलोकित करने को आया पन्द्रह अगस्त।”

सबने सुख-शान्ति की साँस ली। यह पर्व हमारे राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक है। इसलिए स्वतन्त्रता का यह पर्व पूरे भारत में धूमधाम और गर्व से मनाया जाता है। इस दिन पूरे भारत में राजकीय अवकाश होता है।

“ऐ देश! आज तुझको शत-शत नमन कर लें, जो मिटे तेरे लिए, उन्हें आज स्मरण कर लें।”

भारत की इस आजादी के लिए महात्मा गाँधी, लाला लाजपतराय, बाल गंगाधर तिलक, गोपाल कृष्ण गोखले, सुभाष चन्द्र बोस, लाल बहादुर शास्त्री, पं जवाहर लाल नेहरू, भगत सिंह, लक्ष्मी बाई, तांत्या टोपे, उधम सिंह कम्बोज तथा नाना साहब आदि ने जनता के साथ मिलकर संघर्ष किया। ये लोग कई बार जेल गए। घोर यातनाएँ सही, गोलियां खाईं और फाँसी के फंदों को चूमा। इतने अत्याचार सहने के बाद भारतीयों ने अंग्रेजों को भारत छोड़ने पर मजबूर कर दिया। इतने बलिदानों के बाद मिली। स्वतन्त्रता का दिवस हर वर्ष बहुत धूमधाम से मनाया जाता है और उन स्वतन्त्रता सेनानियों को श्रद्धा-सुमन अर्पित किए जाते हैं। | आजादी की इस खुशी में राजधानी दिल्ली के लाल किले पर देश के प्रधानमंत्री राष्ट्रीय ध्वजारोहण करते हैं, राष्ट्रीय-गान होता है तथा तिरंगे को इक्कीस तोपों की सलामी दी जाती है। इस दिन लाल किले के सामने विशाल जनसमूह इस शोभा को देखता है। प्रधानमंत्री बीते वर्ष में हुए देश के विकास कार्यों, घटनाओं एवं देश की नीतियों संबंधी भाषण देते हैं।

राज्यों की राजधानियों में भी मुख्यमंत्री या राज्यपाल अपने-अपने राज्यों की जनता को संदेश देते हैं। भारत के प्रत्येक नगर और गाँव में सभाएँ होती हैं। यह राष्ट्रीय पर्व बड़े गर्व, उत्साह तथा खुशी के साथ मनाया जाता है। रात के समय पूरे देश के सरकारी भवनों पर दीपमाला की जाती है। कितने ही देश प्रेमियों ने अपनी शहादत देकर हमें ये आज़ादी दिलवाई है, उसकी रक्षा हमें तन-मन-धन से करनी होगी। हमें आजादी की रक्षा के लिए किसी भी प्रकार की कुर्बानी देने का प्रण करना चाहिए। यह पर्व शान्ति, प्रेम और राष्ट्रीय एकता का संदेश देता है। कवि आनन्द बक्शी ने कहा है –

“दिल दिया है जान भी देंगे, ऐ वतन! तेरे लिए। हम जिएगें और मरेंगे, ऐ वतन ! तेरे लिए।”

Independence Day Essay in Hindi 500 Words

स्वतंत्रता दिवस हर वर्ष 15 अगस्त की तिथि को मनाया जाता है। स्वतंत्रता दिवस संपूर्ण राष्ट्र का उत्सव है। स्वतंत्रता दिवस को पूरा भारत देश उत्साह और खुशी के साथ मनाता है क्योंकि 15 अगस्त 1947 को ही भारत देश स्वतंत्र हुआ था। यह वही दिन था जब भारत देश को ब्रिटिश राज से मुक्ति मिली थी। यह दिन सभी भारतीयों के लिये बेहद महत्वपूर्ण दिन होता है क्योंकि यह दिन पूरे भारतवाषियों मौका देता है उन महान स्वतंत्रता सेनानीयों को याद करने का जिन्होंने उन्हें एक शांतिपूर्ण और खूबसूरत जीवन देने के लिये अपने प्राणों की आहुति दे दी थी। उनके द्वारा किये गए कार्य को कभी भुला जा नहीं सकता। भारत देश को ऐसे ही आजादी नहीं मिली थी इसके लिए कई क्रान्तिकारियों ने अपने जीवन का बलिदान तक दे दिया था और उनमे से कुछ महान स्वतंत्रता सेनानीयों के नाम है : भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव, महात्मा गाँधी, खुदीराम बोस, चंद्रशेखर आजाद, नेताजी सुभाष चन्द्र बोस, लाला लाजपत राय, उधम सिंह। इन सभी के कठिन संघर्षों की वजह से ही भारत देश स्वतंत्र हैं।

राजधानी दिल्ली में हर वर्ष 15 अगस्त के दिन भव्य समारोह होता है जिसमें भारत के प्रधानमंत्री दिल्ली के लाल किले में तिरंगा फहराते हैं। जन-गण-मन की धुन बज उठती है। ध्वज के सम्मान में 21 तोपों की सलामी दी जाती है। प्रधानमंत्री वहाँ परेड का निरीक्षण करते है और राष्ट्र के नाम संदेश में देश की उन्नति और भविष्य की योजनाओं के बारे में लोगों को बताते हैं। इस पुरे कार्यक्रम का सीधा प्रसारण रेडियो और टेलीविजन पर किया जाता है। 15 अगस्त को राष्ट्रीय अवकाश रहता है लेकिन फिर भी स्कूल, कार्यालय, सरकारी, गैर सरकारी संगठन और समाज में लोग भारत का तिरंगा फहरा कर हर कोई इस स्वतंत्रता को बड़े उत्साह के साथ अपने-अपने स्थान से इसे मनाता है। स्कूली बच्चे इन कार्यक्रमों में बहुत उत्साह से भाग लेते हैं। वे रंगीन गुब्बारे उड़ाते हैं तथा हाथों में तिरंगा झंडा फहराते हैं। स्वतंत्रता दिवस के दिन लोग आसमान में पतयें तथा गुब्बारे उड़ाकर अपना उल्लास प्रकट करते हैं।

स्वतंत्रता दिवस समारोह विभिन्न राज्यों की राजधानियों में भी होते हैं जहाँ राज्य के मुख्यमंत्री तिरंगा झंडा फहराते हैं और अपनी जनता के लिए कल्याणकारी कार्यक्रमों कौ घोषणा भी करते हैं। जिला मुख्यालयों में जिले के कलक्टर झंडा फहराते हैं तथा भाषण देते हैं। झंडोतोलन के बाद लोग एक-दूसरे को स्वतंत्रता दिवस की बधाई देते हैं और बच्चों में मिठाइयाँ, टाफियाँ और फल बाँटे जाते हैं।

Independence Day Essay in Hindi 600 Words

हमारा देश 15 अगस्त 1947 को स्वतन्त्र हुआ। स्वतन्त्रता का अर्थ है मानसिक, शारीरिक, आर्थिक तथा अपने-आप नैतिक विधि-विधान से सम्पन्न निर्णय तथा विचार ग्रहण करना है। केवल शारीरिक अथवा शासन की दृष्टि से स्वतन्त्रता का पूर्ण अर्थ नहीं माना जा सकता। जिस राज्य और राष्ट्र में प्रत्येक व्यक्ति अपने मौलिक अधिकार प्राप्त करता है और अपने कर्तव्य को नैतिक स्तर पर निभाता है, वही पूर्ण रूप से स्वतन्त्र माना जा सकता है। स्वतन्त्रता हमारी शिरा और धमनियों में बहने वाले रक्त और हृदय के स्पेदनों की भांति है।

भारत की पवित्र धरती को मुगल तथा अंग्रेज जैसे अत्याचारी शासकों ने लगभग 500 वर्ष तक अपने अपवित्र कार्यों से अपवित्र कर दिया था। मुगलों के बाद अंग्रेजों ने भारत को गुलामी की जंजीरों में जकडे रखा। गुलामी की जंजीरों में बंधे भारतीय उसी दिन से उस जाल को काटने के लिए अनथक प्रयास करते रहे। इस पुनीत संग्राम का प्रारम्भ झांसी की रानी ‘लक्ष्मीबाई’ के कर-कमलों से हुआ। संघर्ष की इस ज्वाला में बालक – वृद्ध, युवक-युवती, नर-नारी सभी झुलसते रहे।

बलिदान की इस माला में भगत सिंह, चन्द्रशेखर आजाद, राजगुरु, सुखदेव, बटुकेश्वर दत्त, खुदीराम बोस, सुभाष चन्द्र बोस, उधम सिंह, लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक, लाला लाजपतराय, महात्मा गांधी, पं. जवाहर लाल नेहरू जैसे स्वतन्त्रता सेनानियों के ही रत्न नहीं पिरोये हैं, बल्कि इनकी संख्या अनगिनत है। अनगिनत माताओं की गोद सूनी हुई, अनगिनत पत्नियों का सिन्दूर मिट गया और अनन्त बहनों के भाई स्वतन्त्रता की बलि वेदी पर चढ़कर अमर-गति को प्राप्त हुए। अनेकों परिवार इस पवित्र यज्ञ की अग्नि में जल कर राख हो गए। ‘जलियांवाला बाग’, ‘कामा-गाटा मारु’, ‘साइमन कमीशन का विरोध’, ‘भारत छोड़ो आन्दोलन’, ‘विदेशी वस्त्रों की होली जलाओ’ तथा अनेक सत्याग्रह इस संघर्ष की रोमांचक कहानी सुनाते हैं। अनन्त बलिदानों के पश्चात् 15 अगस्त, 1947 का दिवस भारतवासियों के लिए सुखद समाचार ले कर आया। शताब्दियों से खोई हुई स्वतन्त्रता लाखों दीपों में फिर लौट आई।

राष्ट्रीय स्तर पर स्वतन्त्रता दिवस समारोह का कार्यक्रम देश की राजधानी नई दिल्ली में मनाया जाता है। लाल किले के प्राचीर पर प्रधानमन्त्री ध्वजारोहण करते हैं तथा लहराते हुए तिरंगे के नीचे राष्ट्र के नाम सन्देश प्रसारित करते हैं। वे शहीदों को भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं, तथा राष्ट्र को सुखी और समृद्ध बनाने का संकल्प करते हैं। विभिन्न राज्यों की राजधानियों में भी राजकीय स्तर पर यह समारोह मनाया जाता है। मुख्यमन्त्री अपने-अपने राज्यों में नई योजनाओं की घोषणा करते हैं जिसके माध्यम से राष्ट्र में सम्पन्नता, साक्षरता तथा क्षमता लाने का प्रयत्न किया जाता है।

नगर और गांव संध्या के आगमन पर दीपमाला के आलोक से आलोकित हो उठते हैं। विभिन्न रंगों का प्रकाश स्वतन्त्रता संग्राम की उज्जवल गाथा प्रकट करता है।

राष्ट्र और संस्कृति प्रेमी, नर-नारी, युवक-युवती सभी भाव-विभोर हो उठते हैं। सम्पूर्ण राष्ट्र अमर शहीदों को स्मृति में अपनी पावन श्रद्धांजलि अर्पित करता है तथा उन्हें नमन करता है। वस्तुत: यह दिवस हमारे संकल्प का दिवस है। इन पावन दिवस पर हम सभी प्रतिज्ञा करते हैं कि हम अपनी महिमामयी संस्कृति को नहीं भूलेंगे। वतन पर मर मिटने वालों की स्मृति हमें सन्देश देती है कि हम भी उनके चरण-चिन्हों पर चल कर देश का गौरव ऊंचा करें।

स्वतन्त्रता दिवस एक ओर जहां हर्ष और उल्लास का सन्देश ले कर आता है, वहीं दूसरी ओर शहीदों का स्मरण कराता है तथा भविष्य के प्रति हमें जागरूक करता है। जिन वीरों को जालिमों ने खिलने से पहले ही कुचल दिया था, उनकी स्मृति में सभी भाव-विभोर हो जाते हैं।

इस पावन पर्व पर हमें निष्पक्ष रूप से सोचने की आवश्यकता है कि क्या हम सही अर्थों में स्वतन्त्र हो सके हैं ? क्या शासक, अधिकारी एवं प्रजा स्वतन्त्रा के अर्थ को समझती है ? जब तक देश भुखमरी, निर्धनता, निरक्षरता के अभिशाप से ग्रस्त होता रहेगा, तब तक स्वतन्त्रता की देवी की अराधना सही अर्थों में नहीं है सकेगी।

Independence Day Essay in Hindi 700 Words

एक लंबे संघर्ष के बाद 15 अगस्त सन् 1947 को हमें आजादी प्राप्त हुई। हमारे असंख्य वीरों का बलिदान उस रोज सार्थक हो गया और हम अपनी स्वतंत्रता को प्राप्त करने में सफल हो गये। भारतीय जनमानस ने अपने अथक परिश्रम और संघर्प-भावना से अन्ततः अंग्रेजों को भारत की पवित्र-भूमि से भगा ही दिया। भारतीय समाज ने एक दीर्घ कालावधि के उपरांत स्वतंत्रता का रसास्वादन आज पुनः प्राप्त किया था। सारा देश उल्लास और खुशियों के अथाह सागर में गोते लगा रहा था। उसके हृदय में व्याप्त आनंद असीम और अत्यंत व्यापक था। किसी ने ठीक ही लिखा है कि सोने की बेड़ियों में दी गयी पराधीनता से कहीं अच्छी है कष्टकारी स्वतंत्रता । महात्मा तुलसीदास का यह कथन पूर्ण सत्य है कि पराधीन व्यक्ति को सपने में भी सुखों की प्राप्ति संभव नहीं होती है। यही कारण था कि स्वतंत्रता की उद्घोषणा होने के साथ ही सारा देश असीम प्रसन्नता में डूब गया था।

भारत ने अथक संघर्षों के बाद जो पावन स्वतंत्रता प्राप्त की थी, उसका समारोह हमारे देश भारत में प्रत्येक वर्ष 15 अगस्त के दिन महनीय राष्ट्रीय उत्सव के रूप में किया जाता है। सन् 1947 के बाद से निरन्तर यह सिलसिला यूं ही बरकरार रहा है। इस दिन हमारे आदरणीय प्रधानमंत्री लाल किले की प्राचीर पर से, भारत के राष्ट्रीय प्रतीक, तिरंगे झंडे को फहराते हैं और फिर वहां से ही पूरे देश को सम्बोधित करते हुए एक लम्बा भाषण भी देते हैं। इसमें, प्रधानमंत्री भी सम्पूर्ण देश को अपनी स्वतंत्रता की हार्दिक बधाई देते हैं और तदुपरांत सरकार की नाना प्रकार की गतिविधियों, नीतियों, कार्यक्रमों एवं योजनाओं से समग्र जनता को अवगत कराते हैं। इस भाषण में प्रधानमंत्री जी इस बात पर विस्तार से प्रकाश डालते हैं कि उनके प्रधानमंत्री काल में, सरकार ने भारतीय समाज का समग्र विकास किस-किस प्रकार से किया है। भारतीय अर्थव्यवस्था पिछले समय की तुलना में आज किस स्थिति में पहुंच गयी है एवं आगे आने वाले समय में इस संदर्भ में कौन-कौन सी सफलताएं अर्थव्यवस्था को प्राप्त होने वाली हैं। प्रधानमंत्री भारतीय अर्थव्यवस्था को निरन्तर सुदृढ़ करने की दिशा में सरकार द्वारा बढ़ने की बात कह कर, समाज को इस संदर्भ में आश्वस्त करते हैं कि सरकार अपनी अर्थव्यवस्था को व्यापक रूप से सुदृढ़ करने की दिशा में निरन्तर गतिशील है और इस संदर्भ में किसी भी प्रकार की लापरवाही केन्द्र सरकार द्वारा नहीं बरती जा रही है। औद्योगिक एवं व्यापारिक हितों से संबंधित नीतियों का भी ऐलान इसी समय कर देते हैं।

इस अवसर पर प्रधानमंत्री सामाजिक जीवन पर भी अपनी सरकार द्वारा ग्रहण की गयी। राष्ट्रीय नीति को स्पष्ट करते हैं। गरीबी, जहालत, शोषण, बेकारी, सामाजिक कुरीतियों आदि से भारतीय समाज को मुक्त करने की दिशा में केन्द्र सरकार द्वारा किए जाने वाले प्रयासों का समग्र लेखा-जोखा भी प्रधानमंत्री जी इस समय समस्त देशवासियों के समक्ष प्रस्तुत करतें। हैं। भारत एक ऐसा देश है जिसमें गरीबी और बेकारी की समस्या अत्यंत व्यापक रूप में समाई हुई है। और इस समस्या की जड़ें इतनी गहरी और व्यापक रही है कि अद्यतन समय में भी इस बर्बर-समस्या से अपने प्यारे देश को, इस देश में निवास करने वाले देश वासियों को मुक्त नहीं कर पाया है। सन् 1947 से आज तक, जब भी लाल किले की प्राचीर से यह राष्ट्रीय भाषण जनता के नाम दिया गया, उस भाषण में जिस एक समस्या का अस्तित्व और उल्लेख आज तक के हर भाषण में बना रहा, वह थी भारतीय समाज में व्याप्त गरीबी और बेरोजगारी की समस्या। बड़े ही दु:ख के साथ हमें कहना पड़ रहा हैं कि इतनी औद्योगिक-प्रगति के बाद भी आज हमारे देश में असंख्य ऐसे लोग हैं, जिन्हें दो जून की रोटी भी भरपेट नसीब नहीं होती। ऐसा नहीं हैं कि सरकार इस समस्या के प्रति सदैव उदासीनता का रवैया रखती है। सरकार प्रत्येक वर्ष अनेक ऐसी योजनाओं का ऐलान करती है जिनके माध्यम से देश को गरीबी और बेरोजगारी से कुछ न कुछ मुक्त किया जा सकता है।

इसके अतिरिक्त, इस पावन दिवस पर प्रधानमंत्री विदेश नीति आदि को भी स्पष्ट करते हैं और वैश्विक-परिदृश्य में भारत का जो स्थान बन रहा है उसका भी सटीक रेखांकन इस भाषण में किया जाता है।

व्यापक रूप से विचार किया जाए, तो स्वतंत्रता दिवस के रूप में आयोजित होने वाला यह पवित्र समारोह एक प्रकार से देश की स्वतंत्रता की ही अक्षुणता को पुष्ट करता है और इसे निरन्तर बनाए रखने के लिए हमें प्रेरित करता है।

Independence Day Essay in Hindi 800 Words

हमारी स्वतंत्रता के 70 वर्ष

अपने अथक प्रयास और जीवन भर के आन्दोलनों और संघर्षों के परिणामस्वरूप, सन् 1947 में हमने स्वतंत्रता प्राप्त की थी आज उसके सत्तर वर्ष पूरे हो गये हैं। पर आज भी हमें ऐसा ही प्रतीत होता है कि मानों ये मूल्यवान वस्तु हमने अभी कल-परसों ही प्राप्त की हो। यह, हमारी उस स्वतंत्रता से भारतीयों के आन्तरिक जुड़ाव का कारण ही है। हम अपने भारत को भारत माता कह कर यूं ही सम्बोधित नहीं करते। सन् 1947 की वह सुबह आज भी हमारे बूढ़े-बुजुर्गों को याद है, जिसकी खुली हवा में उन्होंने जी भर कर सांस ली थी। पहली बार स्वाधीन होने का बोध उन्हें प्राप्त हुआ था। आज भी हमारे बुजुर्ग उस चिर-स्मरणीय सुबह को भूले नहीं हैं।

हमने आजादी प्राप्त करने से पूर्व, एक लम्बी और यातना भरी पराधीनता को भोगा था। भारत का इतिहास पराधीनता के उस यातनापूर्ण अनुभवों से भरा पड़ा है। अंग्रेजों ने न केवल हमें राजनैतिक रूप से पराधीन बनाया था, अपितु उनके साम्राज्यवादी स्वार्थों ने मानवता की सारी हदों को लांघते हुए, हम भारतीयों के पूरे समाज को एक मंडी में परिवर्तित कर दिया था। हमारा गौरव पूर्ण सामाजिक-सांस्कृतिक और धार्मिक इतिहास तब खून के आँसू रो रहा था। अंग्रेजों ने अपने आर्थिक स्वार्थों को निर्विवाद रूप से पूरा करने के लिए ही अपना उपनिवेश बनाया था। यहाँ के उद्योग-धंधे, व्यवसाय और कृषि-व्यवस्था, सभी को उन्होंने व्यापक रूप से तहस-नहस कर दिया था। जिस समय भारत ने अपनी स्वतंत्रता प्राप्त की उस समय वह सामाजिक और आर्थिक रूप से तहस-नहस हो चुका था। समूचा देश राजनैतिक अस्थिरता के भयानक दौर से भी गुजर रहा था। आजादी के साथ ही भारत को विभाजन की पीड़ा से गुजरना पड़ा। एक देश, एक समाज और एक ही मानव समुदाय के भयानक विभाजन की दुर्दान्त पीड़ा हमें सहनी पड़ी थी। देश भर में अनेक साम्प्रदायिक दंगे हुए, जिनसे निपटना भारत सरकार के लिए प्राय: एक असंभव कार्य होता जा रहा था। किन्तु राजनैतिक सूझ-बूझ एवं अपने मानवीय सरोकारों के चलते, हमने कुछ ही समय में इस अंधी-साम्प्रदायिकता से तत्काल कुछ मुक्ति पा ली थी। किन्तु यह समस्या कोई एकतरफा समस्या नहीं थी। विभाजन के बाद भारत सरकार को एक व्यापक प्रवासन की स्थिति को भी झेलनी पड़ी और उससे निपटने के लिए खाद्य पदार्थों के साथ समुचित आवास की भी व्यवस्था करनी पड़ी जिसमें नाहक ही अत्यधिक मात्रा में सरकारी सम्पत्ति की बर्बादी हुई।

इसके अतिरिक्त, हमें जिस खोखली अर्थ-व्यवस्था और अस्त-व्यस्त समाज-व्यवस्था के साथ स्वतंत्रता प्राप्त हुई थी, उसे भी गतिशील करने की समस्या हमारे सामने थी। सरकार ने इस मामले में पूरी निष्ठा और लगन का परिचय यहां दिया। सरकार की ओर से अनेक ऐसी कल्याणकारी और विकासोन्मुख योजनाएं आरम्भ की गयी, जिनसे उस खोखली अर्थव्यवस्था में प्राण फेंके जा सकते थे। पंचवर्षीय योजनाएं सरकार के द्वारा निरन्तर बनाई और लागू की जाती रहीं। आज हम कह सकते हैं कि भारतीय अर्थव्यवस्था को पतन की स्थिति से उबारने में इन पंचवर्षीय योजनाओं की भूमिका महत्वपूर्ण भूमिका रही है।

वस्तुत: हमारा समाज मूल रूप से एक धर्मप्राण और जाति-आधारित समाज रहा है और समय के एक दीर्घ प्रवाह में उसमें अनेकानेक विकृतियाँ और विसंगतियां भी घर कर गयी हैं, जो भारतीय समाज को भीतर-भीतर ही अनेकानेक प्रकार से चूस रहीं है। सरकार ने आजादी के बाद इस विकराल समस्या का भी सामना किया। अनेकानेक सहकारी एवं समाजसेवी संस्थाओं की सहायता से सरकार ने समाज में एक समानता और परस्पर प्रेमभाव से रहने की चेतना विकसित करने का ग्रहणीय कार्य संपन्न किया। हालाँकि आज यह नहीं कहा जा सकता कि हमने अपनी सभी सामाजिक समस्याओं से पूर्णत: मुक्ति प्राप्त कर ली है। किन्त, फिर भी यह बात तो सच ही है कि हमने उल्लेखनीय प्रगति की है।

इसी के साथ भारत ने अपनी आजादी के बाद एक अन्य और समस्या का भी सामना किया। वह समस्या थी, राजनैतिक-अस्थिरता की समस्या। हालाँकि भारत इसके लिए सदैव सरदार वल्लभ भाई पटेल का ऋणी रहेगा। वस्तुत: स्वतंत्र भारत के एक मात्र ऐसे नेता थे। जिन्होंने देशी-रियासतों के रूप में विभाजित भारत को भारतीय संघ के रूप में अपनी अद्वितीय कर्मठता के चलते एकत्रित और संगठित किया।

इतना ही नहीं भारत को पाकिस्तान, चीन आदि अपने पड़ोसी देशों से लगातार युद्धों का सामना करना पड़ा है। किन्तु लाख चाहने पर भी ये राजनैतिक और संवैधानिक सत्ता को कभी अस्थिर नहीं कर सकें।

आज भारत वर्ष अपनी आजादी के बाद विकास की नयी उँचाइयों को छू रहा है। समस्याएं आज भी है, किन्तु समस्याओं से निपटने में भारत आज पूर्णत: सक्षम दिखलायी पड़ रहा है। जनसंख्या और बेरोजगारी आज भी देश की बड़ी समस्याएं हैं, किन्तु हमें यह पूरी आशा है कि भारत-वर्ष जल्द ही इन समस्याओं से अपने आप को मुक्त कर लेगा।

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स्वतंत्रता दिवस पर अनुच्छेद | Paragraph on Independence Day in Hindi

essay on independence day for class 2 in hindi

स्वतंत्रता दिवस पर अनुच्छेद | Paragraph on Independence Day in Hindi!

प्रतिवर्ष 15 अगस्त के दिन को भारतवासी स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाते हैं । भारत को 15 अगस्त, 1947 के दिन वह सुनहरी आजादी प्राप्त हुई थी जिसका लोगों को वर्षों से इंतजार था । इस दिन भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पं. जवाहर लाल नेहरू ने लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया था । लोग गुलामी की जंजीरें तोड़कर बहुत प्रसन्न हुए थे । तब से भारत बहुत उन्नति कर चुका है । भारत के लोग आज भी अपना स्वतंत्रता दिवस् बहुत उत्साह से मनाते हैं । प्रधानमंत्री लाल किले पर झंडा फहराकर राष्ट्र को संबोधित करते हैं । वे राष्ट्र को एकजुट रहने तथा अपनी स्वतंत्रता को बरकरार रखने की प्रेरणा देते हैं । देश के विभिन्न भागों में इस दिन चहल-पहल होती है । लोग तिरंगा झंडा फहराकर एक-दूसरे को स्वतंत्रता दिवस की बधाई देते हैं । यह दिवस हमें अपने महान स्वतंत्रता सेनानियों तथा शहीदों का स्मरण करा जाता है । भारतवासी उनके बताए मार्ग पर चलने का संकल्प प्रकट करते हैं । स्वतंत्रता दिवस भारत के लोगों को आपसी मतभेद भुलाकर देश के नवनिर्माण की प्रेरणा देता है ।

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Hindi Diwas Essay: हिंदी दिवस पर निबंध कैसे लिखें? 100, 250, 500 शब्दों में निबंध प्रारूप

Hindi Diwas 2024 Essay in Hindi: इस बात में कोई दो राय नहीं है कि हिंदी भाषा भारतीयों की पहचान का हिस्सा है। भारत में यूं तो कई भाषाएं और बोलियां बोली जाती है लेकिन जो दर्जा हिंदी को मिला है वो अहम है। भाषाई विविधता के जश्न के रूप में प्रति वर्ष हिंदी दिवस 14 सितंबर को मनाया जाता है। यह दिन हमारे देश की मातृभाषा हिंदी के महत्व को समझाने और उसे सम्मानित करने के लिए मनाया जाता है।

हिंदी दिवस पर निबंध कैसे लिखें?

हिंदी हमारी पहचान है और करोड़ों भारतीयों को इस पर गर्व है। हिंदी को भारत की राजभाषा का दर्जा 14 सितंबर 1949 को मिला था। इसलिए इस दिन को हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है। हिंदी न केवल भारत में बल्कि दुनिया के कई अन्य देशों में भी बोली जाती है। हमारे विद्यालयों में भी हिंदी दिवस के अवसर पर कई कार्यक्रम आयोजित होते हैं, जैसे निबंध लेखन, कविता पाठ, भाषण और अन्य प्रतियोगिताओं का विशेष रूप में आयोजन किया जाता है।

बच्चों को हिंदी भाषा के महत्व और उसकी सुंदरता को समझाने के लिए यह दिन विशेष होता है। इस अवसर पर स्कूलों में विभिन्न प्रतियोगिताएं, सांस्कृतिक कार्यक्रम, निबंध लेखन और भाषण प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती हैं। यदि आप भी स्कूल में हिंदी दिवस पर निबंध लेखन प्रतियोगिता में हिस्सा ले रहे हैं तो इस लेख से संदर्भ ले सकते हैं।

इस लेख में स्कूली बच्चों की सहायता के लिए 100, 250 और 500 शब्दों में हिंदी दिवस पर निबंध लेखन के कुछ प्रारूप प्रस्तुत किए हैं। इस लेख में तीन अलग-अलग हिंदी दिवस निबंध प्रारूप प्रस्तुत किए जा रहे हैं जो स्कूली छात्रों को हिंदी दिवस के महत्व को समझाने में मदद करेंगे। स्कूली छात्रों के लिए हिंदी दिवस पर निबंध (Hindi Diwas Essay) नीचे दिये गये हैं। ये निबंध हिंदी दिवस के महत्व को सरल और स्पष्ट तरीके से समझाने में मदद करते हैं।

हिंदी दिवस 2024 पर 100, 250, 500 शब्दों में आसान निबंध प्रारूप नीचे दिये गये हैं-

निबंध 1 (100 शब्दों में ): हिंदी दिवस कब मनाया जाता है और क्यों?

हिंदी दिवस हर साल 14 सितंबर को मनाया जाता है। यह दिन हिंदी भाषा के महत्व के प्रचार एवं प्रसार के लिए मनाया जाता है। हिंदी हमारी मातृभाषा है और इसे हमें सम्मान देना चाहिये। भारत के करोड़ों लोग अपनी बोल चाल की भाषा में हिंदी भाषा का उपयोग करते हैं। भारत में कई भाषाएं बोली जाती हैं, लेकिन हिंदी को राजभाषा का दर्जा मिला हुआ है। इसका अर्थ है कि भारत सरकार ने कामकाज की भाषा के रूप में हिंदी को विशेष स्थान दिया है। हमें गर्व होना चाहिये कि हमारी एक समृद्ध और प्राचीन भाषा है, जिसे हम हिंदी कहते हैं। यह हमारे देश की पहचान है।

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निबंध 2 (250 शब्दों में): हिंदी भाषा भारत की सांस्कृतिक धरोहर का अभिन्न अंग

प्रति वर्ष 14 सितंबर को हम हिंदी दिवस मनाते हैं। हिंदी दिवस, हिंदी के महत्व को समझाने और उसे प्रचारित करने के लिए समर्पित है। हिंदी को 14 सितंबर 1949 को भारत की राजभाषा का दर्जा मिला। हिंदी देश की सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषाओं में से एक है और यह हमारी सांस्कृतिक धरोहर का एक अभिन्न अंग है। हिंदी न केवल भारत में बल्कि नेपाल, मॉरीशस, फिजी और अन्य देशों में भी बोली जाती है।

हिंदी दिवस पर स्कूलों और कॉलेजों में विशेष कार्यक्रमों का आयोजन होता है। स्कूलों, कॉलेजों एवं अन्य शिक्षण संस्थानों द्वारा छात्र-छात्राओं में हिंदी भाषा के प्रति जागरूकता को बढ़ाने के लिए हिंदी दिवस मनाया जाता है। हिंदी न केवल एक भाषा है, बल्कि यह हमारे देश की एकता और अखंडता का प्रतीक है। हमें हिंदी भाषा को गर्व से बोलना चाहिये और इसे और अधिक लोकप्रिय बनाने के लिए बढ़ावा देना चाहिये। हिंदी के प्रचार-प्रसार के लिए हमें सभी क्षेत्रों में इसे अपनाना चाहिये और इसके महत्व को समझना चाहिये।

निबंध 3 (500 शब्दों में): हिंदी दिवस और हिंदी भाषा का महत्व

हिंदी दिवस भारत में हर साल 14 सितंबर को मनाया जाता है। यह दिन भारत की राजभाषा हिंदी के सम्मान और उसके महत्व को दर्शाने के लिए मनाया जाता है। हिंदी भाषा का इतिहास बहुत पुराना है और इसका भारतीय संस्कृति में एक महत्वपूर्ण स्थान है। हिंदी एकमात्र ऐसी भाषा है जो देश के अधिकांश हिस्सों में बोली और समझी जाती है।

हिंदी को 14 सितंबर 1949 को भारत की राजभाषा का दर्जा दिया गया था। इसलिए इस दिन को हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है। इसका उद्देश्य हिंदी को न केवल सरकारी कार्यों में बल्कि आम जीवन में भी अधिक से अधिक प्रयोग में लाना है। हिंदी दिवस पर कई सरकारी और गैर-सरकारी संस्थान विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन करते हैं। इस दिन का मुख्य उद्देश्य लोगों को हिंदी भाषा के प्रति जागरूक करना और उसकी उपयोगिता को बढ़ावा देना है।

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आज के समय में अंग्रेजी भाषा का बढ़ता हुआ प्रभाव देखा जा सकता है, लेकिन हमें यह नहीं भूलना चाहिये कि हिंदी हमारी पहचान है। हमें गर्व होना चाहिये कि हम एक ऐसी समृद्ध भाषा बोलते हैं, जो हमारे देश की सांस्कृतिक विविधता को प्रदर्शित करती है। हिंदी दिवस के उत्सव से हम यह समझने में सहायता मिलती है कि भाषा केवल संवाद का साधन नहीं, बल्कि यह हमारी संस्कृति, परंपरा और पहचान का प्रतीक है।

इसलिए, हमें हिंदी भाषा के महत्व को समझना चाहिये और इसे गर्व से बोलना चाहिये। हिंदी को बढ़ावा देने के लिए हम अपने स्तर पर भी प्रयास कर सकते हैं। हम इसे अपने दैनिक जीवन में अधिक से अधिक उपयोग कर सकते हैं। हिंदी दिवस हमें यह प्रण लेना चाहिये कि हम अपनी हिंदी भाषा का सम्मान करेंगे और इसे आगे बढ़ाने में अपना भरपूर योगदान देंगे।

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  3. 🌷 Paragraph on independence day in hindi. Independence day in hindi

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  4. Essay on Independence Day in Hindi

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  5. Essay On Independence Day In Hindi 10 Lines

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  6. Hindi Essay On Independence Day

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VIDEO

  1. Essay on INDEPENDENCE DAY 🇮🇳

  2. INDEPENDENCE DAY CELEBRATIONS 2023

  3. INDEPENDENCE DAY CELEBRATIONS 2023

  4. INDEPENDENCE DAY CELEBRATIONS 2023

  5. 5 lines essay on Independence Day in hindi

  6. स्वतंत्रता दिवस पर निबंध

COMMENTS

  1. स्वतंत्रता दिवस पर निबंध 2023 (Independence Day Essay in Hindi)

    भारतीय स्वतंत्रता दिवस 2023 पर छोटे तथा बड़े निबंध (Short and Long Essay on Independence Day/15 August 2023 in Hindi, Swatantrata Diwas par Nibandh Hindi mein)

  2. 15 अगस्त पर निबंध हिंदी में

    15 अगस्त पर निबंध हिंदी में | स्‍वतंत्रता दिवस Independence Day Essay in Hindi. इस वर्ष हम सब भारत की आजादी के 76 वर्ष पूरे होने पर आजादी का अमृत महोत्सव मना ...

  3. स्वतंत्रता दिवस पर निबंध (Essay on Independence Day in Hindi) : 15

    ऐसे में छात्रों को यह समझ नहीं आता है कि 15 अगस्त पर निबंध हिंदी में कैसे लिखें (essay on independence day in hindi) या फिर कहें तो स्वतंत्रता दिवस पर हिंदी में निबंध कैसे लिखें ...

  4. स्वतंत्रता दिवस

    Information about Independence Day in Hindi. Swatantrata Diwas Nibandh, Independence Day Essay in Hindi for class 1,2,3,4,5,6,7,8,9,10,11,12

  5. स्वतंत्रता दिवस पर निबंध

    स्वतंत्रता दिवस पर निबंध 200-300 शब्दों में (Short Essay on Independence Day in Hindi 200-300 Words) स्वतंत्रता दिवस पर 200 से 300 शब्दों की सीमा में आप कैसे एक अच्छा निबंध लेख ...

  6. स्वतंत्रता दिवस पर निबंध 2024

    5 lines on independence day & essay on independence day for class 2 में दी गई जानकारी आपकों पसंद आई होगी, 15 अगस्त के दिन के निबंध भाषण की तैयारी के लिए निबंध की खोज में लग जाते ...

  7. Essay on Independence Day in Hindi ...

    Essay on Independence Day in Hindi: भारत को 15 अगस्त, 1947 को स्वतंत्रता मिली, लेकिन आजादी की एक लंबी और कठिन यात्रा के दौरान कई लोगों ने अपनी जान गंवाई, कई दशक ...

  8. 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस पर निबंध, भाषण, अनुच्छेद, 10 लाइन, Essay on

    15 अगस्त भारतीय स्वतंत्रता दिवस पर निबंध (200, 300, 500, 600, 700, 800, 900 से 1000 ) शब्दों में। (Short and Long Essay on Independence Day 15 August in Hindi.

  9. स्वतंत्रता दिवस का महत्व पर निबंध

    भारत में स्वतंत्रता दिवस के महत्व पर निबंध (Importance of Independence Day Essay in Hindi) 15 अगस्त को भारत में स्वतंत्रता दिवस के रुप में मनाया जाता है क्योंकि आज ...

  10. स्वतंत्रता दिवस पर निबंध Essay on Independence Day in Hindi

    August 2, 2021 by Kiran Sao. इस लेख में हमने स्वतंत्रता दिवस पर निबंध हिंदी (Essay on Independence Day in Hindi) में लिखा है। अगर आप 15 अगस्त पर बेहतरीन निबंध की तलाश कर रहें ...

  11. 15 अगस्त पर निबंध हिंदी में

    15 august essay Independence day in Hindi. स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर हमें भारतीय संस्कृति और इतिहास को भी अध्ययन करने का अवसर मिलता है। हमें अपने राष्ट्रीय ...

  12. स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त पर निबंध, महत्व

    भारत में स्वतंत्रता दिवस (independence day) 15 अगस्त को मनाया जाता है। देश को 15 अगस्त 1947 को अंग्रेजों के अत्याचार से आजादी मिली और तब से अगस्त के महीने में इस दिन को ...

  13. स्वतंत्रता दिवस पर निबंध

    ये भी देखें - Essay on science is a boon or curse in Hindi स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर. स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर यानी 14 अगस्त की रात को देश के राष्ट्रपति अपना ...

  14. स्वतंत्रता दिवस निबंध 10 lines (Independence Day Essay in Hindi) 100

    Independence Day Essay in Hindi - 15 अगस्त 1947 का दिन भारत के स्वर्णिम इतिहास में अंकित हो गया है। यह वह दिन है जब भारत को 200 साल के ब्रिटिश शासन से आजादी

  15. Essay on Independence Day In Hindi

    स्वतंत्रता दिवस (Essay on Independence Day In Hindi) भारतीयों के लिए एक ऐतिहासिक और महत्वपूर्ण दिन है। यह दिन भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की जीत और आजादी की

  16. स्वतंत्रता दिवस पर निबंध

    स्वतंत्रता दिवस पर निबंध - Essay on Independence Day in Hindi - Swatantrata Diwas par Nibandh. ADVERTISEMENT. रूपरेखा : परिचय - भारत की गुलामी का इतिहास - राष्ट्र का सिद्धांत ...

  17. स्वतंत्रता दिवस पर निबंध (Essay on Independence Day in Hindi): 15 अगस्त

    स्वतंत्रता दिवस पर निबंध (Essay on Independence Day in Hindi): 15 अगस्त का दिन हर भारतीय के लिए बहुत ही खास होता है। इस दिन हमारा देश आजाद हुआ था, इसलिए 15 अगस्त को भारत का ...

  18. स्वतंत्रता दिवस पर निबंध (Essay On Independence Day in Hindi)

    स्वतंत्रता दिवस पर निबंध 300 शब्द (Essay on 75th Independence Day in 300 words) 15 अगस्त 1947 को भारत को आजादी मिली जिसके बाद उस दिन पहली बार देश में अंग्रेजों के झंडे ...

  19. Essay on Independence Day in Hindi

    This article on Independence Day of India which falls on 15th August has been written in Hindi. The information given by us in this article will be helpful for students to prepare the topic well. इस लेख में हम स्वतंत्रता दिवस के बारे में विस्तार पूर्वक चर्चा करेंगे ...

  20. स्वतंत्रता दिवस पर निबंध

    ADVERTISEMENTS: स्वतंत्रता दिवस पर निबंध | Essay on Independence Day in Hindi! स्वतंत्रता दिवस अर्थात् पंद्रह अगस्त का दिन भारतीय इतिहास का वह स्वर्णिम दिन है जिसे ...

  21. स्वतंत्रता दिवस पर निबंध

    स्वतंत्रता दिवस पर अनुच्छेद | Paragraph on Independence Day in Hindi ; स्वतंत्रता दिवस पर निबंध | Essay on Independence Day in Hindi ; स्वतंत्रता दिवस (१५ अगस्त) | Essay on Independence Day (15th August) in Hindi

  22. Independence Day Essay in Hindi स्वतंत्रता दिवस पर निबंध

    स्‍वतंत्रता दिवस पर निबंध - Essay on Independence Day in Hindi for class 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11, 12. Know more about essay ...

  23. स्वतंत्रता दिवस पर अनुच्छेद

    स्वतंत्रता दिवस पर अनुच्छेद | Paragraph on Independence Day in Hindi! प्रतिवर्ष 15 अगस्त के दिन को भारतवासी स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाते हैं । भारत को 15 अगस्त, 1947 के दिन वह ...

  24. Hindi Diwas Essay: हिंदी दिवस पर निबंध कैसे लिखें? 100, 250, 500 शब्दों

    Find essays on Hindi Diwas in 100, 250, and 500 words, available in Hindi for students to understand its significance and celebration. Story first published: Wednesday, September 11, 2024, 21:42 [IST]