Slipper making business plan in hindi – चप्पल बनाने का बिजनेस करने का तरीका जाने ?
Slipper making business plan in hindi: दोस्तों चप्पल एक ऐसा प्रोडक्ट है जिसका इस्तेमाल बच्चो से लेकर बड़े भी करते है। अगर चप्पल की क्वालिटी अच्छा है तो लोगो ब्रांड नहीं देखते है। चप्पल बनाने का बिजनेस एक लाभदायक मनुफैचरिंग बिज़नेस होगा, क्युकी यह एक बड़ा मार्किट है जिसका इस्तेमाल हर वर्ग के लोग करते है।
चप्पल बनाने का बिज़नेस आप घर से भी शुरू कर सकते है। इस बिज़नेस में आपको चप्पल बनाने की एक मशीन की जरूरत पड़ेगी, जिसे ऑनलाइन और ऑफलाइन खरीद सकते है। अगर आप अच्छे से मार्केटिंग और पैकेजिंग के साथ आपने प्रोडक्ट को बेचते है तो यह बिज़नेस आपको लाखो कमा कर देगा। आइये इस लेख में चप्पल बनाने का बिजनेस को विस्तार से समझते है।
आज भी चप्पल बनाने का बिजनेस (Slipper Making Business) एक अनोर्गनाइज्ड मार्किट है, जिसके करना मार्केट में अपनी पहचान बनाना आसान हो जाता है। आज भी गांव और छोटे शहरो के ज्यादातर लोग बिना ब्रांड के चप्पल ही पहनते है। ऐसा इसलिए क्युकी ये सस्ते होते है। आइये जानते है की यह बिज़नेस कैसे शुरू कर सकते है।
Table of Contents
Slipper making business plan in hindi
चप्पल बनाने का बिजनेस (Slipper Making Business) शुरू करने के लिए आपको चप्पल बनाने की मशीन और कच्चा माल की जरूरत पड़ेगी। कुछ दिनों या महीनो के ट्रेनिंग के बाद आप इसको चलाना सिख जायेंगे।
यह एक ऐसा फील्ड है जिसमे अगर सही तरिके से काम किया जाये तो सफलता पा सकते है। आपको थोड़ा सा मार्किट रिसर्च करके और थोड़ा अच्छे डिज़ाइन के साथ इस बिज़नेस कि शुरुआत करते है तो लाखो की कमाई आराम से करेंगे। निचे आपको विस्तार से इस बिज़नेस को करने का प्रोसेस बताया गया है जो आपको बिज़नेस शुरू करने में मदद करेगा।
चप्पल बनाने के बिजनेस – प्लान तैयार करे
किसी भी बिज़नेस ( (Slipper Making Business) को करने के लिए प्लान बनाना आवश्यक हो जाता है। इस प्लान में आपको पहले ही तय कर लेना होता है की कच्चा माल कहा से आएगा, मशीन कौन सी लगेगी, शुरुआत कितने से करनी है और कहा आपकी फैक्ट्री खुलेगी और बने माल को कहा पर बेचना है।
इस बिज़नेस में सबसे पहले चप्पल बनाने की मशीन की जरूरत पड़ेगी, जिसे आप इंडिया मार्ट से खरीद सकते है। दूसरी जरुरी चीज़ है कच्चा माल जो की आमतौर पर प्लास्टिक ही होता है। प्लास्टिक को आप कबाड़ी वाले से या कच्चा मटेरियल आप ऑनलाइन या ऑफलाइन आसानी से मिल जायेगा। यह भी ध्यान रखे की फैक्ट्री ऐसी जगह हो जंहा कच्चा माल आसानी से आ जाये।
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जब सभी चीज़े तय हो जाएँगी, तो प्लान में यह भी शामिल करे की आप अपने बिज़नेस की मार्केटिंग कैसे करेंगे और आपने माल कहा बेचेंगे। मार्केटिंग और बेचने की बात करे तो आप ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों जगह बेच सकते है। आप अपना खुद की वेबसाइट बनाकर या फ्लिपकार्ट, ऐमज़ॉन पर भी अपना प्रोडक्ट बेच सकते है। ऑफलाइन में दुकानों पर जाकर बेच सकते है।
चप्पल बनाने के लिए किस प्रकार का कच्चा माल इस्तेमाल होता है ?
चप्पल बनाने के बिजनेस में आपको तय करना होगा की आप किस प्रकार का चप्पल बनाने वाले है। इस बिज़नेस में आमतौर पर रबर , स्ट्रिप्स , पैकिंग का सामान , रबर शीट , गोंद , चमड़ा , आदि का इस्तेमाल किया जाता है। इस प्रकार का कच्चा माल आप कबाड़ी की दुकान या अपने आस पास के बड़े मार्केट से खरीद सकते है।
चप्पल बनाने की मशीन (Slipper making machine)
चप्पल बनाने के लिए कई तरह के मशीनों का इस्तेमाल किया जाता है, जिसमे सोल कटाई मशीन, सोल में सुराख़ करने वाली मशीन, ग्राइंडिंग मशीन, फिनिशिंग मशीन, स्ट्रेप मशीन, प्रिंटिंग मशीन आती है। यह काम दामों की मशीन होती है। अगर आप यह सभी मशीन लेते है तो आपको 50000 से 100000 रूपए का खर्च आने वाला है। वैसे आज के समय में आल इन वन मशीन भी आती है जो सभी कामो को अकेले ही कर देती है। आल इन वन मशीन की कीमत दो से ढाई लाख रुपये में आती है।
यह सभी प्रकार की मशीने आपको इंडिया मार्ट पर देखने को मिल जाएंगे, जंहा से आप मंगवा सकते है। मशीन की खरीदारी से पहले सभी जानकारी के बारे में पता कर ले।
चप्पल बनाने की बिजनेस से फायदा
इस business की सबसे खास बात यह की इसे आप कही भी और किसी भी स्तर का शुरू कर सकते है। इस बिज़नेस को घर बैठे एक कमरे से भी किया जा सकता है। अगर आप यह बिज़नेस को करते है तो पहले दिन से कमाई शुरू कर सकते है। इसे छोटे में शुरू करके एक ब्रांड भी बना सकते है। इस बिज़नेस से कमाई इस बात पर निर्भर करेगी की आप अपना माल को कितना बेच पाते है।
आप जितना अधिक माल बेचेंगे उतनी कमाई करेंगे। अगर आपने इसे छोटे स्तर पर शुरू किया है और अच्छे से मार्केटिंग और सेल करते है तो चप्पल बनाने के बिजनेस (Slipper making business) से महीने के 100000 रुपये तक कमाया जा सकता है। इस बिज़नेस को शुरू करने के लिए आपको कुछ जरुरी दस्तावेज की भी जरूरत पड़ेगी जिसे आप आसानी से बनवा सकते है।
निष्कर्ष –
इस लेख में आपको Slipper Making Business Ideas in Hindi के बारे में विस्तार से जाना है। यह लेख पाठको को चप्पल बनाने के बिज़नेस के बारे में जानने में मदद करेगा। मनुफैचरिंग बिज़नेस एक लाभदायक बिज़नेस हो सकता है। अगर यह आर्टिकल अच्छा लगा हो तो इसे आपने जानने वाले के साथ साँझा भी कर सकते है और उन्हें इस बारे में जानकारी दे सकते है।
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चप्पल बनाने का बिजनेस कैसे शुरू करें? हर महीने होगा मोटा प्रॉफिट
एक इंसान की सबसे महत्वपूर्ण जरूरत में से एक है चप्पल। लोग बिना चप्पल के घर के बाहर नहीं जाते और कई लोग तो घर के अंदर भी चप्पल पहन कर रहते हैं। यह एक ऐसी वस्तु है, जिसकी मार्केट में डिमांड कभी कम हो ही नहीं सकती।
लोग हर रोज अलग-अलग तरह की चप्पल खरीदते रहते हैं। इसीलिए यदि इस क्षेत्र में अपना व्यवसाय किया जाए तो इससे आपको लाभ होने की संभावना बहुत ज्यादा है।
इस लेख में चप्पल का बिजनेस कैसे शुरू करें के बारे में विस्तार से जानकारी बता रहे हैं। जिसमें चप्पल बनाने वाली मशीन की कीमत, चप्पल बनाने की विधि, चप्पल बनाने की मशीन, निवेश, प्रॉफिट सहित पूरी जानकारी जानेंगे।
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चप्पल बनाने के बिजनेस में मार्केट स्कोप
जब कोई भी उद्दमी किसी प्रकार के व्यवसाय को शुरू करना चाहता है तो मन में यह प्रश्न होना तो जायज है कि यह व्यवसाय लंबे समय तक चलेगा कि नहीं। इस व्यवसाय से ज्यादा से ज्यादा मुनाफा कमाया जा पाएगा कि नहीं। इसमें कोई शक नहीं है कि यह व्यवसाय लंबे समय तक चलने वाला व्यवसाय है। साथ ही मुनाफे वाला भी व्यवसाय है।
कोई भी व्यक्ति नहीं होगा, जो चप्पल का इस्तेमाल नहीं करता होगा। हालांकि एक समय था जब गांव में लोग चप्पल का बहुत कम इस्तेमाल किया करते थे। क्योंकि उस समय इतना शहरीकरण नहीं था और ना ही लोगों की आर्थिक स्थिति इतनी अच्छी थी।
लेकिन अब तो चप्पल हर एक व्यक्ति के लिए बहुत सामान्य सी वस्तु बन चुकी है। बिना चप्पल के तो कोई भी व्यक्ति बाहर नहीं जाता। इससे आप समझ सकते हैं कि चप्पल का बाजार में कितनी ज्यादा डिमांड रहती है। इसका सबसे अच्छा फायदा है कि आप इस व्यवसाय को बहुत कम लागत के साथ छोटे स्तर से शुरू कर सकते हैं।
चप्पल का बिजनेस कैसे शुरू करें?
बिना किसी प्लानिंग के किसी भी व्यवसाय को शुरू करना नामुमकिन होता है। इसीलिए आपको पहले से ही अपने व्यापार के बारे में हर छोटी बड़ी चीज को ध्यान में रखना चाहिए और उसके हिसाब से फिर शुरुआत करनी चाहिए।
हर चीज की अपनी एक विधि होती है। यदि उसी के हिसाब से काम ना किया जाए तो आपका व्यापार फेल भी हो सकता है। इसकी शुरुआत करने के लिए सबसे पहले आपको इसकी मार्केट रिसर्च करनी होती है और इतना ही नहीं बल्कि इसके पश्चात इन्वेस्टमेंट, प्रॉफिट, लॉस, मशीनरी, प्रोसेस, लोकेशन इत्यादि जैसे कई स्टेप्स को ध्यान में रखना होता है।
चप्पल बनाने के बिजनेस के प्रकार
चप्पलों की काफी वैरायटी होती है जैसे कि घर में पहनने की चप्पल, बाहर पहनने की चप्पल, कैजुअल चप्पल, पार्टी में पहनने की चप्पल, वॉक पर जाने के लिए अलग तरह की चप्पल इत्यादि।
अलग-अलग प्रकार की चप्पलों को अलग-अलग कार्य करते समय पहना जाता है और यह चप्पल अनगिनत रंगो में और अनगिनत स्टाइल्स में आती है।
चप्पल बनाने के बिजनेस के लिए मार्केट रिसर्च
किसी भी चीज का व्यवसाय शुरू करने से पहले उसकी मार्केट रिसर्च करना बहुत जरूरी होता है ताकि आपको पता चले कि आपके प्रोडक्ट का मार्केट में क्या स्थान है व किस तरह की जगह पर आप का प्रोडक्ट ज्यादा पॉपुलर है और किस तरह की जगह पर उसकी उतनी मांग नहीं है।
मार्केट रिसर्च में यह भी एक बहुत महत्वपूर्ण बात है कि आपके प्रोडक्ट की किस जगह पर कितनी कीमत है, उसकी जानकारी आपको पहले से ही होनी चाहिए। किस प्रकार की चप्पलों में लोगों को अधिक रुचि है या किस प्रकार की चप्पले लोग अधिक खरीदना पसंद करते हैं और किस प्रकार की चप्पलों की इतनी डिमांड नहीं होती यह छोटी-छोटी बातें हैं, जो मार्केट के अंदर आती है।
यदि किसी भी बिजनेस में इन सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर काम किया जाए तो अवश्य ही उनके काम में सफलता की संभावनाएं बढ़ जाती है।
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चप्पल बनाने के बिजनेस के लिए रॉ मैटेरियल
चप्पल बनाने की विधि उसमें आपको कुछ बेसिक कच्चे माल की आवश्यकता पड़ने वाली है, जो आपको किसी भी होलसेल की दुकान पर या ऑनलाइन वेबसाइट पर आराम से मिल जाएंगे। कच्चा सामान जो कि हवाई रबर शीट और स्टेप्स शीट बहुत महत्वपूर्ण होते हैं।
इसके साथ-साथ पैकेजिंग के लिए भी कुछ कागज व कपड़ों की आवश्यकता पड़ेगी। इनके अलावा भी और कुछ सामग्रियों की जरूरत पड़ती है परंतु मुख्य कच्चे सामान यही है।
चप्पल बनाने वाली मशीन की कीमत
जैसे इस व्यवसाय में आपको कुछ रॉ मटेरियल की जरूरत पड़ने वाली है, उसी तरह चप्पल बनाने की मशीन की भी आवश्यकता होगी। चप्पल बनाने के लिए आवश्यक कुछ मशीनें निम्नलिखित हैं:
हवाई चप्पल ग्राइंडिंग मशीन
रबड़ के सोल को काटने के बाद सोल की फिनिशिंग करने के लिए ग्राइंडिंग मशीन की जरूरत पड़ती है। सोल में ग्राइंडिंग करने से उसकी खूबसूरती और ज्यादा बढ़ जाती है। इस मशीन को दो से तीन फेज बिजली से चलाया जा सकता है। यह मशीन बाजार में आपको आसानी से 5 से 6 हजार रुपए में मिल जाती है।
हवाई चप्पल स्क्रीन प्रिंटिंग
सामान्य चप्पल की तुलना में लोग डिजाइन वाले चप्पल को ज्यादा पसंद करते हैं। चप्पल के ऊपर जो विभिन्न तरह की जो प्रिंटिंग की गई होती है, उसे हवाई चप्पल स्क्रीन प्रिंटिंग के मशीन से किया गया होता है।
बहुत सी कंपनियां अपने ब्रांड का डिजाइन चप्पल बनाकर अपने ब्रांड को प्रमोट करती हैं। ऐसे में आप भी स्लीपर मशीन के बिजनेस में खुद का ब्रांड स्थापित करना चाहते हैं तो अपने स्लीपर के ऊपर खुद का ब्रांड का लोगो प्रिंट करवा सकते हैं।
इस तरह चप्पल को आकर्षक लुक देने के लिए स्क्रीन प्रिंटिंग मशीन की बहुत जरूरत है। यह मशीन आपको बाजार में लगभग 4 से 5 हजार में मिल जाएगी।
चप्पल के नंबर की डाई
चप्पल बनाने की व्यवसाय में आपको इस मशीन की भी जरूरत पड़ती है। जब आप चप्पल बनाने के लिए रबड़ के सोल को उसकी साइज के हिसाब से काटते हैं तो उसके लिए आपको डाई का इस्तेमाल करना पड़ता है।
जिस साइज का चप्पल आप बनाना चाहते हैं, आपको उतने ही नंबर के डाई का इस्तेमाल करना पड़ेगा और उसी नंबर के हिसाब से बाजार में इसकी कीमत 500 से 1000 तक होती है। डाई तीन प्रकार के होते हैं सिंगल डाई, चिल्ड्रन डाई, डबल डाई।
हवाई चप्पल ड्रिल मशीन
जब रबड़ के सोल को काटा जाता है तो उसमें तीन छोटे-छोटे छेद का निर्माण होता है। लेकिन चप्पल में पट्टा लगाने के लिए इतना छोटा छेद काफी नहीं होता है। इस छेद को और ज्यादा मोटा करने के लिए आपको ड्रिल मशीन की जरूरत पड़ती है।
ड्रिल मशीन से सभी छेद को बड़ा किया जा सकता है, जिसमें आसानी से पट्टा घुस जाता है। बात रही इस मशीन की कीमत की तो बाजार में यह मशीन 15 से 20 हजार के लगभग मिल जाती है। ऑनलाइन और ऑफलाइन कीमत में अंतर हो सकता है।
चप्पल बनाने के लिए जितनी भी तरह की मशीन की आवश्यकता है। यह मशीन आपको बाजार में आसानी से उपलब्ध हो जाएगी। इसके लिए आप किसी भी डीलर से संपर्क कर सकते हैं। ऑनलाइन भी यह मशीनें उपलब्ध है।
बहुत सारी वेबसाइट भी है, जहां पर आपको चप्पल बनाने के लिए जिन मशीनों की आवश्यकता होती है, उन मशीनो को बनाने वाली कंपनी के द्वारा मशीनों की कैपेसिटी और स्पेसिफिकेशंस का उल्लेख अपने वेबसाइट पर किया गया होता है। आप वहां भी इन मशीनों के बारे में चेक कर सकते हैं।
कुल मिलाकर इन मशीनों के लिए आपको लगभग 40 से 50 हजार रूपए लगेंगे। अगर आप अपने व्यापार को बड़े स्तर पर खोलना चाहते हैं तो आपको लगभग 1 से 2 लाख रुपयों की जरूरत हो सकती हैं।
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चप्पल बनाने की विधि
हर कार्य को करने की एक विधि होती है, जिसका पालन करके ही उस कार्य को किया जाना चाहिए। वरना उसने कुछ गड़बड़ अवश्य ही होती है। इसी प्रकार चप्पल बनाने की भी एक विधि होती है, जिसके बारे में निम्नलिखित दिया गया है:
- सर्वप्रथम चप्पल की जो सीट होती है, इसकी कटिंग की जाती है।
- इसके बाद आजू बाजू के खुरदरे स्थान को चिकना किया जाता है।
- फिर चप्पल के सरफेस पर अलग-अलग तरह की प्रिंटिंग की जाती है।
- जब यह प्रिंट सूख जाती है तब जहां लेस लगानी होती है, वहां पर सुराग बनाते हैं।
- इन सर आंखों में बाद में फितो को डाला जाता है।
- इस तरह से चप्पल बनाने की विधि पूर्ण होती है।
चप्पल बनाने के बिजनेस के लिए लोकेशन
चप्पल बनाने का बिजनेस स्थापित करना है तो उसके लिए आपको जमीन की भी जरूरत पड़ेगी। यदि आपके पास पहले से जमीन है तो उस जमीन पर आपको एक फैक्ट्री की तरह स्थान का निर्माण करना होगा या फिर आप किसी स्थान को किराए से भी या खरीद कर भी ले सकते हैं।
स्लिपर मेकिंग बिजनेस में आपको कम से कम 300 से 500 वर्ग मीटर जगह की जरूरत है, जिसमें आपको कच्चा माल और मशीन को रखना पड़ेगा। यदि आप ज्यादा निवेश के साथ इस व्यवसाय को शुरू कर रहे हैं तो आप इससे ज्यादा बड़े क्षेत्र में इस व्यवसाय को शुरू कर सकते हैं।
चप्पल बनाने के बिजनेस के लिए लाइसेंस एंड रजिस्ट्रेशन
यदि आप छोटे स्तर पर अपना बिजनेस शुरू कर रहे हैं या फिर बड़े स्तर पर कर रहे है। आपको भारत सरकार के एमएसएनआई के अंदर अपने बिजनेस को रजिस्टर करवाना पड़ता है।
यह प्रोसेस आप ऑफलाइन या फिर ऑनलाइन भी कर सकते हैं, जिसके साथ साथ आई एस आई के अंदर आपको अपने ब्रांड का रजिस्ट्रेशन करना होता है। आपको इन सभी प्रश्नों के लिए आपने आधार कार्ड करंट बैंक अकाउंट पैन कार्ड इत्यादि जैसे बेसिक चीजों की आवश्यकता पड़ने वाली है।
चप्पल बनाने के बिजनेस के लिए स्टाफ
किसी भी व्यवसाय पर को आप बड़े स्तर पर शुरू करना चाहते हैं तो आपको कुछ ना कुछ स्टाफ को नियुक्त करने की जरूरत पड़ती है। क्योंकि अकेले बड़े व्यवसाय को संभालना, उसे मैनेज करना आसान नहीं होता।
हालांकि शुरुआती समय यदि आपके पास निवेश कम है तो आप बिना स्टाफ के या फिर कम स्टाफ के साथ अपने व्यवसाय को चला सकते हैं। लेकिन जब आपको लग रहा है कि आपको व्यवसाय को संभालने में दिक्कत हो रही है तब आप आवश्यकता अनुसार स्टाफ को नियुक्त कर सकते हैं, जिससे आप तनावमुक्त भी रहेंगे और काम को मैनेज करने में आपको सहायता मिलेगी।
आप इतने बड़े व्यवसाय को अकेले संभाल पाए यह बहुत ही कठिन कार्य होगा और आपको तनाव भी होगा। इसलिए अपने व्यवसाय में स्टाफ मेंबर्स को नियुक्त करना अत्यंत आवश्यक होता है।
परंतु ध्यान रहे कि आप ऐसे ही स्टाफ मेंबर्स को नियुक्त करें, जो आपके व्यवसाय को सच में संभालने के काबिल हो और आपकी सहायता उत्तम तरीके से कर पाएं। अलग-अलग स्टाफ मेंबर्स को उनकी काबिलियत के हिसाब से काम नियुक्त करके आप अपने बिजनेस को संभालने में मदद ले सकते हैं।
चप्पल बनाने के बिजनेस के लिए पैकेजिंग
ध्यान रहे कि अच्छी क्वालिटी का आपका सामान है, उतनी ही अच्छी क्वालिटी की आपकी पैकेजिंग होनी चाहिए। आप इसकी पैकेजिंग के लिए रंग-बिरंगे कार्टूनों का भी उपयोग कर सकते हैं। चप्पल के पैकेजिंग में आपको ज्यादा पैसे खर्च करने की भी आवश्यकता नहीं हैं। परंतु कम पैसों में सबसे आकर्षक दिखने वाली पैकेजिंग तैयार करनी होगी ताकि अधिक से अधिक लोग आपके सामान की तरफ अट्रैक्ट हो।
इसके साथ आपको आपका एक ब्रांड नेम भी डिसाइड करना होता है ताकि लोगों को आप के ब्रांड में और दूसरों के ब्रांड में अंतर करना सरल हो और इस ब्रांड नेम को आपको अपने पैकेजिंग प्रोडक्ट पर छपाना होता है। इस चरण के बाल आपके प्रोडक्ट की पैकेजिंग समाप्त होती है और वह मार्केट में बिकने के लिए बिल्कुल तैयार हो जाता है।
स्लिपर मेकिंग बिजनेस को ऑनलाइन ले जाना
चप्पल बनाने का बिजनेस को ज्यादा से ज्यादा ग्रो करने के लिए आप इसे ऑनलाइन ले जा सकते हैं। आज के डिजिटल समय में प्रोडक्ट को बेचना काफी आसान हो गया है। आप ऑफलाइन स्टोर के अतिरिक्त ऑनलाइन अपने स्लीपर को बेच सकते हैं। ऑनलाइन अलग-अलग प्लेटफार्म के जरिए आप अपने स्लीपर का एडवर्टाइजमेंट करा कर उसके मार्केटिंग करा कर ऑफलाइन बेच सकते हैं। लेकिन यदि आप ज्यादा से ज्यादा ग्राहक पाना चाहते हैं तभी आप इन ऑनलाइन प्लेटफॉर्म की मदद ले सकते हैं।
आज के समय में बहुत सारी ई-कॉमर्स वेबसाइट है, जहां पर विभिन्न तरह के प्रोडक्ट बेचे जाते हैं। वैसे भी आज का समय जिस तरह डिजिटलाइजेशन हो रहा है, लोगों को ऑनलाइन शॉपिंग करना ही ज्यादा पसंद आता है। ऑनलाइन शॉपिंग में बारगेनिंग करने का झंझट नहीं रहता है और लोग अपने पसंद के प्रोडक्ट को बहुत आसानी से देख कर उसे ऑर्डर कर देते हैं और प्रोडक्ट उनके घर तक डिलीवर हो जाता है।
यदि आप सोच रहे हैं कि आपको प्रोडक्ट डिलीवर करना पड़ेगा तो आपको ऐसा बिल्कुल नहीं करना होगा। ऑनलाइन अपने स्लीपर को बेचने के लिए आपको कोई भी अलग से इन्वेस्टमेंट नहीं लगेगा। बस आपको किसी भी ई-कॉमर्स कंपनी के सेलर सेंटर के साथ जुड़ना है जैसे कि अमेजॉन, फ्लिपकार्ट, मिंत्रा इत्यादि। ई-कॉमर्स कंपनी का अपना सेलर सेंटर होता है, जिससे आप इनके वेबसाइट पर जाकर जुड़ सकते हैं।
उसके बाद यह ई-कॉमर्स कंपनी आपको आपके बनाए गए स्लिपर को अपने वेबसाइट के थ्रू बेचने की परमिशन दे देती हैं। जिसके बाद आप अपने बनाए गए विभिन्न स्लीपर के तस्वीरों को इनके वेबसाइट पर डाल सकते हैं। साथ ही उसमें आप प्राइस भी मेंशन कर सकते हैं। स्लिपर को देखने के बाद भी कोई भी ग्राहक उन स्लीपर को पसंद करके आर्डर करता है तो उसका मैसेज आपके पास आ जाता है।
फिर आपको वह प्रोडक्ट पैक करके रखना होगा। उसी ई-कॉमर्स कंपनी के द्वारा एक डिलीवर बॉय आपके घर भेजा जाएगा। वह आपके घर से स्लीपर को पिक कर लेगा और कस्टमर के एड्रेस पर डिलीवर कर देगा।
स्लीपर कस्टमर के घर पर डिलीवर हो जाएगा तो स्लीपर की जो कीमत आपने वेबसाइट पर डाली थी, उसका कुछ प्रतिशत का कमीशन ई-कॉमर्स कंपनी काट लेगी और शेष हिस्सा आपके बैंक अकाउंट में भेज देगी। इस तरीके से ऑनलाइन आप अपने स्लीपर के बिजनेस को बहुत ज्यादा बढ़ा सकते हैं।
चप्पल बनाने में बिजनेस में इन्वेस्टमेंट
यदि आप chappal banane ka business छोटे स्तर पर शुरू कर रहे हैं तो उसके लिए आपको लगभग ₹1 लाख रुपए की जरूरत पड़ेगी। परंतु यदि आपका व्यवसाय बड़े स्तर पर शुरू हो रहा है तो आपको कुल मिलाकर 5 से 6 लाख रुपए की कीमत जूटानी पड़ती है।
चप्पल बनाने का बिज़नेस के लिए लोन
किसी भी व्यवसाय को आप अपने बजट के अनुसार 2 तरीके से शुरू कर सकते हैं निम्न स्तर से और बड़े स्तर से। यदि आप स्लीपर मेकिंग बिजनेस अपने घर से शुरू कर रहे हैं तो शायद आपको लोन लेने की जरूरत ना पड़े। लेकिन यदि आप बड़े स्तर पर स्लीपर मेकिंग का बिजनेस शुरू कर रहे हैं तो आपको 5 से 6 लाख की लागत लग जाती है। यदि आपको इतना पैसा जुटाने में दिक्कत हो रहा है तो आप बैंक से लोन ले सकते हैं।
सरकार के द्वारा चलाई जा रही मुद्रन लोन योजना के तहत कोई भी आदमी जो अपने व्यवसाय को एमएसएमई सेक्टर के तहत शुरू कर रहा है तो वह बहुत कम ब्याज दर पर बैंक से लोन ले सकता है। मुद्रा लोन लेने के लिए आपको अपने किसी भी नजदीकी सरकारी बैंक में जाना होगा, जहां पर आपको अपने बिजनेस से जुड़ी सारी जानकारी देनी होगी।
जैसे कि आपको अपने व्यवसाय को शुरू करने में कौन-कौन सी चीजों की जरूरत है, उन सभी चीजों की कीमत क्या आने वाली है, इन सभी विवरण को आपको सम्मिट करना होगा और फिर जब आपके लोन अप्रूवल हो जाएगा तो आपके खाते में पैसा भेज दिया जाएगा।
चप्पल बनाने के बिजनेस में प्रॉफिट
इस व्यवसाय के कई फायदे हैं, जिनमें से एक यह है कि चप्पल यह प्रोडक्ट बहुत ज्यादा बिकता है व मार्केट में इसकी मांग भी बहुत ही ज्यादा है। हर एज ग्रुप के लोग चप्पल पहनते हैं और सब की पसंद अलग अलग होती है, जिसके कारण इसकी मार्केटिंग भी बढ़ जाती है।
अगर आपका बिजनेस छोटे स्तर पर स्थापित किया गया है तो आपको लगभग ₹10000 हर महीने का लाभ प्राप्त होगा और यदि आपका बिजनेस बड़े स्तर पर स्थापित किया गया है तो आप का 1 महीने का लाभ लगभग ₹30,000 से ₹40,000 हो सकता है। आपकी मेहनत व निष्ठा के हिसाब से आपका प्रॉफिट कम ज्यादा भी हो सकता है।
चप्पल बनाने के बिजनेस के लिए मार्केटिंग
चप्पल का व्यवसाय हो या कोई और व्यवसाय, इनका अंतिम चरण एक ही होता है, जो होता है मार्केटिंग। अच्छी आपकी मार्केटिंग होगी, उतने ही अधिक कस्टमर आपके प्रोडक्ट की तरह आकर्षित होंगे और उतना ज्यादा आपको लाभ होगा। मार्केटिंग करने के 2 मुख्य तरीके होते हैं:
- पहले प्रकार में आप अपने प्रोडक्ट को पंपलेट, पोस्टर्स या न्यूज़पेपर के द्वारा लोगों तक पहुंचा सकते हैं। आप रास्तों के बीच में होल्डिंग्स भी लगा सकते हैं, जिससे ज्यादा से ज्यादा लोग अपने प्रोडक्ट को देखेंगे और आपकी लोकप्रियता बढ़ेगी।
- दूसरे प्रकार में आप टेलीविजन या सोशल नेटवर्किंग के माध्यम से अपने प्रोडक्ट की डिजिटली मार्केटिंग कर पाएंगे। आपको केवल टीवी में अपने प्रोडक्ट के विज्ञापन को प्रकाशित करना होता है या फिर अलग-अलग सोशल नेटवर्किंग साइट पर अपना आईडी बनाकर अपने प्रोडक्ट की एडवर्टाइजमेंट भी कर सकते हैं।
दिए गए आर्टिकल में चप्पल के व्यापार (Slipper Manufacturing Business in Hindi) के बारे में डिटेल्स प्रदान की है। उम्मीद करते हैं आपको यह लेख पसंद आया होगा, इसे आगे शेयर जरूर करें।
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चप्पल बनाने का बिज़नेस कैसे शुरू करें Slipper Making Business Hindi
Last updated on July 25th, 2024 at 04:39 pm
चप्पल बनाने का बिज़नेस कैसे शुरू करें Slipper Making Business Hindi
Slipper Making Business Hindi :- शहरी और ग्रामीण दोनों आबादी भारत में चप्पलों का उपयोग करती है चीन के बाद भारत फुटवियर का सबसे बड़ा वैश्विक उत्पादक है क्योकि यंहा फुटवियर बहुत ज्यादा इस्तेमाल की जाती है आज दुनिया के 13% फुटवियर उत्पादन इंडिया के अन्दर किया जाता है और इंडिया से अमेरिका, जर्मनी, फ्रांस और ब्रिटेन में बहुत बड़े लेवल पर फुटवियर का एक्सपोर्ट किया जाता है
फुटवियर की डिमांड को देखते हुए आज इंडिया के अन्दर बहुत बड़े लेवल पर Slipper Making Business हो रहा है यह बिज़नेस ऐसा है जिसको अपने बजट के हिसाब से शुरु कर सकते है ऐसे में आप chappal Ka Business करके बड़ी ही आसानी से chappal making business यानि slipper making business in hindi शुरू करके अच्छा पैसा कामा सकते है इस आर्टिकल में Chappal Banane Ka Business के बारे में विस्तार से बतायेंगे |
सेवई और नूडल्स बनाने का बिज़नेस कैसे शुरू करें
Table of Contents
Slipper Making Business Hindi के मार्केट स्कोप
Slipper Making Business Requirements :- आज लगभग सभी चप्पल पहनते है इस लिए इनकी डिमांड बनी रहती है और जैसे जैसे जनसँख्या बढ़ रही वैसे वैसे इनकी डिमांड भी बढ़ेगी इस लिए इस बिज़नेस के मार्केट स्कोप बहुत अच्छे है और इस बिज़नेस के अन्दर सफल होने के चांस बहुत ज्यादा है और चप्पल बनाने का business एक ऐसा business है जिसे आप कम लगत के साथ start कर सकते है चप्पल बनाने के business को आप चाहे तो अपने घर से भी शुरू कर सकते है और अच्छे पैसे कम सकते है
रेस्टोरेंट्स कैसे खोले
चप्पल बनाने का Business के लिए जरूरी चीजे
Slipper Making Business Requirements :- इस बिज़नेस को शुरु करने के लिए बहुत सी चीजो को जरुरत पड़ती है लेकिन चीज की जरुरत Business के आकार पर निर्भर करती है क्योकि ये बिज़नेस घर से शुरु करते है तो ज्यादा चीजो की जरुरत नही पड़ती है और बिज़नेस बड़े लेवल पर शुरु करते है तो बहुत सी Requirements होती है | Chappal Banane Ka Business Hindi
- इन्वेस्टमेंट (Investment)
- जमीन (land)
- बिज़नेस प्लान (Business plan)
- बिल्डिंग (Building)
- मशीन (Machine)
- बिजली, पानी की सुविधा (Electricity, water facilities)
- कर्मचारी (Staff)
- कच्चा माल (Raw Material)
- वाहन (Vehicle)
अब निचे सभी के बारे में विस्तार से बतायेंगे की किस चीज कितनी जरुरत पड़ती है | Chappal Banane ka Business
चप्पल बनाने का बिज़नेस के लिए इन्वेस्टमेंट
Investments For Slipper Making Business :- इस बिज़नेस के अन्दर निवेश इस Business और जमीन के ऊपर निर्भर करता है क्योकि यदि बड़ा Business शुरु करते है तो ज्यादा इन्वेस्टमेंट (Investment) करनी पड़ती है और छोटा बिज़नेस घर से शुरु करते है ( Chappal banane ka business ) तो उसके अन्दर कम इन्वेस्टमेंट (Investment) करनी पड़ती है ( Chappal banane ka business )और खुद की जमीन है तो कम पैसो में काम चल सकता है और यदि जमीन किराये पर लेते है या खरीदते है तो उसके अन्दर ज्यादा इन्वेस्टमेंट (Investment)करनी पड़ती है | Chappal Making Business Hindi
और इसके अन्दर मशीन भी कई प्रकार की आती है और सभी के रेट भी अलग अलग है इनके ऊपर भी इन्वेस्टमेंट निर्भर करती है इनके बाद इस Business को अच्छे लेवल पर शुरु करने के लिए मशीन खरीदनी पड़ती बिल्डिंग बनानी पड़ती है जिसके अन्दर मशीन लगेगी और स्टॉक रखने के लिए सभी चीज के लिए बिल्डिंग फिर बिजली, पानी की सुविधा और कच्चा माल सभी के लिए अलग अलग इन्वेस्टमेंट(Investment) करनी पड़ती है |
- जमीन (land) = Around Rs. 5 Lakhs To Rs. 7 Lakhs (यदि जमीन खुद की है तो यह पैसे नही लगेंगे )
- बिल्डिंग (Building) = Around Rs. 2 Lakhs To Rs. 3 Lakhs (किराये पर भी ले सकते है )
- मशीन (Machine) = Around Rs. 1.5 Lakhs To Rs. 2 Lakhs
- Raw Material की लागत = Around Rs. 50,000 To Rs. 1 Lakhs
- वर्कर = Around Rs. 50,000 To Rs. 70,000
Total Investment :- Around Rs. 5 Lakh To Rs. 6 Lakhs (यदि जमीन खुद की है )
चप्पल बनाने का बिज़नेस के लिए जमीन
Land For Chappal Making Business Hindi इसके अन्दर ज्यादा जमीन की जरुरत नही पड़ती है क्योकि इसके अन्दर न ज्यादा बड़ा प्लांट बनाना पड़ता है ( Chappal Making Business Hindi ) उसके बाद नही ही इतना बड़ा गोडाउन बनाना पड़ता है Chappal banane ka business
- Plant :- 500 Square Feet To 700 Square Feet
- Godown :- 300 Square Feet To 500 Square Feet
Total Space :- 1000 Square Feet To 1200 Square Feet
सब्जी का बिज़नेस कैसे करे
Chappal बनाने के लिए कच्चा माल Chappal Banane Ka Saman
R aw material for Chappal Making business :- Chappal Making के बिज़नस के अन्दर बहुत सी सामग्री की जरुरत नही पड़ती है Chappal को बनाने में लगने वाली कच्ची सामग्रियां उसकी मात्रा और उसके मूल्य के साथ निचे दिए गये है Chappal Making Business Hindi
- हवाई रबर शीट्स = रू 350 प्रति शीट
- स्ट्रैप्स शीट्स = रू 4 प्रति मीटर
- पैकिंग के लिए आवश्यक सामान = रू 15- 40 प्रति इकाई
चप्पल बनाने के लिए कच्चा माल कहाँ से खरीदें
Where To Buy Raw Materials For Slipper Making :- इस कच्चे सामान को ऑनलाइन और ऑनलाइन वेबसाइट दोनों तरीके से मंगवा सकते सकते है ऑनलाइन के लिए निचे लिंक दिए गया है |
- https://www.indiamart.com/
- https://india.alibaba.com/index.html
फ़ास्ट फ़ूड स्टाल कैसे शुरु करे
चप्पल बनाने के बिज़नेस के लिए मशीन
Machine For Chappal Making Business :- इस business को शुरु करने के लिए कई प्रकार की मशीन की जरुरत पड़ती है जो सभी काम कर सकती है लेकिन सभी मशीन बिज़नेस के उपर निर्भर करती है की इस बिज़नेस के अन्दर किस प्रकार की मशीन की जरुरत पड़ती है
- सोल कटिंग मशीन रू 1 लाख
- ड्रिल मशीन रू 12000 – रू 14000
- स्ट्रैप मशीन रू 7,000
- ग्राइंडर रू 8,000
- डाई रू 700
इन मशीन को ऑनलाइन और ऑनलाइन वेबसाइट दोनों तरीके से मंगवा सकते सकते है ऑनलाइन के लिए निचे लिंक दिए गया है
बेसन बनाने का बिजनेस कैसे शुरू करें
Slipper बनाने का बिज़नेस के लिए जरुरी डॉक्यूमेंट
Document For Chappal Udyog कोई भी Business शुरु करते है तो कुछ पर्सनल डॉक्यूमेंट की जरुरत पड़ती है
और कुछ Business से सबंधित लाइसेंस की जरुरत पड़ती है जैसे ;
Personal Document (PD) :- Personal Document के अन्दर बहुत से डॉक्यूमेंट होते है जैसे :
- ID Proof :- Aadhaar Card , Pan Card , Voter Card
- Address Proof :- Ration Card , Electricity Bill ,
- Bank Account With Passbook
- Photograph Email ID , Phone Number ,
- Other Document
Business Document (PD) :- Business Document के अन्दर बहुत से डॉक्यूमेंट होते है जैसे :
- MSME industry Aadhaar Registration
- Business Registeration
- Business pan card
- BIS Registration
लोअर टी शर्ट होलसेल बिज़नेस कैसे शुरु करे
Chappal बनाने का बिज़नेस शुरु करने के लिए प्रोसेस Chappal Ka Business Kaise Shuru Kare
यदि Chappal बनाने के बिज़नेस घर से शुरु करते है तो इसके अन्दर ज्यादा प्रोसेस नही करनी पड़ती है इसमें कच्चे माल के साथ घर पर हाथो से Business शुरु कर सकते है लेकिन यदि बड़े लेवल पर बिज़नेस करते है तो इसके अन्दर एक प्रोसेस के हिसाब से शुरु करना पड़ता है जैसे इसके लिए बहुत सी गतिविधिया करनी पड़ती है जैसे area analysis, land selection, project plan, registration, financial Arrangement आदि तो सभी सभी काम एक प्रोसेस के अनुसार करने पड़ते है | Chappal Making Business Hindi
Area Analysis (क्षेत्र विश्लेषण) :- कोई भी बिज़नेस शुरु करना हो तो सबसे पहले एरिया का Analysis करना जरुरी है Area Analysis के अन्दर उस एरिया के अन्दर रिसर्च की जाती है जंहा Business करने की सोच रहे है वंहा सब कुछ पता करना पड़ता है जैसे वंहा पहले से कितने Plant है वह किस प्रकार का प्रोडक्ट बना रहे है उनके प्रोडक्ट का price कितना है क्या आप उस से कम price कर सकते है और कस्टमर की क्या डिमांड है सब कुछ पता करे |
Land Selection (जगह का चयन) :- Area Analysis (क्षेत्र विश्लेषण) करने के बाद लोकेशन सेक्लेक्ट करनी पड़ती है और ध्यान रखे उस लोकेशन पर अच्छी रोड़ की सुविधा और पानी की सुविधा और बिजली सुविधा सभी चीजे होनी चाहिए और अच्छी खासी जमीन होनी चाहिए यदि आपके पास ऐसी लोकेशन पैर खुद की जमीन है तो बिलकुल सही है लेकिन आपके पास ऐसी लोकेशन नही है तो ऐसी जमीन देखे जंहा जमीन सस्ती मिल जाये और सभी सुविधा उस जमीन पर मिल जाये
Chappal Ka Business Kaise Shuru Kare
Project Plan (बिज़नेस प्लान):- जब लोकेशन सेलेक्ट की जाये उसके बाद अपना Business प्लान ready करे और इस प्लान के अन्दर वह सभी चीजे डाले जो Business के अन्दर करनी होती है जैसे कितनी इन्वेस्टमेंट करनी पड़ेगी कौन कौन सी मशीन लेके आनी पड़ेगी कौन कौन प्रोडक्ट बनायेंगे ऐसे सभी चीजे बिज़नेस प्लान के अन्दर ऐड होना चाहिए | Chappal banane ka business
Financial Arrangement (वित्तीय व्यवस्था) :- जब Business प्लान ready हो जाये उसके बाद Financial Arrangement करनी पड़ती है क्योकि इन्वेस्टमेंट के बिना कुछ नही किया जा सकता है |
License & Registration:- जब इन्वेस्टमेंट हो जाये तो उसके बाद लाइसेंस के लिए अप्लाई करे क्योकि Chappal Manufacturing करके एक ब्रांड के नाम से बेचनी है तो इसके लिए लाइसेंस हिना चाहिए |
Machinery Purchasing:- जब Business के लिए लाइसेंस मिल जाये उसके बाद Business के लिए मशीन खरीदे क्योकि मशीनरी के बिना कोई Business नही किया जा सकता है |
Electricity Fitting and Machinery Installation :- मशीनरी लेने के बाद उनके लिए Electricity Fitting करे और फिर मशीन लगाये |
Worker Hire :- सभी चीजे करने के बाद अपने Business के हिसाब से वर्कर लेके आये उसके बाद अपना Business शुरु कर सकते है |
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चप्पल बनाने की प्रोसेस Chappal Kaise Banaye
- चप्पल बनाने कके लिए सबसे पहले आपको हवाई रबर को चप्पल काटने वाली मशीन में लगाना है और फिर हवाई रबर को size कि प्लेट के अनुसार काट लेना है .
- Chappal करने के बाद उनके चारों तरफ के हिस्सों को ग्राइंडिंग मशीन से एक सामान कर दे |
- चप्पल को ग्राइंडिंग से एक सामान करने के बाद आप चप्पल के ऊपर प्रिंटिंग कर सके है
- एक बार चप्पल प्रिंट हो जाने के बाद कुछ देर के लिए सूखने के लिए छोड़ दिया जाता है. इसके सूख जाने पर इसे ड्रिलिंग मशीन की सहायता से आवश्यक स्थानों पर किये गये सुराख को बड़ा किया जाता है.
- उसके बाद इसके बाद स्ट्रैप डालने की मशीन (हैण्ड ओप रेटेड टूल) की सहायता से इसमें फीते डाले जाते हैं.
- उसके बाद चप्पल बनकर रेडी हो जाती है |
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चप्पल बनाने के बिज़नेस के लाभ slipper making business profit
Chappal Making Business Profit :- आम तौर पर एक चप्पल की जोड़ी बनाने की कुल लागत रू 30 से 50 की होती है. ये चप्पल की जोड़ीबाज़ार में कुल रू 90 – 100 के मूल्य पर बिकता है. यदि आप प्रतिदिन 12 घंटे तक काम करते है तो लगभग 100 दर्जन से 250 दर्जन अर्थात 3500 से 4000 स्लीपर बनाए जा सकते हैं. इस हिसाब से प्रति महीना क़रीब 30,000 से 40,000 रूपए कमाए जा सकते हैं Chappal Udyog Ki Jankari
मार्बल मूर्ति का बिजनेस कैसे करें
Chappal बनाने का बिज़नेस के लिए loan
Slipper Making Business Loan यदि Slipper Making Business घर से शुरु करते है तो इसके लिए लोन की जरुरत नही है लेकिन यह Business बड़े लेवल पर करते है तो इसके लिए लोन ले सकते है भारत सरकार कि तरफ से लोगो को व्यापार करने के लिए “मुद्रा लोन” दिया जा रहा है जिसमे आप Slipper का Business करने के लिए भी Mudra Loan के सकते है इसके लिए आपको इनके ऑफिस जाना पड़ेगा और अपने बिज़नेस की डिटेल देनी है आपको Slipper बनाने के business में किन चीजों कि जरुरत है उसके बारे में विवरण देना होगा और उन चीजों को खरीदने के लिए कितने पैसो कि जरुरत पड़ेगी यह भी लिखना होगा उसके बाद आपको अपना आवेदन सबमिट करना होगा
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कम निवेश में हवाई चप्पल बनाने का बिजनेस कैसे शुरू करें| How to Start Slippers Making Business with Low Investment in hindi
हवाई चप्पल बनाने का बिजनेस: यदि ऐसे सदाबहार कारोबार की खोज में है जिसे कम लागत निवेश के साथ घर से भी शुरू किया जा सकता हो साथ ही शुरूआती स्तर पर मुनाफा भी कमाया जा सकता हो तो हवाई चप्पल बनाने का बिजनेस एक शानदार कारोबारी विकल्प साबित हो सकता है… लेकिन इस कारोबार को शुरू करने से पहले आपको चप्पल बनाने के बिजनेस प्लान को समझना जरूरी है.
हवाई चप्पल आज एक ऐसा उत्पाद बन चुका है जो घर में प्रत्येक सदस्य द्वारा प्राथमिक तौर पर प्रयोग या इस्तेमाल में लिया जाता है। चप्पलों का प्रयोग पैरों के तलवों को धूल, मिट्टी , गंदगी से छुटकारा पाने के साथ सुरक्षा के लिए हर एक व्यक्ति द्वारा किया जाता है.
साथ ही सुविधा व सहुलियत की दृष्टी से देखने पर भी हवाई चप्पलें (Regular Slippers/Floaters) प्रयोग में टिकाऊ, आरामदेह व सरल होती है और किफायती दरों पर बाजार में आसानी से मिल भी जाती हैं. समाज का कोई भी वर्ग चाहे वह अमीर से अमीर हो या गरीब से गरीब हो, भाग-दौड़ करती महिलाएं हों या फिर बच्चे ही क्यों न हों, हर किसी के पास हवाई चप्पलें देखने को जरूर मिल जाती है.
गांव-देहात के अधिकांश क्षेत्रों में हवाई चप्पल का उपयोग बहुतायत में देखने को मिलता है क्योंकि खेतों की निगरानी करने अथवा morning walk पर जाते समय लोगों के द्वारा बहुतायत हवाई चप्पलों का प्रयोग किया जाता है।
हवाई चप्पलो की उपयोगिता व बाजार/मार्केट में खपत का आंकलन करते हुए हवाई चप्पल बनाने के बिजनेस में लाभ कमाने की कई संभावनाएं स्पष्ट हो जाती हैं, क्योंकि चप्पल बनाने का बिजनेस (Slippers Making Business) एक सदाबहार चलने वाला कारोबार (evergreen business) सिद्ध हो चुका है,
साथ ही यदि इच्छुक उद्यमी/कारोबारी हवाई चप्पल बनाने का बिजनेस शुरु करना चाहता है तो छोटी पूँजी के निवेश से चप्पल विशेषकर हवाई चप्पल बनाने के बिजनेस को आसानी से शुरू कर सकता है.
तो व्यवसायिक तौर पर चप्पलों का निर्माण करने के लिए इच्छुक उद्यमी या कारोबारी को किन-किन चीजों की आवश्यकता होती है, साथ ही इस बिजनेस के जोखिम क्या हो सकते हैं? प्रशिक्षण कहां से मिल सकता है और तैयार उत्पाद/माल को कहां-कहां आसानी से बेचा जा सकता है?
इस सबकी जानकारी देने के लिए आज हम आपके लिए यह लेख “हवाई चप्पल बनाने का बिजनेस कैसे शुरू करें” लेकर आए हैं. यदि आप हवाई चप्पल बनाने के बिजनेस (Slippers Making) को शुरू करना चाहते हैं तो इसके लिए Slippers Manufacturing Business Plan और जरूरी तथ्यों को अवश्य समझें, चलिए शुरू करते हैं-
चप्पल बनाने का बिजनेस शुरू करने के लिए प्रशिक्षण (Training for Chappal Making Business)-
आज के दौर में जहां अधिकतर कारोबार अथवा उद्योग पूरी तरह से सेमी ऑटोमेटिक अथवा ऑटोमेटिक मशीनों से संचालित होकर फल-फूल रहे है, जिनमें चप्पल बनाने का कारोबार भी आ जाता है. असल में मशीनों से चप्पलों को बनाना (chappal making) बेहद आसान काम है।
हालांकि किसी भी बिजनेस को शुरू करने अथवा बिजनेस में में प्रवेश करने से पहले चप्पल बनाने की ट्रेनिंग अथवा प्रशिक्षण लेना प्राथमिक और अनिवार्य चरणों में से एक होता है, और ट्रेनिंग या प्रशिक्षण लेना भी चाहिए क्योंकि ट्रेनिंग में आपको जान पाते हैं कि बिजनेस को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए क्या-क्या आवश्यकता होती है?
चप्पल बनाने के बिजनेस का प्रशिक्षण /ट्रेनिंग के लिए आप खादी ग्रामोउद्योग से संपर्क कर सकते है। आप kvic.org.in पर विजिट करके ट्रेनिंग से जुड़ी जानकारी हासिल कर सकते हैं। इसके अलावा आप अपने क्षेत्र के जिला उद्योग केंद्र से भी संपर्क कर सकते हैं। यहां आपको ट्रेनिंग और बिजनेस से जुड़ी सारी जानकारी मिल जाएगी।
चप्पल बनाने का बिजनेस शुरू करने के लिए आवश्यक स्थान (Required Area for Sleepers Making Business)-
Chappal/Slippers manufacturing business, उद्योग या फैक्ट्री शुरू करने के लिए कम से कम 1,200 वर्ग फुट स्थान या जगह की जरूरत होती है, जहां प्लांट कम से कम 1,000 वर्ग फुट क्षेत्र (Area) पूरी तरह से धूल, बारिस, मिट्टी व प्रदूषण से ढका (Covered) या संरक्षित होना चाहिए।
साथ ही प्लांट में मशीनों के स्थान ऐसे निर्धारित किए गए हों जिससे कर्मचारियों को काम करने एवं कच्चा व तैयार माल सुरक्षित रखने में असुविधा न हो। इस स्थान पर बिजली आदि की उचित व्यवस्था का होना अनिवार्य है।
- आपको हवाई चप्पल बनाने का बिजनेस शुरू करने के लिए ऐसे स्थान का चुनाव करना चाहिए, जहां से रॉ मटेरियल या कच्चा माल लगातार व आसानी से मिल सकता हो।
- साथ ही आपके प्लांट स्थान पर transportation संबंधी आवागमन (क्रय-विक्रय आदि) की उचित व्यवस्था होनी आवश्यक है। यह स्थान अगर किसी व्यवसायिक क्षेत्रों के अंतर्गत आता है तो सबसे उत्तम है।
चयनित स्थान पर बिजली आपूर्ति (Required Electricity)-
व्यवसायिक तौर पर स्लीपर या हवाई चप्पल बनाने के बिजनेस में मशीनों आदि के सुगम संचालन के लिए कम से कम 02 से अधिकतम 08 किलोवॉट क्षमता के बिजली कनेक्शन की अवश्यकता होती है। यह क्षमता मशीनों के चयन आधार पर भी सुनिश्चित की जा सकती है.
हालांकि मौजूदा बाजार में आधुनिक तकनीक से तैयार की गई मशीने भी उपलब्ध हैं, जिनसे बिना बिजली के भी मैनुअल तरीके से हवाई चप्पलों का निर्माण बड़ी मात्रा में किया जा सकता है. चप्पल बनाने के बिजनेस में इच्छुक उद्यमी के लिए यह जरूरी है कि निवेश करने से पहले व्यवसाय के प्रत्येक पहलू पर गहनता से विचार करे.
बिजनेस में कर्मचारियों की जरूरत (Required Manpower)-
अमूमन बड़े स्तर पर प्रत्येक Making/ Manufacturing Business याकारोबार अथवा बिजनेस में मैनपावर या कर्मचारियों की जरूरत पड़ती ही है, व्यवसायिक तौर पर Slippers Making Business अथवा फैक्ट्री को शुरू करने में कम से कम 05 से 07 मैनपावर या कर्मचारियों की अवश्यकता होती है। ये कर्मचारी- मैनेजर, मार्केटर/सेल्समैन, अकाउंटेंट, लेबर व सफाई कर्मी आदि हो सकते हैं।
चप्पल बिजनेस का पंजीकरण-
किसी भी व्यापार को शुरू करने के लिए पहला मानक है. पंजीकरण या रजिस्ट्रेशन के बाद ही आप अपने उत्पाद का प्रचार मार्केट/बाजार में कर सकते हैं. पंजीकरण कराने के लिए आपको सबसे पहले अपनी कम्पनी/एजेन्सी या फर्म के नाम से एक बैंक खाता खोलना होता है, इसके बाद भारत सरकार द्वारा निर्धारित प्रमाणों से प्रमाणन करना होता है। ये प्रमाणन हैं-
- MSME (उद्यम पंजीकरण)
- GST No. (टैक्स पंजीकरण)
- प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड NOC प्रमाण पत्र
- कचरा प्रबंधन नगर निगम NOC प्रमाण पत्र
- Trade License
- IEC प्रमाण पत्र (किसी भी दूसरे राज्य में एक्सपोर्ट के लिए)
क्या पंजीकरण कराये बिना भी चप्पल बनाने का बिजनेस शुरू किया जा सकता है?
नहीं! वह सभी बिजनेस अथवा कारोबार जो प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से आम जनता के उपयोगार्थ तथा मुनाफा कमाने की दृष्टी से शुरू/स्थापित किये जाते हैं, उन सभी का पंजीकरण कराना अनिवार्य होता है.
बिना पंजीकरण कराये बिजनेस का संचालन कर मुनाफा कमाना दंडनीय अपराध है. पकडे जाने पर सरकार द्वारा कठोर दण्डात्मक कानूनी कार्यवाही की जा सकती है.
चप्पल बनाने का रॉ मटेरियल (Raw Material)-
Chappal making business या हवाई चप्पल बनाने के बिजनेस को शुरू करने के लिए बेहतर गुणवत्ता के कच्चे माल या रॉ मटेरियल की आवश्यकता होती है। अमूमन चप्पल बनाने के लिए आज बाजार में कई तरह के अच्छे से अच्छे और घटिया से घटिया मटेरियल भी उपलब्ध हैं,
लेकिन एक बेहतरीन चप्पल का निर्माण करने में आपको सबसे बेहतरीन कच्चे माल का चुनाव करना होता है. तो अब प्रश्न उठता है कि बेहतर गुणवत्ता के मटेरियल का चुनाव कैसे करें? तो इसके लिए आपको थोड़ी गहन रिसर्च करने की आवश्यकता है, मसलन कौन सा सोल या रबर शीट जो अधिक टिकाऊ होती है?
व्यवसायिक और वैज्ञानिक दृष्टी से अगर बात की जाए तो EV A ( Ethylene-vinyl acetate ) Rubber Sheet और PU ( Polyurethane ) Rubber Sheet सबसे टिकाऊ मानी जाती हैं. हवाई चप्पल बनाने में लिए जाने वाले रॉ मटेरियल या कच्चे माल इस प्रकार हैं-
- रबर शीट- 08 से 20mm या इच्छानुसार (कीमत- 500 रूपए प्रति शीट से शुरू, जिसमें 18 से 20 जोड़ी निकलता है)
- Strap Band या फीते (कीमत- 09 रूपए प्रति जोड़ी से शुरू)
- सिलिकॉन लिक्विड-चमक लाने के लिए (कीमत- 1,000 प्रति लीटर से शुरू)
- सिंथैटिक पेंट- नाम आदि छापने के लिए (कीमत- 78 प्रति किलोग्राम से शुरू)
नोट- उपरोक्त बताई गई कीमतें मार्केट रिसर्च आधार पर हैं, बाजार के उतार-चढ़ाव के कारण ये कीमतें घट अथवा बढ़ सकती हैं.
कहां से लें (where to buy)-
हवाई चप्पल बनाने में लिया जाना वाला कच्चा माल या रॉ मटेरियल आपको इंडस्ट्रियल क्षेत्रों जैसे- कानपुर, गाजियाबाद, धुलियाना, दिल्ली, मुंबई, इंदौर जैसे शहरों से व इसके साथ ऑनलाइन भी आसानी से मिल जाता है. ऑनलाइन आप नीचे दी गई वेबसाइट से आसानी से ले सकते हैं-
- www.indiamart.com
- www.amazon.com
- www.alibaba.com
असल में चप्पल बिजनेस को शुरू करने से पहले आपको चप्पल बनाने में प्रयुक्त होने वाले कच्चे माल की गुणवत्ता की पहचान करनी आनी चाहिए. मटेरियल की जानकारी के लिए आप पहले से चल रही/संचालित किसी कंपनी अथवा फैक्ट्री पर जाकर अच्छे से जानकारी हांसिल करें, क्योंकि चप्पल का कारोबार (chappal making business) पूरी तरह से मटेरियल आधारित होता है.
हवाई चप्पल बनाने का बिजनेस शुरू करने के लिए मशीनरी (chappal making machine)-
व्यवसायिक तौर पर चप्पलों का निर्माण करने के लिए आपको या किसी भी इच्छुक उद्यमी को इन मशीनों की आवश्यकता होती है-
- Manual (कीमत- 10,000 से शुरू)
- Automatic- Hydraulic Press (कीमत- 35,000 से शुरू)
- Metal Die (कीमत- 350 प्रति जोड़ी से शुरू)
- Manual (कीमत- 8,000 से शुरू)
- Automatic (कीमत- 30,000 से शुरू)
- Chappal Sole Grinder & Drill Machine (कीमत- 5,000 से शुरू)
- Band Strap Fixing Machine (कीमत- 2,500 से शुरू)
इसे भी देखें- एलईडी लाइटस व्यवसाय कैसे शुरू करें
नोट-
- उपरोक्त बताई गई मशीनें ऑटोमेटिक व मैनुअल वेरियंट एवं अलग-अलग क्षमता की आती हैं, साथ ही इन मशीनों का चुनाव आप बिजनेस की उत्पादन कार्यक्षमता के आधार पर ही करें।
- उपरोक्त बताये गए रॉ मटेरियल व मशीनों की कीमत (chappal making machine price) बाजार उतार-चढ़ाव के कारण घट-बढ़ सकती है।
मशीनरी कहां से खरीदें-
उपरोक्त मशीनरी को आप अपने लोकल इलेक्ट्रोनिक्स मार्केट से ले अथवा बनवा सकते हैं यदि लोकल बाजार में यह मशीने नहीं मिल पा रही हैं तो इसे आप ऑनलाइन नीचे दी गई वेबसाइटस से खरीद सकते हैं-
- www.alibaba.com या फिर आप जिसे जानते हैं वहाँ से ऑर्डर दे सकते हैं।
चप्पल तैयार करने की विधि (Process of Slipper/Chappal Making)-
हवाई चप्पल बनाने के तरीके में अथवा चप्पल बनाने का काम 05 चरणों में पूरा किया जाता है-
- प्रथम चरण- चप्पलों का निर्माण करने के लिए सबसे पहले Sole Cutting Machine की सहायता से वांछित नाप की डाइ/सांचा लगाकर रबर शीट से चप्पल के सोल/पैतावा को काटा जाता है. इस कटिंग प्रोसेस को आप मैन्युअल व ऑटोमेटिक दोनों तरीको से कर सकते हैं.
- दूसरा चरण- सोल/पैतावा कट जाने के बाद इस कटे हुए सोल/पैतावे के किनारों को Chappal Sole Grinder & Drill Machine की ट्रिमिंग या ग्राइंडिंग की जाती है, ट्रिमिंग या ग्राइंडिंग के बाद सोल/पैतावा में strap band को फिक्स करने के लिए होल/छिद्र बनाया जाता है.
- तीसरा चरण- सोल/पैतावा पूरी तरह से तैयार हो जाने के बाद सोल/पैतावा पर Screen/Stamp Printing Machine की मदद से ब्रांड का नाम आदि छापा जाता है. इसके बाद प्रिंटिंग को सूखने के लिए कुछ देर के लिए रख दिया जाता है.
- चौथा चरण- नाम आदि छप जाने के बाद चप्पल सोल/पैतावा में Band Strap Fixing Machine की मदद से चप्पल strap band को लगाया जाता है. strap band के लग जाने के बाद तैयार हवाई चप्पल (hawai chappal) उपयोग में लिए जाने को रेडी हो जाती है.
- पांचवां चरण- पूरी तरह से उपयोग हेतु तैयार हवाई चप्पल को अंतिम चरण में पैकिंग के लिए भेज दिया जाता है.
चप्पल बिजनेस के तहत चप्पल की पैकिंग-
एक शानदार और सुन्दर पैकिंग किसी भी ग्राहक को अपनी ओर आकर्षित कर सकती है और उस पर यदि आपका उत्पाद उच्च गुणवत्ता का है तो जल्द ही मार्केट/बाज़ार में छा भी सकता है. किसी भी Product की पैकिंग उसके ब्रांड वैल्यू को बनाने और बढ़ाने का काम करती है.
पैकिंग की डिजाइन के लिए किसी जानकार ग्राफिक्स डिजाइनर की सहायता जरूर लें। साथ ही उत्पाद बनाने में उपयोग किए गए घटकों का उल्लेख करने के साथ सकारात्मक विचार वाली टैगलाइन (स्लोगन) आदि प्राथमिक तौर पर उत्पाद की पैकेजिंग पर अनिवार्य रूप से छपवाएँ।
पैकिंग छपवाने के लिए आप सबसे पहले अपने क्षेत्रीय प्रिंटर्स/मुद्रक से संपर्क करें, यदि आपके क्षेत्र में प्रिंटिंग आदि का काम नहीं होता है तो पैकिंग बनवाने के लिए आप इंटरनेट पर मौजूद वेबसाइटो की मदद ले सकते है.
चप्पल उत्पाद की मार्केटिंग और कहां-कहां बेंच सकते हैं-
Product तैयार हो जाने के बाद सबसे अहम काम होता है अपने उत्पाद के प्रति लोगों को जागरूक करना मतलब अपने उत्पाद की मार्केटिंग करना। हवाई चप्पल के कारोबार की शुरुआती मार्केटिंग के लिए आपको उन क्षेत्रों का चुनाव या चिन्हित करना चाहिए जहां समाज के प्रत्येक व्यक्ति का आना जाना होता रहता हो.
ऐसे स्थान हो सकते हैं. जैसे आपके क्षेत्र के स्थानीय हाट बाजार और नुक्कड़ (चौराहे) की दुकानें. स्थानीय हाट बाजार में आप स्टाल लगाकर हवाई चप्पलों की बिक्री कर अथवा करवा सकते हैं. इसके साथ ही आप अपने क्षेत्र की होलसेल मार्केट से भी संपर्क कर सकते हैं.
असल में आज के दौर में जैसे-जैसे बाजार में competition बढ़ता जा रहा है, इसको देखते हुए किसी भी नए उद्यमी/कारोबारियों को चप्पल जैसे बिजनेस के लिए शुरुआती स्तर पर “ गोरिल्ला मार्केटिंग ” सबसे उत्तम मार्केटिंग मानी गई है, जो कम लागत में अच्छा मुनाफा भी दे जाती है.
इसके साथ ही आप शुरूआती चरण में अपने आस-पास के क्षेत्रों में सांकेतिक विज्ञापन जैसे- पोस्टर, बैनर, स्टीकर व होर्डिंग आदि के माध्यम से मार्केटिंग जरूर करें. आप स्थानीय अखबार के साथ सोशल मीडिया आदि पर भी विज्ञापन आदि भी डालकर अपने उत्पाद का प्रचार कर सकते हैं.
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यदि आप बेहतर तरीके से अपने उत्पाद (हवाई चप्पल) का प्रचार-प्रसार करते हैं तो निश्चित ही आपका चप्पल बनाने का बिजनेस या कारोबार धीरे-धीरे फलने व फूलने लगेगा, क्योंकि चप्पल आज समाज के प्रत्येक आयु वर्ग की प्राथमिक जरूरतों में से एक है और जिसे हर कोई प्राथमिकता पर उपयोग करता ही करता है।
चप्पल का मूल्य निर्धारण-
एक नए उत्पाद को बाजार में बेचने के लिए सबसे अहम भूमिका निभाता है उसका मूल्य और यह बात सार्वभौम सत्य है कि आज जिस तरह से मंहगाई बढ रही है, उसे ध्यान में रखते हुए आपको अपने उत्पाद का मूल्य इतना रखना चाहिए, जिसे समाज का हर वर्ग आसानी से खरीद सके.
इसलिए बाजार और मंहगाई को देखते हुए आप अपने उत्पाद का मूल्य बाजार में मौजूद अन्य उत्पादों की अपेक्षा कुछ कम ही रखें लेकिन उत्पाद की गुणवत्ता से कोई समझौता न करें ,
बेहतरीन गुणवत्ता के कारण लोगों/ग्राहकों/ उपभोक्ताओं का भरोसा आपके उत्पाद के प्रति बढ़ता जाएगा, जो आपके कारोबार की नई संभावनाएं और सीमाएं तय कर सकता है साथ ही भविष्य में लाभकारी परिणामों वाला भी साबित हो सकता है.
सुझाव- कम मूल्य पर उत्पाद बेचने की शुरुवात आपको अपने लोकल मार्केट व हाट बाजार से ही करनी चाहिए।
चप्पल बनाने का बिजनेस शुरू करने के लिए लागत-
यदि आप व्यवसायिक तौर पर चप्पल बनाने का बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो इस बिजनेस के पूरे setup में कम से कम 01 से 3.5 लाख रुपए की पूंजी का निवेश करना होगा। यह निवेश ऑटोमेटिक मशीनों, स्थान, कच्चे माल की क्रय दर के अलावा मैनपावर के चयन पर घट अथवा बढ़ भी सकता है।
चप्पल बनाने के बिजनेस या किसी भी बिजनेस/कारोबार को शुरू करने या लागत लगाने से पूर्व इच्छुक व नए उभरते हुए उद्यमी, व्यवसायी, व्यापारी अथवा कारोबारी को इन बातों का हमेशा ध्यान रखना चाहिए-
- बाजार में उत्पाद की मांग व खपत का आंकलन करना,
- कच्चे माल का कीमत व उपलब्धता पर ध्यान देना,
- अपने प्रतिस्पर्धी को पहचानना व उसकी कमियों को खोजना
- अपने कारोबार के लिए एक बेहतर रणनीति बनाना।
चप्पल बिजनेस शुरू करने के लिए लोन-
लघु उद्योग को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार ने मेक इन इण्डिया के तहत प्रधानमंत्री मुद्रा लोन योजना , प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (PMEGP) , कौशल विकास योजना आदि के माध्यम आपको आसानी से ऋण/लोन मिल सकता है.
इसके लिए आपको अपनी कंपनी या फर्म के पंजीकरण संख्या से सरकारी योजनाओं के तहत आवेदन करना होगा. सरकारी योजनाओंके तहत लघु उद्योग हेतु ऋण/लोन लेने के लिए आप अपने क्षेत्रीय सरकारी बैंक की शाखा से आवशयक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं.
चप्पल बनाने के बिजनेस में मुनाफा-
अब बात करते हैं चप्पल बनाने के बिजनेस से होने वाले मुनाफे की। सामान्य तौर पर उच्च गुणवत्ता की एक जोड़ी चप्पल बनाने अथवा पैकिंग सहित तैयार करने में लगभग 30 से 40 रूपए तक खर्च आ जाता है। जिसे खुदरा बाजार (Retail Market) में आसानी से 80 से 100 रूपए तक बेचा जाता है. जहां मुनाफा 50 से 60 रूपए प्रति जोड़ी हवाई चप्पल की दर से लिया अथवा कमाया जाता है.
वही यदि आप होलसेल में हवाई चप्पल (Hawai Chappal) को बिक्री के लिए भेजते हैं तो होलसेल में प्रति जोड़ी हवाई चप्पल 50 से 65 रूपए की दर से विक्रय की जाती है. जहां मुनाफा 20 से 25 रूपए प्रति जोड़ी हवाई चप्पल की दर से लिया अथवा कमाया जाता है.
नोट- आपका मुनाफा तैयार माल/ उत्पाद की गुणवत्ता (Quality) और मार्केटिंग दोनों पर निर्भर करता है।
सुझाव- अपने मुनाफे को बढाने के लिए आप अपने उत्पाद की मार्केटिंग बेहतर एवं प्रभावी ढंग से अनिवार्य रूप से जरूर करें अथवा किसी मार्केटिंग एजेन्सी से जरूर करवाएं.
हवाई चप्पल बनाने की मशीन (chappal banane ki machine) की कीमत कितनी होती है?
हवाई चप्पल बनाने की मशीन मुख्य रूप से 02 वेरियंट में आती हैं- 1. मैनुअल मशीन, जिसकी कीमत 10,000 रूपये प्रति इकाई तथा 2. ऑटोमेटिक व सेमी ऑटोमेटिक मशीन, जिसकी कीमत 30,000 रूपये प्रति इकाई से शुरू हो जाती है.
हवाई चप्पल उद्योग में बड़े जोखिम क्या होता है?
चप्पल बनाने के उद्योग में सबसे बड़ा जोखिम सही तरह के रॉ मटेरियल का चयन/चुनाव न कर पाना होता है. चप्पल बनाने का कारोबार पूरी तरह से मटेरियल आधारित होता है, इसलिए सही प्रकार के कच्चे माल का चुनाव करना जरूरी होता है.
अधिकतर नए उद्यमियों का चप्पल बनाने का बिजनेस इसी कारण से फेल अथवा ठप्प हो जाता है क्योंकि वे कच्चे माल की गुणवत्ता को सही से परखते नहीं.
चप्पल बनाने के बिजनेस में लोन कब लेना सही होता है?
चप्पल ही नहीं, बल्कि किसी भी प्रकार के बिजनेस में लोन तब लेना सही होता जब उसका विस्तार करने की आवश्यकता होती है. विशेषज्ञों द्वारा सलाह दी जाती है कि व्यवसाय की शुरुआत उद्यमी को अपने पैसे से ही करनी चाहिए.
हमारा उद्देश्य उन इच्छुक उम्मीदवारों, उद्यमियों, व्यवसायियों, व्यापारियों और कारोबारियों को बेहतर से बेहतर जानकारी प्रदान करना है, जो चप्पल बनाने के बिजनेस को करने के इच्छुक हैं और इस बिजनेस में अपना भविष्य में देख रहे हैं.
नोट- किसी भी बिजनेस को शुरू करने से पहले बाजार/मार्केट रिसर्च एवं खपत का आंकलन अनिवार्य रूप से अवश्य करें. ऐसा करने से आपको बिजनेस में आने वाले जोखिम और दिक्कतों का सामना करने में आसानी हो जाएगी और बाजार में डिमांड के अनुरूप आप अपने products का निर्माण भी अच्छे से कर पाएंगे.
आशा है आपको इस लेख ‘चप्पल बनाने का बिजनेस कैसे शुरू करें’ से चप्पल/slipper business/बिजनेस, व्यापार व कारोबार के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी जरूर मिली होगी, साथ ही… यदि कुछ छूट गया हो या कुछ पूछना चाहते हों तो कृपया comment box में जरूर लिखें. तब तक के लिए-
“शुभकामनाएं आपके कामयाब और सफल व्यापारिक भविष्य के लिए”
जय हिंद! जय भारत!
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चप्पल बनाने का व्यापार कैसे शुरू करें, लागत, लाभ, लाइसेंस, मशीन, कीमत, पैकेजिंग, मार्केटिंग (How to Start Slipper Making (Manufacturing) Business Plan in Hindi) (License, Cost, Profit, Packaging, Marketing)
Slipper making business plan in hindi. चप्पल बनाने का बिजनेस (Slipper Making Business) शुरू करने के लिए आपको चप्पल बनाने की मशीन और कच्चा माल की जरूरत पड़ेगी। कुछ दिनों या महीनो के ट्रेनिंग के बाद आप इसको चलाना सिख जायेंगे।.
यहाँ पर चप्पल बनाने का बिजनेस कैसे शुरू करें के बारे में बताया है। साथ में इसकी प्रक्रिया, निवेश, मुनाफा आदि के बारे में बताया हैं।
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