धन के महत्व पर निबंध Essay on Importance of Money in Hindi

धन में बहुत शक्ति होती है। इसके द्वारा हम किसी भी चीज को खरीद सकते हैं। किसी भी अच्छे डॉक्टर , इंजीनियर की सेवाएँ ले सकते है। अच्छे से अच्छा भोजन खरीद सकते हैं।

Table of Content

धन के रूप FORMS OF MONEY

धन से लाभ advantages of money, भौतिक सुखो का भोग कर सकते हैं.

पर्याप्त मात्रा में धन होने पर सभी भौतिक सुखो का भोग किया जा सकता है जैसे अच्छा मकान लेना, अच्छे कपड़े, कारे और अन्य दूसरी चीजे।

सम्मानित जीवन जी सकते है

आज के समय में जिसके पास धन है वो समाज में सम्मानित जीवन जी सकता है। बच्चो को अच्छे स्कूलों में पढ़ाया जा सकता है। मरीज अपनी दवा अच्छे डॉक्टर से करवा सकते हैं। वादी अच्छा वकील रखकर न्याय पा सकते है। इस तरह प्रचुर मात्रा में धन होने पर व्यक्ति एक सम्मानित जीवन जी सकता है

पौष्टिक भोजन खरीद सकते है

सुविधा का साधन.

आजकल धन होने पर हर तरह का सुख प्राप्त किया जा सकता है। जैसे अच्छा भोजन, अच्छे कपड़े, मोबाइल फोन , टीवी , फ्रिज, ओवन, बंगला, मोटर कार आदि। जबकि गरीब लोग धन न होने के कारण विभिन्न परेशानियों से जूझते रहते है।

अपनी सुरक्षा की जा सकती है

आजकल पर्याप्त मात्रा में धन होने पर अच्छा घर बनाया जा सकता है। गार्ड्स को रख सकते है जो 24 घंटे आपकी सुरक्षा करेंगे।

कर्ज चुका सकते है

धन से हानि disadvantages of money, अपराध का कारण.

आजकल सभी लोग अधिक से अधिक धन संग्रह करना चाहते है। लोग इसे नैतिक व अनैतिक तरीके से प्राप्त करना चाहते है। आजकल धन पाने के लिए आये दिन बैंक लूटी जाती है। चोरी,  हत्या और लूटपाट की जाती है। जिसमे अपराधी हिंसा का सहारा लेते है और कई लोगो की जान चली जाती है। इसलिए धन अपराध का कारण भी है।

भ्रष्टाचार का कारण

गरीबो का शोषण होता है.

धन पाने के लिए आज गरीब मजदूरों से फैक्ट्री में अधिक से अधिक काम लिया जाता है और कम से कम वेतन दिया जाता है। पूंजीपति गरीब मजदूर वर्ग का शोषण कर रहे हैं और अमीर बनते जा रहे है। जबकि कमजोर वर्ग मुश्किल से अपनी जरूरत पूरा कर पा रहा है।

सामाजिक बुराइयों का जन्मदाता

महंगी से महंगी दवाइयां लिख रहे है जिससे अधिक से अधिक मुनाफा कमा सके। समाज में वेश्यावृति, रिश्वतखोरी, हत्याये, मानव- तस्करी, नक्सलवाद, आतंकवाद , जैसी सामाजिक बुराइयाँ पैदा हो गयी है।

कलह का कारण

जिस घर में धन की कमी होती है वहां आये दिन लड़ाई झगड़ा और कलह चलती रहती है। पति-पत्नी में रोज झगड़ा होता है। धन न कमाने की दशा में माँ- बाप, भाई बहन कोई इज्जत नही करता है। पड़ोसी और रिश्तेदार व्यक्ति को हेय दृष्टी से देखते है। उससे कतराने लगते है यह सोचकर कि कही वो व्यक्ति उससे धन न मांग ले। गरीब व्यक्ति से कोई दोस्ती नही करना चाहता।

धन की सीमायें LIMITATONS OF MONEY

निष्कर्ष conclusion.

आज के समय में सब लोग अधिक से अधिक धन पाना चाहते है। कुछ लोग भ्रष्ट तरीके से धन का संग्रह करते है जो कि गलत है। यह जीवन में बहुत ही महत्वपूर्ण है पर अवैध तरह से धन एकत्र करना गलत बात है। लोगो को ईमानदारी से धन कमाना चाहिए।

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पैसा उतना ही जरुरी है जितना कार में पेट्रोल न कम,न ज्यादा ~ Importance of Money

Mahesh Yadav

Importance of Money, Happiness, Money & Life

आज के इस समय में हर एक इंसान पैसे के पीछे भाग रहा है वो जो भी काम कर रहा है सिर्फ और सिर्फ पैसो के लिए ही कर रहा है पैसो के अलावा असल में इंसान का किसी और चीज़ पर ध्यान ही नहीं है,

इस बात में तनिक भी संदेह नहीं हैं कि धन हमारे आवश्यक स्वस्थ जीवन के लिए बहुत ही आवश्यक है, केवल पैसा ही है जो, हमारे जीवन की सभी शुरुआती आवश्यकताओं, आराम और जरुरतों को पूरा कर सकता है और इसके द्वारा समस्त भौतिक सुखो का भोग किया जा सकता है।

धन से जुड़ा एक ही सवाल है, आप इसके साथ क्या करते हैं?

पहले के समय में, एक प्रथा प्रचलन में थी जिसे “ विनिमय प्रणाली ” भी कहा जाता था, जिसमें किसी को भी एक वस्तु (अनाज, बर्तन, खेती) के बदले में दूसरी वस्तु प्राप्त हो जाती थी हालांकि, अब आधुनिक संसार में प्रत्येक वस्तु को खरीदने के लिए केवल धन की ही आवश्यकता होती है

एक इंसान पैसो के पीछे अपने रिलेशन, अपनी Health, प्रकृति से सब से धीरे-धीरे कटता चला जा रहा है नाम के लिए सिर्फ हम एक-दूसरे से जुड़े हुये है लेकिन असल में एक Real connection गायब है क्योकि हम सब का आखिरी Goal सिर्फ पैसा ही होता है

और ऐसे गुण हमारें अन्दर बचपन से डाले जाते हैं जिसे सुनकर और आस-पास वैसे ही माहौल को देखकर हम इस बात को सत्य मान बैठते हैं कि बहुत सारा पैसे रखने वाला ही खुश रह सकता हैं।

पैसा असल में उतना ही जरुरी है जितना कार में पेट्रोल न कम,न ज्यादा ये बात बिल्कुल सही है

अगर आपके पास पैसा नहीं होगा तो तो जीवनयापन करने के लिए जो भी जरुरी चीज़े है जो आपकी जरूरते है वो बिना पैसो के कभी पूरी नहीं हो पायेगी।

एक इंसान को जीवनयापन करने के लिए अगर उसके पास पर्याप्त पैसे नहीं होते है तो वो इंसान अपनी पूरी जिंदगी सिर्फ पैसो की ही चिंता में डूबा रह जायेगा बाकि जीवन के महत्वपूर्ण पहलुओं पर पर वो कभी ध्यान ही नहीं दे पायेगा।

पैसा हमारे जीवन का एक अहम हिस्सा है क्योकि जब रिश्तो की बात आती है तो आपका बैंक बैलेंस भी बहुत हद तक मायने रखता है क्योकि पैसा हमको सुरक्षित और एक अच्छी Lifestyle देता है।

पैसो की वजह से बहुत से हमारे रिश्ते ख़राब भी हो जाते है क्योकि इंसान के लिए कहने को तो पैसा सबसे जरुरी नहीं होता है लेकिन असल में अगर उनसे पूछो तो पैसा ही सबसे जरुरी होता है।

पैसा ही हैं जो व्यक्ति के व्यक्तित्व के विकास, आत्मविश्वास में सुधार, विश्वसनीय, योग्यता में वृद्धि, क्षमता में वृद्धि और साहस में बहुत बड़े स्तर पर वृद्धि करने में मदद करता है

पैसे इंसान की जरूरतों को पूरा करता है अगर किसी इंसान के लिए पैसा ही सबसे जरुरी है तो समझो की उसकी जरूरते भी कितनी ज्यादा है जिसकी जरूरते ज्यादा है उसके लिए पैसा ही सबसे जरुरी होता है।

एक इंसान जिसके पास खाने के लिए भी पैसा नहीं है अगर वो पैसे के लिए जीता है तो समझ भी आता है क्योकि अगर उसको खाना ही नहीं मिलेगा तो उसके लिए हर एक चीज़ बेकार है।

इस दुनिया में बहुत से ऐसे लोग है जिनके पास बहुत सारा पैसा है फिर भी उनका हर समय सिर्फ और सिर्फ पैसे की तरफ ही ध्यान रहता है तो क्या जीवन में सिर्फ पैसा की matter करता है।

पैसा सब कुछ नहीं है, पर पैसा बहुत कुछ है आप पैसे से बहुत कुछ खरीद सकते हो लेकिन आप पैसे से हर चीज़ नहीं खरीद सकते हो।

हम अपने जीवन में एक लक्ष्य बनाते है और उसको पाने के लिए अपना पूरा प्रयास करते है और वो हमारा लक्ष्य पैसो से ही तो जुड़ा होता है क्योकि पैसा हमारी जरुरत है।

इस दुनिया में अगर हर एक इंसान की जरुरत को पूरा करना हो तो बड़ी ही आसानी से पूरा किया जा सकता है लेकिन किसी एक भी इंसान का Desire कभी भी पूरा नहीं किया जा सकता है क्योकि Desire का कोई अंत नहीं है।

एक इंसान अपने जीवन में पैसा कमाता है और उन पैसो से अपनी जरूरते पूरी करता है और उन पैसो से अपने शौक पुरे करता है वो ऐसी चीज़े खरीदने लग जाता है जिसकी उसको असल में कोई जरुरत नहीं होती है।

अगर आप उन चीज़ो को खरीदते हो, जिनकी आपको कोई जरुरत नहीं है तो आपको बहुत ही जल्द उन चीज़ो को बेचना पड़ेगा जिनकी आपको जरुरत है।

इंसान के लिए पैसा बहुत जरुरी है लेकिन उतना ही जितना कार में पेट्रोल न कम और न ही ज्यादा जैसे हमारे लिए हवा जरुरी है पानी जरुरी है वैसे ही पैसा भी बहुत जरुरी है लेकिन बहुत सी ऐसी चीज़ है जिनके आगे पैसे का कोई मोल नहीं है।

इंसान के जीवन में सबसे जरुरी क्या है ?

एक इंसान के पास चाहे कितना भी पैसा क्यों न हो लेकिन वो उस पैसे से कभी भी ख़ुशी नहीं खरीद सकता है ,इंसान चाहे अपने जीवन में कितना भी कमा ले लेकिन वो उस पैसे से अपने बीते हुये कल को वापस नहीं ला सकता है।

अगर एक इंसान के पास बहुत सारा पैसा है लेकिन उसके पास एक अच्छी health नहीं है तो वो पैसे उसके लिए किसी भी काम के नहीं है क्योकि बिना सेहत के आप क्या कर सकते हो।

किसी के जीवन में अगर खुशिया ही नहीं है फिर चाहे उसके पास कितना भी पैसा क्यों न हो उसका वो पैसा किसी भी काम का नहीं है क्योकि इस दुनिया में ख़ुशी से बढ़कर असल में और कुछ भी नहीं है।

इस दुनिया में अगर एक भी इंसान आपको देखकर खुश होता है तो इससे ऊपर और कुछ भी नहीं हो सकता है इन सब चीज़ो को क्या हम कभी पैसो से खरीद भी सकते है कभी भी नहीं।

जीवन में असल में जो सबसे जरुरी है वो ये है की मैं अभी जिन्दा हूँ अगर इस बात को अगर हम समझ पाते है तो इससे बढ़कर और कुछ भी नहीं हो सकता है हमारे खुश रहने की सबसे बड़ी वजह है लेकिन इसकी तरफ कभी भी हमारा ध्यान जाता ही नहीं है।

अगर एक बार हमारे अंदर तक चली जाती है और हमको ये समझ आ जाता है की Life में मेरे लिए सबसे जरुरी क्या है तो हमको ये समझ आने लग जाता है की क्या चीज़ हमारे लिए जरुरी है और उसकी मुझे कितनी जरुरत है।

हमारे अंदर जाने-अनजाने ये Feed हो गया है या कर दिया गया है की एक इंसान के लिए सबसे जरुरी पैसा है और कुछ भी नहीं है और धीरे-धीरे हम भी उस बात को मान लेते है।

जब भी हमें Health की कोई भी Problem होती है तो उस समय हमको कितना बुरा Feel हो रहा होता है हमको कुछ भी अच्छा नहीं लगता है तो इससे एक बात हमको समझ आती है की पैसा तो सबकुछ नहीं होता है पैसा हमारी जरुरत है पैसा हमारी ख़ुशी नहीं है।

Life में हम जैसे भी होते है जहाँ भी होते है एकदम Perfect होते है हम जब किसी भी चीज़ को हद से ज्यादा Important देने लग जाते है तो उसके अलावा हमको और कुछ भी नजर नहीं आता है और हम उसी तरह से Act करने लग जाते है।

आज के इस समय में हमको पता ही नहीं है कि हमारे लिए सबसे जरुरी क्या है जो हमारे पास अभी है या वो जो हमारे साथ होने वाला है और हमारा पूरा ध्यान जो होने वाला है उसकी ही तरफ होता है लेकिन वो हमारे पास है उसके बारे में हम कभी सोचते भी नहीं है।

इसलिए आजकल सभी लोग अधिक से अधिक धन संग्रह करना चाहते है। लोग इसे अनैतिक तरीके(शोर्ट-कट) से प्राप्त करना चाहते है। इसलिए अधिक धन पाने के लिए आये दिन बैंक लूटी जाती है।

चोरी, हत्या और लूटपाट की जाती है। जिसमे अपराधी हिंसा का सहारा लेते है और कई लोगो की जान चली जाती है, भौतिक सुख-सुविधाओ के लिए अंधे व्यक्ति के लिए धन अपराध का कारण भी है।

Life में हमको हर चीज़ में एक Balance create करना होता है जिसे की हम हर एक चीज़ को उतना ही महत्व देते है जितना जरुरी है और साथ-साथ पैसे को भी क्योकि पैसा उतना ही जरुरी है जितना कार में पेट्रोल न कम, न ज्यादा।

कुछ लोग भ्रष्ट तरीके से जीवन भर धन का संग्रह करते है जो कि गलत है। यह जीवन में बहुत ही महत्वपूर्ण है पर अवैध/ गलत तरह से धन एकत्र करना गलत बात है।

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importance of money essay in hindi

Mahesh Yadav is a software developer by profession and likes to posts motivational and inspirational Hindi Posts, before that he had completed BE and MBA in Operations Research. He has vast experience in software programming & development.

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Importance of money in hindi

धन का महत्व | Importance of money in hindi

धन/पैसा वर्षों से चली आ रही एक ऐसी चीज है। जिसके पीछे पूरी दुनिया भागती है। क्योंकि आज के समय में धन एक बहुत ही महत्वपूर्ण चीज है। जिसके जरिए इंसान उन सारे सुखों को भोग सकता है। जिसे वह अपने सपने में भी नहीं सोच सकता है।

कई बार हमारे साथ कुछ ऐसा होता है। जब हम बहुत कठिनाईयो से घिरे होते हैं, और हमें पैसों की बहुत ही ज्यादा आवश्यकता होती है।

तब हमें लगता है कि पैसा ही सब कुछ है और इस दुनिया में पैसे से बढ़कर कोई भी चीज नहीं है। अगर आपको यह लगता है कि सिर्फ पैसा ही सब कुछ है। तो आप गलत हैं।

धन कई प्रकार के होते हैं। जैसे-सोना, चांदी, हीरा, मोती, जमीन, जायदाद,फैक्ट्री, कारखाने इत्यादि। यह सभी चीजें धन ही तो है।

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धन एक ऐसी मूल्यवान वस्तु या चीज है। जिसके जरिए हम जीवन के सारे सुखों को भोग सकते हैं और हमारे पास अगर धन है। तो हम इस दुनिया की सारी छोटी सी बड़ी चीजों को खरीद सकते हैं।जैसे-कपड़ा, जमीन, जायदाद, कार, प्राइवेट जेट आदि।

इन सभी चीजों को हम धन के बलबूते पर खरीद सकते हैं। तो आज हम आपको इस धन की कुछ महत्वपूर्ण महत्वो के बारे में बताएंगे।

धन के महत्व

Importance of money in hindi

शायद आपने बहुत से लोगों के मुंह से यह कहते सुना होगा कि पैसा ही सब कुछ है और बहुत से लोगों से यह भी सुना होगा कि सिर्फ पैसा ही आपको खुशी नहीं दे सकता। यह बात बहुत हद तक हकीकत भी है।

लेकिन हम आज धन की तुलना जीवन के सभी परिस्थितियों से नहीं करेंगे। क्योंकि हम आज आपको सिर्फ और सिर्फ धन के महत्व के बारे में बताऊंगा कि धन हमारे जीवन के लिए कितना महत्वपूर्ण है।

सम्मानित जीवन जीने में महत्वपूर्ण

हम धन से एक सम्मानित इंसान की तरह अपना जीवन व्यतीत कर सकते हैं। शायद आपने अपने आसपास देखा होगा कि जिन लोगों के पास पैसा होता है। वह एक सम्मानित जीवन जीते हैं।

आपने यह भी देखा होगा कि लोग किस तरह उस इंसान का आदर-सत्कार करते हैं। वह इंसान अपने बच्चों को महँगे से महँगे स्कूल या कॉलेज में एडमिशन करता हैं। और परिवार के किसी सदस्य का तबीयत खराब होने पर वह उसे अच्छे से अच्छे हॉस्पिटल में भर्ती भी करता हैं। और अपना पूरा जीवन सम्मान से व्यतीत करता हैं।

भौतिक सुखों को दिलाने में महत्वपूर्ण

अगर आपके पास धन की कमी नहीं है। तो आप अपने जीवन के सभी भौतिक सुखों को भोग सकते हैं। जैसे- अच्छे कपड़े खरीद सकते हैं, एक अच्छा मकान बनवा सकते है या खरीद सकते हैं। जिससे आप अपने पूरे जीवन को खुशी-खुशी अपने घर या मकान में व्यतीत कर सकते हैं।

कार बाइक आदि को खरीद सकते हैं। जिसकी मदद से आप कहीं भी कभी भी बड़े आराम से जा सकते बिना कोई परेशानी के। इसके अलावा आप अपने जीवन में अन्य बहुत से भौतिक सुखों का आनंद ले सकते हैं।

अच्छा और पौष्टिक आहार करने में महत्वपूर्ण

आपने शायद कभी ना कभी अपने देश के उन गरीबों को देखा होगा। जिन्हें एक वक्त का खाना भी नहीं नसीब होता है। वे लोग दिनभर सड़क पर पड़े कूड़े को बीनकर और भीख मांगकर अपने लिए खाने का जुगाड़ करते हैं।

अगर आपके पास धन है तो आप अच्छा और पौष्टिक खाना खा सकते हैं। जैसे-फल, सब्जियां, दूध, मक्खन आदि आप इन सभी पोस्टिक आहार को खाकर अपने स्वास्थ्य को मेंटेन रख सकते हैं।धन से लोगों की मदद कर सकते हैं।

जैसा कि हमने आपको बताया कि किस तरह गरीब लोग अपना जीवन जीते हैं और किस तरह वे अपने भोजन के लिए दिन भर मेहनत करते हैं।

अगर आपके पास अधिक धन है। तो आप इन गरीब लोगों की मदद कर सकते हैं। आप इन्हें अच्छे कपड़े और पौष्टिक भोजन दे और खिला सकते हैं। आप गरीब लोगों की मदद दान देकर कर सकते हैं। या आप खुद जाकर उनकी मदद कर सकते हैं।

सुविधा दिलाने में महत्वपूर्ण

अगर आपके पास पर्याप्त धन है। तो आप हर तरह के सुख सुविधा को प्राप्त कर सकते हैं। जैसे-मोटर, कार, टी.वी, फ्रीज, मोबाइल फोन इत्यादि। आप इन सभी चीजों को अपनी सुविधा के लिए खरीद सकते हैं। जबकि गरीब लोग इन सभी चीजों को नहीं खरीद सकते हैं।

सुरक्षा दिलाने में महत्वपूर्ण

अगर आपके पास अधिक धन है। तो आप बहुत कुछ पा सकते हैं। उसी में से एक सुरक्षा भी है। आपने कभी ना कभी किसी फेमस हस्ती को जरूर देखा होगा।

जैसे-फिल्म स्टार, यूट्यूब स्टार या फिर कोई बिजनेसमैन इन सभी लोगों के पास सुरक्षा करने के लिए उनके साथ कुछ बॉडीगार्ड हमेशा रहते हैं।

जो उनकी सुरक्षा के लिए लगे रहते हैं। और सिर्फ यही नहीं बल्कि उनके पास एक से बढ़कर एक महंगी-महंगी कारें होती हैं। जो कि बुलेट प्रूफ होती हैं। जिसमें उन्हें किसी भी प्रकार का कोई खतरा नहीं होता है और यह सभी चीजें उन्हें धन से ही मिलती हैं।

पर्यटन में महत्वपूर्ण

आज की दुनिया एक आधुनिक दुनिया है और इस दुनिया में बहुत से लोग रहते हैं। और इनमें से लगभग सभी लोगों का यह सपना जरूर होता है कि वह एक ना एक बार पूरी दुनिया जरूर घूमे और शायद आप का भी यही सपना हो।

पर धन की कमी के कारण आप अपने सपने को नहीं पूरा कर पाते हैं। लेकिन जिन लोगों के पास धन होता है। वे लोग दुनिया में कहीं पर भी जाना चाहे। तो वे अपने पैसे के बल पर वहां जा सकते हैं।

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अंत में, हम आपसे सिर्फ इतना ही कहना चाहते है कि अगर आपके पास धन है। तो आप उसे ऐसी जगह पर लगाए जहां पर लोगों की भलाई हो। ना कि ऐसी जगह पर लगाएं जहां पर लोगों की भलाई ना हो।

अगर आपके पास धन है तो जितना हो सके उतना आप गरीब लोगों की मदद करें। अगर आप किसी को भूखा देख रहे हैं। तो आप उसे खाना जरूर खिलाएं।

अगर किसी के पास कपड़ा नहीं है। तो आप उसे कपड़ा जरूर दें। इससे आपके धन की कोई भी कमी नहीं होगी।

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Hindi Essay

10 Lines on Importance of Money in Hindi | पैसे के महत्व पर 10 वाक्य

10 lines on importance of money in hindi.

10 Lines on Importance of Money in Hindi | पैसे के महत्व पर 10 वाक्य – आज के समय में पैसे की बहुत अहमियत हो गई है। वे हमारे जीवन में व्यक्तिगत, सामाजिक और मानसिक रूप से भी बहुत महत्वपूर्ण हैं। पैसे से हम अपनी जीवन शैली में सुधार कर सकते हैं और अपनी सेवाओं और व्यापार का विस्तार कर सकते हैं, अपने सपनों को साकार कर सकते हैं। पैसे से हम समाज में योगदान दे सकते हैं और अपने समुदाय और संगठन को समृद्ध कर सकते हैं। इसलिए धन का महत्व बहुत अधिक हो गया है। तो आइए जानते हैं कि पैसा हमारे लिए क्यों जरूरी है।

Set (1) 10 Lines on Importance of Money in Hindi

1. पैसा एक मूल्यवान संपत्ति है जिससे हम अपनी पसंद या जरूरत की चीजें खरीद सकते हैं।

2. हमें अपने जीवन के हर पड़ाव पर पैसे की आवश्यकता होती है चाहे वह वयस्कता हो, बचपन हो या फिर बुढ़ापा।

3. मूल रूप से सभी चीजों को खरीदने, बेचने और अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए पैसे की जरूरत होती है।

4. यह बाजार में किसी भी वस्तु का मूल्य निर्धारित करता है।

5. हम सभी वस्तुओं और सेवाओं को प्राप्त करने के लिए पैसा का आदान-प्रदान करते हैं।

6. पैसा वह चीज है जो लोगों को गरीब और अमीर में अलग करता है।

7. पूरे विश्व में वस्तुओं और सेवाओं का विनिमय मुद्रा से होता है।

8. प्रत्येक राष्ट्र की अपनी मुद्रा होती है और यह बताती है कि किस प्रकार के धन का उपयोग किया जाता है।

9. पैसे का बार-बार उपयोग किया जाता है, इस प्रकार यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति के पास जाता है।

10. यह हमें शिक्षा, परिवार की देखभाल, स्वास्थ्य देखभाल और दान जैसे लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करता है।

*************************************************

Set (2) 10 Lines on Importance of Money in Hindi

1. पैसा हमारी सभी बुनियादी जरूरतों जैसे भोजन, आश्रय, पानी और कपड़े को पूरा करने का मुख्य स्रोत है।

2. विश्व में सभी लोग मेहनत करके पैसा कमाते हैं।

3. हम सभी को धन की आवश्यकता होती है और यह जीवन जीने के लिए सबसे महत्वपूर्ण संपत्ति है।

4. लोग अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए वस्तुओं का विनिमय धन से करते हैं।

5. व्यवसाय करने में पैसा एक आवश्यक कारक है।

6. मुद्रा के आने से पहले प्राचीन काल में विनिमय प्रणाली प्रचलित थी।

7. पूरी दुनिया में पैसे का महत्व उस देश की अर्थव्यवस्था पर निर्भर करता है।

8. अर्थशास्त्र में धन को एक ऐसे वित्तीय साधन के रूप में कहा गया है जो हमारी आवश्यकताओं की पूर्ति करता है।

9. खाना खाने, सामान खरीदने, यात्रा करने और अपना जीवन जीने के लिए धन की आवश्यकता होती है।

10. इस प्रकार पैसा हमें अपना जीवन चलाने और अपनी जरूरतों को पूरा करने में मदद करता है।

ये भी देखें –

  • 10 Lines on Importance of Time in Hindi
  • 10 Lines on Importance of Trees in Hindi
  • 10 Lines on Importance of Education in Hindi

*********************************************

Q&A. 10 Lines on Importance of Money in Hindi

पैसे का महत्व क्या है?

उत्तर – पैसा आपके और आपके परिवार के लिए आश्रय और सुरक्षा खरीद सकता है। हम सभी को उन चीजों का भुगतान करने के लिए धन की आवश्यकता होती है जो हमारे जीवन को संभव बनाती हैं, जैसे कि भोजन, आश्रय, स्वास्थ्य देखभाल और एक अच्छी शिक्षा।

सबसे मजबूत मुद्रा कौन सी है?

उत्तर – कुवैती दिनार कुछ समय के लिए दुनिया की सबसे ऊंची मुद्रा रही है। तेल की इतनी अधिक मांग के साथ, कुवैत की अर्थव्यवस्था तेल निर्यात पर बहुत अधिक निर्भर है, इसके पास सबसे बड़ा तेल का वैश्विक भंडार है।

दुनिया का सबसे पुराना पैसा कौन सा है?

उत्तर – ब्रिटिश पाउंड, दुनिया की सबसे पुरानी मुद्रा है जिसका उपयोग 1,200 से अधिक वर्षों से किया जा रहा है।

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धन के महत्व पर निबंध | essay on importance of money in hindi

नमस्कार  दोस्तों आज हम धन के महत्व पर निबंध इस विषय पर निबंध जानेंगे। 

'बाप बड़ा ना भैया, सबसे बड़ा रुपैया'- इस उक्ति को आपने कई बार सुना होगा। अनेक बार आपने स्वयं भी इसकी सच्चाई का अनुभव किया होगा। आपके जीवन में बार-बार ऐसे प्रसंग आए होंगे, जब आपने मनुष्य के ऊँचे-ऊँचे आदर्शों को रुपये की खनखनाहट के आगे जमीन चूमते देखा होगा।

अपने सगे-संबंधियों अथवा मित्रों से मानव-जीवन के घनिष्ठ एवं पवित्र संबंधों को रुपये की चकाचौंध में बनने या बिगडने की सत्यकथाएँ भी आपने सुनी होंगी। ऐसे अवसरों पर आप भी बोल उठे होंगे-सबसे बडा रुपैया ! 

भारतीय संस्कृति में मानव-जीवन के चार पुरुषार्थ माने गए हैं- धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष। इनमें 'अर्थ' को दूसरा स्थान दिया गया है। किंतु आधुनिक युग में 'अर्थ' पहले स्थान पर आ गया है। 'धर्म' अब पूरी तरह 'अर्थ' पर निर्भर हो गया है, क्योंकि 'अर्थ' के अभाव में किसी भी बड़े धार्मिक कार्य का संपन्न होना असंभव है।

हमारे देश में पारिवारिक जीवन को बड़ा महत्त्व दिया गया है। हमें हमेशा माता-पिता के प्रति सम्मान की भावना, भाई-बहनों के लिए स्नेह, पत्नी के प्रति एकनिष्ठ प्रेम तथा संतान के लिए कल्याणकारी भावनाएँ रखने का उपदेश दिया जाता है। किंत इन सभी पवित्र संबंधों का बनना अथवा बिगड़ना रुपये के अधीन है।

यदि आप रुपया कमाने में कुशल हैं, तो आपका पारिवारिक जीवन बड़ा मधुर तथा स्नेहपूर्ण रहेगा। यदि आप धन अर्जित करने में असफल होते हैं, तो आपका पारिवारिक वातावरण कटु एवं कलहपूर्ण बन जाएगा।

रुपये के कारण भाई-भाई, पिता-पुत्र यहाँ तक कि माता और पुत्र के बीच भी मुकदमेबाजी, मार-पीट और कभी-कभी हत्या तक होने की खबरें समाचारपत्रों में प्रकाशित होती रहती हैं। उन्हें पढ़कर अनायास ही मुँह से निकल पड़ता है-'बाप बड़ा ना भैया, सबसे बड़ा रुपैया !'

वर्तमान युग में सर्वत्र धन की ही पूजा होती है। उच्च कोटि के विद्वान भी जीवन की आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए चाँदी के टुकड़ों पर अपनी विद्वत्ता बेचने को विवश हो जाते हैं। कई बार न्यायाधीशों की न्याय-तुला भी रुपये के चुंबकीय आकर्षण के कारण लक्ष्मीपुत्रों की ओर झुकती हुई देखी गई है।

महान दार्शनिक, सहृदय साहित्यकार, वीतरागी साधु-संत, कर्तव्यपरायण उच्च अधिकारी, सभी रुपये की हृदयग्राही झंकार के आगे आत्मसमर्पण करते हुए दिखाई देते हैं।

रुपये की इस असीम शक्ति का रहस्य उसकी क्रय-शक्ति में छिपा हुआ है। जिनके पास रुपयों का विपुल भंडार है, वे सब कुछ खरीद सकते हैं। वे अनैतिक काम करके भी रुपये के बल पर कानून को ठेंगा दिखाकर साफ-साफ बच जाते हैं। लक्ष्मी का एक अन्य नाम 'श्री' भी है। 

प्राचीन काल में व्यक्ति के सौंदर्य, बल, बुद्धि, कर्मठता, पौरुष आदि सभी सद्गुणों के समन्वय को 'श्री' कहा जाता था। वर्तमान युग के मानव ने विनिमय की सुविधा के लिए 'मुद्रा' का प्रचलन किया। धीरे-धीरे मुद्रा के आधार पर सौंदर्य, बल, बुद्धि, कर्मठता आदि का क्रय-विक्रय होने लगा। परिणामस्वरूप, मुद्रा या रुपये में असीम शक्ति संचित हो गई।

रुपये के बल पर अनेक प्रकार के अच्छे कार्य भी किए जा सकते हैं। रुपयों से रोगियों की चिकित्सा और सेवा के लिए अस्पताल बनवाए जा सकते हैं। शिक्षा के प्रसार के लिए विद्यालयों की स्थापना की जा सकती है। बेरोजगारी दूर करने के लिए उद्योग-धंधे प्रारंभ किए जा सकते हैं।

अकाल, बाढ़, भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदाओं से पीड़ित जनता की मदद के लिए राहत-योजनाएँ चलाई जा सकती हैं। किंतु इसके विपरीत, यदि धन के साथ-साथ दुर्बुद्धि भी आ जाए, तो व्यक्ति धन का दुरुपयोग कर, पलक झपकते ही सारी समाज-व्यवस्था को छिन्न-भिन्न कर सकता है।

आज सारा विश्व रुपये की उपासना में तल्लीन है। रुपये के अनेक रूप हैं। आज सारी मानवजाति रुपये के इन विविध रूपों की पूजा-अर्चना में संलग्न है। यह देखकर बरबस मुँह से निकल पड़ता है-सबसे बड़ा रुपैया ! दोस्तों ये निबंध आपको कैसा लगा ये कमेंट करके जरूर बताइए ।

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मुद्रा क्या है अर्थ, कार्य एवं परिभाषा । What Is Money Meaning Functions And Importance In Hindi

मुद्रा क्या है अर्थ, कार्य परिभाषा What Is Money Meaning Functions  Importance In Hindi : नमस्कार मित्रो आज हम करेंसी अर्थात मुद्रा के बारे में जानेंगे।

इस निबंध में यह समझने की कोशिश करेंगे कि मुद्रा का अर्थ परिभाषा क्या है इसके कार्य महत्व इतिहास तथा अर्थव्यवस्था में महत्व को जानेंगे।

मुद्रा क्या है अर्थ, कार्य एवं परिभाषा । What Is Money In Hindi

मुद्रा क्या है अर्थ, कार्य एवं परिभाषा । What Is Money Meaning Functions And Importance In Hindi

मुद्रा का आविष्कार मानवीय आविष्कारों में सबसे महत्वपूर्ण है, ज्ञान की प्रत्येक शाखा में एक महत्वपूर्ण आविष्कार हुआ है।

जैसे यन्त्र कला में पहिये का, विज्ञान में आग का, राजनीति शास्त्र में वोट का, उसी प्रकार अर्थशास्त्र तथा मनुष्य के सामाजिक जीवन के व्यापारिक पक्ष में मुद्रा एक महत्वपूर्ण आविष्कार हैं।

आदिकाल में मनुष्य अपनी मूलभूत आवश्यकताओं के लिए प्रकृति पर निर्भर था। मानव सभ्यता के विकास के साथ साथ उसने समूह में रहना सीखा।

समूहों में रहते हुए मनुष्यो ने अपनी रुचि, कौशल एवं क्षमता के आधार पर अलग अलग व्यवसायों का चयन किया, जिनसे उनकी विभिन्न आवश्यकताए पूरी होने लगी।

प्रारम्भिक काल मे समूह छोटे होने के कारण मनुष्य अपनी आवश्यकता की वस्तुओं का लेन देन सहज और सरल रूप में करने लगे। वस्तु के बदले वस्तु खरीदने या बेचने की इस व्यवस्था को वस्तु विनिमय कहा जाता हैं।

वस्तु विनिमय प्रणाली

वस्तु विनिमय प्रणाली के अंतर्गत दो व्यक्तियों द्वारा परस्पर स्वयं द्वारा उत्पादित अतिरिक्त वस्तु अथवा सेवा का लेन देन किया जाता था। प्राचीन काल मे मनुष्य केवल प्राथमिक व्यवसाय में ही संलग्न था.

जैसे कृषि, पशुपालन, मछली पालन व आखेट इत्यादि। अतः सामान्यतः अनाज के बदले वस्त्र, वस्त्र के बदले दूध, दूध के बदले अनाज तथा पालतू पशुओं का भी क्रय विक्रय इस प्रणाली के माध्यम से किया जाता था। यह व्यवस्था पूर्णतः आपसी समझ और विश्वास पर आधारित थी।

वस्तु विनिमय प्रणाली की कठिनाइयां

मानव सभ्यताओं के विकास के साथ मनुष्यों के आर्थिक क्रियाकलाप बढ़ते चले गए और वस्तु विनिमय प्रणाली में अनेक कठिनाइयां उत्पन्न होने लगी, जिसके कारण इसका लोप हो गया।

फलस्वरूप इसका स्थान मुद्रा व्यवस्था ने ले लिया। आइये कुछ प्रमुख कठिनाइयों को समझने का प्रयास करते हैं।

  • दोहरे संयोग की कठिनाई – बाजार में वस्तु विनिमय तभी सम्भव हो सकता है जब दो व्यक्ति एक दूसरे के लिये उपयोगी वस्तुओ का लेन देन हेतु तत्पर हो। ऐसा सहयोग सदैव मिलना कठिन है, यदि एक किसान अपने अतिरिक्त गेहूं के बदले चीनी खरीदनी है तो उसे ऐसे व्यक्ति की तलाश करनी पड़ेगी जिसके पास अतिरिक्त चीनी विनिमय हेतु उपलब्ध हो, ऐसा संयोग आसानी से मिलना संभव हो यह आवश्यक नहीं होता था।
  • वस्तु के मूल्य मापने में कठिनाई – विनिमय हेतु अतिरिक्त वस्तु मापना कठिन कार्य होता है। लेन देन तथा विनिमय करने वाले दोनों व्यक्ति करते थे। वास्तव में प्रत्येक सौदे में वस्तुओ का नये सिरे से मोलभाव करना अत्यंत कठिन कार्य हैं।
  • भावी बचत सम्भव नही – इस व्यवस्था में ऐसी वस्तुओं का भी लेन देन होता था जिनका दीर्घकाल तक संचय करना कठिन होता था। विशेष तौर पर दुध, फल, सब्जियाँ आदि खाद्य पदार्थ भावी समय के लिए बचाकर नही रखे जा सकते हैं। अतएव इस प्रणाली में अतिरिक्त उत्पादों की भावी बचत सम्भव नही थी।
  • अविभाज्य वस्तु के विनिमय में कठिनाई – वस्तु विनिमय प्रणाली में प्रायः वस्तु विभाजन की समस्या भी उत्त्पन्न हो जाती थी, उदाहरण के लिए एक भैंस का विनिमय मूल्य चार बोरी गेंहू है तो ऐसे में यदि किसान की जरूरत एक बोरी गेंहू है तो वह अपनी भैंस को एक बोरी से विनिमय नही कर सकेगा।
  • उधार के लेखे में कठिनाई – वस्तु विनिमय में सौदे तत्कालिक ही सम्भव हो पाते थे, यदि कोई व्यक्ति उधार रख कर वस्तु विनिमय के द्वारा प्राप्त करना चाहता था तो उधार रखी गयीं वस्तु की भावी कीमत कितनी होगी यह पता लगाना अत्यंत कठिन कार्य था।

वस्तु विनिमय प्रणाली के अंतर्गत उपरोक्त कठिनाइयों के कारण कालांतर में इस व्यवस्था का लोप हो गया और मुद्रा का प्रादुर्भाव विनिमय के माध्यम के रूप में हुआ।

मुद्रा का प्रादुर्भाव जन्म शुरुआत इतिहास – करेंसी /मनी हिस्ट्री इन हिंदी

प्राचीन भारतीय इतिहास राजा महाराजाओं का इतिहास रहा है। ऐसी राजव्यवस्था में समस्त आर्थिक एवं सामाजिक नीतियों के अंतिम निर्णयकर्ता राजा हुआ करते थे।

यहां तक कि वे अपनी मोहर जिस वस्तु या धातु पर टंकित कर देते थे वह राजकीय मुद्रा का रूप धारण कर लेती थी। सिक्कों का चलन इसी प्रणाली के विकास को दर्शाता है।

देशकाल और परिस्थिति के अनुसार सोने, चांदी, ताँबे व कांसे के सिक्के चलाये गए। इस प्रकार जारी मुद्रा सर्वग्राह्यता एवं वैधानिकता के गुणों के साथ विनिमय के माध्यम के रूप में स्वीकार की जाने लगी।

मुद्रा का अर्थ व परिभाषा Meaning And Defination Of Money In Hindi

मुद्रा को अंग्रेजी में मनी (money) कहते है। इस मनी शब्द की व्युत्पत्ति लैटिन भाषा के मोनेटा शब्द से हुई है। मोनेटा देवी जूनो का दूसरा नाम है। प्राचीन रोम में देवी जूनो को स्वर्ग की रानी कहकर संबोधित किया जाता था।

उनका विचार था कि देवी जूनो स्वर्ग का आनन्द देने वाली देवी है, ठीक उसी प्रकार देवी जूनो के मन्दिर में बनाई गई मुद्रा भी स्वर्गीय सुखों को देने वाली हैं।

विभिन्न अर्थशास्त्रियों ने मुद्रा की भिन्न भिन्न परिभाषा दी हैं। अतः एक सर्वमान्य परिभाषा को जानना कठिन है, फिर भी अपने अध्ययन को व्यापक बनाने की दृष्टि से हम कुछ विद्वानों द्वारा दी गईं परिभाषाओं को समझने का प्रयास करेंगे।

  • हार्टले विदर्स के अनुसार मुद्रा वह सामग्री है जिससे हम वस्तुओ का क्रय विक्रय करते हैं।
  • नेप के अनुसार कोई भी वस्तु जो राज्य द्वारा मुद्रा घोषित कर दी जाती है मुद्रा कही जाती हैं।
  • मार्शल के अनुसार मुद्रा में  वे समस्त वस्तुए सम्मिलित की जाती है जो विशेष समय अथवा स्थान में बिना सन्देह या विशेष जांच पड़ताल के वस्तुओ एवं सेवाओं को खरीदने तथा व्यय के भुगतान के साधन के रूप में सामान्यतया स्वीकार की जाती हैं।
  • सैलिग मैन के अनुसार मुद्रा वह वस्तु है जिसे सामान्य स्वीकृति प्राप्त हो।
  • किनले के अनुसार मुद्रा एक ऐसी वस्तु है जिसे सामान्यतया विनिमय के माध्यम अथवा मूल्य के मान के रूप में स्वीकार एवं प्रयोग किया जाता हैं।

उपर्युक्त परिभाषाओं का अध्ययन करने के पश्चात हम मुद्रा के दो महत्वपूर्ण गुणों को मान सकते हैं, पहला सामान्य स्वीकृति और दूसरा वैधानिकता। इस प्रकार मुद्रा की सर्वमान्य परिभाषा इस प्रकार दी जा सकती हैं।

मुद्रा एक ऐसी वस्तु है जो विनिमय के माध्यम, मूल्य के मापक, स्थापित भुगतानों के मान तथा मूल्यों के संचय के साधन के रूप में स्वतंत्र , विस्तृत तथा सामान्य रूप से लोगों द्वारा स्वीकार की जा सकती हैं।

मुद्रा के कार्य Functions Of Money In Hindi

मोटे तौर पर मुद्रा के प्रमुख या प्राथमिक कार्य इस प्रकार हैं।

विनिमय का माध्यम

यह एक ऐसा महत्वपूर्ण कार्य है जो इसकी प्रमुख पहचान भी है समस्त प्रकार के लेन देन मुद्रा के माध्यम से ही सम्पन्न होते है क्योंकि मुद्रा में सर्वग्राह्यता का गुण विद्यमान होता है। बाजार में संव्यवहार प्रयोजन हेतु मुद्रा एक उपयुक्त माध्यम है।

मूल्य का मापक

यह दूसरा महत्वपूर्ण कार्य है मुद्रा के माध्यम से ही वस्तु का निर्धारण सम्भव होता है। वस्तु और सेवा के मूल्य मुद्रा के रूप में मापने से विनिमय आसान हो जाता है।

राष्ट्रीय आय की गणना भी आसान हो जाती है। व्यय विधि उत्पादन विधि और आय विधि द्वारा देश की राष्ट्रीय आय मुद्रा के रूप में सरलता से की जा सकती हैं।

सहायक कार्य- मुद्रा के सहायक कार्य, गौण कार्य अथवा द्वितीयक कार्य ऐसे कार्य है जो आर्थिक सुगमता के लिए होने लगे है यदपि मुद्रा का आविष्कार इन कार्यों के लिए नहीं हुआ । ये सहायक कार्य इस प्रकार है।

भावी भुगतानों का आधार

ऐसे आर्थिक सौदे जिनका भुगतान भविष्य में किया जाना है तो मुद्रा ऐसे भावी भुगतानों के लिए आधार प्रदान करती है, अर्थात भविष्य में उस वस्तु की कीमत का अनुमान लगा लिया जाता है।

अतः मुद्रा स्थगित भुगतान के आधार के रूप में भी कार्य करती है। जनता के विभिन्न प्रकार के ऋण जैसे गृह ऋण, शिक्षा ऋण, उद्यम ऋण आदि का लेनदेन आसान हो जाता है।

इसी प्रकार शेयर, डिबेंचर और प्रतिभूतियों को खरीदना व बेचना भी मुद्रा के माध्यम से आसान हो जाता है। मुद्रा एवं पूंजी बाजार का विकास सम्भव हो पाता है, जो एक अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के लिए आवश्यक होता हैं।

मुद्रा मूल्य संचय का आधार

मुद्रा के माध्यम से किसी ऐसी वस्तु जिसका टिकाऊपन कम है बेचकर उसके मूल्य को भविष्य के लिए संचित रखा जा सकता है। मूल्य संचय तथा बड़े पैमाने पर उत्पादन सम्भव हो पाता है।

मुद्रा द्वारा क्रय की गई जमीन, मकान, सोना, चांदी बॉण्ड इत्यादि के रूप में मुद्रा का संचय किया जा सकता है। यदपि कभी कभी मुद्रा के मूल्य में परिवर्तन होने पर लाभ व हानि की आशंका बनी रहती है।

क्रय शक्ति हस्तांतरण

मुद्रा के द्वारा एक व्यक्ति द्वारा संचित क्रय शक्ति को आसानी से दूसरे व्यक्ति को हस्तांतरीत किया जा सकता है। इस प्रकार मुद्रा क्रय शक्ति हस्तांतरण के साधन के रूप में भी कार्य करती है।

एक व्यक्ति नकद के रूप में मुद्रा दूसरे व्यक्ति को सौपकर क्रय शक्ति का हस्तांतरण भी कर सकता है। आज के समय मे नकदी विहीन अर्थव्यवस्था में कोई भी व्यक्ति डेबिट, क्रेडिट एटीएम अथवा चेक इत्यादि के माध्यम से भी अपनी क्रय शक्ति अन्य व्यक्ति को हस्तांतरित कर सकता है।

इसके अतिरिक्त एक व्यक्ति स्वयं की खरीदी गई परिसम्पत्तियों को दूसरे व्यक्ति को बेचकर भी क्रय शक्ति का हस्तांतरण कर सकता है।

इस प्रकार मुद्रा की सहायता से व्यक्तियों के मध्य एवं विभिन्न स्थानों के मध्य परिसम्पत्तियों का क्रय शक्ति हस्तांतरण सरलता से सम्भव हो जाता है।

मुद्रा के आकस्मिक कार्य

मुद्रा के द्वारा कुछ ऐसे आकस्मिक कार्य भी सम्पादित किये जाते है जो मुद्रा को और भी उपयोगी एवं सुविधाजनक माध्यम के रूप में सिद्ध करते है, ये इस प्रकार है।

राष्ट्रीय आय का वितरण

वर्तमान युग मे बड़े पैमाने पर उत्पादन और उपभोग किया जाता है, जो कि मुद्रा के माध्यम से ही सम्भव है।

राष्ट्रीय आय का अनुमान भी मुद्रा के मूल्य से लगाया जाता है तथा कुल उत्पादन से प्राप्त मूल्य का समाज के विभिन्न वर्गों को भुगतान भी मुद्रा के माध्यम से ही सम्भव है।

साख का आधार

बाजारीकरण के इस दौर में बैंकों और वित्तीय संस्थाओं द्वारा अनेक प्रकार के ऋण उपलब्ध करवाए जाते है तथा जमाओ को भी स्वीकार किया जाता है। ये सभी कार्य मुद्रा के माध्यम से ही सम्पन्न हो सकते है।

सम्पति की तरलता

प्रो जे एम किन्स के अनुसार मुद्रा का एक महत्वपूर्ण कार्य पूंजी अथवा धन को तरल रूप प्रदान करना है। तरल रूप में किसी मुद्रा को किसी भी रूप में उपयोग लिया जा सकता है।

मुद्रा एक ऐसी वस्तु या माध्यम है जो मनुष्य को अपनी इच्छानुसार आर्थिक निर्णय लेने में सहायता प्रदान करती है, मुद्रा की सहायता से व्यक्ति अपनी इच्छाओं एवं आवश्यकताओं को पूरा कर सकता है.

उपभोक्ता जिस वस्तु के लिए सबसे अधिक कीमत देने को तत्पर होता है। उन्ही वस्तुओं का उत्पादन बाजार में अधिक किया जाता है। इसलिए पूंजीवाद में बाजार की एक प्रसिद्ध कहावत भी है उपभोक्ता बाजार का राजा होता है।

मुद्रा का महत्व Importance Of Money In Hindi

वर्तमान समय मे मुद्रा आर्थिक परिक्षेत्र में एक महत्वपूर्ण घटक बन चुकी है। अतः मुद्रा के महत्व को हम निम्न बिंदुओं के आधार पर समझ सकते हैं।

  • बाजार व्यवस्था की धुरी – आधुनिक समय मे मुद्रा अर्थ व्यवस्था में विनिमय का सरल माध्यम है। अतः बाजार व्यवस्था में समस्त लेनदेन मुद्रा के माध्यम से किये जाते है।
  • आर्थिक विकास का मापक – मुद्रा देश की उन्नति एवं विकास का मापक है। लोक हितकारी सरकारें सार्वजनिक व्यय में वृद्धि करके विकास का मार्ग प्रशस्त करती है।
  • अर्थव्यवस्था की बचतों के निवेश परिवर्तन- अर्थ व्यवस्था में लोगों के द्वारा की जाने वाली बचते मुद्रा के रूप में संग्रह करके बैंकों में जमा की जाती है जो भविष्य में निवेश का आधार बनती है।
  • श्रम विभाजन एवं विशिष्टीकरण – मुद्रा के माध्यम से देश मे श्रम विभाजन व विशिष्टीकरण करके उत्पादन का उच्चतम स्तर प्राप्त किया जाता है जो मुद्रा से संभव हुआ है।
  • आर्थिक जीवन मे स्वतन्त्रता – मुद्रा के प्रयोग से उपभोक्ता एवं उत्पादक दोनों ही बाजार में विवेकानुसार निर्णय लेने में स्वतंत्र होते है।
  • सामाजिक प्रतिष्ठा का आधार- मुद्रा अर्थव्यवस्था में आर्थिक स्वतंत्रता के साथ साथ मूल्य संग्रह की सुविधा भी प्रदान करती है जो सामाजिक प्रतिष्ठा का आधार बनती हैं।

उपरोक्त बिंदुओं से स्पष्ट है कि मुद्रा आर्थिक क्षेत्र में अत्यधिक महत्व है, किन्तु फिर भी कुछ अर्थशास्त्री मुद्रा के प्रचलन को नियंत्रण में रखने की सलाह देते है.

क्योंकि अनियंत्रित होने पर यह मुद्रा स्फीति का कारण बनती है जिसके अर्थव्यवस्था को गम्भीर परिणाम भुगतने पड़ते है, इसलिए किसी विद्वान ने ठीक ही कहा है कि मुद्रा एक अच्छी सेविका किन्तु बुरी स्वामिनी है।

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समय (समय ही धन है) पर निबंध – Essay on Time in Hindi

समय ही पैसा है, या हम यह भी कह सकते हैं कि समय बहुत महत्वपूर्ण और कीमती है। समय का उपयोग पैसे कमाने के लिए किया जा सकता है लेकिन हम अपने खोए हुए samay को वापस पाने के लिए पैसे का उपयोग नहीं कर सकते हैं। मतलब, समय पैसे से ज्यादा कीमती है। समय से अधिक मूल्यवान इस दुनिया में कुछ भी नहीं है।

समय ही धन है पर निबंध - Essay on time in hindi

Time is money , यह उन लोगों के लिए एक प्रेरक विचार बन गया है जो अपने जीवन में सफलता हासिल करना चाहते हैं। “ समय ही धन है ” का अर्थ है कि, समय का सही उपयोग करके हम धन प्राप्त कर सकते हैं और इसे बर्बाद करके हम धन कमाने का अवसर खो सकते हैं।

एक व्यक्ति के भाग्य का अनुमान नहीं लगाया जा सकता है पर हमारी प्रतिक्रिया, हमारे उपयोग पर हमारा भाग्य निर्भर करता हैं। जब कोई अच्छा अवसर हमारे पास आता है, तो यह हमारे ऊपर निर्भर है कि हम samay का उपयोग कैसे करते हैं।

जीवन में सफलता की ऊंचाइयों को प्राप्त करने के लिए एक क्षण पर्याप्त है। इसलिए, हमें जीवन के किसी भी पड़ाव पर आने वाले अवसर का पूरी तरह से और उचित उपयोग करने के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए।

समय बहुत मूल्यवान है। Samay कभी किसी की प्रतीक्षा नहीं करता, चाहे वह अमीर हो या गरीब, राजा हो या भिखारी।

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समय के पास इतनी शक्ति है कि, वह मनुष्य के जीवन को पूरी तरह से बदल सकता है। Samay सफल या शक्तिशाली और अमीर व्यक्ति को असहाय गरीब आदमी और गरीब व्यक्ति को अमीर व्यक्ति बना सकता है।

यह केवल आप पर निर्भर करता है कि आप समय के मूल्य को समझते हैं या इसे स्वीकार करते हैं। समय का महत्व और मूल्य सभी के लिए अलग-अलग है।

एक छात्र इसका उपयोग ज्ञान लेने के लिए करता है, एक कामकाजी आदमी पैसा कमाने के लिए और एक गृहिणी अपने घर के कामों को समय के महत्व को ध्यान में रखते हुए करती है।

आज की दुनिया में, हर कोई केवल पैसे, प्रसिद्धि और सफलता के पीछे भाग रहा है। आज दुनिया के सभी क्षेत्रों में प्रतिस्पर्धा उत्पन्न हो गई है जिसने सभी आयु वर्ग के लोगों और बच्चों को प्रभावित किया है।

इसलिए, अगर हम चाहते हैं कि हमारे बच्चों का भविष्य उज्ज्वल हो, तो हमें उन्हें बचपन से ही समय का सही उपयोग करना सीखना चाहिए ताकि वे समय के मूल्य को समझ सकें और जीवन में अच्छा काम करके अपने महत्वपूर्ण samay का लाभ उठा सकें।

जैसे कि अपने हर एक काम  को पहले से तय समय पर किया जाना चाहिए और जीवन भर इस समय सारिणी का पालन किया जाना चाहिए।

समय के महत्व और मूल्य को समझने का सबसे अच्छा उदाहरण यह है कि जब हम पैसे खो देते हैं तो हम samay का उपयोग करके पैसे वापस पा सकते हैं लेकिन अगर समय खो जाता है तो हम पैसे या किसी अन्य चीज का उपयोग करके samay वापस नहीं पा सकते हैं।

समय इतना कीमती है कि, हम इसे शब्दों में वर्णित नहीं कर सकते। हां, यह कहा जाता है कि samay पैसा है और दुनिया की हर चीज से बेशकीमती है। इसका सही उपयोग करके हम जीवन के किसी भी चरण को प्राप्त कर सकते हैं।

न तो हम इसे खरीद सकते हैं और न ही इसे बेच सकते हैं, हम हर एक पल का इस्तेमाल कर सकते हैं। अब यह आपके ऊपर है कि आप समय का कैसे उपयोग करते हैं।

समय ही पैसा है, बहुत सरल और साधारण लाइन है लेकिन इसका मतलब बहुत कुछ है। इन दो शब्दों में बेहतर जीवन जीने का सही तरीका शामिल है और जो लोग इसका अर्थ समझते हैं वे अपने जीवन के दौरान बहुत कुछ हासिल कर सकते हैं।

समय कभी किसी की प्रतीक्षा नहीं करता है और जो मनुष्य samay के अनुसार अपना जीवन बिताता है मानो, उसके पास सफलता की कुंजी है।

समय पैसे के बराबर है लेकिन samay के साथ पैसे की तुलना नहीं कर सकते क्योंकि हम समय का उपयोग करके पैसा कमा सकते हैं लेकिन हम पैसे का उपयोग करके samay नहीं कमा सकते। यह जीवन की सच्चाई है और हम इसे अनदेखा नहीं कर सकते।

जब हम पैसे खो देते हैं तो हम इसे वापस पा सकते हैं लेकिन अगर हम samay गंवाते हैं तो कोई भी इसे हमारे लिए खोया हुआ समय वापस नहीं ला सकता है। अथार्त, गुजरा हुआ समय कभी भी किसी के लिए वापस नहीं आता है।

इसलिए, हमें समय के मूल्य को समझना और उसका सम्मान करना चाहिए। अपने बहुमूल्य समय का उपयोग करके हम सफलता की ऊंचाइयों को प्राप्त कर सकते हैं।

हम सभी को अपने बच्चों को बचपन से ही samay के महत्व के बारे में सिखाना चाहिए और समय के महत्व को ध्यान में रखते हुए अपनी दिनचर्या बनाने में उनकी मदद करनी चाहिए ताकि उनका भविष्य सफल हो।

हम समय के अनुसार चलकर ही अपने और अपने बच्चों के जीवन को बेहतर बना सकते हैं। जैसे बच्चा बड़ा हो जाता है, तो उसका बचपन कभी वापस नहीं आता। इसी तरह, बीता हुआ samay कभी वापस नहीं आता।

यदि कोई छात्र समय के महत्व को ध्यान में रखते हुए पूरे वर्ष अच्छे अंक प्राप्त करने की पूरी कोशिश करता है, तो उसे सफलता प्राप्त करने से कोई नहीं रोक सकता।

जिस तरह से इंसान को एक ही बार जीवन मिलता है, उसी तरह, samay भी केवल एक बार ही आता है। यह केवल हम पर निर्भर करता है कि हम इसका उपयोग कैसे करते हैं, चाहे हम अपने जीवन के दौरान बहुत सी उपलब्धि प्राप्त करें या बस अपना कीमती समय बर्बाद करके इसे खराब कर दें।

अब यह हमारे ऊपर निर्भर करता है कि हम अपने samay का उपयोग कैसे करते हैं। हम चाहे तो, समय का सही उपयोग करके बहुत कुछ हासिल कर सकते हैं या अपना समय बर्बाद करके जिंदगी बर्बाद कर सकते हैं।

जो लोग बुद्धिमान होते हैं, वे अपने कीमती जीवन के हर पल का उपयोग समय के अनुसार प्रबंधन और जीने के लिए करते हैं और कुछ महान काम करते हैं जो हमें उन लोगों की याद दिलाते हैं।

जब हम समय के महत्व को समझते हैं, तभी हम अपने जीवन में samay का उपयोग करना सीखेंगे। और जब तक हम समय का सही उपयोग नहीं करेंगे तब तक हम अपने जीवन में आगे नहीं बढ़ पाएंगे।

अपने बहुमूल्य समय का सदुपयोग करके हम न केवल अपने जीवन को बेहतर बना सकते हैं बल्कि समाज और राष्ट्र की बेहतरी में भी योगदान दे सकते हैं।

अब यह आपके ऊपर है कि आप अपने जीवन को गुणवत्ता देने के लिए समय का उपयोग करते हैं या अपने जीवन को बर्बाद करने के लिए।

अंतिम शब्द,

आजकल हर कोई पैसे के पीछे भाग रहा है। शायद उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है कि समय ही पैसा है। पता नहीं क्यों, क्योंकि वे samay का ठीक से उपयोग नहीं करते हैं।

हम यह नहीं कह रहे हैं कि, पैसे मत कमाओ, उससे पहले समय का पूरी तरह और सही तरीके से उपयोग करना सीखें। तब देखना आपके लिए पैसे कमाना पहले से कितना आसान हो जाएगा।

यदि आप samay का सही उपयोग करना सीख जाते हैं, तो कुछ भी आपको सफल होने से नहीं रोक सकता है।

यह भी पढ़ें:

  • Samay का सही उपयोग कैसे करें
  • जल ही जीवन है पर निबंध

इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आपको samay का महत्व पता चलेगा और आपको समय का सही उपयोग करने की प्रेरणा मिली होगी।

अगर आपको “समय पर निबंध” पसंद आए तो सोशल मीडिया पर शेयर जरूर करें ताकि किसी और को भी time importance पता चल सके।

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मैं इस ब्लॉग का एडिटर हु और मुझे लिखने का बहुत शौक है। इस ब्लॉग पर मैं एजुकेशन और फेस्टिवल से रिलेटेड आर्टिकल लिखता हूँ।

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Comments ( 2 )

it was such a beautiful article. I loved it so much. write like this i support you. Namaste

Apne Bahut Achha Likha Hai Hamesha Aese hi Likhate Rahe

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Essay on Money in Hindi | धन पर निबंध हिंदी में | पैसे का महत्व | Money Essay in Hindi | hindi nibandh

By: Ramesh Chauhan

प्रस्तावना-

धन का महत्व, धन क्‍या है, जीवनयापन के लिए धन कमाना आवश्‍यक है, धन कमाने वाले का ही सब सम्मान करते हैं-, हमारी शिक्षा प्रणाली धन आधारित है-, रोटी कपड़ा और मकान के लिए धन चाहिए –, शिक्षा, स्‍वास्‍थ्‍य और सुरक्षा के लिए धन चाहिए-, नये जमाने के भौतिक संसाधन के लिए धन चाहिए-, धर्म-कर्म करने के लिए धन चाहिए-, धन पर निबंध| हिंदी में |write an essay on money|pk writer| video.

जीवन जीने के लिए तीन मूलभूत आवश्यकता है रोटी, कपड़ा और मकान । इसकी पूर्ति केवल और केवल धन से ही हो सकती है । मूलभूत आवश्यकता को छोड़कर भी जीवन के हर कदम पर धन की आवश्यकता होती है । स्वास्थ्य और शिक्षा धन से ही प्राप्त किया जा सकता है । भौतिकवादी इस युग में भौतिक सुख सुविधाओं की पूर्ति केवल धन से ही संभव है । धन के बिना जीवन जीना बहुत कठिन है । यही कारण हर कोई धन कमाने, धन प्राप्त करने का प्रयास करते रहते हैं ।

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जीवन में धन का महत्व इतना है कि धन के बिना जीवन की कल्पना करना बेमानी लगता है । जीवन के हर पहलू में धन का महत्‍व बराबर होता है । व्‍यक्ति जन्‍म से लेकर मौत होने तक धन की आवश्‍यकता बनी रहती है । धन के महत्‍व को बतलाते हुए किसी ने कहा है कि -‘पैसा भगवान नहीं है, पर भगवान कसम भगवान से कम भी नहीं है ।

धन एक ऐसा स्रोत है जिससे जब चाहे किसी वस्‍तु या सेवा को हम खरीद सकते हैं । धन एक ऐसा स्रोत है जिसके अदला-बदली से किसी वस्‍तु को खरीदा या बेचा जा सकता है । धन किसी देश की मुद्रा है जिसे लोग अपने श्रम या सेवा से अर्जित करते है और मुद्रा से खरीदे गए चल और अचल संपत्‍ती जैसे खेती, मकान, वाहन, दुकान आदि सभी धन के अंतर्गत ही आते हैं ।

Essay on Money in Hindi

यहाँ पढ़ें: Essay on Honesty in Hindi यहाँ पढ़ें: 10 Lines on Honesty in Hindi

भारतीय संस्कृति में चार प्रकार पुरुषार्थ कहे गए है- धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष । इसमें अर्थ नामक पुरुषार्थ का मतलब धन कमाना है । कितना धन कमाना चाहिए तो चाहत की कोई सीमा नहीं है और और की चाह सब में होती है किन्‍तु कबीर दास जी कहते है कि-

साईं इतना दीजिए, जामे कुटुम समाए । मैं भी भूखा न रहूं, साधु भी भूखा न जाए ।।

इसका अर्थ है कि हमें इतना धन तो कमाना ही चाहिए जिससे स्‍वयं का स्‍वयं के परिवार का भरण-पोषण हो सके और हम अपने घर में पघारे अतिथि का सत्‍कार भी कर सकें ।

यहाँ पढ़ें: Essay on My City in Hindi यहाँ पढ़ें: 10 Lines on My City in Hindi

इस संसार उसी व्यक्ति का सबसे अधिक मान सम्मान होता है जिसके पास अधिक धन होता है । जिस व्यक्ति का जितना ज्यादा इनकम उसका उतना ही अधिक सोशल स्टेटस होता है । जो व्यक्ति धन नहीं कमा सकता उसका समाज में क्या घर में भी कोई सम्मान नहीं होता ।

धन का इतना अधिक महत्‍व है कि अबोध बालक के मन में यह धारणा भर दिया जाता है कि जो जितना अच्‍छा पढ़ेगा, जितना ज्यादा पढ़ेगा वह आगे चल उतना ही अधिक धन कमायेगा । हमारी शिक्षा नीति ऐसा है कि बच्चे नौकरी पाने की चाहत में ही पढ़ाई करते हैं ।

जीवन जीने के लिए सबसे अधिक जरूरी चीज है पेट भरने के लिए रोटी मतलब भोजन, तन ढकने के लिए कपड़ा और सिर छुपाने के लिए मकान । यह मनुष्य की न्यूनतम आवश्यकता है । इस आवश्यकता को धन से ही पूरा किया जा सकता है । मनुष्य को कम से कम इतना तो कमाना ही चाहिए इस आवश्यकता की पूर्ति वह कर सके ।

सम्मान सहित जीवन जीने के लिए रोटी कपड़ा और मकान के अतिरिक्त शिक्षा, स्‍वास्‍थ्‍य और सुरक्षा की आवश्यकता होती है । शिक्षा विहीन मनुष्य को पशुवत माना गया है । मनुष्य को शिक्षा की जरूरत  होती है इसके लिए धन की आवश्यकता होती है ।

तन स्वस्थ रहने पर ही संसार का आनंद लिया जा सकता है । यदि हम बीमार पड़ जायें तो हमारा जीवन खतरे में पड़ सकता है यदि हमारे पास धन हो तो इलाज करा सकते है । धन केअभाव में इलाज संभव नहीं है । बिना इलाज के हमारा जीवन खतरे में पड़ सकता है । 

शिक्षा और स्वास्थ्य के बाद सुरक्षा की आवश्यकता होती है । यह सुरक्षा भी धन के बल पर ही प्राप्‍त किया जा सकता है ।

आज का समय भौतिक संसाधन का जितना खर्च चावल दाल सब्जी के लिए नहीं करते उससे अधिक खर्च इन भौतिक संसाधन जैसे मोबाइल, मोटर सायकल, कार, टीवी, आदि  पर करना पड़ता है । नये समय में नई वस्तुओं की आवश्यकता खाने के सामान की आवश्यकता से कम नहीं है ।

भारतीय संस्कृति में तीर्थ यात्रा करना, दान करना अनिवार्य बताया गया है । तीर्थ यात्रा करने के लिए धन चाहिए । बिना धन के न हम तीर्थ यात्रा कर सकते न ही दान कर सकते । इस प्रकार धर्म-कर्म करने के लिए भी धन बहुत जरूरी है ।

धन के महत्व और आवश्यकता को कोई नकार नहीं सकता । इसलिए हमें चाहिए कि धन कमाने का संयमपूर्वक प्रयास करें ।  धन नैतिक तरीके से कमाना चाहिए । अनैतिक तरीके से कमाए गए धन से सुख और शांति नहीं मिल सकता । अनैतिक तरीके से कमाए गए धन से मन में एक आशंका बनी रहती है कि उसके साथ कुछ हो न जाए । हमें धन की आवश्यकता को ध्‍यान में रखकर सही तरीके से धन कमाना चाहिए ।

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reference Essay on Money in Hindi

importance of money essay in hindi

A Hindi content writer. Article writer, scriptwriter, lyrics or songwriter, Hindi poet and Hindi editor. Specially Indian Chand navgeet rhyming and non-rhyming poem in poetry. Articles on various topics especially on Ayurveda astrology and Indian culture. Educated best on Guru shishya tradition on Ayurveda astrology and Indian culture.

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दा इंडियन वायर

हिंदी भाषा का महत्व पर निबंध

importance of money essay in hindi

By विकास सिंह

importance of hindi language

विषय-सूचि

हिंदी भाषा का महत्व पर निबंध (Importance of hindi language)

हिंदी भाषा विश्व में सबसे ज्यादा बोले जाने वाली भाषाओं में से एक है। हिंदी भाषा का महत्व सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि पुरे विश्व में काफी अधिक है।

हिंदी भाषा में 11 स्वर और 35 व्यंजन होते हैं और इसे “देवनागरी” नामक एक लिपि में लिखा जाता है। हिंदी एक समृद्ध व्यंजन प्रणाली से सुसज्जित है, जिसमें लगभग 38 विशिष्ट व्यंजन हैं। हालाँकि, ध्वनि की इन इकाइयों के रूप में स्वरों की संख्या निर्धारित नहीं की जा सकती है, बड़ी संख्या में बोलियों की मौजूदगी के कारण, जो व्यंजन प्रदर्शनों की सूची के कई व्युत्पन्न रूपों को नियोजित करती हैं।

हालाँकि, व्यंजन प्रणाली का पारंपरिक मूल सीधे संस्कृत से विरासत में मिला है, जिसमें अतिरिक्त सात ध्वनियाँ हैं, जिन्हें फारसी और अरबी से लिया गया है।

हिंदी भाषा किन क्षेत्रों में बोली जाती है?

500 मिलियन से अधिक बोलने वालों के साथ, चीनी के बाद हिंदी दूसरी सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा है। हिंदी को भारत के “राजभाषा” (राष्ट्रभाषा) के रूप में अपनाने से पहले इसमें काफी बदलाव आया है।

इंडो-आर्यन भाषाई वर्गीकरण प्रणाली के सिद्धांत के अनुसार, हिंदी भाषाओं के मध्य क्षेत्र में रहती है। 1991 की जनगणना की रिपोर्ट के अनुसार, हिंदी को “देश भर में एक भाषा” के रूप में भारतीय आबादी के 77% से अधिक द्वारा घोषित किया गया था। भारत की बड़ी आबादी के कारण हिंदी दुनिया में सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषाओं में से एक है।

1991 की भारत की जनगणना के अनुसार (जिसमें हिंदी की सभी बोलियाँ शामिल हैं, जिनमें कुछ भाषाविदों द्वारा अलग-अलग भाषाएं मानी जा सकती हैं – जैसे, भोजपुरी), हिंदी लगभग 337 मिलियन भारतीयों की मातृभाषा है, या भारत के 40% लोगों की है। उस वर्ष जनसंख्या।  एसआईएल इंटरनेशनल के एथनोलॉग के अनुसार, भारत में लगभग 180 मिलियन लोग मानक (खारी बोलि) हिंदी को अपनी मातृभाषा के रूप में मानते हैं, और अन्य 300 मिलियन लोग इसे दूसरी भाषा के रूप में उपयोग करते हैं।

भारत के बाहर, नेपाल में हिंदी बोलने वालों की संख्या 8 मिलियन, दक्षिण अफ्रीका में 890,000, मॉरीशस में 685,000, अमेरिका में 317,000 है। यमन में 233,000, युगांडा में 147,000, जर्मनी में 30,000, न्यूजीलैंड में 20,000 और सिंगापुर में 5,000, जबकि यूके, यूएई, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया में भी हिंदी बोलने वालों और द्विभाषी या त्रिभाषी बोलने वालों की उल्लेखनीय आबादी है जो अंग्रेजी से हिंदी के बीच अनुवाद और व्याख्या करते हैं।

हिंदी भाषा का विकास (growth of hindi language)

1947 के विभाजन के बाद भारत सरकार द्वारा समर्थित संक्रांति दृष्टिकोण से हिंदी की वर्तमान बनावट बहुत प्रभावित है। स्वतंत्रता से पहले अपने मूल रूप में, हिंदी ने उर्दू के साथ मौखिक समानता की काफी हद तक साझा की है। हिंदी और उर्दू को अक्सर एक ही इकाई के रूप में संदर्भित किया जाता था जिसका शीर्षक था “हिंदुस्तानी”।

इसके साथ ही कई अन्य भाषाओं जैसे अवधी, बघेली, बिहारी (और इसकी बोलियाँ), राजस्थानी (और इसकी बोलियाँ) और छत्तीसगढ़ी। हालाँकि, यह दृष्टिकोण वस्तुतः प्रत्येक शैक्षणिक संस्थान और सार्वजनिक सूचना के माध्यम की वकालत करता है, जो वाराणसी बोली की तर्ज पर भारतीय विद्वानों द्वारा विकसित एक संस्कृत-उन्मुख भाषा को रोजगार देता है।

लिपि:

देवनागरी लिपि

महत्वपूर्ण लेखक:

रामधारी सिंह ‘दिनकर’, जयशंकर प्रसाद, सुमित्रानंदन पंत, मैथिली शरण गुप्त, सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’, महादेवी वर्मा, सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन, हरिवंश राय बच्चन, नागार्जुन, धर्मवीर भारती, अशोक बजाज, अशोक बजाज, अशोक बजाज चंद्र शुक्ला, महादेवी वर्मा, मुंशी प्रेमचंद, फणीश्वर नाथ रेणु, हरिशंकर परसाई, रामवृक्ष बेनीपुरी, चक्रधर शर्मा गुलेरी, विष्णु प्रभाकर, अमृत लाल नागर, भीष्म साहनी, सूर्यकांत निराला आदि को हिंदी के सबसे मशहूर लेखकों में गिना जाता है ।

हिंदी स्थानीयकरण और सूचना प्रौद्योगिकी

हिंदी टाइपिंग में इस्तेमाल किए जाने वाले कई लोकप्रिय फॉन्ट हैं; यूनिकोड, मंगल, क्रुतिदेव, आदि वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों की एक टीम पहले से ही मशीनी अनुवाद सॉफ्टवेयर को विकसित करने और हिंदी को मानकीकृत करने के लिए काम कर रही है, हालाँकि वे इसके माध्यम से कोई बड़ा तोड़ नहीं बना पाए हैं।

हिंदी भाषा की बढ़ती प्रोफ़ाइल के प्रति हाल की चेतना ने लाखों हिंदी बोलने वालों को आशा दी है और आशा है कि आने वाले समय में हिंदी को मान्यता मिलेगी और संयुक्त राष्ट्र आधिकारिक भाषा बन जाएगी। यह समय हिंदी केंद्र, हिंदी विश्वविद्यालयों, हिंदी गैर सरकारी संगठनों और लाखों हिंदी भाषियों को हिंदी की रूपरेखा बढ़ाने के लिए हाथ मिलाना चाहिए। हिंदी सिनेमा और बॉलीवुड ने पहले ही अच्छा योगदान दिया है, इसी तरह हिंदी मीडिया ने भी चमत्कार किया है।

वैश्विक मोर्चे पर हिंदी के बढ़ते महत्व के आधार पर, अंग्रेजी से हिंदी अनुवाद और हिंदी से अंग्रेजी अनुवाद के लिए भविष्य उज्ज्वल है। हालाँकि, भारतीय को अंग्रेज़ी शब्दकोश और अंग्रेज़ी से हिंदी शब्दकोश में ऑनलाइन हिंदी विकसित करने और ऑनलाइन हिंदी भाषा प्रशिक्षण कार्यक्रम विकसित करने के प्रयासों की आवश्यकता है।

[ratemypost]

विकास नें वाणिज्य में स्नातक किया है और उन्हें भाषा और खेल-कूद में काफी शौक है. दा इंडियन वायर के लिए विकास हिंदी व्याकरण एवं अन्य भाषाओं के बारे में लिख रहे हैं.

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धन्यवाद !

Finally I got a nice speech

thank you vikas singh bhai

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importance of money essay in hindi

हिंदी का महत्व पर निबंध | Essay on Importance of Hindi

by Meenu Saini | Jul 25, 2023 | Hindi | 0 comments

Essay on Importance of Hindi

Hindi Ka Mahatva Par Nibandh Hindi Essay

हिंदी का महत्व (importance of hindi ) par nibandh hindi mein.

जहां अंग्रेजी अधिकांश देशों में व्यापक रूप से बोली जाती है और इसे दुनिया की शीर्ष दस सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषाओं में से एक माना जाता है, वहीं दूसरी ओर हिंदी इस सूची में तीसरे स्थान पर है।

देश के कई राज्यों में हिंदी अभी भी कई लोगों के लिए मातृभाषा है और ज्ञान प्रदान करने के माध्यम के रूप में इस्तेमाल की जाने वाली अंग्रेजी एक बड़ी बाधा बनी हुई है। यह भी कहा गया है कि संख्यात्मकता और साक्षरता में मजबूत आधार कौशल सुनिश्चित करने के लिए, पाठ्यक्रम उस भाषा में प्रदान किया जाना चाहिए जिसे बच्चा समझता है।

हिंदी के महत्व के निबंध में हम आज हिंदी का महत्व, हिंदी के विकास के प्रभाव और भारत की आजादी के बाद संविधान सभा में हिंदी को लेकर हुए बवाल, समाधान और प्रमुख अनुच्छेदों की बात करेंगे, जो हिंदी की जरूरत और महत्व का वर्णन करते हैं।

हिंदी और भारतीय संविधान

भारतीय संविधान के प्रमुख भाषा संबंधी अनुच्छेद, अन्य प्रमुख अनुच्छेद, हिंदी भाषा पर ही क्यों हो रही है बहस, हिंदी का महत्व.

जैसे अंग्रेजी दुनिया को एक सूत्र में बांधती है, वैसे ही हमारे देश में हिंदी एक पुल है जो लोगों को जोड़ती है। मतलब जब दुनिया की सबसे बड़ी बहुराष्ट्रीय कंपनियाँ हिंदी भाषा के महत्व और शक्ति को समझ सकती हैं, तो हम भारतीय इसकी सुंदरता और प्रासंगिकता को क्यों नहीं समझ सकते?

हमें यह जानकर बहुत आश्चर्य हुआ कि भारत में केवल 10% लोग ही अंग्रेजी बोलते हैं। हालाँकि, 2011 की भाषाई जनगणना के अनुसार, हिंदी कुल जनसंख्या के लगभग 44% की मातृभाषा है। इतने स्पष्ट आँकड़ों के बावजूद, भारत भर के स्कूल इंग्लिश मीडियम होने की होड़ में लगे हुए हैं।

नई शिक्षा नीति छात्रों को उनकी क्षेत्रीय भाषा में पढ़ाने का भी समर्थन करती है। नीति के अंशों में उल्लेख किया गया है कि छोटे बच्चे अपनी घरेलू भाषा/मातृभाषा में अवधारणाओं को अधिक तेज़ी से सीखते और समझते हैं। नीति में आगे कहा गया है कि जहां भी संभव हो, कम से कम ग्रेड 5 तक, लेकिन अधिमानतः ग्रेड 8 और उससे आगे तक शिक्षा का माध्यम मातृभाषा ही होगी।

बी.एन. राव ने कहा कि “भारत के नए संविधान के निर्माण में सबसे कठिन समस्याओं में से एक, भाषाई प्रांतों की मांग और समान प्रकृति की अन्य मांगों को पूरा करना होगा”। इस मुद्दे ने संविधान सभा को उसके तीन साल के जीवनकाल तक परेशान और परेशान किया।

संविधान सभा ने ऐसा नहीं किया, लेकिन इस मुद्दे को हल करने के लिए कड़ी मेहनत की क्योंकि भाषाई-सह-सांस्कृतिक आधार पर प्रांतों के पुनर्गठन के लिए मजबूत दबाव और मांग थी, जिससे संविधान की सामग्री प्रभावित हो रही थी।

जनवरी 1950 में संविधान के उद्घाटन के साथ, विधानसभा को इस मुद्दे से राहत मिली क्योंकि उन्होंने संविधान निर्माण के दौरान भाषाई प्रांतों के गठन को शामिल करने से इनकार कर दिया था।

भारत का संविधान राष्ट्रभाषा के मुद्दे पर मौन है। इस प्रकार, हिंदी भारत की क्षेत्रीय भाषाओं में से एक है, न कि हमारी राष्ट्रीय भाषा।

संविधान को 26 जनवरी 1950 को अपनाया गया था और इसमें कहा गया था कि अनुच्छेद 343 के अनुसार देवनागरी लिपि में हिंदी और अंग्रेजी को पंद्रह साल की अवधि के लिए संघ की आधिकारिक भाषाओं के रूप में नामित किया गया था। नतीजतन, दक्षिणी राज्यों से इसका कड़ा विरोध हुआ, जहां द्रविड़ भाषा बोली जाती थी।

कानून में अंग्रेजी का उपयोग जारी रखने को प्राथमिकता दी गई, जो अधिक स्वीकार्य थी। हिन्दी के विपरीत इसका संबंध किसी विशेष समूह से नहीं था। इसके अलावा, राष्ट्रभाषा के मुद्दे पर संविधान मौन है। यह संविधान की आठवीं अनुसूची के तहत उल्लिखित किसी भी धार्मिक भाषा को चुनने की स्वतंत्रता प्रदान करता है, जिसमें हिंदी सहित 22 क्षेत्रीय भाषाएं शामिल हैं। बंगाली, गुजराती, मराठी, उड़िया या कन्नड़ की तरह, हिंदी भी देश के विशिष्ट क्षेत्रों तक ही सीमित है।

अनुच्छेद 343 को पढ़ते समय भ्रम और झूठ की गुंजाइश पैदा होने लगती है और यह स्पष्ट कथन न होने के कारण भी कि भारत की कोई राष्ट्रभाषा नहीं है।

भ्रम को और बढ़ाते हुए, अनुच्छेद 351, जो हिंदी भाषा के विकास के लिए एक निर्देशात्मक आदेश है, कहता है कि सरकार को भारत की समग्र संस्कृति को व्यक्त करने के माध्यम के रूप में काम करने के लिए हिंदी के प्रसार को बढ़ावा देना होगा।

संविधान राज्यों को एक या अधिक भाषाओं को आधिकारिक भाषा के रूप में अपनाने की अनुमति देता है। उदाहरण के लिए, उत्तर प्रदेश राज्य ने उत्तर प्रदेश राजभाषा (अनुपूरक प्रावधान) अधिनियम, 1969 के तहत हिंदी को अपनी आधिकारिक भाषा के रूप में नामित किया है।

अनुच्छेद 120 (संसद में प्रयोग की जाने वाली भाषा): अनुच्छेद 120 के अनुसार, संसद में कामकाज हिंदी या अंग्रेजी में किया जाएगा। हालाँकि, यदि कोई सदस्य किसी भी आधिकारिक भाषा में पर्याप्त रूप से पारंगत नहीं है तो वह अपनी मातृभाषा में खुद को अभिव्यक्त कर सकता है।

अनुच्छेद 344 (राजभाषा आयोग एवं संसद समिति): अनुच्छेद 344 में एक समिति की स्थापना का प्रावधान है और समिति का कर्तव्य होगा कि वह आयोगों की सिफारिशों की जांच करे और हिंदी भाषा के प्रगतिशील उपयोग पर राष्ट्रपति को रिपोर्ट करे। इसलिए, संविधान के प्रावधान हिंदी भाषा के उपयोग की दिशा में प्रगति पर प्रकाश डालते हैं।

अनुच्छेद 345 (किसी राज्य की आधिकारिक भाषा या भाषाएँ): अनुच्छेद 345 किसी राज्य की विधायिका को संबंधित राज्य में किसी एक या अधिक भाषाओं को अपनाने या सभी आधिकारिक उद्देश्यों के लिए हिंदी का उपयोग करने का प्रावधान करता है, जब तक कि राज्य की विधायिका आधिकारिक उद्देश्यों के लिए अंग्रेजी भाषा का उपयोग करने का प्रावधान नहीं करती।

अनुच्छेद 346 (एक राज्य और दूसरे राज्य के बीच या एक राज्य और संघ के बीच संचार के लिए आधिकारिक भाषा): अनुच्छेद 346 संघ में एक राज्य और दूसरे राज्य के बीच या एक राज्य और संघ के बीच आधिकारिक प्रयोजन या संचार के लिए उपयोग की जाने वाली आधिकारिक भाषा प्रदान करता है। इसके अलावा, यदि दो या दो से अधिक राज्य इस बात पर सहमत हैं कि आधिकारिक उद्देश्यों या संचार के लिए हिंदी भाषा आधिकारिक भाषा होनी चाहिए।

अनुच्छेद 347 (किसी राज्य की जनसंख्या के एक वर्ग द्वारा बोली जाने वाली भाषा से संबंधित विशेष प्रावधान): अनुच्छेद 347 के अनुसार, यदि राष्ट्रपति इस बात से संतुष्ट हैं कि राज्य की जनसंख्या का एक बड़ा हिस्सा उनके द्वारा बोली जाने वाली भाषा को राज्य द्वारा मान्यता प्राप्त भाषा के रूप में चाहता है, तो वह ऐसी भाषा को राज्य में मान्यता प्राप्त भाषा बनाने का निर्देश दे सकते हैं।

अनुच्छेद 348 (सर्वोच्च न्यायालय और उच्च न्यायालयों और अधिनियमों, विधेयकों आदि के लिए प्रयुक्त भाषा): अनुच्छेद 348 में कहा गया है कि जब तक संसद द्वारा अन्यथा प्रदान नहीं किया जाता है, सर्वोच्च न्यायालय और प्रत्येक उच्च न्यायालय में सभी कार्यवाही, आधिकारिक पाठ, संसद में पेश किए गए बिल, संसद द्वारा पारित अधिनियम या सभी आदेश, नियम और विनियम अंग्रेजी में होने चाहिए।

भारत एक विविधतापूर्ण देश है जिसमें अलग-अलग पृष्ठभूमि, धर्म, समुदाय, समूह, खान-पान, संस्कृति आदि के लोग शामिल हैं।

एक लोकप्रिय नारा है जिसमें कहा गया है कि भारत में हर कुछ किलोमीटर पर पानी की तरह भाषा बदल जाती है।

जनगणना 2011 के अनुसार, भारत में हिंदी 44 प्रतिशत से भी कम भारतीयों की भाषा है और लगभग 25 प्रतिशत लोगों की मातृभाषा है। इसलिए, भारत के लिए एक राष्ट्रीय भाषा का चुनाव कठिन है और अक्सर हिंसा और गरमागरम बहस देखी जाती है।

भारत जैसे बहुभाषी देश में सत्तासीन सरकार ने अपने राजनीतिक एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए कई बार घोषणा की है कि ‘हिंदी’ भारत की राष्ट्रीय भाषा है।

उदाहरण के लिए, 2017 में उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने एक सार्वजनिक संबोधन में कहा था कि हिंदी भारत की राष्ट्रीय भाषा है। उसी वर्ष, सत्तासीन सरकार ने संयुक्त राष्ट्र (यूएन) की भाषा के रूप में हिंदी में संशोधन करने का प्रयास किया।

ताजा बहस प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई राष्ट्रीय शैक्षिक नीति, 2020 से सामने आई है। नीति में सरकार ने गैर-हिंदी भाषी राज्यों में अंग्रेजी और संबंधित क्षेत्रीय भाषा के साथ हिंदी पढ़ाना अनिवार्य करने की सिफारिश की थी। हालाँकि, बाद में सरकार ने नीति को संशोधित किया और इसे गैर-अनिवार्य घोषित कर दिया।

हिंदी दिवस क्यों मनाया जाता है

14 सितंबर 1949 को हिंदी भारतीय संघ की पहली मान्यता प्राप्त आधिकारिक भाषा थी। इसके बाद 1950 में, भारत के संविधान ने देवनागरी लिपि में हिंदी को भारत की आधिकारिक भाषा घोषित किया। हिंदी के अलावा अंग्रेजी को भी भारत की आधिकारिक भाषा के रूप में मान्यता दी गई।

हिंदी भाषा का निम्न महत्व है;

हिंदी उर्दू के शब्दों में समानता है

हिंदी का उर्दू, एक अन्य इंडो-आर्यन भाषा से गहरा संबंध है। इसलिए, यदि आप हिंदी भाषा सीख रहे हैं तो इसे उर्दू सीखने में भी आसानी से लागू किया जा सकता है।

दोनों भाषाओं की उत्पत्ति एक समान है और ये परस्पर सुगम हैं। हालाँकि, हिंदी का अपना व्याकरण और वाक्यविन्यास है, लेकिन हिंदी वर्णमाला सीखने से अंततः आपको उर्दू शब्दों का उच्चारण करने में मदद मिलेगी क्योंकि दोनों की शब्दावली समान है।

व्यवसाय में उपयोगी

भारत की आधिकारिक भाषा होने के अलावा, हिंदी का उपयोग भारत के बाहर रहने वाले लोगों द्वारा दूसरी भाषा के रूप में भी किया जाता है। यह इसे अंतर्राष्ट्रीय संचार के लिए एक बहुत उपयोगी भाषा बनाता है। हिंदी बोलने वालों की इतनी बड़ी आबादी होने के कारण, यह भाषा दुनिया भर के स्कूलों में भी आमतौर पर पढ़ाई जाती है।

जो कोई भी विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धा करना चाहता है उसे भारत में अपना व्यवसाय बढ़ाने के लिए कुछ प्रयास करने की आवश्यकता होगी। भारत वर्तमान में अमेरिका, चीन और जापान के बाद (जीडीपी के हिसाब से) दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। अनुमान है कि 2025 तक भारत जापान से आगे निकल जाएगा। भारत की विकास और नवाचार की विशाल क्षमता ने हिंदी को वैश्विक भाषा के रूप में महत्व दिया है।

पर्यटन के अलावा, भारत विज्ञान, वाणिज्य, व्यवसाय और अन्य सूचना प्रणाली/डिजिटल मीडिया जैसे हर पहलू में बढ़ रहा है।

हालाँकि देश के अंदर अभी भी कुछ सामाजिक समस्याएँ हैं। भारत की वृद्धि अजेय प्रतीत होती है और धीमी होने का कोई संकेत नहीं दिख रहा है। दक्षिण एशिया क्षेत्र में परिचालन और बिक्री विस्तार पर नजर रखने वाली कंपनियां ज्यादातर ऐसे लोगों को भर्ती कर रही हैं जो भारतीय संस्कृति से परिचित हैं और जो स्पष्ट और धाराप्रवाह हिंदी बोल और लिख सकते हैं।

जो लोग धाराप्रवाह हिंदी बोल और लिख सकते हैं, उन्हें दक्षिण एशिया की कंपनियों के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय स्तर की कंपनियों में भी सक्रिय रूप से भर्ती किया जाता है। यदि आप हिंदी बोलने और लिखने में सक्षम होंगे तो यह वास्तव में आपके लिए फायदेमंद होगा।

चाहे आप भारत में प्रवास करने की योजना बनाएं या नहीं, अंत में, आप निश्चित रूप से हिंदी भाषा के महत्व को सीखने के अपने निर्णय को बहुत फायदेमंद पाएंगे।

भारतीय संस्कृति की समझ को व्यापक बनाता है

दुनिया भर में हिंदी बोलने वालों की संख्या 1 अरब से अधिक है। इसे “भारत की मातृभाषा” कहा गया है क्योंकि अंग्रेजी के व्यापक प्रसार से पहले यह बहुसंख्यक भारतीयों की पहली भाषा थी। हिंदी उत्तर प्रदेश राज्य की भी प्राथमिक भाषा है, जहां भारत की लगभग आधी आबादी रहती है। हिंदी बोलना सीखना आपको देश के लोगों और उनकी संस्कृति को बेहतर ढंग से जोड़ने और समझने में मदद कर सकता है।

हिंदी सीखने से अन्य भाषाएँ सीखने में मदद मिलती है

किसी भाषा को सीखने का सबसे अच्छा लाभ यह है कि यह आपको अन्य भाषाएँ सीखने में मदद करती है। यदि आप हिंदी भाषा सीखने का प्रयास कर रहे हैं, तो स्पेनिश, फ्रेंच या जर्मन जैसी अन्य भाषाएँ अपनी मूल भाषा या उन भाषाओं से आसानी से सीखी जा सकती हैं जो आपने पहले सीखी हैं।

दूसरी भाषा सीखने से न केवल आपको अंग्रेजी में अधिक पारंगत होने में मदद मिलेगी। लेकिन अन्य विदेशी भाषाएँ सीखने पर भी आपको लाभ मिलता है।

उदाहरण के लिए, यदि आप स्पैनिश सीखने से पहले हिंदी सीखते हैं, तो आपके लिए स्पैनिश में शब्द और वाक्यांश सीखना आसान हो जाएगा क्योंकि वे परिचित लगेंगे। इसी तरह, कुछ बुनियादी अरबी शब्द सीखने से फ़ारसी सीखना बहुत आसान हो सकता है और इसके विपरीत भी।

हिन्दी भाषा भारतीय संस्कृति एवं अस्मिता का एक अनिवार्य अंग है। हिंदी भारत में सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा है, और यह भारतीय जीवन के विभिन्न पहलुओं, जैसे सरकार, व्यवसाय, शिक्षा और मनोरंजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

दूसरी भाषा के रूप में हिंदी सीखना उन लोगों के लिए फायदेमंद हो सकता है जो भारत में काम करने की योजना बना रहे हैं।

हालाँकि, हिंदी भाषा को बढ़ावा देने में कुछ चुनौतियाँ भी हैं, जैसे क्षेत्रीय विविधता और अंग्रेजी का बढ़ता प्रभाव। इन चुनौतियों के बावजूद, हिंदी भाषा के महत्व को कम नहीं किया जा सकता है, और भाषा को बढ़ावा देने और इसके सांस्कृतिक महत्व को संरक्षित करने के प्रयास किए जाने चाहिए।

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Time Is Money Essay

500 words essay on time is money.

Time is money means time is priceless and precious. We use it for earning money but what’s important to understand is that we cannot use the money to get our lost time back. Thus, it makes time more precious than money or any other thing in the world. Through time is money essay, we will go through its importance and the reason behind it.

time is money essay

Importance of Time

Even though the importance of time differs for everyone, it is nonetheless important. Once we grow up, our childhood never comes back. Similarly, a student always tries their best all through the year for getting good grades.

Similarly, people make use of their precious time for different purposes to do their best to fulfil their wishes. It is because we are aware that time will not wait for anyone. We all get to live our life once.

Thus, it is up to us as to how we will use it. We can spend it by gaining a lot of achievement or we can spoil it by wasting the precious time given to us. Intelligent people strive to make the most of their time but living each moment to the fullest. Thus, we must all strive for the same thing.

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More Valuable than Money

It is clear by now that time is more valuable than money. Millions of people believe in this and it remains a fact. It is because once you lose time, you will never get it back, not even a second of it.

Time can be used to make money but money cannot be used to make more time. Thus, all the money in the world does not matter if you do not have enough time. Do you know the difference between successful people and failures?

We all get 24 hours in a day, no matter where we come from or how much money we have. It is not using all 24 hours that matters; it is how we use those hours. A successful person will always use their time efficiently to make progress in life.

Time is something we get and we have all the right to use it just like money. But, what’s different is that when we lose money, we can always get it back in one way or another. However, when we lose time, we can never get it back with any amount of money.

A patient in need of medical attention understands the value of time and that it is valuable than money . Similarly, an entrepreneur will take the fastest mode of travel to travel for a business deal to save time and seal and the deal. Thus, we see that time is indeed more important than money in life.

Conclusion of Time Is Money Essay

To sum it up, time is definitely more important than money. In fact, every one of use has experienced this truth or will do at some point in our lives. Thus, it is a proven fact that time is money so we must use it efficiently.

FAQ of Time Is Money Essay

Question 1: Why time is very important in our life?

Answer 1: Time is important because it helps us to make a good habit of organizing and structuring our daily activities. Moreover, it plays a major role in our lives. Similarly, time can also heal things whether external wounds or feelings.

Question 2: What figure of speech is time is money?

Answer 2: It is a metaphor. This popular metaphor compares time and money. It states that time is a valuable resource which we must all use efficiently in order to earn money and lead a comfortable life.

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समय के महत्व पर निबंध (Value of Time Essay in Hindi)

समय के महत्व

“समय” एक ऐसी चीज है जो भिखारी को राजा और राजा को भिखारी बना सकती है। समय सबसे शक्तिशाली हथियार है, जिसके आगे दूसरे हथियार बेकार हैं। समय एक सामान्य शब्द लगता है लेकिन इसके महत्व को समझना बहुत मुश्किल है। एक सफल और असफल व्यक्ति के बीच समय की कीमत का अंतर होता है।

समय के महत्व पर छोटे तथा बड़े निबंध (Short and Long Essay on Value of Time in Hindi, Samay ka Mahatva par Nibandh Hindi mein)

हमारे जीवन में समय के महत्व को बेहतर ढंग से समझने के लिए आइए नीचे दिए गए छोटे और बड़े निबंधों को देखें।

निबंध 1 (300 शब्द)

समय क्या है? समय एक ऐसी चीज है जो हीरे-सोने से भी महंगी है, समय की कीमत पैसे से ज्यादा है, समय किसी भी दुश्मन से ज्यादा ताकतवर है, समय से बेहतर कोई नहीं सिखा सकता। समय का बहुत महत्व है और इसका गहरा अर्थ है। इसलिए सफल जीवन के लिए समय के महत्व को समझना जरूरी है।

समय प्रबंधन

समय प्रबंधन हमारे जीवन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। समय का प्रबंधन सफलता की ओर पहला कदम है। समय को मैनेज करने का मतलब है अपने जीवन के हर पल को मैनेज करना।

उचित समय प्रबंधन से तात्पर्य आपके काम की अग्रिम तैयारी से है ताकि आप भविष्य में और अधिक लाभ कमाने में सक्षम हो सकें। समय प्रबंधन सभी जीवित प्राणियों के लिए आवश्यक है चाहे वे युवा हों, बड़े हों या वरिष्ठ नागरिक हों।

समय का मूल्य

कहा जाता है कि समय उन्हें महत्व देता है जो समय को महत्व देते हैं। अच्छे काम के लिए समय का सदुपयोग करना आपको अच्छे परिणाम देगा और अगर आप इसे बुरे काम में इस्तेमाल करेंगे तो यह आपको निश्चित रूप से बुरा परिणाम देगा।

बहुत से लोग समय को महत्व नहीं देते हैं, वे सोचते हैं कि पैसा ही सब कुछ है जो उन्हें सफल और खुश रखता है। लेकिन बाद में जब उन्होंने समय गंवाया तो उन्हें पता चला कि समय के सामने पैसा कुछ भी नहीं है। हालाँकि, खोया हुआ पैसा बाद में कमाया जा सकता है लेकिन एक बार समय बीत जाने के बाद, यह फिर कभी पहले जैसा नहीं रहेगा।

समय हमारे जीवन की कुंजी है। चाहे सुख हो, दुख हो, सफलता हो, असफलता हो, सब कुछ परोक्ष रूप से समय पर निर्भर है। समय के साथ समय के मूल्य को समझना आवश्यक है अन्यथा आप जीवन भर पछताएंगे।

निबंध 2 (250 शब्द)

समय और धन की दौड़ में हमेशा समय की जीत होती है। पैसा कमाना आपको अमीर बना देगा लेकिन समय को जीतना आपको सफल बनाएगा। समय फिर कभी लौट कर नहीं आता, आपको इसका उपयोग करने का केवल एक ही मौका मिलता है। यदि आप आज समय का सदुपयोग करते हैं, तो यह आपको कल लाभकारी परिणाम देगा। समय बहुत कीमती है और इसे अच्छे कामों में खर्च करने की जरूरत है।

समय के मूल्य को समझना महत्वपूर्ण है क्योंकि यह बदलता रहता है। समय फिर कभी किसी के जीवन में एक जैसा नहीं हो सकता। जो व्यक्ति समय के महत्व को जानता है और उसका सम्मान करता है, वह चतुर और बुद्धिमान माना जाता है। वह व्यक्ति अपने जीवन में सभी सफलता प्राप्त करने वाला होता है।

हमें समय का महत्व तब पता चलता है जब हमारे पास वास्तव में इसकी कमी होती है। एक छात्र परीक्षा देते समय प्रत्येक मिनट के मूल्य को महसूस कर सकता है, नौकरी चाहने वाले को समय की कीमत महसूस होती है जब उसे कुछ मिनट देर से आने के लिए खारिज कर दिया जाता है, एक सामान्य परिवार समय के मूल्य को महसूस कर सकता है जब उनका अत्यावश्यक वाहन कुछ मिनटों के लिए छुट जाता है।

माता-पिता को अपने बच्चे को समय की सच्चाई सिखानी चाहिए। नहीं तो हमें यह ध्यान रखना चाहिए कि अगर समय किसी को बना सकता है तो वह किसी को बहुत बुरी तरह तबाह भी कर सकता है।

Essay on Value of Time in Hindi

निबंध 3 (400 शब्द)

समय का प्रवाह एकदिशीय है, यह चलता रहता है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आप समय को जाने दे सकते हैं। अपने लाभ के लिए समय का सदुपयोग करने के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए।

रोजमर्रा की जिंदगी में समय का मूल्य

समय एक महत्वपूर्ण कारक है जो हमारे दैनिक जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। हमें अपनी दैनिक गतिविधियों को करने के लिए समय चाहिए। हमें बीमारी से उबरने के लिए समय चाहिए, हमें स्थिति से आगे बढ़ने के लिए समय चाहिए, जीवन में प्रगति के लिए समय चाहिए, हमें अपने माता-पिता को गौरवान्वित करने के लिए समय चाहिए, हमें अपनी योग्यता बढ़ाने के लिए समय चाहिए, आदि समय से प्रभावित चीजें हैं। सभी को एक दिन में 24 घंटे समान मिलते हैं लेकिन उपयोग करने का तरीका हर व्यक्ति में अलग-अलग होता है।

समय की शक्ति

जैसा कि हम सभी जानते हैं कि समय की शक्ति के आगे कोई नहीं टिक सकता। समय अमीर को गरीब या गरीब को अमीर में बदलने में सक्षम है। यह एक खुश व्यक्ति को रोने के लिए या रोने वाले व्यक्ति को कुछ ही सेकंड में खुश बना सकता है। समय इतना शक्तिशाली होता है कि हम उसे देख नहीं सकते लेकिन समय के सामने उपस्थित परिस्थितियाँ हमें बहुत कुछ देखने पर मजबूर कर देती हैं।

समय का सदुपयोग कैसे करें

समय का मतलब बहुत सारा काम करना नहीं है, इसका मतलब है कि पूरे काम को सही समय पर करना। आप इन चरणों का पालन करके समय का सदुपयोग कर सकते हैं:

  • महत्वपूर्ण कार्य को प्राथमिकता दें : जो कार्य महत्वपूर्ण हैं और जिन्हें शीघ्र पूरा करने की आवश्यकता है, उन्हें प्राथमिकता दी जानी चाहिए।
  • उचित प्रबंधन : यदि आपने पहले से योजना बनाई है तो कुछ भी हासिल किया जा सकता है। उचित प्रबंधन हमारे काम को आसान बनाता है।
  • स्मार्ट वर्क : एक स्मार्ट वर्क हजारों की मेहनत से ज्यादा काबिल होता है। स्मार्ट वर्क में कम समय और मेहनत लगती है।
  • सोच से ज्यादा काम करें : सोचने में समय बर्बाद करने के बजाय काम करना बेहतर है। आप उत्पादकता बढ़ाने के लिए हर मिनट का प्रभावी उपयोग कर सकते हैं।

समय का सदुपयोग करना आपके हाथ में है। हमने कई कहानियाँ सुनी हैं, यहाँ तक कि कुछ लोगों ने समय के खेल का अनुभव भी किया है। इसलिए समय रहते ही हमें इसका महत्व समझ लेना चाहिए और सम्मान करना चाहिए।

FAQs: Frequently Asked Questions on Value of Time (समय के महत्व पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)

उत्तर. समय महत्वपूर्ण है क्योंकि यह कभी वापस नहीं आता।

उत्तर. समय का सदुपयोग आपको सफलता, सम्मान, आत्मविश्वास और साथ ही एक खुशहाल जीवन देगा।

उत्तर. जो व्यक्ति हमेशा समय पर होता है उसे समयनिष्ठ कहते हैं।

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Essay on Money in English for Children and Students

iit-jee, neet, foundation

Table of Contents

Essay on Money: Money is the medium used by people to buy required goods and services. It is used as the source to fulfill basic needs and is also a source of comfort in life. Money is the most important source to live a healthy and prosperous life; however, it cannot be compared with the significance of love and care. Both have their own importance and benefits. Nevertheless, money is a useful and necessary commodity to live contentedly disposing all your usual liabilities towards your family and loved ones.

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Long and Short Essay on Money in English

We have provided some simply written essay on money to help your kids to do better in their essay writing competition.

These Money Essay are written in easy English so that student of any class can easily understand it and also reiterate it or write it down, whenever required.

We have divided following essays under long and short essay on money in English according to the need, to help your kids to do better in their school competitions.

These essay on money will prove useful in your school assignments or general discussion with your family and friends.

Money Essay 1 (100 words)

Money is the most basic requirement of the life without which one cannot fulfill his basic needs and requirements of the daily routine. We can never compare the importance of the money with the importance of love or care. When one need money, love cannot fulfill this requirement and if one need love, money cannot fulfill this requirement.

Both are highly required for the healthy life but they have their significance and importance separately. Both are required by us on urgent basis so we cannot rank both on the same scale. We need money everywhere such as to eat food, to drink water or milk, to see TV, news, subscribe newspaper, wear clothe, get admission and many more requirements.

Take free test

Money Essay 2 (150 words)

Money is the basic requirement of the life without which one cannot imagine a healthy and peaceful life. We need money even buying a little needle. In the modern time, where growth of civilization is going very fast and following western culture, we need more money because of the increasing prices of everything. Earlier there was a system called barter system in which one was allowed to exchange things to get goods however, in the modern one need only money to buy everything.

The importance of money is increasing day by day as the living has become so costly. The significance of money has increased to a great extent in the field of production, consumption, exchange, distribution, public finance and etc. It plays a very crucial role in determining the input, income, employment, output, general price level of anything, etc.

Money Essay 3 (200 words)

In such a costly and competitive society and world, no one of us can live without money. We need money to fulfil our basic needs of the life such as buying food, and other many basic necessities of life which are almost impossible to buy without money. People in the society who are rich and have property are looked as honourable and respectful person of the society however a poor person is seen as hatred without any good impression.

Money increases the position of the person in the society and gives good impression to him. All of us want to be rich by earning more money through good job or business in order to fulfil all the increasing demands of the modern age. However, only few people get this chance of completing their dreams of being a millionaire.

So, money is the thing of great importance all through the life. Money is required by everyone whether he/she is rich or poor ad living in urban areas or rural areas. People in the urban areas are earning more money than the people living in backward or rural areas as the people of the urban areas have more access to the technologies and get more opportunity because of the easy sources.

Essay on Jan Dhan Yojana

Money Essay 4 (250 words)

Money is very much required thing in the life however; it cannot buy things like time, love and true care. It can only fulfil the outer needs of the person and not the inner needs like true love. Now-a-days, everything has become so costly but necessary to buy for living a simple life. And what if we have no money, either we would die or suffer more if saved.

Money has capability to buy anything virtually and helps us a lot throughout the life. By taking the importance of the money in our life we should never destroy or waste the money without any purpose. We should not compare the money and love because both are required separately to run a successful life.

In this competitive world, everyone wants to get good study with higher education from the popular college and university to get good job in order to earn more money. A person needs more money to fulfil the requirement of the all members of the family especially one who is only working person of the family.

He or she needs to fulfil the eating, clothing and living requirements of the family members and for that money is required. Rich people of the society are given particular recognition and popularity however poor people live their life by arranging just food for two times a day. All the changes and differences are just because of the money.

Take free test

Money Essay 5 (300 words)

Money is really a very important thing for the human beings to lead their life in the satisfactory way. Unlike animals and plants, we need more money everywhere. In order to live in the society, we need to maintain our status and position in the society for which we need money. In order to eat food or drink water, wear cloth, get admission to the school, take medicine or go to the hospital and other many activities we need lots of money. Now the topic arise is, where we got such required money. We need to get higher level study and do hard works to get good job or open our own business which requires more skill and confidence.

Earlier the condition of poor people was very poor because of the pressure of the rich people. They were not helping the poor people and use them only as a servant on the very low salary. However the condition of the poor people has become good as the rule and regulations of the government as been change in order to equalize the condition of both. Now everyone has equal rights to study higher and get good job. Many people understand that money is the origin of the evil in the mind however I do not think so because thinking is the process of human mind and not the creation of money.

I understand and believe that money is the most important key of happiness gifted by the God. It is the human mind to take anything in different ways. Some people take it only to fulfil their physical needs and they never take it heartily however some people understand everything to the money and they can do anything for getting the money such murder, corruption, underworld work, smuggling, promoting bribe, etc.

Money Essay 6 (400 words)

There is no any doubt that money is so essential for our healthy living. Money is almost everything for us to live a life and maintain the good stats in the society. It is the money which fulfils the need of bringing necessary comforts and amenities of the life. If one has money, he/she can get anything in his/her life. It is the money which helps us in developing good personality, improving confidence, makes us able to creditworthiness, improving capacity, increasing capabilities and enhancing our courage to a great level. Without money we feel helpless and alone in this world where no one is ready to help and assist. In the current materialistic world, money is very important and powerful thing without which one cannot live and survive.

Now-a-days, in order to earn more money in wrong ways, bad people are taking help of corruption, bribe, smuggling, murder rich people of the society, and other callous activities by degrading the moral and ethical values of the humanity. Lazy people follow wrong ways to earn money as they understand that these ways are simple and easy however it is not true. One can earn more money in less time and effort but not for long; surely he would be lost in the near future as he is following wrong and weak way. The people who are earning money by following all the rules of humanity earn less money but for long time and they become the high status personality of the society.

People doing corruption save their money as a black money in other countries to keep hidden from the common public and use that money for bad works or increasing their physical luxury. However, common people of the society respects a lot to the people earning money using wrong techniques as they have fear of them and little bit greediness that they can get some money in return whenever required by giving them respect. They are generally called as the bhai or dada or don. Money cannot buy or stay the time as well as cannot give true love and care however highly required by all of us to run the life on the right path. It cannot give time and love however gives happiness, confidence, satisfaction, feeling of well being mentally and physically, makes life easy by solving all the difficulties, and many more.

All the essays on money given above are written by the professional content writer to help students in getting fulfilled their needs and requirements. Essay on money is generally assigned to the students to write something in their own way. Money essay is given under the category of general essay.

Frequently Asked Questions on Money

Who found money.

Money, in various forms like barter or trade, has existed since ancient times. The first coined money is believed to have been created by the Lydians, in what is now Turkey, around 600 BC.

Who said money is life?

This specific quote isn't attributed to a singular famous person. Various interpretations and contexts might exist, but the idea that money plays a significant role in many aspects of life is widely acknowledged.

What is money quotes?

A popular quote about money is, Money can't buy happiness, but it certainly helps.

What is the nature of money?

The nature of money is abstract. It has no intrinsic value but is accepted as a medium of exchange. Its value is determined by trust and the backing of an authority, like a government.

What is the value of money in life?

The value of money in life goes beyond purchasing power. It provides security, freedom, and opportunities, but isn't the sole determinant of happiness or success.

What is the importance of money?

Money is essential as it enables trade, provides financial security, meets daily needs, and offers the potential for a better life. It's a measure of one's ability to afford services and products.

What is money in own words?

Money is a tool that facilitates trade, allowing us to purchase what we need or desire. It represents value and can be saved, spent, or invested.

What is the few lines on money?

Money is a medium of exchange, used to buy goods and services. It acts as a unit of account, a store of value, and is universally accepted in transactions.

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'She wanted to live a good life': Parents of Indian doctor raped and murdered on night shift

importance of money essay in hindi

The rape and murder of a trainee doctor in India’s Kolkata city earlier this month has sparked massive outrage in the country, with tens of thousands of people protesting on the streets, demanding justice. BBC Hindi spoke to the doctor’s parents who remember their daughter as a clever, young woman who wanted to lead a good life and take care of her family.

All names and details of the family have been removed as Indian laws prohibit identifying a rape victim or her family.

"Please make sure dad takes his medicines on time. Don't worry about me."

This was the last thing the 31-year-old doctor said to her mother, hours before she was brutally assaulted in a hospital where she worked.

“The next day, we tried reaching her but the phone kept ringing," the mother told the BBC at their family home in a narrow alley, a few kilometres from Kolkata.

The same morning, the doctor’s partially-clothed body was discovered in the seminar hall, bearing extensive injuries. A hospital volunteer worker has been arrested in connection with the crime.

The incident has sparked massive outrage across the country, with protests in several major cities. At the weekend, doctors across hospitals in India observed a nation-wide strike called by the Indian Medical Association (IMA), with only emergency services available at major hospitals.

The family say they feel hollowed out by their loss.

“At the age of 62, all my dreams have been shattered," her father told the BBC.

Since their daughter's horrific murder, their house, located in a respectable neighbourhood, has become the focus of intense media scrutiny.

Behind a police barricade stand dozens of journalists and camera crew, hoping to capture the parents in case they step out.

A group of 10 to 15 police officers perpetually stand guard to ensure the cameras do not take photos of the victim's house.

Getty Images Women hold lit candles as they take part in a vigil named 'Reclaim the Night' on 15 August in Kolkata

The crime took place on the night of 9 August, when the woman, who was a junior doctor at the city's RG Kar Medical College, had gone to a seminar room to rest after a gruelling 36-hour shift.

Her parents remembered how the young doctor, their only child, was a passionate student who worked extremely hard to become a doctor.

“We come from a lower middle-class background and built everything on our own. When she was little, we struggled financially," said the father, who is a tailor.

The living room where he sat was cluttered with tools from his profession - a sewing machine, spools of thread and a heavy iron. There were scraps of fabrics scattered on the floor.

There were times when the family did not have money to even buy pomegranates, their daughter's favourite fruit, he continued.

"But she could never bring herself to ask for anything for herself."

“People would say, ‘You can’t make your daughter a doctor'. But my daughter proved everyone wrong and got admission in a government-run medical college," he added, breaking down. A relative tried to console him.

The mother recalled how her daughter would write in her diary every night before going to bed.

“She wrote that she wanted to win a gold medal for her medical degree. She wanted to lead a good life and take care of us too,” she said softly.

And she did.

The father, who is a high blood-pressure patient, said their daughter always made sure he took his medicines on time.

“Once I ran out of medicine and thought I’d just buy it the next day. But she found out, and even though it was around 10 or 11pm at night, she said no-one will eat until the medicine is here,” he said.

“That’s how she was - she never let me worry about anything."

Her mother listened intently, her hands repeatedly touching a gold bangle on her wrist - a bangle she had bought with her daughter.

Getty Images Resident doctors shout slogans protesting in front of the Health Ministry in Delhi, demanding justice for the doctor from Kolkata's RG Kar Hospital, on 19 August, 2024

The parents said their daughter’s marriage had almost been finalised. "But she would tell us not to worry and say she would continue to take care of all our expenses even after marriage," the father said.

As he spoke those words, the mother began to weep, her soft sobs echoing in the background.

Occasionally, her eyes would wander to the staircase, leading up to their daughter's room.

The door has remained shut since 10 August and the parents have not set foot there since the news of her death.

They say they still can't believe that something "so barbaric" could happen to their daughter at her workplace.

"The hospital should be a safe place," the father said.

Violence against women is a major issue in India - an average of 90 rapes a day were reported in 2022, according to government data.

The parents said their daughter’s death had brought back memories of a 2012 case when a 22-year-old physiotherapy intern was gang-raped on a moving bus in capital Delhi. Her injuries were fatal.

Following the assault - which made global headlines and led to weeks of protests - India tightened laws against sexual violence.

But reported cases of sexual assault have gone up and access to justice still remains a challenge for women.

Last week, thousands participated in a Reclaim the Night march held in Kolkata to demand safety for women across the country.

The doctor’s case has also put a spotlight on challenges faced by healthcare workers, who have demanded a thorough and impartial investigation into the murder and a federal law to protect them - especially women - at work.

Federal Health Minister JP Nadda has assured doctors that he will bring in strict measures to ensure better safety in their professional environments.

But for the parents of the doctor, it's too little too late.

“We want the harshest punishment for the culprit," the father said.

“Our state, our country and the whole world is asking for justice for our daughter."

Raped Indian doctor's colleague speaks of trauma and pain

Protest at indian railway station over alleged abuse of girls, india gang rape victim's death sparks outrage, the rape victim’s mum fighting for india’s daughters, what do delhi rape hangings mean for women.

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Is India a Safe Place for Women? Another Brutal Killing Raises the Question.

The rape and murder of a trainee doctor at her own hospital has brought up, once again, uncomfortable truths about a country that wants to be a global leader.

Young women protesting with raised fists and holding a banner saying “we want justice”

By Anupreeta Das and Sameer Yasir

In December 2012, a 23-year-old physiotherapy student boarded a bus in New Delhi a little after 9 p.m., expecting it would take her home. Instead, she was gang-raped and assaulted so viciously with an iron rod that her intestines were damaged. She died days later as India erupted in rage.

Nearly 12 years later, the nation is convulsing with anger once again — this time, over the ghastly rape and murder of a 31-year-old trainee doctor in a Kolkata hospital, as she rested in a seminar room after a late-night shift. Since the Aug. 9 killing, thousands of doctors have gone on strike to demand a safer work environment and thousands more people have taken to the streets to demand justice.

For a country desperate to be seen as a global leader, repeated high-profile cases of brutal sexual assaults highlight an uncomfortable truth: India, by many measures , remains one of the world’s most unsafe places for women. Rape and domestic violence are relatively common, and conviction rates are low.

This week, the Supreme Court of India took up the Kolkata case as one of fundamental rights and safety, questioning how hospital administrators and police officers had handled it and saying new protective measures were needed. “The nation cannot wait for another rape and murder for real changes on the ground,” Chief Justice D.Y. Chandrachud said.

Gender-related violence is hardly unique to India. But even as millions of Indian women have joined the urban work force in the past decade, securing their financial independence and helping to fuel the country’s rapid growth, they are still often left to bear the burden of their own safety.

Longstanding customs that both repress women and in many cases confine them to the home have made their safety in public spaces an afterthought. It can be dangerous for a woman to use public transportation, especially at night, and sexual harassment occurs frequently on the streets and in offices. Mothers tell their daughters to be watchful. Brothers and husbands drop their sisters and wives off at work.

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    धन पर निबंध, Essay on Money in hindi (100 शब्द) धना हमारे जीवन की सबसे मूलभूत ज़रुरत है जिससे हम अपनी दूसरी ज़रूरतों को पूरा कर सकते हैं। पैसे के बिना हम अपनी दैनिक और ...

  4. जीवन में पैसा कितना जरुरी है ~ Importance of Money in life

    Importance of Money पैसा हमारे जीवन का एक अहम हिस्सा है क्योकि यह हमें सुरक्षित और एक अच्छी Lifestyle देता है। ... Hindi Essay (2) Hindi Quotes (59) Hindi Thoughts (39) Let's Laugh (8) Motivational Hindi Songs (47)

  5. हमारे जीवन में धन का महत्व पर निबंध

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  6. धन की उपयोगिता महत्व पर निबंध

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  7. धन का महत्व

    धन का महत्व | Importance of money in hindi. धन/पैसा वर्षों से चली आ रही एक ऐसी चीज है। जिसके पीछे पूरी दुनिया भागती है। क्योंकि आज के समय में धन एक बहुत ही ...

  8. 10 Lines on Importance of Money in Hindi

    Set (2) 10 Lines on Importance of Money in Hindi. 1. पैसा हमारी सभी बुनियादी जरूरतों जैसे भोजन, आश्रय, पानी और कपड़े को पूरा करने का मुख्य स्रोत है।. 2. विश्व में सभी ...

  9. धन पर निबंध- Essay on Money in Hindi

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  10. धन के महत्व पर निबंध

    धन के महत्व पर निबंध | essay on importance of money in hindi. नमस्कार दोस्तों आज हम धन के महत्व पर निबंध इस विषय पर निबंध जानेंगे। 'बाप बड़ा ना भैया, सबसे बड़ा रुपैया'- इस उक्ति को ...

  11. Importance of Money Essay

    100 Words Essay On Importance Of Money. Money is a critical factor in our lives as it helps us to meet our basic needs and desires. It provides us with a sense of security and helps us to plan for the future. Money enables us to buy food, shelter, and clothing, and to access healthcare and education. Additionally, it provides us with the means ...

  12. मुद्रा क्या है अर्थ, कार्य परिभाषा Money Meaning Functions Importance

    मुद्रा क्या है अर्थ, कार्य परिभाषा What Is Money Meaning Functions Importance In Hindi: नमस्कार मित्रो आज हम करेंसी अर्थात मुद्रा के बारे में जानेंगे। . इस निबंध में यह समझने की कोशिश ...

  13. Essay on importance of money in our life in hindi

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  14. समय (समय ही धन है) पर निबंध

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  16. Essay on Money in Hindi

    Essay on Money in Hindi - जीवन जीने के लिए तीन मूलभूत आवश्यकता है रोटी, कपड़ा और मकान । इसकी पूर्ति केवल और केवल धन से ही हो सकती है

  17. स्वास्थ्य ही धन है पर निबंध (Health is Wealth Essay in Hindi)

    स्वास्थ्य ही धन है पर निबंध (Health is Wealth Essay in Hindi) यह बिल्कुल सत्य है कि, "स्वास्थ्य ही धन है"। क्योंकि, हमारा शरीर ही हमारी सभी अच्छी और बुरी ...

  18. Essay on Money for Students and Children

    500+ Words Essay on Money. Money is an essential need to survive in the world. In today's world, almost everything is possible with money. Moreover, you can fulfill any of your dreams by spending money. As a result, people work hard to earn it.

  19. हिंदी भाषा का महत्व पर निबंध: Importance of hindi language in hindi

    हिंदी भाषा का महत्व पर निबंध (Importance of hindi language) हिंदी भाषा विश्व में सबसे ज्यादा बोले जाने वाली भाषाओं में से एक है। हिंदी भाषा का महत्व सिर्फ भारत में ही नहीं ...

  20. हिंदी का महत्व पर निबंध

    Top. हिंदी का महत्व पर निबंध (Essay on Importance of Hindi ). इस लेख में हम हिंदी का महत्व, हिंदी और भारतीय संविधान, हिंदी दिवस इत्यादि के बारे में जानेगेI.

  21. Time is Money Essay for Students and Children

    Conclusion of Time Is Money Essay. To sum it up, time is definitely more important than money. In fact, every one of use has experienced this truth or will do at some point in our lives. Thus, it is a proven fact that time is money so we must use it efficiently. FAQ of Time Is Money Essay. Question 1: Why time is very important in our life?

  22. समय के महत्व पर निबंध (Value of Time Essay in Hindi)

    समय के महत्व पर निबंध (Value of Time Essay in Hindi) "समय" एक ऐसी चीज है जो भिखारी को राजा और राजा को भिखारी बना सकती है। समय सबसे शक्तिशाली हथियार है ...

  23. Essay on Money in English for Children and Students

    Money Essay 4 (250 words) Money is very much required thing in the life however; it cannot buy things like time, love and true care. It can only fulfil the outer needs of the person and not the inner needs like true love. Now-a-days, everything has become so costly but necessary to buy for living a simple life.

  24. Kolkata doctor's rape case: Parents remember daughter who was ...

    The doctor's death has sparked a nation-wide conversation on violence against women in India The rape and murder of a trainee doctor in India's Kolkata city earlier this month has sparked ...

  25. After Kolkata Rape Case, India Asks Why It Can't Protect Women

    In 1997, India's Supreme Court issued guidelines intended to prevent sexual harassment in the workplace. Those rules stemmed from the 1992 rape of a social worker, Bhanwari Devi, who tried to ...